Sunday, December 16, 2018

जानिए विश्व का सबसे श्रेष्ठ ग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता क्यों है ?

16 दिसंबर 2018
🚩गीता में ऐसा उत्तम और सर्वव्यापी ज्ञान है कि उसकी रचना हुए हजारों वर्ष बीत गए हैं किन्तु उसके बाद, उसके समान किसी भी ग्रंथ की रचना नहीं हुई है । 18 अध्याय एवं 700 श्लोकों में रचित तथा भक्ति, ज्ञान, योग एवं निष्कामता आदि से भरपूर यह गीता ग्रन्थ विश्व में एकमात्र ऐसा ग्रन्थ है जिसकी जयंती मनायी जाती है ।
🚩श्रीमद्भगवद्गीता ने किसी मत, पंथ की सराहना या निंदा नहीं की अपितु मनुष्यमात्र की उन्नति की बात कही है ।  गीता जीवन का दृष्टिकोण उन्नत बनाने की कला सिखाती है और युद्ध जैसे घोर कर्मों में भी निर्लेप रहने की कला सिखाती है । मरने के बाद नहीं, जीते-जी मुक्ति का स्वाद दिलाती है गीता !
इस साल श्रीमद्भगवद्गीता जयंती 19 दिसंबर को है ।
🚩‘गीता’ में 18 अध्याय हैं, 700 #श्लोक हैं, 94569 शब्द हैं । विश्व की 578 से भी अधिक भाषाओं में गीता का अनुवाद हो चुका है ।
🚩'यह मेरा हृदय है’- ऐसा अगर किसी ग्रंथ के लिए #भगवान ने कहा है तो वह गीता जी है । गीता मे हृदयं पार्थ । ‘गीता मेरा हृदय है ।’
🚩गीता ने गजब कर दिया - धर्मक्षेत्रे #कुरुक्षेत्रे... युद्ध के मैदान को भी धर्मक्षेत्र बना दिया । #युद्ध के मैदान में गीता ने योग प्रकटाया । हाथी चिंघाड़ रहे हैं, घोड़े हिनहिना रहे हैं, दोनों सेनाओं के योद्धा प्रतिशोध की आग में तप रहे हैं । किंकर्तव्यविमूढ़ता से उदास बैठे हुए अर्जुन को भगवान  श्रीकृष्ण ज्ञान का उपदेश दे रहे हैं ।
आजादी के समय #स्वतंत्रता सेनानियों को जब फाँसी की सजा दी जाती थी, तब ‘गीता’ के #श्लोक बोलते हुए वे हँसते-हँसते #फाँसी पर लटक जाते थे ।
Know why the best text in the world is Lord Bhagwadgita?

