13 फरवरी 2020
*वेलेंटाइन डे का आंकड़ा बेहद चौकाने वाला है पर ये सत्य है कि हर साल वेलेंटाइन डे के बाद, नकली और बनावटी प्यार के चक्कर में पड़कर औसतन 15 लाख लड़कियां घर से भाग जाती हैं।*
*ये जितनी लड़कियां घर से भागती हैं, उसमें से मुश्किल से 5% प्यार होता है बाकि 95% लड़कियां मानव तस्करी का शिकार होती हैं (जिसको भारत में लव जिहाद के नाम से जानते हैं)।*
*जो 95% लड़कियां मानव तस्करी में फंसती हैं, उन लड़कियों को बेहोश करके कंटेनर में भरकर इस्लामिक देशों और बाकि जगहों पर एक्सपोर्ट कर दिया जाता है।*
*अब जानिए कि उन लड़कियों के साथ वहाँ क्या-क्या होता है ??🏻*
*🏻उनको बेचकर वैश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता है। उनको मंडियों में 'गुलाम वैश्या' के रूप में बेचा जाता है।*
*🏻अश्लील फ़िल्म, वीडियो और चित्र बनाने में उनका प्रयोग करते हैं।*
*🏻 उनका किराये की कोख (सरोगेसी) के लिए प्रयोग किया जाता है।*
*🏻 उनको काटकर उनका मांस मानव मीट बाज़ार में किलो के भाव बेच देते हैं (आश्चर्य की बात नहीं, शौक़ीन और नरभक्षी लोग मानव मांस खाते हैं)।*
*🏻लड़कियों को मारकर, उनके सारे अंग निकालकर बेच देते हैं (अंगों का भाव बहुत ज्यादा है क्योंकि मानव अंगों की विश्व में भारी मांग है)।*
*🏻 अंग निकालकर बेचने के बाद लड़कियों के शरीर में बचे अवशेष जैसे हड्डी, चर्बी, चमड़ा, बाल, आंत आदि को चिड़ियाघर उत्पादों को बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में प्रयोग किया जाता है (क्योंकि अब जब सारे जानवर खत्म हो रहे हैं, अब इन्सान ही पर्याप्त और सस्ता साधन बचा है)*
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*अगर इन सबको जोड़ा जाए तो केवल एक लड़की से 05 से 10 करोड़ रुपये तक की कमाई होती है। अब आप स्वयं सोच लें कि इस पूरे व्यापार से कितनी कमाई होती होगी।*
*🏻और इस कमाई में सबसे ज्यादा हिस्सा भ्रष्ट नेताओं का होता है.... तभी तो आजतक भारत के इतिहास में किसी भी सरकार ने मानव तस्करी (Human Trafficking) और लव जिहाद के खिलाफ कोई कानून नहीं बनाया।*
*क्योंकि जिस कंटेनर में भरकर लड़कियां एक्सपोर्ट होती हैं, उसको बिना चेकिंग के सीमा पार करवाने और कस्टम के काम में धांधली कराने का काम नेता ही कर सकते हैं।*
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*सबको पता है, भारत धर्मनिरपेक्ष मानसिकता के लोगों का देश है। ये धर्मनिरपेक्ष लोग (सेक्युलर्स) केवल संस्कार-संस्कार खेलना जानते हैं, बड़ी बड़ी बातें करना जानते हैं लेकिन अपनी बच्चियों के लिए इनके पास समय नहीं होता।*
*इस धंधे में बॉलीवुड का भी प्रयोग होता है बल्कि बॉलीवुड के कुछ लोग भी इस धंधे में शामिल हैं। फिल्मों द्वारा वैलेंटाइन डे, प्रेम चुम्बन, पश्चिमी सभ्यता के प्रचलन, विवाह पूर्व संबंध, वैश्यावृत्ति जैसी वाहियात चीजों का प्रचार करते हैं। ये सब किया जाता है ताकि युवा लड़कियों को पथभ्रमित करके फंसाया जा सके।*
