अमेरिका में हिंदू धर्म को गलत दिखाने पर हजारों भारतीयों का विरोध प्रदर्शन
30 मार्च 2017
हिन्दू संस्कृति सनातन संस्कृति है, मुस्लिम की स्थापना 1450 साल पहले पैंगबर ने की , ईसाई धर्म की स्थापना भी 2017 साल पहले यीशु ने की थी लेकिन हिन्दू धर्म की स्थापना किसी ने नहीं की बल्कि ये सनातन धर्म है,अनादि है । जिसमें भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण आदि कई भगवान एवं ऋषि-मुनियों ने अवतार लिया है ।
sanatan sanskriti is the best culture in world |
इस सनातन संस्कृति को तोड़ने के लिए आसुरी स्वभाव के लोग पुरजोर कोशिश कर रहे हैं ।
इसका ताजा उदाहरण है अमेरिका में सीएनएन न्यूज ने हिन्दू संस्कृति विरोध में एक कार्यक्रम दिखाया है ।
शिकागो स्थित अमेरिकी न्यूज चैनल #सीएनएन (#CNN) ऑफिस के बाहर कल हजारों की संख्या में भारतीय-अमेरिकी मौजूद थे । वे सभी इस चैनल के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर रहे थे । सीएनएन ने पिछले दिनों एक डॉक्यूमेंट्री टेलीकास्ट की थी जिसमें उसने हिंदू धर्म को नकारात्मक रुप से दिखाया था।
अब तक का सबसे बडा प्रदर्शन..
सीएनएन के विरुद्ध हो रहे विरोध-प्रदर्शन में एक रैली भी निकाली गई जिसमें हजारों की संख्या में #भारतीय-अमेरिकी शामिल हुए। ये भारतीय बारिश की परवाह न करते हुए भी इस रैली का हिस्सा बने । विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण रुप से हुआ। प्रदर्शन में शामिल भरत बराई का आरोप था कि सीएनएन के स्पेशल रिपोर्टर रजा असलान ने एक डॉक्यूमेंट्री में पांच अघोरी बाबाओं और उनकी पूजा को दिखाया था। बराई शिकोगा में बसे एक प्रभावशाली भारतीय-अमेरिकी हैं। बराई ने कहा कि रजा ने इसी तस्वीर को पूरी दुनिया में हिंदू धर्म के तौर पर दिखाया। यह बात #विरोध #प्रदर्शन से जुड़े एक पर्चे में भी लिखी थी जिसे इस मौके पर लोगों के बीच बांटा गया था।
बराई ने कहा, ‘पांच #अघोरी #बाबाओं का जो विकृत चित्रण किया गया है उसका हिंदू धर्म से कोई लेना नहीं है। वे हिंदू #धर्मग्रंथ या फिर इसमें सिखाई गई बातों का हिस्सा नहीं हैं।’ पांच मार्च को #डॉक्यूमेंट्री के #टेलीकास्ट होने के बाद से अमेरिका में फैले कई हिंदू संगठन अलग-अलग तरीकों से सीएनएन के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अमेरिका #न्यूयॉर्क, #वॉशिंगटन, ह्यूस्टन, अटलांटा, सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजिल्स में प्रदर्शन जारी हैं। यह अभी तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन बन गया है।
एक और #भारतीय-अमेरिकी वामसी जुलूरी ने सीएनएस के उस शो को अविचारी, नस्लभेदी और खतरनाक तौर पर अप्रवासियों के विरुद्ध बताया है। उन्होंने शो की कई खामियों का उल्लेख किया और कहा, ‘यह काफी दुख की बात है कि, #अमेरिका में पिछले कई दशकों से कई अप्रवासी बसे हैं और एक सीएनएन जैसे बड़े न्यूज चैनल में जब भारत का उल्लेख होता है तो कुछ भी बेहतर नहीं दिखा सकते हैं।’
चंद्रशेखर वाग जो कि इस प्रदर्शन में शामिल हैं, उन्होंने कहा कि, ऐसा लगता है कि #रजा, भारत केवल इसलिए गए थे ताकि वह अपनी एक तरफा कल्पनाओं को सच साबित कर सकें।
अमेरिकी हिंदू #सांसद तुलसी गबार्ड ने CNN को लगाई फटकार..
