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Saturday, November 21, 2020

गौहत्या पर रोक व गौपालन क्यों जरूरी है जानिए हिंदू, मुस्लिम, अंग्रेज विद्वानों से

21 नवम्बर 2029


गाय को पशु नही माना जाता है गाय को माता का दर्जा दिया है क्योंकि गाय माता में 33 करोड़ देवता बसते हैं। गाय के दूध, दही, घी, गोबर और गौझरन से असाध्य रोग भी मिट जाते हैं यह वैज्ञानिकों ने भी सिद्ध किया है।

गाय माता के लिए विद्वानों के विचार...




जब तक गौमाता का रुधिर (रत) भूमि पर गिरता रहेगा, कोई धार्मिक, सामाजिक अनुष्ठान सफल नहीं होगा।
-श्री देवरहा बाबा

यदि हम संसार में हिन्दू कहलाकर जीवित रहना चाहते हैं तो सर्वप्रथम हमें प्राणपण से गौरक्षा करनी होगी ।
-श्री प्रभुदत्त ब्रह्मचारी

एक गाय अपने जीवनकाल में 4,10,440 मनुष्यों हेतु एक समय का भोजन जुटा सकती है, जबकि उसके मांस से केवल  80 मांसाहारी एक समय अपना  पेट भर सकते हैं। गौवंश धर्म, संस्कृति व स्वाभिमान का प्रतीक रहा है ।
- स्वामी दयानंद सरस्वती

गाय का दूध रसायन, गाय का घी अमृत तथा मांस बीमारियों का घर है ।
- पैगंबर हजरत मोहम्मद साहेब

कुरान और बाइबिल, दोनों धार्मिक ग्रंथों का मैंने अध्ययन किया है । उन ग्रंथों के अनुसार अप्रत्यक्ष रूप से भी गौहत्या करना जघन्य पाप है ।
- आचार्य विनोबा भावे

गाय उन्नति और प्रसन्नता की जननी है । गाय कई प्रकार से अपनी जननी से भी श्रेष्ठ है ।
- महात्मा गाँधी

जब से गाय एवं अन्य पशुओं की निर्दयतापूर्वक हत्या प्रारंभ हुई है, तब से हम अपने बच्चों के भविष्य के प्रति चिंतित हो गये हैं ।
- श्री लाला लाजपत राय

चाहे मुझे मार डालो, पर गाय पर हाथ न उठाओ ।
- लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक

भारत में गौ-पालन सनातन धर्म है ।
-प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद

भारतीय संविधान की पहली धारा संपूर्ण गौवंश- हत्या निषेध की होनी चाहिए ।
- पं. मदनमोहन मालवीयजी की अंतिम इच्छा

गौहत्या हेतु  मुस्लिम-आग्रह मूर्खता की पराकाष्ठा है ।
- सुलतान अहमद खान

मेरे विचार से भारत की वर्तमान परिस्थिति में गौहत्या-निषेध से बढकर कोई वैज्ञानिक तथा विवेकपूर्ण कृत्य नहीं है ।
- श्री जयप्रकाश नारायण

गौवंश के प्रति प्रशासन का अपमानजनक व्यवहार ब्रिटिश शासन के घृणित कार्य  के  रूप में जाना जायेगा ।
- लार्ड लिनलिथगो

गाय हमारी अर्थव्यवस्था का आधार है ।
- श्री ज्ञानी जैलसिंह (भूतपूर्व राष्ट्रपति)

न तो कुरान और न अरब देशों की प्रथा ही गाय की कुर्बानी (हत्या) की इजाजत देती है ।
- हकीम अजमल खान

पवित्र गौमाता को राष्ट्रीय माता का दर्जा देकर उसकी रक्षा कानून और सरकार को करनी चाहिए जिसे सदा के लिए इस विषय पर शांति बनी रहेगी ।

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