🚩श्री वेदव्यास ने महाभारत में गीता का वर्णन करने के उपरान्त कहा हैः
गीता सुगीता कर्तव्या किमन्यैः शास्त्रविस्तरैः।
या स्वयं पद्मनाभस्य मुखपद्माद्विनिः सुता।।
'गीता सुगीता करने योग्य है अर्थात् श्री गीता को भली प्रकार पढ़कर अर्थ और भाव सहित अंतःकरण में धारण कर लेना मुख्य कर्तव्य है, जो कि स्वयं श्री पद्मनाभ विष्णु भगवान के मुखारविन्द से निकली हुई है, फिर अन्य शास्त्रों के विस्तार से क्या प्रयोजन है?'
🚩गीता सर्वशास्त्रमयी है । गीता में सारे शास्त्रों का सार भार हुआ है । इसे सारे शास्त्रों का खजाना कहें तो भी अत्युक्ति न होगी । गीता का भलीभाँति ज्ञान हो जाने पर सब शास्त्रों का तात्त्विक ज्ञान अपने आप हो सकता है । उसके लिए अलग से परिश्रम करने की आवश्यकता नहीं रहती ।
🚩वराहपुराण में गीता का महिमा का बयान करते-करते भगवान ने स्वयं कहा हैः
गीताश्रयेऽहं तिष्ठामि गीता मे चोत्तमं गृहम्।
गीताज्ञानमुपाश्रित्यत्रींल्लोकान्पालयाम्यहम्।।
'मैं गीता के आश्रय में रहता हूँ। गीता मेरा श्रेष्ठ घर है। गीता के ज्ञान का सहारा लेकर ही मैं तीनों लोकों का पालन करता हूँ।'
🚩श्रीमद् भगवदगीता केवल किसी विशेष धर्म या जाति या व्यक्ति के लिए ही नहीं, वरन् मानवमात्र के लिए उपयोगी व हितकारी है । चाहे किसी भी देश, वेश, समुदाय, संप्रदाय, जाति, वर्ण व आश्रम का व्यक्ति क्यों न हो, यदि वह इसका थोड़ा-सा भी नियमित पठन-पाठन करें तो उसे अनेक अनेक आश्चर्यजनक लाभ मिलने लगते हैं ।
🚩श्रीमद् भगवद् गीता के ज्ञानामृत के पान से मनुष्य के जीवन में साहस, सरलता, स्नेह, शांति और धर्म आदि दैवी गुण सहज में ही विकसित हो उठते हैं । अधर्म, अन्याय एवं शोषण  मुकाबला करने का सामर्थ्य आ जाता है । भोग एवं मोक्ष दोनों ही प्रदान करने वाला, निर्भयता आदि दैवी गुणों को विकसित करनेवाला यह गीता ग्रन्थ पूरे विश्व में अद्वितीय है ।
🚩विदेशों में श्री गीता का महत्व समझकर स्कूल, कॉलेजों में पढ़ाने लगे है, भारत सरकार भी अगर बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनना चाहती है तो सभी स्कूलों कॉलेज में गीता अनिवार्य कर देना चाहिए ।
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Saturday, December 15, 2018

उत्तराखंड के बाद हिमाचल में गाय को मिला "राष्ट्रमाता" का दर्जा

15 दिसंबर 2018

🚩गाय माता देश की धरोहर है और उसमें 33 करोड़ देवताओं का वास होता है, देश में गौभक्त सदियों से लड़ाई लड़ रहे हैं पर न न्यायालय सुन रहा है और ना ही सरकार, लेकिन अभी एक खुशी की खबर आई है कि उत्तराखंड के बाद हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा में गाय को राष्ट्रमाता' घोषित करने का बिल पास हो गया है ।

🚩गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने वाला हिमाचल प्रदेश देश का दूसरा राज्य बन गया है । शिमला के कुसमपट्टी से कांग्रेस विधायक की ओर से लाए संकल्प प्रस्ताव पर भाजपा और कांग्रेस के सभी सदस्यों ने हामी भरते हुए सर्वसम्मति से पारित कर दिया । कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध की ओर से सदन में रखे गए इस गैर सरकारी सदस्य कार्य संकल्प को पारित करने के बाद अब स्वीकृति के लिए केंद्र को भेजा जाएगा । गुरुवार को शीतकालीन सत्र का प्राइवेट मेंबर्स डे था । इस दौरान कांग्रेस विधायक ने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने हेतु कोई नियम बनाने का प्रस्ताव रखा । 
After Uttarakhand, the cow got the status of "nation mother" in Himachal

🚩अनिरुद्ध ने सत्र में कहा कि गौमाता का इस्तेमाल करने के बाद उसे लावारिस छोड़ दिया जाता है । मामले में मोब लिंचिंग का दौर भी आया । ऐसे में गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाना चाहिए । इसके बाद सत्तापक्ष भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के सभी सदस्यों ने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए हामी भरी और संकल्प सदन में सर्वसम्मति से पारित हो गया ।

🚩अनिरुद्ध की बात का समर्थन करते हुए सदन में पशुपालन मंत्री वीरेंद्र ने कहा कि वर्ष 2011-12 के अनुसार, हिमाचल में 21 लाख 49 हजार गायें पंजीकृत हुईं थी, इनमें से 40 हजार गायें सड़कों पर हैं, 10 हजार गायें गौशालाओं में हैं ।  बता दें कि धर्मशाला में 10 से पंद्रह दिसंबर तक हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है । 

