Saturday, October 12, 2019

शरद पूर्णिमा पर यह काम करेंगे तो सालभर रहेगे स्वस्थ्य और होगी धनप्राप्ति

12 अक्टूबर 2019

*🚩आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को ‘शरद पूर्णिमा’ बोलते हैं । शरद पूर्णिमा की रात्रि पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है और अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण रहता है। इस रात्रि में चंद्रमा का ओज सबसे तेजवान और ऊर्जावान होता है। पृथ्वी पर शीतलता, पोषक शक्ति एवं शांतिरूपी अमृतवर्षा करता है । इस साल 13 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा मनाई जाएगी ।*

*🚩इस दिन रास-उत्सव और कोजागर व्रत किया जाता है । गोपियों को शरद पूर्णिमा की रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण ने बंसी बजाकर अपने पास बुलाया और ईश्वरीय अमृत का पान कराया था ।*

*🚩यूं तो हर माह में पूर्णिमा आती है, लेकिन शरद पूर्णिमा का महत्व उन सभी से कहीं अधिक है। हिंदू धर्म ग्रंथों में भी इस पूर्णिमा को विशेष बताया गया है।*

*🚩 शरद पूर्णिमा से जुड़ी बातें....*

*इस दिन चंद्रमा की किरणें विशेष अमृतमयी गुणों से युक्त रहती हैं, जो कई बीमारियों का नाश कर देती हैं। यही कारण है कि शरद पूर्णिमा की रात को लोग अपने घरों की छतों पर खीर रखते हैं, जिससे चंद्रमा की किरणें उस खीर के संपर्क में आती है, इसके बाद उसे खाया जाता है।*

*🚩 नारद पुराण के अनुसार शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी में मां लक्ष्मी अपने वाहन उल्लू पर सवार होकर अपने कर-कमलों में वर और अभय लिए निशिद काल में पृथ्वी पर भ्रमण करती है। माता यह देखती है कि कौन जाग रहा है?*
*यानी अपने कर्तव्‍यों को लेकर कौन जागृत है? जो इस रात में जागकर मां लक्ष्मी की उपासना करते हैं, मां उन पर असीम कृपा करती है।*

*🚩वैज्ञानिक भी मानते हैं कि शरद पूर्णिमा की रात स्वास्थ्य व सकारात्मकता देने वाली मानी जाती है क्योंकि चंद्रमा धरती के बहुत समीप होता है। शरद पूर्णिमा की रात चन्द्रमा की किरणों में खास तरह के लवण व विटामिन आ जाते हैं। पृथ्वी के पास होने पर इसकी किरणें सीधे जब खाद्य पदार्थों पर पड़ती हैं तो उनकी क्वालिटी में बढ़ोतरी हो जाती है।*

*🚩 शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सुबह उठकर व्रत करके अपने इष्ट देव का पूजन करना चाहिए। इन्द्र और महालक्ष्मी जी का पूजन करके घी का दीपक जलाकर, गंध पुष्प आदि से पूजन करना चाहिए। ब्राह्मणों को खीर का भोजन कराना चाहिए और उन्हें दान दक्षिणा प्रदान करनी चाहिए।*

*🚩लक्ष्मी प्राप्ति के लिए इस व्रत को विशेष रूप से किया जाता है। कहा जाता है कि इस दिन जागरण करने वाले की धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।*

*🚩 शरद पूनम की रात को क्या करें, क्या न करें ?*

*🚩 अश्विनी कुमार देवताओं के वैद्य हैं । जो भी इन्द्रियाँ शिथिल हो गयी हों, उनको पुष्ट करने के लिए चन्द्रमा की चाँदनी में खीर रखना और भगवान को भोग लगाकर अश्विनी कुमारों से प्रार्थना करना कि ‘हमारी इन्द्रियों का बल-ओज बढ़ायें ।’ फिर वह खीर खा लेना ।*

*🚩इस रात सूई में धागा पिरोने का अभ्यास करने से नेत्रज्योति बढ़ती है ।*

*🚩 चन्द्रमा की चाँदनी गर्भवती महिला की नाभि पर पड़े तो गर्भ पुष्ट होता है । शरद पूनम की चाँदनी का अपना महत्त्व है लेकिन बारहों महीने चन्द्रमा की चाँदनी गर्भ को और औषधियों को पुष्ट करती है ।*

