23 फरवरी 2020
*दुनिया भर में हजारों ईसाई पादरी छोटे बच्चें-बच्चियों और महिलाओं के यौन शोषण कर रहे हैं... इसपर उनके मुख्य पोप ने माफी भी मांगी है पर सबसे बड़ी बात तो यह है कि इतना होने पर भी मीडिया उन दुष्कर्मी पादरियों के बारे में बोलने में पहरेज करता है। कुछ मीडिया को तो सिर्फ हिंदू धर्म से ही नफरत है इसलिए वे सिर्फ पवित्र हिंदू धर्मगुरुओं को ही बदनाम करती है क्योंकि हिंदू साधु-संत हिंदू संस्कृति के प्रति लोगों को जगरूक करते हैं, धर्मान्तरण पर रोक लगवाते हैं, समाज को व्यसनमुक्त , सदाचारी बनाते हैं जिसके कारण राष्ट्र एवं संस्कृति विरोधी ताकतें कुछ मीडिया को फंडिंग करते हैं जिससे पादरियों के दुष्कर्म छुपाते हैं और हिंदू धर्मगुरुओं को बदनाम करते हैं।*
*ईसाई पादरियों के दुष्कर्म.....*
*पंजाब के जालंधर में रोमन कैथोलिक चर्च के पूर्व प्रमुख बलात्कार के आरोपित बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर केरल की एक और नन ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है।*
*बिशप मुलक्कल पर ये आरोप ऐसे समय में लगा है, जबकि उसके खिलाफ रेप के मामले में सुनवाई शुरू होनी अभी बाकी है। आरोप लगाने वाली 35 वर्षीय महिला भी उसी मिशनरी की है, जहां की नन ने बिशप फ्रैंको पर 2014 से 2016 के बीच कई बार रेप करने का आरोप लगाया था।*
*रिपोर्ट्स के अनुसार, नन ने कहा कि वो बिशप को कॉन्वेंट से संबंधित मामलों के लिए कॉल किया करती थी और वर्ष 2015 से 2017 के बीच दोनों व्हाट्सएप्प (WhatsApp) पर एक-दूसरे को सन्देश भेजते थे, लेकिन 2015 के आखिर तक, बिशप फ्रेंको मुलक्कल ने यौन टिप्पणियां करना भी शुरू कर दी थी।*
*नन ने बिशप पर आरोप लगाते हुए बताया कि जब 2017 के अप्रैल और मई के बीच मैं केरल के एक कॉन्वेंट में रहती थी तब बिशप फ्रैंको वहां उनके व्यवहार जांचने के लिए जाता था। एक दिन बिशप फ्रैंको ने पीडित नन को अपने कमरे में बुलाया और उसे गले लगा लिया, साथ ही उनके माथे पर चूमा भी।*
*नन का कहना है कि, क्योंकि बिशप उनके धार्मिक समूह का मुखिया था इसलिए वो कभी इस बात को बता नहीं पाई। लेकिन जब वो उसके शरीर के बारे में अश्लील बातें करता तो उसे आत्मसम्मान को ठेस लगती थी। उन्होंने कहा कि, बिशप द्वारा की जाने वाली सेक्सटिंग (मोबाइल पर की जाने वाली अश्लील बातें) में उन्होंने कभी दिलचस्पी नहीं ली।*
*बिशप फ्रेंको मुलक्कल पर आरोप लगाते हुए नन ने कहा है कि, वर्ष 2015 से 2017 तक उनके खिलाफ यौन शोषण हुआ है और उनके साथ जबरदस्ती की गई। वह बिशप के खिलाफ बलात्कार के मामले में 14वीं गवाह हैं। नन के खुलासे उसके बयान का हिस्सा थे जो 2018 में पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था।*
*गौरतलब है कि इससे पहले बिशप फ्रैंको मुलक्कल पर केरल की ही एक नन यौन उत्पीडन का आरोप लगा चुकी हैं। उन्होंने बताया था कि उनके साथ मुलक्कल ने 2014 से 2016 तक यौन उत्पीड़न किया था। इस मामले में मुलक्कल जमानत पर चल रहे हैं।*
*फ्रैंको मुलक्कल पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाने वाली नन ने बताया कि फ्रैंको मुलक्कल उन्हें वीडियो कॉल करता था, और उनसे सेक्स की आपत्तिजनक बातें करता था। पुलिस को दिए बयान में नन ने बताया कि मुलक्कल उससे केरल के एक कॉन्वेंट में भी मिला था, जहां उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया था।*