🚩हिमाचल में खुलेंगी काऊ सेंक्चुरीज :-

इससे पहले भी हिमाचल में बेसहारा और लावारिस गायों को शेल्टर और चारे की व्यवस्था के लिए सरकार की ओर से पहल की जा रही है । प्रदेश पशुपालन विभाग सूबे भर में 13 काऊ सेंक्चुरी स्थापित करेगा । इसके तहत ऊना में 3, चंबा में 2, कांगड़ा में 2, हमीरपुर में 2, बिलासपुर में 2 तथा सिरमौर में 2 गौ-अभ्यारण्य बनेंगे. ऊना में इसके लिए थानाकलां, गगरेट और कटौहड़ कलां में जगह भी चिन्हित कर ली गई हैं ।

🚩शराब पर सेस लगाती है सरकार :-

हिमाचल में गौ संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रदेश सरकार ने शराब की बिक्री पर भी एक प्रतिशत सेस लगाया है। इससे करीबन 10 करोड़ की सालाना आय होने का अनुमान है । बीते बजट सेशन में इसका प्रावधान किया गया था । यह राशि पूरी तरह से बेसहारा गायों के संरक्षण पर खर्च होगी ।

🚩आखिर क्यों उठती है बार-बार गाय माता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग ?

1.गौ माता में #तैंतीस करोड़ देवताओं का वास है ।

2. गौ माता अन्नपूर्णा देवी, कामधेनू तथा मनोकामना पूर्ण करने वाली है।

3. गौ #माता #धर्म की धुरी है । गौ माता के बिना धर्म की कल्पना भी नहीं की जा सकती । 

4 .गाय के #दूध, घी, #गोबर, #दही और 
गौ-मूत्र के निर्मित पंचगव्य से शरीर में रोग-प्रतिकारक शक्ति बढ़ाने की क्षमता बढ़ती है ।

5.  गाय #धार्मिक #आर्थिक #सांस्कृतिक व #आध्यात्मिक दृष्टि से सर्वगुण संपन्न है ।

🚩गौमाता ही सनातन धर्म की मूल है । जिस गौमाता के दूध की खीर से भगवान राम अवतरित हुए, जिस गौमाता के पीछे भगवान कृष्ण भागते रहे, जिस गौमाता की रक्षा के लिए भगवान परशुराम ने अपने पिता की हत्या का प्रतिशोध लिया, जिस गौमाता के कारण ही हमारे 16 संस्कार पूर्ण होते है, जो गौमाता भारत माता का साकार स्वरूप है, जो गौमाता आज़ादी की क्रांति का मूल है, जो गौमाता धर्म, अर्थ, काम और  मोक्ष देने वाली है, जो गौमाता भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जो गौमाता भारत को विश्वगुरु बना सकती है, जो गौमाता किसानों को गोबर का मूल्य दिला सकती है, जो गौमाता दूध से ही कुपोषण को दूर कर सकती है, जो गौमाता प्रकृति को प्राणवायु दे सकती है, जो गौमाता आरोग्य की मूल है,जो गौमाता स्वयं प्रकृति है, जो गौमाता भारत का स्वरूप है उस गौमाता को 70 वर्षो से निरंतर काटा जा रहा है, इससे बड़े शर्म, दुर्भाग्य और पाप की बात क्या होगी भला ।

🚩सोचिए गौमाता को हम विश्वमाता कहते हैं और माता मानते हैं, लेकिन भारत सरकार के दस्तावेजों में गाय पशु है और पशु काटने के 36000 से अधिक वैध-अवैध कत्लखाने हैं भारत में, इसलिए जब तक गाय पशु है तब तक कौन उसे बचा सकता है और जब गाय माता है तो कौन माई का लाल उसे काट सकता है । इसलिए गाय माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाना जरूरी है ।

🚩गौ-माता भारत देश की रीड की हड्डी है । जो सभी को स्वस्थ्य #सुखी जीवन जीने में मदद रूप बनती है । देशवासियों को आजीवन गौ-माता की रक्षा के लिए कटिबद्ध रहना चाहिए ।

🚩जैसे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रयास किया, गाय माता को "राष्ट्रमाता" दर्जा दिलाने के लिए ऐसे ही हर राज्य की सरकार और केंद्र सरकार को प्रयास करके गाय माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलवाना चाहिए ।