#अमेरिकी कांग्रेस की पहली और एकमात्र #हिंदू #सदस्य तुलसी गबार्ड ने #हिंदू धर्म को लेकर ‘सनसनीखेज और गलत’ रिपोर्टिंग को लेकर मशहूर समाचार चैनल सीएनएन की आलोचना की है। हवाई से डेमोक्रेटिक पार्टी की कांग्रेस सदस्य तुलसी ने #फेसबुक पर लिखा, ‘‘रविवार को सीएनएन ने ‘बिलीवर’ :आस्तिक: नामक श्रृंखला का पहला भाग प्रसारित किया। ऐसा लगता है कि इस भाग के लिए एंकर रजा असलान ने हिंदू धर्म के बारे में बताने के लिए सनसनीखेज और बेतुके रुप तलाशने की कोशिश की।’’
इस कार्यक्रम में #अघोरी के बारे में तथ्यों और मान्यताओं के बारे में दिखाया गया। #तुलसी ने आरोप लगाया, ‘‘असलान और सीएनएन ने हैरान करनेवाले दृश्यों के माध्यम से न केवल तपस्वियों के एक पंथ को गलत ढंग से दिखाने की कोशिश की, बल्कि जाति, कर्म और पुनर्जन्म के बारे में गलत धारणाओं को बार बार दोहराया जिनसे हिंदू धर्म के लोग खुद लड़ते आए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीएनएन जानता है कि #धर्मों के बारे में #सनसनीखेज और गलत रिपोर्टिंग से केवल अज्ञानता को बढ़ावा मिलता है जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।’’
कुछ समय पहले #अमेरिकी #न्यूज चैनल सीएनएन ने काशी को ‘#मुर्दों का शहर’ बताया। सीएनएन ने अपने नए शो ‘बिलिवर’ का टीजर अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया है। इस टीजर में #चैनल ने काशी को ‘मुर्दो का शहर’ बताते हुए इस शो के बारे में बताया था। इस छह हिस्सों की सीरिज को धार्मिक स्कॉलर और आध्यात्मिक जिज्ञासु रेजा असलान होस्ट करेंगे। लेकिन सीएनएन के लिए यह ट्वीट गलत दाव पड़ गया। #सीएनएन के इस ट्वीट के विरुद्ध भारतीय समेत दुनिया भर के हिंदू भड़क गए है। तुलसी गबार्ड के अलावा रिपब्लिकन पार्टी जुड़े हिंदुओं ने भी इसका विरोध किया है।
सीएनएन’ समाचार चैनल के विरोध में हस्ताक्षर अभियान..