*🚩 अमावस्या और पूर्णिमा को चन्द्रमा के विशेष प्रभाव से समुद्र में ज्वार-भाटा आता है । जब चन्द्रमा इतने बड़े दिगम्बर समुद्र में उथल-पुथल कर विशेष कम्पायमान कर देता है तो हमारे शरीर में जो जलीय अंश है, सप्तधातुएँ हैं, सप्त रंग हैं, उन पर भी चन्द्रमा का प्रभाव पड़ता है । इन दिनों में अगर काम-विकार भोगा तो विकलांग संतान अथवा जानलेवा बीमारी हो जाती है और यदि उपवास, व्रत तथा सत्संग किया तो तन तंदुरुस्त, मन प्रसन्न होता है।*

*🚩 खीर को बनायें अमृतमय प्रसाद...*

*🚩खीर को रसराज कहते हैं । सीताजी को अशोक वाटिका में रखा गया था । रावण के घर का क्या खायेंगी सीताजी ! तो इन्द्रदेव उन्हें खीर भेजते थे ।*

*🚩खीर बनाते समय घर में चाँदी का गिलास आदि जो बर्तन हो, आजकल जो मेटल (धातु) का बनाकर चाँदी के नाम से देते हैं वह नहीं, असली चाँदी के बर्तन अथवा असली सोना धोकर खीर में डाल दो तो उसमें रजतक्षार या सुवर्णक्षार आयेंगे । लोहे की कड़ाही अथवा पतीली में खीर बनाओ तो लौह तत्त्व भी उसमें आ जायेगा ।*

*🚩 इलायची, खजूर या छुहारा डाल सकते हो लेकिन बादाम, काजू, पिस्ता, चारोली ये रात को पचने में भारी पड़ेंगे । रात्रि 8 बजे महीन कपड़े से ढँककर चन्द्रमा की चाँदनी में रखी हुई खीर 11 बजे के बाद भगवान को भोग लगा के प्रसादरूप में खा लेनी चाहिए । लेकिन देर रात को खाते हैं इसलिए थोड़ी कम खाना ।*
*सुबह गर्म करके भी खा सकते हो ।*
*(खीर दूध, चावल, मिश्री, चाँदी, चन्द्रमा की चाँदनी - इन पंचश्वेतों से युक्त होती है, अतः सुबह बासी नहीं मानी जाती ।) यह खीर खाने से सालभर मनुष्य स्वथ्य रहता है ।*

*🚩स्वास्थ्य प्रयोग...*

*इस रात्रि में 3-4 घंटे तक बदन पर चन्द्रमा की किरणों को अच्छी तरह पड़ने दें ।*

*🚩दो पके सेवफल के टुकड़े करके शरद पूर्णिमा को रातभर चाँदनी में रखने से उनमें चन्द्रकिरणें और ओज के कण समा जाते हैं । सुबह खाली पेट सेवन करने से कुछ दिनों में स्वास्थ्य में आश्चर्यजनक लाभकारी परिवर्तन होते हैं ।*

*🚩250 ग्राम दूध में 1-2 बादाम व 2-3 छुहारों के टुकड़े करके उबालें । फिर इस दूध को पतले सूती कपड़े से ढँककर चन्द्रमा की चाँदनी में 2-3 घंटे तक रख दें । यह दूध औषधीय गुणों से पुष्ट हो जायेगा । सुबह इस दूध को पी लें ।*

*🚩सोंठ, काली मिर्च और लौंग डालकर उबाला हुआ दूध चाँदनी रात में 2-3 घंटे रखकर पीने से बार-बार जुकाम नहीं होता, सिरदर्द में लाभ होता है ।*

*🚩तुलसी के 10-12 पत्ते एक कटोरी पानी में भिगोकर चाँदनी रात में 2-3 घंटे के लिए रख दें । फिर इन पत्तों को चबाकर खा लें व थोड़ा पानी पियें । बचे हुए पानी को छानकर एक-एक बूँद आँखों में डालें, नाभि में मलें तथा पैरों के तलुओं पर भी मलें । आँखों से धुँधला दिखना, बार-बार पानी आना आदि में इससे लाभ होता है । तुलसी के पानी की बूँदें चन्द्रकिरणों के संग मिलकर प्राकृतिक अमृत बन जाती हैं ।*

*नोट : दूध व तुलसी के सेवन में दो घंटे का अंतर रखें ।*

*🚩 भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं, 'पुष्णामि चौषधीः सर्वाः सोमो भूत्वा रसात्मकः।।'*
*अर्थात रसस्वरूप अमृतमय चन्द्रमा होकर सम्पूर्ण औषधियों को अर्थात वनस्पतियों को पुष्ट करता हूं।* *(गीताः15.13)*