🚩गौमाता की इतनी उपयोगिता और उसकी हत्या हो रही है उससे लगता है कि अब वक्त आ गया है कि सभी को मिलकर #गौ-माता को #राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाकर तन-मन-धन से इसकी रक्षा करनी चाहिए ।

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Friday, December 14, 2018

भारत में बढ़ता जा रहा है फेक व पेड न्यूज़ का प्रभाव

14 दिसंबर 2018
Influence of Fake and Paid News in India

🚩भारत में दिखाई जाने वाली झूठी ख़बरों के चर्चे तो दूर-दूर तक फैले हैं । जो मीडिया देश के लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है, एक ऐसा स्तंभ जो चाहे तो हमारे देश की नींव को मजबूती प्रदान कर सकती है, लेकिन आज वही मीडिया देश की दुश्मन बन बैठी है, अपनी संस्कृति को नष्ट करने वाली बन गयी है, लोगों के मन में सच्चे और ईमानदार हिन्दू नेताओं और पवित्र हिन्दू संतों के प्रति जहर घोलने वाली बन गयी है ।

🚩मीडिया में दिखाई जाने वाली खबरें पहले तो सिर्फ फेक हुआ करती थीं, लेकिन अब फेक होने के साथ-साथ पेड भी हो गयी हैं, मीडिया अपने स्वार्थ में अंधी हो, TRP की दौड़ में इतनी अंधी हो चुकी है कि सच से उसका कुछ वास्ता ही नहीं रह गया है ।

🚩दुनिया के दूसरे हिस्सों के साथ-साथ भारत में फ़ेक न्यूज़ का प्रसार कितनी तेज़ी और किस तरह बढ़ रहा है, इसका तो अंदाजा आम इन्सान लगा ही नहीं सकता, लेकिन ख़बरों की दुनिया में फ़ेक न्यूज़ कोई अकेली बीमारी नहीं है । एक ऐसी ही बीमारी है पेड न्यूज़, जिसने मीडिया जगत को अपनी चपेट में ले रखा है । कई बार दोनों का रूप एक भी हो सकता है और कई बार अलग-अलग भी । वैसे पेड न्यूज़ की बीमारी को आप थोड़ा गंभीर इसलिए मान लें क्योंकि इसमें बड़े-बड़े मीडिया संस्थानों से लेकर दूर दराज़ के क़स्बाई मीडिया घराने भी शामिल हैं ।

पेड न्यूज़, जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है वैसी ख़बर जिसके लिए किसी ने भुगतान किया हो । ऐसी ख़बरों की तादाद हिन्दू निष्ठ नेताओं, हिन्दू धर्म के प्रतिनिधि खासकर हिन्दू संतों के मामले बढ़ जाती है ।

🚩कितनी गंभीर है पेड न्यूज़ की बीमारी :-

बीते दिनों कोबरा पोस्ट के स्टिंग में भी ये दावा किया गया कि कुछ मीडिया संस्थान पैसों की लालच में कंटेंट के साथ फेरबदल करने को तैयार दिखते हैं ।

प्रभात ख़बर के बिहार संपादक अजेय कुमार कहते हैं, "दरअसल अब पेड न्यूज़ केवल कुछ मसलों तक ही सीमित नहीं रह गया है । आए दिन सामान्य ख़बरों में भी इस तरह के मामलों से हमें जूझना होता है । ये स्थानीय संवाद सूत्र से शुरू होकर हर स्तर तक पहुंचता है ।"

🚩एक वरिष्ठ टीवी पत्रकार कहते हैं, "चैनल और अख़बार निस्संदेह एक प्रॉडक्ट हो गए हैं, लेकिन प्रॉडक्ट में पेड न्यूज़ की धोखाधड़ी तो नहीं होनी चाहिए। अगर आप पैसा लेते हैं तो उसे साफ़ और स्पष्ट तौर पर विज्ञापन घोषित करना चाहिए ।" :- स्रोत्र बी.बी.सी. न्यूज़

