Sunday, March 29, 2020

कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा बुजर्गो को है फिर रिहा क्यो नही किया जा रहा है?



29 मार्च 2020

*🚩कोरोना वायरस ने भयंकर तांडव मचाया है उसको लेकर भारत की सुप्रीम कोर्ट ने एक निर्देश दिया कि 7 साल के सजा वाले ओर विचारधीन कैदीयो को रिहा कर दिया जाए, उस निर्देश अनुसार कई राज्य सरकारे जेलों से कैदियों को रिहा कर रही है लेकिन एक मुख्य बात पर सुप्रीम कोर्ट और सरकार का ध्यान क्यो नही गया?*

*🚩कोरोना वायरस सबसे ज्यादा 60 साल की ऊपर के उम्र वालो पर जल्दी हमला कर लेता और अभी तक जितनी भी मौते हुई है उसमें अधिकितर 60 साल की ऊपर की उम्र वाले थे फिर सुप्रीम कोर्ट और सरकारे उन बुजर्गो को क्यों रिहा नही कर रही है? और सबसे बड़ी बात है की अधिक उम्र वाले रिहा करने पर बाहर आकर कोई अपराध भी नही करेंगे इसलिए सरकार को चाहिए कि जिनकी 60 साल से ऊपर की उम्र है, और जो गर्भवती महिलाएं है उनको शीघ्र रिहा करने की व्यवस्था करनी चाहिए।*

*🚩आपको ये भी बता दे कि बापू आशारामजी को निर्दोष होने के प्रणाम होते हुए भी सात साल से जेल में है आजतक एक दिन भी जमानत नही दी गई जबकि ईमाम बुखारी , सलमान खान, तरुण तेजपाल, राहुल गाँधी, पी चिदंबरम आदि को भी जमानत मिल सकती है तो 85 वर्षीय हिंदू संत आसाराम बापू को क्यों नही मिल सकती?*

*🚩वर्तमान में हिंदू संत आशाराम बापू की उम्र 85 साल की हो गई है और उन्होंने 50 साल से अधिक समाज-देश और संस्कृति की सेवा में अतुल्य योगदान रहा है तो क्यो न सरकार पहले उनको रिहा करें।*

*🚩आपको बता दे कि उनको निर्दोष होने की और षड्यंत्र तहत फ़साने के लिए पुख्ता सबूत भी है।*

*🚩1. तथाकथित घटना के 5 दिन बाद और रात 2:30 बजे FIR दर्ज की गई।*

*🚩2. हेल्पलाइन रजिस्टर के कई पन्ने संदिग्ध तरीके से फाड़ें गए।*

*🚩3. 164 के बयान होने के बाद FIR न्यायालय में पेश की गई ।*

*🚩4. FIR लिखते समय की गई वीडियो रिकॉर्डिंग गायब कर दी गई।*

*5. ओरिजिनल FIR को बदल दिया गया, FIR और FIR की कार्बन कॉपी में अंतर पाया गया ।*

*🚩6. मेडिकल में भी बापू को क्लीनचिट मिली ।*

*🚩7. उम्र संबंधी अलग-अलग सर्टिफिकेट में लड़की की अलग-अलग उम्र पाई गई ।*

*🚩8. लड़की की कॉल डिटेल से स्पष्ट हुआ कि घटना की रात लड़की किसी संदिग्ध व्यक्ति से फोन द्वारा संपर्क में थी ।*

*🚩9. तथाकथित घटना के समय बापू आसारामजी मँगनी कार्यक्रम में व्यस्त थे, लड़की कुटिया में गई ही नहीं ।*

*🚩अधिवक्ता सुराणा ने भी कोर्ट में खुलासा किया था कि लड़की के माँ-बाप ने जयपुर में भी एक वकील को झूठा मुकदमा दर्ज करवाने के लिए मोटी रकम देने का ऑफर दिया था । जिसकी पुष्टि खुद उस वकील ने न्यायालय में अपने बयान में की ।*