*भारत में हिन्दू सबसे ज्यादा हैं, इसलिए लापरवाह हिन्दू परिवार की सेक्युलर लड़कियों को लव जिहाद में फंसाया जाता है।*
*इसलिए हल्के में बिल्कुल मत लेना। वैलेंटाइन डे अपने देश के लिए और खासकर लड़कियों के लिए बेहद खतरनाक है और वैलेंटाइन डे को लेकर सबसे ज्यादा पागलपन लड़कियों में रहता है । उसका कारण बॉलीवुड, टीवी सीरियल और उनके परिवार और समाज की लापरवाही होती है।*
*लड़कियों को घर से भगाने वाले दरिंदे क्रिसमस डे से वैलेंटाइन डे तक सक्रिय रहते हैं और लड़कियों को मारने की ये पटकथा 25 दिसम्बर से फरवरी के अंत तक रची जाती है।*
*बेटी आपकी है तो उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी आपकी ही है। इस बार RSS/विहिप/HYV/बजरंगदल के लोग नहीं बल्कि आप खुद अपनी बहन/बेटी पर नजर रखेंगे । और उसके आसपास आपको जो भी असामान्य लड़का दिखे या उसकी हरकतें अजीब लगें तो पुलिस के हवाले कर देना।*
*वैलेंटाईन डे का भयावह स्वरूप !*
*विश्व में वैलेंटाईन डे के दिनों में, न्यायालय में प्रविष्ट होनेवाले विवाह-विच्छेद के अभियोगों में ४० प्रतिशत वृद्धि होती हैं ! – एक निजी प्रतिष्ठान (कंपनी), अमरीका*
*भेंटवस्तुएं अधिक मात्रा में खरीदी जाने के कारण भारतीयों के २२ सहस्र करोड रुपयों से भी अधिक राशि लुट जाती है । – असोचेम उद्योग क्षेत्र का एक संगठन*
*भारत में अनुमानतः १५ सहस्र करोड शुभकामना-पत्रों (ग्रीटिंग कार्ड) की ब्रिक्री होती है ।*
*देहली के एक मेडिकल स्टोर के स्वामी ने बताया, वर्ष २०१४ में, १० फरवरी से ही निरोध व गर्भनिरोधक दवाइयों की मांग में १० गुना की वृद्धि हुई थी; जिससे अनेक स्टोर्स में यह सामान समाप्त हो गया था ।*
*वर्ष २०१३ में ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल स्नैपडील डॉट कॉम पर भारत में वैलेंटाईन डे पर एक ही दिन में डेढ लाख निरोध बिके !*
*निरोध की एक कंपनी के सर्वेक्षणानुसार, वैलेंटाईन डे के दिनों में निरोध की बिक्री २५ गुना बढती है !*
*हमारी संस्कृति को तोड़ने के लिए अंग्रेज़ो ने वेलेंटाइन डे भारत मे लाये उनको भगाने के लिए लाखों क्रांतिकारीयों ने बलिदान दे दिया। आप भी अंग्रेजों के लाए हुये वेलेंटाइन डे मानते है तो इन लाखों क्रांतिकारीयों का अपमान कर रहे हैं।*
*यदि आप वास्तव में हिंदुस्तान में जन्मे हैं अथवा आपके माता-पिता ने आपके बचपन में आप पर अच्छे संस्कार किए हैं तथा आपको चरित्रहीन होने से दूर रहना है, तो १४ फरवरी, यह दिन मनाना छोड दें तथा उसे मनाने वालों का प्रबोधन कर उन्हें इससे दूर करें और उस दिन मातृ-पितृ पूजन दिवस मनायें तो ही आपका जन्म सार्थक होगा ।*
*आप भी अगर सच्चा प्रेम दिवस मनाना चाहते हैं तो सबसे अधिक हमारे माता-पिता हमें प्रेम करते हैं इसलिए 14 फरवरी को माता-पिता की पूजा करके मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाना चाहिए।*
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