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Friday, October 11, 2019

बंगाल में 4 दिनों में 8 हिन्दुओं की नृशंस हत्या, मीडिया, लिबरल गैंग चुप

11 अक्टूबर 2019

*🚩पश्चिमी बंगाल के मुर्शिदाबाद मे जेहादियों द्वारा एक शिक्षक बंधु प्रकाश की बेटे और गर्भवती पत्नी के साथ में घर में घुस कर हत्या कर दी गई। सेक्युलर मीडिया इसपर क्या लिख रहा है वह ध्यान देने योग्य है। आज तक ने सधे शब्दो में लीपापोती करते हुए इसे निजी रंजिश, पति पत्नी की अनबन और उधारी का मामला बताया है। भास्कर ने अज्ञात हमलावरों को दोषी बताया है। NDTV ने भी पुलिस और राज्यपाल के ब्यान के आधार पर सेक्युलरिज़्म का पालन किया है।*

*🚩बंगाल में 4 दिनों में 8 हिन्दुओं की हत्या हो गई है। मंदिर के पुजारी तथा भाजपा कार्यकर्ता सुप्रियो बॅनर्जी की नृशंस हत्या, तालाब में फेंका शव, तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हत्या का आरोप लगा है।*

*🚩इन जिहादियों द्वारा केवल बंगाल में ही नहीं 9 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के मंदसौर में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेता युवराज सिंह को गोली मार कर हत्या कर दी गई !*

*🚩जहानाबाद बिहार में मस्जिद के निकट से जा रही मां दुर्गादेवी प्रतिमा विसर्जन पर जिहादियों द्वारा पथराव किया गया जिससे कर्ई हिन्दू घायल हो गए।*

*🚩उत्तरप्रदेश के बलरामपुर में दुर्गा विसर्जन के समय जिहादियों ने हिन्दूओ पर पत्थर फेंके थे, 8 मुस्लिम पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है।*

*🚩यह तो अभी कुछ ताजा घटनाएं है जो थोड़ी बहुत सोशल मीडिया पर आती है बाकी तो जिहादियों द्वारा कितनी हिंदुओं की हत्या हुई है कोई गिन नही सकता है, लव जिहाद में हिंदू लड़कियों को फंसाकर उनकी जिंदगी नरक बना देते हैं ।*

*🚩इन सभी मुद्दों पर मीडिया, अवार्ड वापसी गैंग, तथाकथित बुद्धिजीवी चुप है क्योंकि मरने वाले हिंदू हैं और मारने वाले मुसलमान हैं जिससे उनको कुछ फर्क नहीं पड़ता है, हिंदुओं को इन घटनाओं से सावधान हो जाना चाहिए अपनी जनसंख्या बढ़ानी चाहिए और अपने बच्चों को धर्म के संस्कार देने चाहिए जिससे वे भी सावधान रहें।*

*🚩ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं?*

*2005 में समाजशास्त्री डा. पीटर हैमंड ने गहरे शोध के बाद इस्लाम धर्म के मानने वालों की दुनियाभर में प्रवृत्ति पर एक पुस्तक लिखी, जिसका शीर्षक है ‘स्लेवरी, टैररिज्म एंड इस्लाम-द हिस्टोरिकल रूट्स एंड कंटेम्पररी थ्रैट’। इसके साथ ही ‘द हज’के लेखक लियोन यूरिस ने भी इस विषय पर अपनी पुस्तक में विस्तार से प्रकाश डाला है। जो तथ्य निकल करआए हैं, वे न सिर्फ चौंकाने वाले हैं, बल्कि चिंताजनक हैं।*

*🚩उपरोक्त शोध ग्रंथों के अनुसार जब तक मुसलमानों की जनसंख्या किसी देश-प्रदेश क्षेत्र में लगभग 2 प्रतिशत के आसपास होती है, तब वे एकदम शांतिप्रिय, कानूनपसंद अल्पसंख्यक बन कर रहते हैं और किसी को विशेष शिकायत का मौका नहीं देते। जैसे अमरीका में वे (0.6 प्रतिशत) हैं, आस्ट्रेलिया में 1.5, कनाडा में 1.9, चीन में 1.8, इटली में 1.5 और नॉर्वे में मुसलमानों की संख्या 1.8 प्रतिशत है। इसलिए यहां मुसलमानों से किसी को कोई परेशानी नहीं है।
जब मुसलमानों की जनसंख्या 2 से 5 प्रतिशत के बीच तक पहुंच जाती है, तब वे अन्य धर्मावलंबियों में अपना धर्मप्रचार शुरू कर देते हैं। जैसा कि डेनमार्क, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन और थाईलैंड में जहां क्रमश: 2, 3.7, 2.7, 4 और 4.6 प्रतिशत मुसलमान हैं।*