*🚩आपको बता दें कि बापू आशारामजी के अहमदाबाद आश्रम में एक Fax आया था जिसमें 50 करोड़ की फिरौती की मांग की गई थी और न देने पर धमकी दी गई थी कि अगर बापू ने 50 करोड़ नही दिए तो झूठी लड़कियां तैयार करके झूठे केस में फंसा देंगे और कभी बाहर नहीं आ पाओगे पर कोर्ट ने इनके ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया।*

*🚩समाज, देश और संस्कृति के लिए हिंदू संत आशाराम बापू ने क्या किया?*

*1). लाखों धर्मांतरित ईसाईयों को पुनः हिंदू बनाया व करोड़ों हिन्दुओं को अपने धर्म के प्रति जागरूक किया व आदिवासी इलाकों में जाकर जीवनोपयोगी सामग्री दी, जिससे धर्मान्तरण करने वालों का धंधा चौपट हो गया।*

*2). कत्लखाने में जाती हज़ारों गौ-माताओं को बचाकर, उनके लिए विशाल गौशालाओं का निर्माण करवाया।*

*3). शिकागो विश्व धर्मपरिषद में स्वामी विवेकानंदजी के 100 साल बाद जाकर हिन्दू संस्कृति का परचम लहराया।*

*4). विदेशी कंपनियों द्वारा देश को लूटने से बचाकर आयुर्वेद/होम्योपैथिक के प्रचार-प्रसार द्वारा एलोपैथिक दवाईयों के कुप्रभाव से असंख्य लोगों का स्वास्थ्य और पैसा बचाया ।*

*5). लाखों-करोड़ों विद्यार्थियों को सारस्वत्य मंत्र देकर और योग व उच्च संस्कार का प्रशिक्षण देकर ओजस्वी- तेजस्वी बनाया ।*

*6). लंदन, पाकिस्तान, चाईना, अमेरिका और बहुत सारे देशों में जाकर सनातन हिंदू धर्म का ध्वज फहराया  ।*

*7). वैलेंटाइन डे का विरोध करके "मातृ-पितृ पूजन दिवस" का प्रारम्भ करवाया  ।*

*8). क्रिसमस डे के दिन प्लास्टिक के क्रिसमस ट्री को सजाने के बजाय, तुलसी पूजन दिवस मनाना शुरू करवाया  ।*

*9). करोड़ों लोगों को अधर्म से धर्म की ओर मोड़ दिया  ।*

*10). नशा मुक्ति अभियान के द्वारा लाखों लोगों को व्यसन-मुक्त कराया  ।*

*11). वैदिक शिक्षा पर आधारित अनेकों गुरुकुल खुलवाए  ।*

*12). मुश्किल हालातों में कांची कामकोठी पीठ के "शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वतीजी" बाबा रामदेव, मोरारी बापूजी, साध्वी प्रज्ञा एवं अन्य संतों का साथ दिया  ।*

*🚩ऐसे अनेक भारतीय संस्कृति के उत्थान के कार्य किये है जो विस्तार से नही बता पा रहे है।*

*🚩हिंदू संत आशाराम बापू पर जिस तरह से षड्यंत्र हुआ है और उनके जो समाज उत्थान के सेवाकार्य को देखते हुए और उनकी उम्र को ध्यान रखते हुए न्यायालय ओर सरकार को शीघ्र रिहा करना चाहिए।*

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Saturday, March 28, 2020

कोरोना वायरस खत्म करने का एक अमोघ साधन

28 मार्च 2020

*🚩कोरोना वायरस का प्रकोप हुआ है तबसे मीडिया, सोशल मीडिया में उसी की खबरें चलाई जाती है। लेकिन क्या कोरोना वायरस से भी अनंतगुना शक्तिशाली ईश्वर नहीं है ? कोरोना से सावधानी रखनी जरूरी है लेकिन 24 घन्टे वही खबर दिखाकर लोगों को भयभीत किया जाता है उसकी जगह सृष्टि कर्ता ईश्वर की खबरें दिखाई जाएं और ईश्वर के नाम का गुणगान किया जाए, प्रार्थनाएं की जायें तो कितना लाभ होगा और कोरोना रूपी राक्षस का भी नाश होगा।*