न्यूयॉर्क : 12 मार्च को अमेरिका की सीएनएन पर ‘#बिलिव्हर विथ रेजा #अस्लम’ नामक कार्यक्रम का प्रसारण हुआ था । धर्मांध रेजा अस्लम इस कार्यक्रम का प्रमुख सूत्रसंचालक है।
सीएनएन समाचार वाहिनी से इस कार्यक्रम का प्रसारण न हो, इसलिए इस #समाचार वाहिनी को आग्रह के रूप में #हिन्दू #महासभा, अमेरिका इस संगठन की ओर से #ऑनलाईन हस्ताक्षर अभियान का प्रारंभ किया गया है।
इस अभियान के समर्थन में लिखे गए #पत्र में इसका उल्लेख किया गया है कि, ‘पाश्चात्त्य देशों में धर्म की जो व्याख्या प्रचलित है, उन मापदंडों के अनुसार ‘#हिन्दू धर्म’ है ही नहीं ! हिन्दू धर्म में निहित ‘अध्यात्म’ सर्वव्यापी है तथा उसमें स्थूल एवं सूक्ष्म जगत का ज्ञान उपलब्ध है। हिन्दू धर्म का पालन करनेवालों को साधना की संपूर्ण स्वतंत्रता है तथा केवल किसी एक धर्मग्रंथ में जो विशद किया गया है, केवल उसका ही पालन करने का कोई बंधन नहीं है। इस धर्म में कोई भी #कानून, आदेश (कमांडमेंट), फतवा इनका अस्तित्व ही नहीं है। जिस देश में रहते हो उस देश के कानून का पालन करना पड़ता है। हिन्दू धर्म में धर्मांतरण की तो कोई मान्यता ही नहीं है; क्योंकि वह उस परिप्रेक्ष्य में धर्म ही नहीं है। अतः #₹सीएनएन समाचार वाहिनी उपर्युक्त कार्यक्रम के माध्यम से होनेवाले हिन्दू धर्म के अनादर को टालने हेतु इस कार्यक्रम को ही निरस्त करें, ऐसा अनुरोध किया जाता है !’
हस्ताक्षर अभियान निम्न लिंकपर उपलब्ध है तथा उसपर #धर्माभिमानी अपने #हस्ताक्षर कर रहे हैं . . . goo.gl/M22sMq (इस लिंक में कुछ अक्षर कैपिटल हैं, इसे ध्यान में लें ।
सीएनएन के कार्यक्रम का #भारतीयों ने किया विरोध
वॉशिंग्टन : #हिंदुत्व का नकारात्मक चित्रण करनेवाला कार्यक्रम दिखाने को लेकर भारतीय मूल के अमेरिकियों ने सीएनएन की आलोचना की है। ‘#बिलीवर विद रेजा अस्लान’ शीर्षक से छह कड़ियोंवाली #धार्मिक #श्रृंखला का रविवार को प्रीमियर हुआ था। इसमें अघोरी से जुड़े तथ्यों एवं मिथकों के बारे में बताया गया है।
जाने-माने भारतवंशी और #अमेरिकी #राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रबल समर्थक शलभ कुमार ने इसे हिंदुत्व पर घटिया हमला बताया है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, बड़ी संख्या में #हिंदू अमेरिकियों ने #ट्रंप का समर्थन किया था, इसलिए हिंदुत्व पर हमला किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मैं परिकल्पना पर आधारित कार्यक्रम को प्रसारित करने के लिए रेजा अस्लान और #सीएनएन की निंदा करता हूं। यह हिंदुओं पर घटिया हमला है। कुमार रिपब्लिकन हिंदू कोलिशन के संस्थापक भी हैं।
साल 2004 में कैलिफोर्निया की पुस्तकों से हिंदुत्व के गलत चित्रण को हटाने के लिए प्रयास शुरू करनेवाले समूह के नेता खांडेराव कंद ने कहा कि ऐसे वक्त में जब अल्पसंख्यकों पर असहिष्णु हमले हो रहे हैं, इस कार्यक्रम से घृणा अपराध और बढ़ सकते हैं। #यूएस इंडिया #पॅालिटिकल एक्शन कमिटी और अमेरिकन हिंदु अगेंस्ट डेफमेशन जैसे संगठनों ने भी कार्यक्रम का प्रसारण रोकने की मांग की है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
#हिन्दू #संस्कृति के कारण ही दुनिया में सुख-शांति है लेकिन कुछ मीडिया, ईसाई मिशनरियां, कुछ #मुस्लिम नेता नही चाहते है कि दुनिया में सुख शांति रहे इसलिए वो हिन्दू संस्कृति को तोड़ने का पुरजोर काम कर रहें है।
अतः हिन्दुस्तानी सावधान रहें ।
No comments:
Post a Comment