*🚩जब मुसलमानों की जनसंख्या किसी देश या क्षेत्र में 5 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है, तब वे अपने अनुपात के हिसाब से अन्य धर्मावलंबियों पर दबाव बढ़ाने लगते हैं और अपना प्रभाव जमाने की कोशिश करने लगते हैं। उदाहरण के लिए वे सरकारों और शॉपिंग मॉल पर ‘हलाल’ का मांस रखने का दबाव बनाने लगते हैं, वे कहते हैं कि ‘हलाल’ का मांस न खाने से उनकी धार्मिक मान्यताएं प्रभावित होती हैं। इस कदम से कई पश्चिमी देशों में खाद्य वस्तुओं के बाजार में मुसलमानों की तगड़ी पैठ बन गई है। उन्होंने कई देशों के सुपरमार्कीट के मालिकों पर दबाव डालकर उनके यहां ‘हलाल’ का मांस रखने को बाध्य किया। दुकानदार भी धंधे को देखते हुए उनका कहा मान लेते हैं।*

*🚩इस तरह अधिक जनसंख्या होने का फैक्टर यहां से मजबूत होना शुरू हो जाता है, जिन देशों में ऐसा हो चुका है, वे फ्रांस, फिलीपींस, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, नीदरलैंड, त्रिनिदाद और टोबैगो हैं। इन देशों में मुसलमानों की संख्या क्रमश: 5 से 8 फीसदी तक है। इस स्थिति पर पहुंचकर मुसलमान उन देशों की सरकारों पर यह दबाव बनाने लगते हैं कि उन्हें उनके क्षेत्रों में शरीयत कानून (इस्लामिक कानून) के मुताबिक चलने दिया जाए। दरअसल, उनका अंतिम लक्ष्य तो यही है कि समूचा विश्व शरीयत कानून के हिसाब से चले।*

*🚩जब मुस्लिम जनसंख्या किसी देश में 10 प्रतिशत से अधिक हो जाती है, तब वे उस देश, प्रदेश, राज्य, क्षेत्र विशेष में कानून-व्यवस्था के लिए परेशानी पैदा करना शुरू कर देते हैं, शिकायतें करना शुरू कर देते हैं, उनकी ‘आॢथक परिस्थिति’ का रोना लेकर बैठ जाते हैं, छोटी-छोटी बातों को सहिष्णुता से लेने की बजाय दंगे, तोड़-फोड़ आदि पर उतर आते हैं, चाहे वह फ्रांस के दंगे हों डेनमार्क का कार्टून विवाद हो या फिर एम्सटर्डम में कारों का जलाना हो, हरेक विवादको समझबूझ, बातचीत से खत्म करने की बजाय खामख्वाह और गहरा किया जाता है। ऐसा गुयाना (मुसलमान 10 प्रतिशत), इसराईल (16 प्रतिशत), केन्या (11 प्रतिशत), रूस (15 प्रतिशत) में हो चुका है।
जब किसी क्षेत्र में मुसलमानों की संख्या 20 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है तब विभिन्न ‘सैनिक शाखाएं’ जेहाद के नारे लगाने लगती हैं, असहिष्णुता और धार्मिक हत्याओं का दौर शुरू हो जाता है, जैसा इथियोपिया (मुसलमान 32.8 प्रतिशत) और भारत (मुसलमान 22 प्रतिशत) में अक्सर देखा जाता है। मुसलमानों की जनसंख्या के 40 प्रतिशत के स्तर से ऊपर पहुंच जाने पर बड़ी संख्या में सामूहिक हत्याएं, आतंकवादी कार्रवाइयां आदि चलने लगती हैं। जैसा बोस्निया (मुसलमान 40 प्रतिशत), चाड (मुसलमान 54.2 प्रतिशत) और लेबनान (मुसलमान 59 प्रतिशत) में देखा गया है। शोधकत्र्ता और लेखक डा. पीटर हैमंड बताते हैं कि जब किसी देश में मुसलमानों की जनसंख्या 60 प्रतिशत से ऊपर हो जाती है, तब अन्य धर्मावलंबियों का ‘जातीय सफाया’ शुरू किया जाता है (उदाहरण भारत का कश्मीर), जबरिया मुस्लिम बनाना, अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल तोडऩा, जजिया जैसा कोई अन्य कर वसूलना आदि किया जाता है। जैसे अल्बानिया (मुसलमान 70 प्रतिशत), कतर (मुसलमान 78 प्रतिशत) व सूडान (मुसलमान 75 प्रतिशत) में देखा गया है।*

