13 मार्च 2019
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भारत का संविधान जब लागू हुआ तब कहीं नहीं लिखा गया कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है । सन 1976 में कांग्रेस सरकार ने 42 वें संविधानिक संशोधन द्वारा संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष शब्द डाल दिया। इसका मतलब भारत एक हिंदू वो राष्ट्र है जिसका कोई विशेष धर्म नहीं । उसके लिए सभी धर्म एक समान है ।
2). सरकार कानून बनाकर हिन्दू मंदिरों की सम्पत्ति और दान पर अधिकार कर लेती है वहीं दूसरे धर्म के स्थलों को हाथ तक नहीं लगती विशेषकर चर्च, मस्जिद । ये दान से हुई आय का पूरा प्रयोग अपने धर्म के प्रचार प्रसार में करते हैं । मंदिर के कई पैसे तो चर्च और मस्जिद के लिए खर्च किये जाते हैं ।
4). जम्मू-कश्मीर को आज तक विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त है । आज़ादी के 70 साल बाद भी आज तक कोई सरकार संविधान से अनुच्छेद 370 और 35A को नहीं हटा पाई । इसलिए वहाँ हिंदुओं की स्थिति आज भी जर्जर हुई है ।
6). गरीब और आदिवासी इलाकों में ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण का गोरखधंधा धड़ल्ले से कर रही हैं । लालच देकर और डराकर भोले-भाले हिंदुओं का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है । सरकार मौन होकर देख रही है, इसे रोकने के लिए कोई कानून भी नहीं बना रही ।
8). कई राज्यों में जहाँ हिन्दू बहुसंख्यक थे अब अल्पसंख्यक रह गए हैं । बंगाल और केरल में हिंदुओं का रहना मुश्किल हो गया है । उन पर अत्याचार हो रहे हैं । पर राजनैतिक पार्टियों की सोच केवल वोटबैंक तक सीमित है ।
10). NCERT की किताबों में हिन्दुत्व के गौरव का बखान नहीं । स्कूलों में बच्चों को गलत इतिहास पढ़ाया जाता है । हिन्दुत्व का गौरव और हिन्दू शूरवीरों को उचित सम्मान नहीं मिला। बच्चों को सही जानकारी नही मिल पा रही है।
दूसरी तरफ ईद पर जो करोड़ों पशु मारे जाते हैं, न्यू ईयर और क्रिसमस पर पूरे रात पटाखें छोड़े जाते हैं, अरबों रुपये का दारू पिया जाता है, वैलेंटाइन डे पर कुँवारी कन्याएं माता बन जाती हैं, इस पर ना तो मीडिया में कोई खबर आती है ना ही कोई कुछ बोलता है। और तो और कोर्ट भी तीन तलाक और हलाला जैसे मुद्दों पर निर्णय लेने से मना कर देता है, बोलते हैं ये उनका मजहब का मामला है ये सरासर हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है ।
13). ऋषि मुनियों ने गाय की महिमा को जाना इसी कारण हिन्दू धर्म ने गाय को माता का दर्जा दिया है। गौमाता ने हमारी कितनी पीढ़ियों का पालन पोषण किया है। पंचगव्य तो अमृत के समान है और कितनी ही आयुर्वेदिक दवाइयों में प्रयोग होते है। गौमूत्र से कैंसर जैसी बीमारी का इलाज संभव है। अमेरिका का भी गौझरन का खूब उपयोग कर रही है।
बाघ को राष्ट्रीय पशु बनाया गया पर इतनी लाभकारी और हितैषी गौमाता को राष्ट्रीय पशु क्यों नहीं बनाया जा रहा । इससे गौहत्या बन्द हो जाएगी और गौमाता को सम्मान भी मिलेगा ।
दूसरी और पादरी और मौलवी कितने कुकर्म करते हैं पर मीडिया में कोई खबर तो नहीं आती है और उनको जमानत भी बड़ी आसानी से मिल जाती है । वहीं हिन्दू सन्तों निर्दोष होते हुए भी जेल की यातना भुगतते है ।
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