*🚩भगवान सर्वज्ञ, सर्वशक्तिमान हैं। समस्त प्राणियों के हृदय में विराजमान आत्मा हैं। उनकी लीला अमोघ है। उनकी शक्ति और पराक्रम अनन्त है।*

*🚩महर्षि व्यासजी ने 'श्रीमद् भागवत' के माहात्म्य तथा  प्रथम स्कंध के प्रथम अध्याय के प्रारम्भ में मंगलाचरण के रुप में भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति इस प्रकार से की हैः*

*सच्चिदानंदरूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे।*
*तापत्रयविनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुमः।।*

*🚩'सच्चिदानंद भगवान श्रीकृष्ण को हम नमस्कार करते हैं, जो जगत की उत्पत्ति, स्थिति एवं प्रलय के हेतु तथा आध्यात्मिक, आधिदैविक और आधिभौतिक – इन तीनों प्रकार के तापों का नाश करने वाले हैं।'*
*(श्रीमद् भागवत मा. 1.1)*

*★ भगवान की प्रार्थना में कितना बल है वे जान लीजिए...*

*🚩वह परमात्मा कैसा समर्थ है ! वह ‘कर्तुं अकर्तुं अन्याथाकर्तुं समर्थः’ है। असम्भव भी उसके लिए सम्भव है।*

*1970 की एक घटना अमेरिका के विज्ञान जगत में चिरस्मरणीय रहेगी।*
*अमेरिका ने 11 अप्रैल, 1970 को अपोलो-13 नामक अंतिरक्षयान चन्द्रमा पर भेजा। दो दिन बाद वह चन्द्रमा पर पहुँचा और जैसे ही कार्यरत हुआ कि उसके प्रथम युनिट ऑडीसी (सी.एस.एम.) के ऑक्सीजन की टंकी में विद्युत तार में स्पार्किंग होने के कारण अचानक विस्फोट हुआ जिससे युनिट में ऑक्सीजन खत्म हो गयी और विद्युत आपूर्ति बंद हो गयी।*

*उस युनिट में तीन अंतरिक्षयात्री थेः जेम्स ए. लोवेल, जॉन एल. स्वीगर्ट और फ्रेड वोलेस हेईज। इन अंतरिक्षयात्रियों ने विस्फोट होने पर सी.एस.एम. युनिट की सब प्रणालियाँ बंद कर दीं एवं वे तीनों उस युनिट को छोड़कर एक्वेरियस (एल.एम.) युनिट में चले गये।*