*🚩किसी देश में जब मुसलमान बाकी आबादी का 80 प्रतिशत हो जाते हैं, तो उस देश में सत्ता या शासन प्रायोजित जातीय सफाई की जाती है। अन्य धर्मों के अल्पसंख्यकों को उनके मूल नागरिक अधिकारों से भी वंचित कर दिया जाता है। सभी प्रकार के हथकंडे अपनाकर जनसंख्या को 100 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य रखा जाता है। जैसे बंगलादेश (मुसलमान 83 प्रतिशत), मिस्र (90 प्रतिशत), गाजापट्टी (98 प्रतिशत), ईरान (98 प्रतिशत), ईराक (97 प्रतिशत), जोर्डन (93 प्रतिशत), मोरक्को (98 प्रतिशत), पाकिस्तान (97 प्रतिशत), सीरिया (90 प्रतिशत) व संयुक्त अरब अमीरात (96 प्रतिशत) में देखा जा रहा है।*

*🚩इन आंकड़ों से आप समझ सकते हैं कि जनसंख्या नियंत्रण कितना जरूरी है जबतक जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं आता है तबतक हिंदुओं को कमसे कम 4 बच्चें तो पैदा करना ही चाहिए।*

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मंदिर में दान के पैसे का क्या उपयोग हो रहा है? जानकर रह जाएंगे हैरान

10 अक्टूबर 2019
 
*🚩हिंदुओं के मंदिर और उनकी सम्पदाओं को नियंत्रित करने के उद्देश से सन 1951 में एक कायदा बना – “The Hindu Religious and Charitable Endowment Act 1951” इस कायदे के अंतर्गत राज्य सरकारों को मंदिरों की मालमत्ता का पूर्ण नियंत्रण प्राप्त है, जिसके अंतर्गत वे मंदिरों की जमीन, धन आदि मुल्यमान सामग्री को कभी भी कैसे भी बेच सकते हैं और जैसे भी चाहे उसका उपयोग कर सकते हैं । लेख में अधिकांश आंकड़े पुराने हैं । नवीनतम आंकड़े अनुपलब्ध हैं। ट्रावनकोर देवास बोर्ड के अंतर्गत लगभग 1,249 मंदिर आते हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर हो रही चोरी की खबर 8 मई 2013 में सामने आयी । सीसीटीवी से पता चला कि नकदी गिनने वाले कर्मचारी चोरी कर रहे हैं। ये सरकारी कर्मचारी थे जिसमे हिन्दू मुसलमान व ईसाई सभी थे।*
 
*🚩निम्न वाक्यों पर विचार करें। हिन्दू के लिए सभी का उत्तर "हाँ" है। मुस्लिम ईसाई के लिए "ना"।*
 
*1 पूजा स्थलों पर सरकारों का नियंत्रण*
*2 किसी भी पूजा स्थल को सरकार नियंत्रण में ले सकती है*
*3 पूजा स्थलों पर चढ़ावे के धन पर सरकार का नियंत्रण*
*4 पूजा स्थलों के प्रबंधन के साथ धार्मिक कार्यों पर सरकार का नियंत्रण*
*5 पूजा स्थलों की संपत्ति सरकार बेच सकती है*
*6 पूजा स्थलों की आय पर टैक्स*
*7 पूजा स्थलों की आय का उपयोग सरकार किसी और कार्य के लिए कर सकती है*
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*🚩कर्नाटक सरकार के मन्दिर एवं पर्यटन विभाग (राजस्व) द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार 1997 से2002 तक पाँच साल में कर्नाटक सरकार को राज्य में स्थित मन्दिरों से “सिर्फ़ चढ़ावे में” 391 करोड़ की रकम प्राप्त हुई, जिसे निम्न मदों में खर्च किया गया-*
*1) मन्दिर खर्च एवं रखरखाव – 84 करोड़ (यानी 21.4%)*
*2) मदरसा उत्थान एवं हज – 180 करोड़ (यानी 46%)*
*3) चर्च भूमि को अनुदान – 44 करोड़ (यानी 11.2%)*
*4) अन्य – 83 करोड़ (यानी 21.2%)*
*कुल 391 करोड़*
 
