17 नवम्बर 2019
*भारत के अलावा अन्य देशों में हिन्दू अल्पसंख्यक हैं और उनको वहाँ कोई विशेष अधिकार प्राप्त नही है, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में तो हिंदुओं को प्रताड़ित किया जाता है, वहाँ वे नरक जैसी जिंदगी जी रहे हैं उन हिंदुओं के लिए एक ख़ुशी की बात है कि अब वे आसानी से भारत मे नागरिता हासिल कर सकेंगे।*
*18 नवंबर से शुरु हो रहे शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार नागरिकता संशोधन बिल पेश करने की तैयारी में है।*
*नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों को बदलने के लिए पेश किया जा रहा है, जिससे नागरिकता प्रदान करने से संबंधित नियमों में बदलाव होगा। नागरिकता बिल में इस संशोधन से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं के साथ ही सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए बगैर वैध दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो जाएगा।*
*बिल का मकसद गैर-मुस्लिमों के लिए भारत की नागरिकता आसान बनाना:*
*इस बिल का मकसद पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आने वाले गैर-मुस्लिमों के लिए भारत की नागरिकता आसान बनाना है।*
*इस बिल का कांग्रेस, सेक्युलर, और कुछ मुस्लिम विरोध कर रहे है। इस बिल को मुस्लिम विरोधी बता रहे है ये लोग एनआरसी का भी विरोध कर रहे थे।*
*ये सब जो तर्क दे रहे है उन सबके तर्कों का सही खण्डन भी जान लीजिए ।*
*तर्क नंबर 1 :-*
*भारत बाँहे फैला कर स्वागत करने वाला देश है, ना कि आये हुए लोगों को भगाने वाला...*
*खण्डन :*
*बाँहे फैलाकर स्वागत करने वाला भारत देश नही है, बल्कि हिन्दू हैं, हिन्दुओ से ही भारत का ये गुण है ।*
*मुसलमान पाकिस्तान में हैं और बंगलादेश में हैं , बांगलादेश ने उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया है ।*
*हिन्दुओं का ये गुण अब उनपर ही भारी पड़ रहा, हमने हर सभ्यता का स्वागत किया, तिब्बती आये उनको भी शरण दी, मुसलमानों को केरल में सबसे पहले हिन्दू राजा ने आश्रय दिया, लाहौर , सिंध सब हिन्दुओ का था, हमने ही इन्हें आश्रय दिया ।*
*फिर इन्होंने हमारे ऊपर ही आक्रमण किया, हमें ही लूटा, हजारों साल तक हमारे ऊपर ही शासन किया, पहली मस्जिद केरल में बनी, आज वहाँ कोई नही जाता और इन्होंने मक्का मदीना को अपना पवित्र स्थल मान लिया, इतनें से पेट नही भरा तो आजादी के बाद, पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान के नाम से धर्म के आधार पर बँटवारा किया ।*
*हमारा दिल बड़ा था, आज भी है पर तब हम मजबूत थे, आज बंटवारे के बाद हम बहुत कमजोर हैं, जब आपने धर्म के नाम पर बँटवारा कर लिया तो अब दिल का वास्ता देकर हमारे सीने पर मूँग दरने की कोई जरूरत नहीं है ।*
*हमारे संसाधन हमसे छीनें जा चुके हैं, हम खुद अपना जीवन यापन के करने लिए लड़ रहे हैं, जमीन उतनी ही है और जनसंख्या बढ़ चुकी है ।*
*तर्क नंबर 2:-*
*वो गरीब लोग हैं, बांगलादेश का बॉर्डर कोई बार्डर नहीं है, पोरस है, फेंसिंग नही है , लोग नदी पार कर के इंडिया आते हैं काम करते हैं और शाम को वापस चले जाते हैं ।*
*खण्डन :*
*इस बात से मैं सहमत हूँ, इंडिया-बांग्लादेश ही नहीं बल्कि इंडिया-पाकिस्तान भी नेचुरल बॉर्डर नहीं है, बल्कि जिन्ना जैसे आतंकी सोच वाले लोगों की बोई गई फसल है, पर अब जब बँटवारा आपने कर लिया तो बॉर्डर का सम्मान तो करना पड़ेगा, हमारा देश आपकी खाला जान का घर नहीं, आप कमाएँ भी उस पार और रहें भी उस पार ।*
*ऐसी नदियों पर BSF की पेट्रोलिंग होनी चाहिए ।*
*तर्क नंबर 3:-*
*बांग्लादेशी हिंदुओं को क्यों बचाया जा रहा है ? वे भी घुसपैठिये हैं, उन्हें भी बाहर किया जाए ।*
*खण्डन :*
*हिन्दुओ का मात्र एक देश है भारत , जहाँ भी मुस्लिम बहुसंख्यक हुआ है हिन्दुओ को प्रताड़ित होना पड़ा है , मुसलमानो के 56 मुल्क हैं, और उम्मते मुस्लिमा भी , क्या कोई देश अपने भाइयों को रहने की जगह नही देगा ?*
*फिर क्या फायदा छोटा कुर्ता और बड़ी दाढ़ी रखने का ?*
*क्या फायदा मानसूनी जलवायु में भी रेगिस्तानी बुरका पहनने का ?*
*हिंदुओं का स्वभाविक देश भारत है, इसलिए वो शरण लेने यही आएँगे । और जिन्होंने बँटवारा कर लिया अब वो अपने हिस्से में जाएँ ।*
*पाकिस्तान में तो हिंदुओं को अपना कोई अधिकार ही नहीं दिया गया, नाबालिग लड़कियों को उठा ले जाते हैं, जमीन हड़प लेते हैं, पुलिस और सरकार उनकी सुनती नहीं है । यहां तक ही मुर्दो को जलाने के लिए श्मशान तक नहीं है, यही ही हालत बांग्लादेश और अफगानिस्तान में है । हिंदुओं के लिए सुरक्षित रहने का एकमात्र देश भारत ही है और उसको अगर यहाँ नागरिकता आसानी से मिलने के लिए सरकार कानून ला रही है उसके लिए देश-विदेश के हिंदुओं में खुशी की लहर है।*
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