🚩मीडिया की ख़बरों को देखकर एक बात तो स्पष्ट रूप से कही जा सकती है कि जो दिखता है तो बिकता है, मतलब कि मीडिया में दिखाई गयी अधिकतर बातें बिकी हुई ही होती हैं । आज देश में मीडिया की स्थिति कुछ इस प्रकार है कि यदि इन्हें पैसे दिए जाएं और ये कहने को बोला जाए कि रात में सूर्य को देखा गया है, तो इस बात को भी बढ़ा-चढ़ा कर तथा झूठे साक्ष्य, जी हाँ मीडिया अपनी बात को सच साबित करने के लिए झूठे साक्ष्य बनाने से भी पीछे नहीं हटती है, बनाकर भी मीडिया आपको ये यकीन करने पर मजबूर कर देगी कि रात्रि में सूर्योदय भी हो सकता है ।

🚩हिन्दू संतों की बात करें तो मीडिया तो जैसे उनसे अपनी कोई दुश्मनी निकालती है, विधर्मियों के पैसे खाकर आए दिन झूठी ख़बरें बनाकर दिखाती है । शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती, हिंदू संत आसाराम बापू, नित्यानंद स्वामी, साध्वी प्रज्ञा आदि कुछ इसके प्रमुख उदहारण हैं ।

 🚩हम ये नहीं कहते कि देश में मीडिया होनी ही नहीं चाहिए, मीडिया की भूमिका भी देश के विकास में महत्वपूर्ण है, लेकिन यदि वो ईमानदारी पूर्वक अपना कार्य करे तो.. अन्यथा मीडिया देश के लिए सिर्फ एक धीमे जहर का काम कर रही है ।

🚩अब यदि मीडिया नहीं सुधरी तो हम सबको संगठित होकर पेड मीडिया का बहिष्कार करना चाहिए, ताकि हम तक सहीं खबर पहुँच पाए और झूठी खरबों पर लगाम लग जाए ।।

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Thursday, December 13, 2018

भारत को घोषित करे हिन्दू राष्ट्र, इस्लामिक देश होने से बचाये - हाईकोर्ट

13 दिसंबर 2018

🚩पुरे विश्व में एकमात्र भारत ही एक ऐसा राष्ट्र है जहाँ हिन्दुओं की बहुलता है, इसे ध्यान में रखा जाए तो भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए । यदि इसका दूसरा पक्ष देखें तो अब से 71 साल पहले 1947 में जब भारत आजाद हुआ था तो साथ ही उसका विभाजन भी किया गया था और एक नया देश पाकिस्तान बनाया गया; चूँकि पाकिस्तान मुस्लिमों की मांग के कारण बनाया गया था इसलिए इसे तुरंत ही इस्लामिक देश घोषित कर दिया गया, लेकिन भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित न कर उसे धर्म निरपेक्ष ही बना रहने दिया गया ।

🚩 दुनिया मे ईसाईयों के 157 देश है और मुसलानों के 52 देश है जबकि सच्चाई यह है कि हिन्दू ही सनातन धर्म है जबसे सृष्टि का उदगम हुआ तब से है फिर भी एक भी हिन्दू देश नही है। 
India announces Hindu nation, protects from being
Islamic country - High Court

🚩भारत की धर्म निरपेक्षता उसके लिए ही गले की फांस का काम करेगी ये किसे मालूम था ? आज भारत में अल्पसंख्यकों के नाम पर मुसलमानों को तथा अन्य समुदायों को तो खूब सारी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन अपने ही देश में हिन्दू बेगाना हो गया है । हिन्दू बाहुल्य राष्ट्र हिंदुस्तान में ही हिन्दू शोषित है । आज के परिवेश में एक बात तो सुनिश्चित है कि यदि हिन्दुओं की रक्षा करनी है तो निश्चित रूप से भारत को एक हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए ।

🚩पहले इस बात को सिर्फ हिन्दू संगठन ही कहा करते थे लेकिन आज बड़े-बड़े पदों पर आसीन बुद्धिजीवी भी इस बात का समर्थन करते हैं । अभी हाल ही में मेघालय उच्च न्यायलय के न्यायधीश श्री एस.आर. सेन ने हिन्दुओं तथा गैर मुस्लिम समुदाय की गंभीर हालत को देखते हुए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की अपील केंद्र सरकार से की है ।