*🚩जैसा कि इस हिसाब-किताब में दर्शाया गया है उसको देखते हुए “सेकुलरों” की नीयत बिलकुल साफ़ हो जाती है कि मन्दिर की आय से प्राप्त धन का (46+11) 57% हिस्सा हज एवं चर्च को अनुदान दिया जाता है (ताकि वे हमारे ही पैसों से जेहाद, धार्मिक सफ़ाए एवं धर्मान्तरण कर सकें)। जबकि मन्दिर खर्च के नाम पर जो 21% खर्च हो रहा है, वह ट्रस्ट में कुंडली जमाए बैठे नेताओं व अधिकारियों की लग्जरी कारों, मन्दिर दफ़्तरों में AC लगवाने तथा उनके रिश्तेदारों की खातिरदारी के भेंट चढ़ाया जाता है। उल्लेखनीय है कि यह आँकड़े सिर्फ़ एक राज्य (कर्नाटक) के हैं, जहाँ 1997 से 2002 तक कांग्रेस सरकार ही थी…*
*इस देश की जनता पर जो सच्चाई या तो जानना नहीं चाहती और जान कर भी अनजान बनी रहती है, चाहे वह पद्मनाभ मंदिर हो या मुंबई का सिद्धि विनायक या तिरुपति या ओडिशा का श्री जगन्नाथ मंदिर सारे के सारे मंदिर सरकार के अधीन हैं और उनके ट्रस्ट के मैनेजर और उनके बोर्ड में सरकार के आदमी होते हैं जो दान के रूपये कहाँ खर्च किये जाने हैं उसका फैसला लेता हैं।*
 
*---------2--------*
*🚩आँध्रप्रदेश के 43000 मंदिरों के संपत्ति से केवल 18% दान मंदिरों को अपने खर्चों के लिए दिया गया और बचा हुआ 82 % कहाँ खर्च हुआ इसका कोई उल्लेख नहीं ! यहां तक कि विश्व प्रसिद्ध तिरूमाला तिरूपति मंदिर भी बख्शा नहीं गया,हर साल दर्शनार्थियों के दान से इस मंदिर में लगभग 1300 करोड़ रुपये आते हैं जिसमें से 85% सीधे राज्यसरकार के राजकोष में चले जाते हैं, क्या हिंदू दर्शनार्थी इसलिए इन मंदिरों में दान करते हैं कि उनका दान हिंदू-इतर तत्वों के काज करने में लगे? स्टीफन एक और आरोप आंध्र प्रदेश सरकार पर लगाते हैं, उनके अनुसार कम से कम 10 मंदिरों को सरकारी आदेश पर अपनी जमीन देनी पड़ी गोल्फ के मैदानों को बनाने के लिए !!!*
 
*🚩“क्या हिन्दुस्तान में 10 मस्जिदों के साथ ऐसा होने की कल्पना की जा सकती है ?” इसी प्रकार कर्नाटक में कुल 2 लाख मंदिरों से 79 करोड़ रुपए सरकार ने बटोरा जिसमें से केवल 7 करोड़ रुपए मंदिर कार्यकारिणियों को दिए गए । इसी दौरान मदरसों और हज सब्सिडी के नाम पर 59 करोड़ खर्च हुआ । 
*(स्टीफन नाप लिखित पुस्तक “Crimes Against India and the Need to Protect Ancient Vedic Tradition” से)*
 
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*🚩जगन्नाथ मंदिर उड़ीसा*
 
*अप्रैल 2016 में उड़ीसा सरकार ने लगभग 400 एकड़ भूमि बेच कर 1000 करोड़ रूपए जुटाने की योजना बनाई। सरकार ने मंदिर से राजस्व को बढ़ावा देने के लिए मंदिर के जमीन की नीलामी करने की योजना बनाई है। इसके लिए भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण को जमीन का प्लॉट काटकर बेचने को कहा गया है।  खुर्दा जिले के जातानी क्षेत्र के कई गांव वालों ने इस संबंध में ओडिशा उच्च न्यायालय में केस दायर किया है। सरकार ने ओडिशा उच्च न्यायालय से स्टे ऑर्डर हासिल कर लिया है। अधिकारी  जमीन पर लगे स्टे ऑर्डर को हटवाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि उसे बेचा जा सके।"*
 
