देश- विदेश में मनाया गया बापू आसारामजी का जन्मदिवस एक अनोखे अंदाज में
आप जानकर हैरान हो जायेंगे कि कैसे संत
आसारामजी बापू के अनुयायी उनका जन्मदिन दिवस (अवतरण दिवस ) मनाते हैं !!
आसारामजी बापू के अनुयायी उनका जन्मदिन दिवस (अवतरण दिवस ) मनाते हैं !!
44
महीनों से बिना सबूत जेल में बन्द संत आसारामजी बापू, लेकिन देश-विदेश में
फैले उनके अनुयायियों ने उनका अवतरण दिवस बड़ी धूम-धाम से मनाया ।
asaram bapu birthday celebration |
किसी
का जन्म दिवस होता है तो हम केक काटते हैं । मोमबत्ती जलाते हैं, बड़ी बड़ी
पार्टियां करते हैं । लेकिन संत आसारामजी बापू के अनुयायियों ने उनका अवतरण
दिन कुछ अनोखे ही अंदाज में मनाया ।
आइये जाने कि कैसे मनाते हैं संत आसारामजी बापू के अनुयायी उनका अवतरण दिवस...
इस
दिन देशभर में जगह-जगह पर इनके अनुयायी विशाल भगवन्नाम संकीर्तन
यात्रायें निकालते हैं और वृद्धाश्रमों,अनाथालयों व अस्पतालों में निशुल्क
औषधि, फल व मिठाई वितरित करते हैं ।
गरीब व अभावग्रस्त क्षेत्रों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है जिसमें वस्त्र,अनाज व जीवन उपयोगी वस्तुएं वितरित की जाती हैं ।
इस दिन विभिन्न स्थानों पर छाछ,पलाश व गुलाब के शरबत के प्याऊ लगाये जाते हैं ।
सत्साहित्य का वितरण,गरीब विद्यार्थियों में नोटबुक व उनकी जरूरियात सामग्री के साथ साथ गौ माता को चारा खिलाना, हवन,जाहिर सत्संग कार्यक्रम आदि किये जाते हैं ।
सत्साहित्य का वितरण,गरीब विद्यार्थियों में नोटबुक व उनकी जरूरियात सामग्री के साथ साथ गौ माता को चारा खिलाना, हवन,जाहिर सत्संग कार्यक्रम आदि किये जाते हैं ।
जब हमने उनके अनुयायियों से ये जानने की कोशिश की कि आप ऐसा क्यों कर रहे हैं ?
तो
उन सबका एक ही कहना था कि हमारे गुरूजी संत आसारामजी बापू ने हमें खुद का
जन्मदिवस मनाने की हमेशा मनाही की है और कहा है कि अगर आपको मनाना ही है तो
"मानव सेवा"करके ही मनाएं क्योंकि मानव सेवा ही महेश्वर सेवा है ।
पब्लिक
जो मीडिया दिखाती हैं उसको ही सच मान लेती है । पर सिक्के के दूसरे पहलू
पर गौर नहीं करती । अगर कोई संत झूठे आरोप में फंस जाते हैं तो बाकी सब चुप
बैठ जाते हैं या मीडिया के अंधे भक्त बनकर उनके विरुद्ध बिना सच्चाई जाने
कुछ का कुछ बोलने लगते हैं ।
पर हमने हमारे पाठकों को हमारे हिन्दू संतों के साथ हो रहे अन्याय से कभी अनजान नहीं रखा ।
संत
संस्कृति का प्रचार करते हैं, जगह-जगह जाकर प्रवचन के द्वारा लोगों में
हिन्दू संस्कृति का ज्ञान देना ये बहुत बड़ा कार्य है जो हिन्दू संतों
द्वारा किया जा रहा है इसलिए उन्हें टारगेट किया जा रहा है जिससे हिंदुत्व
खत्म किया जा सके । लेकिन हम सबको इसके विरुद्ध आगे आना पड़ेगा, अपने संतों
के लिए प्रयास करना पड़ेगा,उनके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ आवाज उठानी
होगी ।
आज
जिस परिस्थिति में 81 वर्षीय हिन्दू संत आसारामजी बापू बिना किसी सबूत के
44 महीनों से जेल में हैं वो अपने आप में बहुत बड़े दुःख का विषय है।
क्या
हर हिन्दू का कर्तव्य नहीं बनता कि राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा हिन्दू
संतों को जो फंसाकर प्रताड़ित किया जा रहा है उसके विरुद्ध आवाज उठायें।
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