🚩आपको बता दें कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश से आने वाले हिन्दू, पारसी, सिख आदि समुदायों को भारत की नागरिकता पाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है । भारत एक ऐसा देश है जहाँ गैर हिन्दू या हिंदुस्तान को गालियां देने वाले और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले लोग तो काफी ऐशो आराम की ज़िन्दगी जीते हैं, लेकिन जिनका ये राष्ट्र है ऐसे हिन्दू, सिख तथा अन्य गैर मुस्लिम लोगों को अपने ही देश में रहने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।

🚩 प्रधानमंत्री कानून बनाए

मेघालय हाईकोर्ट ने देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व संसद से ऐसा कानून लाने की सिफारिश की है जिससे पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान से आने वाले हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध, ईसाई, पारसी, जयंतिया, खासी व गारो लोगों को बिना किसी सवाल या दस्तावेज के भारत की नागरिकता मिल सके । कोर्ट ने फैसले में यह भी लिखा है कि विभाजन के समय भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाना चाहिए था, लेकिन हम धर्मनिरपेक्ष देश बने रहे ।
🚩दरअसल हुआ ये कि अमन राणा नामक एक व्यक्ति ने एक याचिका दायर की थी जिसमें उन्होंने बताया कि उन्हें निवास प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया गया था । इसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने फैसला दिया । कोर्ट के फैसले में जस्टिस एसआर सेन ने कहा कि उक्त तीनों पड़ोसी देशों में उपरोक्त लोग आज भी प्रताड़ित हो रहे हैं और उन्हें सामाजिक सम्मान भी प्राप्त नहीं हो रहा है । कोर्ट ने कहा कि इन लोगों को कभी भी देश में आने की अनुमति दी जाए । सरकार इन्हें पुनर्वासित कर सकती है और भारत का नागरिक घोषित कर सकती है । 

🚩भारतीय इतिहास का किया उल्लेख :- 

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने भारतीय इतिहास को उल्लेखित करते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश था । पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान का कोई वजूद नहीं था । ये सब देश एक थे और इनपर हिंदू साम्राज्य का शासन था । कोर्ट ने कहा कि मुगल जब यहां आए तो उन्होंने भारत के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया । इसी दौरान बड़ी संख्या में धर्म परिवर्तन हुए । इसके बाद अंग्रेज यहां आए और शासन करने लगे । 

🚩भारत-पाक विभाजन के इतिहास के बारे में कोर्ट ने फैसले में लिखा कि यह एक अविवादित तथ्य है कि विभाजन के वक्त लाखों की संख्या में हिंदू व सिख मारे गए थे । उन्हें प्रताड़ित किया गया था और महिलाओं का यौन शोषण किया गया था । कोर्ट ने लिखा कि भारत का विभाजन ही धर्म के आधार पर हुआ था । पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक देश घोषित कर दिया था । ऐसे में भारत को भी हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए था लेकिन, इसे धर्मनिरपेक्ष बनाए रखा गया । जिसका खामियाजा हमें आजतक भुगतना पड़ रहा है ।

🚩पीएम मोदी पर जताया भरोसा :-

इतना कहने के पश्चात जज सेन ने मोदी सरकार को लेकर कहा कि वह भारत को मुस्लिम राष्ट्र नहीं बनने देंगे । उन्होंने लिखा कि किसी भी व्यक्ति को भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए । जज ने उच्च न्यायालय में केंद्र की सहायक सॉलिसीटर जनरल ए. पॉल को फैसले की प्रति प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह व विधि मंत्री को मंगलवार तक अवलोकन के लिए सौंपने व समुदायों के हितों की रक्षा की खातिर कानून लाने को लेकर जरूरी कदम उठाने की बात कही है । 

🚩बता दें कि केंद्र के नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2016 में अफगानिस्तान, बांग्लादेश या पाकिस्तान के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग छह साल भारत में रहने के बाद भारतीय नागरिकता के हकदार हैं, लेकिन अदालत के आदेश में इस विधेयक का जिक्र नहीं किया गया है । इसके बजाय अन्य देश के हिन्दू, सिख आदि धर्म के लोगों के अधिकार को ध्यान रखते हुए उन्होंने ये कहा कि बिना किसी दस्तावेज के तुरंत ही उन्हें भारत की नागरिकता दी जाए ।