*🚩सेक्युलर सुझाव क्या हैं ?(6 जुलाई 2011 के हिंदुस्तान के लेख के आधार पर।)*
*बहुत कुछ हो सकता है इस खजाने से 
*-यह राशि केरल राज्य के सार्वजनिक ऋण (पब्लिक डेब्ट), जो करीब 71 हजार करोड़ रुपए है, से ज्यादा है। इस राशि से केरल की अर्थव्यवस्था बदल सकती है।*
*- इससे ‘फूड सिक्युरिटी एक्ट’ (करीब 70 हजार करोड़ रुपए) और ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (करीब 40 हजार करोड़ रुपए) का खर्च निकल सकता है।*
*- यह राशि भारत के सालाना शिक्षा बजट की ढाई गुणा है।*
*- इस राशि से भारत का सात माह का रक्षा खर्च पूरा हो सकता है।*
*- यह राशि भारत के तीन राज्यों- दिल्ली, झारखंड और उत्तराखंड के सालाना बजट से ज्यादा है।*
*- यह कोरिया की स्टील कंपनी पॉस्को द्वारा उड़ीसा में किए जा रहे 12 बिलियन डॉलर (करीब 54 हजार करोड़ रुपए) के प्रस्तावित निवेश, जो भारत में अब तक का सबसे बड़ा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) है, से करीब दोगुना है।*
*- यह राशि भारत की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट वैल्यू की एक तिहाई और विप्रो (1.02 लाख करोड़) के लगभग बराबर है।*
 
*🚩11 सितंबर 2018 को सांसद उदित राज ने सोशल मीडिया में कहा है कि मंदिरों के धन को बेच करके केरल में बाढ़ से हुए  21 हजार करोड़ के नुकसान का पांच गुणा अधिक धन एकत्र किया जा सकता है।*
*साफ है हिन्दूओं की आस्था और संस्कृति के केन्द्र को समाप्त करने पर आज भी सबकी निगाहें हैं। जबकि बताया जाता है कि केरल में मंदिर के पास जितनी संपत्ति है उससे अधिक चर्च और मिशनरियों के साथ वक्फ बोर्ड के पास है, फिर भी हिंदू विरोधी मानसिकता के कारण इन्हें सिर्फ मंदिर ही दिखाई देता है। भारत में रेलवे के बाद सबसे अधिक जमीन चर्च के पास है, क्यों न आपके वास्तविक मजहब की जमीन नीलाम करके बाढ़ पीड़ितों की मदद की जाए ? - पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी*
 
*🚩सरकार को चाहिए की मंदिरों के पैसे का उपयोग सिर्फ हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ही करना चाहिए जैसे कि वैदिक गुरुकुल, आर्युवेदिक हॉस्पिटल, मंदिर निर्माण, हिंदू धर्म ग्रँथ, मीडिया में हिंदू धर्म के प्रचार प्रसार, गरीब हिंदुओं की सहायता, अन्नक्षेत्र, साधु-संतों को पगार आदि के लिए उपयोग करना चाहिए अगर ऐसा नही कर सकते है तो सरकार को अपना नियंत्रण हटा देना चाहिए खुद हिंदू अपने मंदिर संभाल लेंगे।*
*हिंदू भी जिस मंदिर में अपना दान देते हैं उनके संचालकों से हिंदू धर्म के लिए पैसे उपयोग करने के लिए बताएं।*
 
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Tuesday, October 8, 2019

बिगबॉस खुलासा : हिंदू धर्म को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की साजिश

09 अक्टूबर 2019

बॉलीवुड के निशाने पर हमेशा हिंदू धर्म रहा है, बॉलीवुड के जरिये हमेशा हिन्दू धर्म को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है वैसे ही अभी वर्तमान में सलामन खान के नेतृत्व में चल रहे बिगबॉस ने सारी हदें पार कर रहा है, जिस तरह से सो दिखा रहे है उससे लगता है कि एक सोची समझी साजिश के तहत स्क्रिप्ट लिखी है जिसमे हिंदू धर्म को अंतरराष्ट्रीय लेवल पर बदनाम करना और मुस्लिम समुदाय को अच्छा दिखाना इस शो में लगता है कि इसकी फंडिग कहि विदेश करवाई गई है सोची समझी रणनीति तहत हिंदू धर्म व भारतीय संस्कृति की परम्पराओं को बदनाम किया जा रहा है।*

सलमान खान ने “बजरंगी भाईजान” फ़िल्म में भी यही किया था हिंदुओं को दकियानूसी और पाकिस्तानियों को बड़े दिलवाला बताया दिखाया था। हिंदुस्तानी इस षड्यंत्र को समझ गए है और कुछ हिंदुनिष्ठ लोग खुलकर विरोध भी करने लगे है।

सलमान खान की अध्यक्षता में बिग बॉस टीवी शो चल रहा है जिसमें लड़ाई झगड़े दिखाकर हमारे घरों में अशांति और कलह बढ़ाने जैसा वातावरण हमारे मस्तिष्क में डाला जा रहा है । बिग बॉस विदेशी गन्दगी, कामवासना और अश्लीलता दिखाकर भारतीय युवा पीढ़ी को पथभ्रष्ट कर रहा है । यह सब देखकर देश मे बलात्कार के किस्से भी बढ़ रहे है।*