*अब असीम अंतरिक्ष में केवल एल.एम. युनिट ही उनके लिए लाइफ बोट के समान था। परंतु बाहर की प्रचंड गर्मी से रक्षा करने के लिए उस युनिट में गर्मी रक्षा कवच नहीं था। अतः पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में प्रविष्ट होकर पुनः पृथ्वी पर वापस लौटने में उसका उपयोग कर सकना सम्भव नहीं था।*
*पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पृथ्वी पर वापस लौटने में अभी चार दिन बाकी थे। इतना लम्बा समय चले उतना ऑक्सीजन एवं पानी का संग्रह नहीं बचा था। इसके अतिरिक्त इस युनिट के अंदर बर्फ की तरह जमा दे ऐसा ठंडा वातावरण एवं अत्यधिक कार्बन डाईऑक्साइड था। जीवन बचने की कोई गुंजाइश नहीं थी।*
*अंतरिक्षयात्री पृथ्वी के नियंत्रणकक्ष के निरंतर सम्पर्क में थे। उन्होंने कहाः “अंतरिक्षयान में धमाका हुआ है…. अब हम गये….”*
*लाखों मील ऊँचाई पर अंतरिक्ष में मानवीय सहायता पहुँचाना सम्भव नहीं था। अंतरिक्षयान गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से भी ऊपर था। इस विकट परिस्थिति में सब निःसहाय हो गये।* *कोई मानवीय ताकत अंतरिक्षयात्रियों को सहाय पहुँचा सके यह सम्भव नहीं था। नीचे नियंत्रण कक्ष से कहा गयाः*
*“अब हम तो कुछ नहीं कर सकते। हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं। जिसके हाथों में यह सारी सृष्टि है उस ईश्वर से हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं…… May God help you ! We too shall pray to God. God will help you.” और देशवासियों ने भी प्रार्थना की।*
*युवान अंतरिक्षयात्रियों ने हिम्मत की। उन्होंने ईश्वर के भरोसे पर एक साहस किया। चंद्र पर अवरोहण करने के लिए एल.एम. युनिट के जिस इन्जन का उपयोग करना था उस इन्जन की गति एवं दिशा बदलकर एवं स्वयं गर्मी-रक्षक कवचरहित उस एल.एम. युनिट में बैठकर अपोलो – 13 को पृथ्वी की ओर मोड़ दिया। ….और आश्चर्य ! तमाम जीवनघातक जोखिमों से पार होकर अंतरिक्षयान ने सही सलामत 17 अप्रैल, 1970 के दिन प्रशान्त महासागर में सफल अवरोहण किया।*

*🚩उन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने बाद में वर्णन करते हुए कहाः “अंतरिक्ष में लाखों मील दूर से एवं एल.एम. जैसे गर्मी-रक्षक कवच से रहित युनिट में बैठकर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में प्रवेश करना और प्रचण्ड गर्मी से बच जाना, हम तीनों का जीवित रहना असम्भव था…. किसी भी मनुष्य का जीवित रहना असम्भव था। यह तो आप सबकी प्रार्थना ने काम किया है एवं अदृश्य सत्ता ने ही हमें जीवनदान दिया है।”*
*सृष्टि में चाहे कितनी भी उथल-पुथल मच जाय लेकिन जब अदृश्य सत्ता किसी की रक्षा करना चाहती है तो वातावरण में कैसी भी व्यवस्था करके उसकी रक्षा कर देती है। ऐसे तो कई उदाहरण हैं।*

*★ प्रार्थना का प्रभाव*

*🚩सन् 1956 में मद्रास इलाके में अकाल पड़ा। पीने का पानी मिलना भी दुर्लभ हो गया। वहाँ का तालाब 'रेड स्टोन लेक' भी सूख गया। लोग त्राहिमाम् पुकार उठे। उस समय के मुख्यमंत्री श्री राजगोपालाचारी ने धार्मिक जनता से अपील की कि 'सभी लोग दरिया के किनारे एकत्रित होकर प्रार्थना करें।' सभी समुद्र तट पर एकत्रित हुए। किसी ने जप किया तो किसी ने गीता का पाठ, किसी ने रामायण की चौपाइयाँ गुंजायी तो किसी ने अपनी भावना के अनुसार अपने इष्टदेव से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने सच्चे हृदय से, गदगद कंठ से वरुणदेव, इन्द्रदेव और सबमें बसे हुए आदिनारायण विष्णुदेव की प्रार्थना की। लोग प्रार्थना करके शाम को घर पहुँचे। वर्षा का मौसम तो कब का बीत चुका था। बारिश का कोई नामोनिशान नहीं दिखाई दे रहा था। 'आकाश मे बादल तो रोज आते और चले जाते हैं।' – ऐसा सोचते-सोचते सब लोग सो गये। रात को दो बजे मूसलाधार बरसात ऐसी बरसी, ऐसी बरसी कि 'रेड स्टोन लेक' पानी से छलक उठा। बारिश तो चलती ही रही। यहाँ तक कि मद्रास सरकार को शहर की सड़कों पर नावें चलानी पड़ीं।*