🚩न्यायाधीश एस.आर. सेन की बात से यह तो साफ़ हो  ही गया कि भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना कितना आवश्यक है, लेकिन जैसे ही भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की बात कुछ मुस्लिम नेताओं के कानों में पड़ी तो वे सम्माननीय उच्च न्यायलय के बारे में भी टिप्पणी करने से पीछे नहीं हटे ।

🚩ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को मेघालय उच्च न्यायालय के उस फैसले को अस्वीकार्य करते हुए ये कहा कि न्यायपालिका व सरकार को इस फैसले पर ध्यान देना चाहिए । घृणा फैलाने की कोशिश की जा रही है ।

ओवैसी न्यायमूर्ति एस.आर.सेन द्वारा सोमवार को दिए गए फैसले पर प्रतिक्रिया दे रहे थे । न्यायमूर्ति सेन सेना भर्ती में निवास प्रमाण पत्र के अस्वीकार किए जाने से जुड़ी एक याचिका के निपटारे के दौरान यह फैसला दिया । एआईएमआईएम द्वारा बुधवार देर रात आयोजित एक सार्वजनिक सभा में ओवैसी ने कहा कि न्यायाधीश जिसने भारतीय संविधान की शपथ ली है, वह इस तरह का गलत निर्णय नहीं दे सकता ।

🚩ओवैसी ने न्यायमूर्ति सेन की टिप्पणी पर कहा, भारत इस्लामिक देश नहीं बनेगा । भारत एक बहुलता वादी व धर्म निरपेक्ष देश बना रहेगा । ओवैसी ने कहा, यह किस प्रकार का निर्णय है? क्या न्यायपालिका और सरकार इसका नोटिस लेंगी। ओवैसी ने न्यायमूर्ति सेन को संविधान की व्याख्या करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नहीं झुकने की सलाह दी ।

🚩भारत एक हिन्दू बाहुल्य देश है, एक हिन्दू कभी किसी अन्य धर्म के लोगों के लिए खतरे का विषय नहीं बन सकता है और ना ही हिन्दुओं से किसी अन्य धर्म के लोगों को कोई खतरा ही हो सकता है, किन्तु यदि भारत को हिन्दू राष्ट्र न घोषित किया गया तो इससे हिन्दुओं को जरुर खतरा हो सकता है ।

सदैव हिन्दुओं के विरुद्ध खड़े रहने वाले ओवैसी की ऐसी प्रतिक्रिया तो आनी ही थी । ओवैसी की टिप्पणी ठीक उसी प्रकार थी मानो कोई हमारे ही घर में आकर, हमारे घर पार अधिकार जताए । न्यायमूर्ति एस.आर. सेन जी की बात विचारणीय है । यदि हिन्दू बाहुल्य देश में हिन्दुओं का भरोसा जीतना हो तो मोदी सरकार को शीघ्र ही भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए । 

🚩 हिन्दू राष्ट्र ही सर्व समस्याआें का उत्तर है । जिन्हें इस देश में हिन्दू राष्ट्र नहीं चाहिए, वे पाकिस्तान जा सकते हैं । देश के सर्व हिन्दुआें को एकत्रित कर देशरक्षा और हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए एकत्र करना होगा ।

🚩हिंदुस्तान का अर्थ ही है ऐसा स्थान जहाँ हिन्दुओं का निवास हो तो कायदे से देखा जाए तो हिंदुस्तान में रहने वाला हर शख्स हिन्दू ही है फिर इस देश में हिन्दू राष्ट्र घोषित करने में इतनी देर क्यों ? हम माननीय श्री नरेद्र मोदी जी से अपील करते हैं कि अल्पसंख्यकों के हक में तो बहुत फैसले ले लिए अब कुछ फैसले हिन्दुओं के हक में भी ले लीजिये ताकि 2019 में आपको वापस हम सब प्रधानमंत्री के पद पर देख पाएं ।

देश, धर्म और संस्कृति बचाने के लिए हिन्दू राष्ट्र की आवश्यकता है । 

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