बिग बॉस सीजन 13 के पहले ही एपिसोड से अश्लीलता फैलाई जा रही है जिससे सोशल मीडिया पर कई लोग जेहाद फैलाता बिग बॉस, हैशटैग को ट्रेंड किया था ! कई सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि, शो में कश्मीरी मुस्लिम मॉडल और हिंदू लड़की को साथ बेड शेयर करने को कहा गया है ! इसके सहारे शो के द्वारा लव जेहाद को प्रमोट करने की कोशिश की जा रही है !*

एक यूजर ने लिखा की ‘ये कलर्स चैनल पर आने वाला बिग बॉस रियलिटी शो है या भारतीय हिंदू संस्कृति को बदनाम करने का अड्डा।’ दूसरे यूजर ने लिखा- ‘बिग बॉस के खिलाफ कैंपेन चलाओ मित्रों। यह शो हमारी भारतीय संस्कृति की धज्जियां उड़ा रहा है। यह बैन होना चाहिए।’*

आपको बता दें कि बिग बॉस 10 में साधु के कपड़े पहनकर  "स्वामी ओम" साधुताई के नाम पर लड़कियों से छेड़ खानी करना , दारू पीना, मांस खाना आदि करके हिन्दू संतों की गरिमा पर गहरी चोट लगाई थी।*

*🚩शो देखकर तो ऐसा लगता है जैसे बिगबॉस को विदेशी पैसा मिला है हिन्दू धर्म व हिंदू संस्कृति की छवि धूमिल करने के लिए !!*

*🚩बता दें कि बाद में ओमजी महाराज ने खुलासा किया था कि मेरे को बोले थे कि रामराज्य करवाना है तो बिग बॉस में काम करो लेकिन वहाँ जाने के बाद मुझे कुछ खिला दिया था और मेरे को जान से मारने की धमकी दी थी इसलिये मैंने बिग बॉस में ये सब किया था।*

*🚩जनता का कहना है कि देश और धर्म विरोधी, समाज मे अश्लीलता फैलाने वाले बिगबॉस और बॉलीवुड पर सरकार को तुरंत प्रतिबंध लगा देना चाहिए, इससे देश की जनता को काफी नुकसान सहन करना पड़ रहा है, परिवार भी इन सबके कारण टूट रहे है।*

*🚩सरकार प्रतिबंध लगाएं तबतक जनता को कलर टीवी देखना बंद करना चाहिए जिससे उसकी टीआरपी कम होगी तो अपने आप बिगबॉस जैसे शो बंद हो जायेंगे, जो भी केबल आपके घर आता है उसके ऑपरेटर को बताना चाहिए कि कलर ट्वी बंद करिये नही तो हम आपका केबल काट रहे है, ऐसा सभी हिंदुस्तानी करेंगे तो बिगबॉस तो बंद हो ही जायेगा साथ मे फायदा यह होगा की आगे ऐसा शो करने की कोई हिम्मत नही करेगा।*

*🚩बंद हो Bigg Boss : शिवसेना*

*मुज़फ्फरनगर के प्रकाश चौक है जहाँ पर शिवसेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कलर्स टीवी पर चल रहे बिग बॉस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सलमान खान के पोस्टर को जूते मारकर आग के हवाले किया। शिव सेना नेताओ ने आरोप लगाया कि सलमान खान बिग बॉस जैसे कार्यक्रम के माध्यम से लव जिहाद को बढ़ावा दे रहा है पिछले दिनों बिग बॉस के एक कार्यक्रम में हिन्दू युवती को कश्मीर के मुस्लिम युवक के साथ बेडरूम में भेजा गया ,शिवसेनिक मनोज सैनी ने बताया की इस कार्यक्रम में अश्लीलता इस कदर हावी ह माँ बाप बच्चो के साथ टीवी नहीं देख सकते बहन भाई एक साथ बैठकर इसे नहीं देख सकते ये हिन्दू संस्कर्ति को बदनाम करने की साजिस है जो बिलकुल बर्दास्त नहीं की जा सकती शिव सेना नेताओ ने भाजपा सरकार पर भी आरोप लगाया कि हिन्दू संस्कृति की रक्षा के नाम पर सत्ता में आई भाजपा सरकार भी इस तरह के कार्यक्रमो पर रोक लगाने में विफल रही है उन्होंने सरकार से मांग की है की अविलम्ब बिग बॉस जैसे कार्यक्रमो पर रोक लगाई जाए।*

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