गुजरात
राज्य के बहुचर्चित 2005 में #सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में मुम्बई
सीबीआई की विशेष अदालत ने गुजरात पुलिस के पूर्व #DIG डीजी वंजारा और IPS
#दिनेश एमएन को आरोपों से बरी कर दिया है। दोनों अधिकारियों पर फर्जी
एनकाउंटर का आरोप था। उन्हें कई साल जेल में बिताने पड़े थे।
डिस्चार्ज एप्लीकेशन पर बहस के बाद कोर्ट ने सबूतों के अभाव में दोनों को आरोपों से मुक्त कर दिया।
#दिनेश
एमएन वर्तमान में राजस्थान एसओजी में आईजी के पद पर तैनात हैं। 2005 में
हुए #सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में
बताया था कि यह कोई एनकाउंटर नहीं बल्कि सोची-समझी #साजिश के तहत
कॉन्ट्रैक्ट मर्डर था।
गुजरात
पुलिस ने दावा किया था कि उसका आतंकवादी संगठन लश्कर से संबंध था। इस
मामले में अप्रैल, 2007 में आरोपी बनाए गए गुजरात के पूर्व डीआईजी #डीजी
वंजारा और #दिनेश एमएन के अलावा #राजकुमार पंडियन को #गिरफ्तार किया गया
था। बाद में अदालत ने लंबी सुनवाई के बाद पंडियन को रिहा कर दिया था। #2014
में वंजारा जी को भी #जमानत मिल गई थी
सोहराबुद्दीन
केस में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष #अमित शाह समेत कई दूसरे नेताओं को
भी आरोपी बनाया गया था। इन सभी को पहले ही बरी किया जा चुका है।
बरी
किए जाने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में वंजारा जी ने कहा,'हमने अदालत
में आरोपमुक्त किए जाने के संबंध में आवेदन दिया था और हम दोनों को बेकसूर
घोषित किया गया है। हो सकता है कि भारतीय न्याय व्यवस्था धीरे काम करती हो,
पर वह न्याय देती है।'
आपको
बता दें कि तत्कालीन #कांग्रेस सरकार ने #इंटरनेट तक #हिन्दुत्व को बदनाम
करने के लिए कई हिन्दू #साधु-संतों और #हिन्दुत्वनिष्ठों को #झूठे केस
बनाकर जेल में भेजा था और #मीडिया द्वारा खूब बदनामी करवाई थी ।
डीजी वंजारा निर्दोष तो बरी हो गये लेकिन उनको #8 साल से अधिक समय तक जेल में रखा गया, वो उनका कीमती समय क्या कानून लौटा पायेगा ???
मीडिया
ने भी उस समय खूब बदनामी की लेकिन जैसे ही उनको निर्दोष बरी किया गया तब
मीडिया ने चुप्पी साध ली । जब भी कोई #हिंदुत्वनिष्ठ पर #आरोप लगता है तो
#मीडिया उनकी समाज में इतनी #बदनामी करती है कि जैसे वो आरोपी नहीं अपराधी
हो । पर जब वही निर्दोष छूट कर आते हैं तो मीडिया को मानो सांप सूंघ जाता
है।
विचार कीजिये, क्या सिर्फ #हिन्दुत्वनिष्ठों को #बदनाम करने का #मीडिया का #एजेंडा है..???
कछुवा छाप चलने वाली हमारी #न्याय प्रणाली भी मीडिया के प्रभाव में आकर #हिन्दुत्वनिष्ठों को न्याय नही दे पाती है ।
और
न्याय मिल भी जाता है तो इतना देरी से मिलता है कि न्याय नही मिलने के ही
बराबर हो जाता है । क्या #देरी से #न्याय मिलना #अन्याय नहीं है ???
गौरतलब
है कि अब शंकराचार्य अमृतानन्द, #कर्नल पुरोहित, #बापू #आसारामजी, #श्री
#नारायण साईं, #धनंजय देसाई आदि को फंसाने के पीछे कई सबूत मिल चुके हैं।
लेकिन उनको भी अभीतक जमानत मिल नही पाई है ।
क्या उनको इसलिये जेल में रखा गया है कि वो कट्टर हिंदुत्ववादी हैं..???
उन्होंने लाखों हिंदुओं की #घरवापसी करवाई है ।
विदेशी प्रोडक्ट पर रोक लगाई है ।
#विदेशी ताकतों ने #मीडिया से सांठ-गांठ कर #हिन्दू संतों को #बदनाम करवाया । जिसका असर न्यायपालिका के फैसलों पर भी पड़ा ।
अतः विदेशी फंड से चलने वाली मीडिया से भारतीय सावधान रहें ।
अब देखना ये है कि #हिन्दुत्वादी कहलाने वाली #सरकार #कब इन #हिन्दू #संतों को भी #न्याय दिलवाती है..???