*गौरतलब है कि फ्रैंको मुलक्कल को पुलिस ने 21 सितंबर 2018 को गिरफ्तार किया था। उस पर यौन शोषण का आरोप लगा था। 16 अक्टूबर 2018 को कोर्ट ने उसे जमानत दे दी। मामला सामने आने के बाद फ्रैंको मुलक्कल को जालंधर में रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख के पद से हटा दिया गया। अब एक और ने नन के खिलाफ बयान देकर उसकी मुश्किल बढ़ा दी है। स्त्रोत : OpIndia*
*पादरियों की और कुछ घटनाएं*
*★2017 में केरल के वायनाड में चिल्ड्रन होम चलाने वाला फादर साजी जोसफ दर्जनों नाबालिग लड़कों का बलात्कार करने के अपराध में पकड़ा गया था।*
*★जुलाई 2018 में फादर जॉनसन मैथ्यू एक विवाहित महिला का रेप करने में अपराध में पकड़ा गया था।*
*★फरवरी 2018 मेंगलुरु में 3 ईसाई पादरी एक किशोरी का सामूहिक बलात्कार करने के अपराध में पकड़े गए थे।*
*★ 2018 आंध्रा में एक 45 वर्षीय क्रिश्चन पादरी 11 वर्षीय बच्ची का रेप करने के अपराध में पकड़ा गया था।*
*★असम में 60 वर्षीय चन्द्र कुमार नामक ईसाई पास्चर 10 वर्षीय बालिका का बलात्कार करने के आरोप में पकड़ा गया था।*
*★मध्यप्रदेश के झबुआ में 33 वर्षीय ईसाई प्रीस्ट फादर प्रकाश डामोर 17 वर्षीय बालिका का बलात्कार करने और उसे आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के अपराध में पकड़ा गया था।*
*★ 30 वर्षीय चर्च के एक पादरी और चर्च के 9 अन्य कर्मचारियों को 2014 के तित्ताकुड़ी में 2 नाबालिग लड़कियों के रेप केस में आजीवन कारावास की सजा हुई है।*
*★ केरल के एर्नाकुलम जिले में पुलिस ने सिरो मालाबार चर्च के फादर जॉर्ज पडायततिल को चर्च में तीन 9 वर्षीय बच्चियों का बलात्कार करने के अपराध में गिरफ्तार किया था।*
*★एशिया, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप से ये शर्मनाक समाचार निकल रहे हैं कि कैथोलिक चर्च के अंदर दशकों से बच्चों का यौन-शोषण होता रहा है और अधिकारियों ने पहले यह समाचार दबाने का प्रयास किया ।*
*★जर्मनी के प्रमुख अखबारों ने यह समाचार दिया है कि 1600 पादरियों ने 3677 नाबालिगों का यौन-शोषण किया ।*
*ईसाई पादरियों के दुष्कर्म की यह तो मात्र कुछ घटनाएं हैं, पूरी लिस्ट बनाएंगे तो एक बड़ा पुस्तक भी छोटा पड़ेगा।*
*कई ईसाई पादरी हैं जिन्होंने कई छोटे बच्चों के साथ और कई नन के साथ रेप किया है पर मीडिया इस पर मौन रहती है। दूसरी तरफ न्यायालय भी उनको तुरंत राहत दे देती है। बिशप फ्रैंको को 21 दिन में ही जमानत हासिल हो गई थी जबकि 85 वर्षीय हिंदू संत आसाराम बापू के खिलाफ 5 साल तक न्यायालय में सुनवाई होती रही पर 1 दिन भी जमानत नहीं दी गई, हर बार खारिज कर दिया गया ।*
*मीडिया द्वारा हिंदू साधु-संतों को बदनाम करना और न्यायलय द्वारा जमानत नहीं मिलना और ईसाई पादरी और मौलवी के दुष्कर्म को छुपाना और न्यायालय से तुरंत जमानत हासिल होना, यह भारतीय संस्कृति को खत्म करने का यह एक भयंकर साजिश ही है, हिंदुस्तानी इससे समजे और सावधान रहें।*
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