कांग्रेस
सरकार ने तो षडयंत्र करके हिन्दू सन्तों एवं हिन्दुत्वनिष्ठों को जेल भेज
दिया था पर अब हिंदुत्ववादी कहलाने वाली #BJP सरकार कैसे हिंदुओं के
माप-दण्ड पर खरी उतरती है , ये देखना है ।
कब निर्दोष संतों की जल्द से जल्द सह-सम्मान रिहाई करवाती है उसी पर सभी हिंदुओं की निगाहें टिकी है ।
जोधपुर जेल में बापू आसारामजी से मिलने पहुंचे डीजी वंजारा
9 अप्रैल 2017
जोधपुर
में गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डी. जी वंजारा जी का शनिवार को स्वागत
समारोह था उसमें उनका भव्य स्वागत किया गया और विशाल बाइक रैली निकाली गई ।
DG Vanzara Met Asaram Bapu
वे
शनिवार स्वागत समारोह खत्म होने के बाद भी एक दिन रुके। वे वहां इसलिए
रुके क्योंकि उनको 43 महीनों से जेल में बंद बापू आसारामजी से मिलना था ।
वे
रविवार शाम को हिन्दू संत आसारामजी बापू से मिले और उन्होंने मीडिया को
संबोधित करते हुए कहा कि कल मैं जोधपुर में सूर्यनगरी हार्दिक अभिनंदन
समिति की ओर से जो जाहिर सन्मान का कार्यक्रम रखा गया था उस कार्यक्रम के
संदर्भ में मैं जोधपुर आया था । कल बाइक रैली थी और टाउन हॉल में सन्मान
समारम्भ हुआ । जोधपुर के लोगों ने बहुत उमंग और उत्साह दिखाया । मैं जोधपुर
के लोगों को,मित्रो को,साथियों को दिल से धन्यवाद देता हूँ ।
आज
मैं स्पेशली इसलिए रुका था कि संत श्री आसारामजी बापू जोधपुर जेल में हैं ।
आज मैं उनके दर्शन करने के लिए गया था । उनके दर्शन हुए, उनसे बातचीत हुई
। मैंने उनके स्वास्थ्य के विषय में पूछताछ की । उनकी उम्र 81 साल की है
इस कारण से स्वास्थ्य अच्छा नहीं रहता है, ये एक चिंता का विषय है । इस
विषय पर चर्चा हुई है और ये जो केस है इस केस के विषय में भी चर्चा हुई है
।
बापूजी के खिलाफ जो केस
दर्ज हुए हैं । यहाँ का, जो जोधपुर का केस है वो केस झूठा है वो मैं पहले
से ही कह चुका हूँ । इसका investigation भी झूठा है और इसका जो evidence
कलेक्शन हुआ है चार्जशीट कलेक्शन हुआ है वो भी झूठा है ।
गुजरात
गांधीनगर में जो दूसरा केस दर्ज है वो भी 12 साल के बाद,वो केस दर्ज हुआ
था वो केस भी झूठा था । एक साजिश एक conspiracy संत आसारामजी बापू के खिलाफ
चल रही है । उस साजिश के अंतर्गत दूसरे केस दर्ज किये गए हैं और एक बहुत
बड़ा अन्याय और अत्याचार हिंदुस्तान के महान स्तंभ संत के ऊपर हो रहे हैं ।
इस बात की मुझे बहुत पीड़ा है ।
वंजारा
जी ने ये भी कहा कि हम संत आसारामजी बापू का केस लोक अदालत में ले जाएंगे
और निर्दोष महान संत आसारामजी बापू को न्याय दिलाकर ही रहेंगे ।
मीडिया
द्वारा राजनीति में आने को लेकर पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि मैं
लोगों के संपर्क में हूँ और जरूरत पड़ी तो राजनीति में भी आऊंगा ।
गौरतलब
है कि इससे पहले भी श्री अशोक सिंघल जी से मिलने पर उन्होंने कहा था कि ये
विदेशी फंड से चलने वाली भारतीय मीडिया संत आसारामजी बापू का दुष्प्रचार
कर रही है और संत आसारामजी बापू ने विदेशी कंपनियों और धर्मान्तरण पर रोक
लगाई जिसके कारण उनको जेल भेजा गया है ।
सुदर्शन
न्यूज चैनल के चैयरमेन श्री सुरेश चव्हानके भी संत आसारामजी बापू को मिलने
जेल में गए थे उनका भी कहना था कि बापूजी ने हिन्दू धर्म का प्रचार-प्रसार
विश्वभर में किया है इसलिए उनको जेल भेजा गया है ।
भाजपा
नेता ड़ॉ. सुब्रमण्यम स्वामी भी कई बार बापू आसारामजी से मिलकर आये हैं ।
उन्होंने भी कहा कि मैंने पूरा केस पढ़ा है,पूरा केस ही बोगस है , जिस समय
लड़की बोल रही है कि मेरे साथ छेड़खानी की गई उस समय तो वो अपने दोस्त से फोन
पर बात कर रही थी और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर भी संत आसारामजी बापू को
क्लीनचिट मिल चुकी है। स्वामी जी का कहना है कि आसारामजी बापू ने
धर्मान्तरण पर रोक लगाई है इसलिए वेटिंकन सिटी में नाराजगी आई और उन्होंने
सोनिया गांधी को बोला और सोनिया गांधी के इशारे पर ये केस हुआ और बापू को
जेल भिजवाया गया।
अब
हिंदूवादी सरकार आने पर भारत की जनता की निगाहें टिकी है कि कब हिन्दू धर्म
के आधार स्तम्भ निर्दोष बापू आसारामजी को कब मिलेगा न्याय...???