*🚩दृढ़ विश्वास, शुद्ध भाव, भगवन्नाम, भगवत्प्रार्थना छोटे-से-छोटे व्यक्ति को भी उन्नत करने में सक्षम है।*

*🚩आज से हमें कोरोना रूपी राक्षस से सावधान रहना है पर भयभीत होंने की आवश्यकता नहीं है। हम सर्व समर्थ ईश्वर की चर्चा, उनका नाम, उनका ध्यान और प्रार्थना करेंगे तो कोरोना तो दूर होगा साथ में हमारी चिंताएं, विध्न-बाधाये दूर होगी और देश में सुंदर वातावरण बनेगा। मीडिया बंधुओं से भी अपील है कि टीआरपी के लिए कोरोना की अधिक खबरे नहीं चलाकर ईश्वर के सामर्थ्य वाली खबरें चलाकर देश में सुखयमय वातावरण बनाने में सहयोग देना चाहिए।*

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Friday, March 27, 2020

बड़े-बड़े लोगों ने अपना धर्म बदलकर अपन लिया विश्व का सर्वश्रेष्ठ हिंदू धर्म !!

14 मार्च 2020

*🚩 हिंदू धर्म विश्व का सबसे पुराना धर्म है। इसको सनातन धर्म भी कहते हैं। इसके विचारों और संस्कृति से दुनिया में कई लोग बहुत प्रभावित रहे हैं। इसकी शांति और अहिंसा जैसे तत्वों को दुनिया भर में अपनने वाले लोगों की संख्या लाखों में है। लेकिन कई ऐसे लोग भी हैं जो बाकायदा इस धर्म से प्रभावित होकर इसकी दीक्षा ले लेते हैं। हर साल हिंदू धर्म अपनने वाले लोगों में बहुत से सिलेब्रिटीज भी शामिल होते हैं। हम आपको ऐसे ही कुछ खास लोगों के बारे में बता रहे हैं।*

*••● नयनतारा: नयनतारा दक्षिण भारतीय फिल्मों की प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। उनका जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ था लेकिन 2017 में उन्होंने हिंदू धर्म को अपना लिया था। इसके लिए बाकायदा उन्होंने चेन्नई के आर्यसमाज मंदिर में धर्म की दीक्षा ली थी।* 

*••● जूलिया रॉबर्ट्स: जूलिया रॉबर्ट्स एक हॉलीवुड एक्ट्रेस हैं। अमेरिका में जन्मी इस प्रसिद्ध एक्ट्रेस ने नॉटिंग हिल, माई बेस्ट फ्रेंड्स वेडिंग और ईट, प्रे, लव जैसी फिल्मों में अभिनय किया है। भारत में 2010 में ईट, प्रे, लव की शूटिंग के दौरान वे हिंदू धर्म से बहुत प्रभावित हुई थीं और उन्होंने हिंदू धर्म को अपना लिया था। तबसे वे कई मौकों पर खुद को एक हिंदू बता चुकी हैं।*

*••● जॉन कोल्ट्रान: ये एक अमेरिकन म्यूजिशियन हैं। जॉन का जन्म एक ईसाई परिवार में हुआ था। बड़े होने के साथ ही वे धीरे-धीरे हिंदू धर्म से प्रभावित होने लगे। बाद में उन्होंने पूरी तरह से हिंदू धर्म ग्रहण कर लिया।*

*••● ट्रेवर हाल: ट्रेवर एक अमेरिकी गायक, गिटारिस्ट और गीतकार हैं। उनका संगीत भी हिंदू धर्म से बहुत प्रभावित होता है। उनके गीतों में संस्कृत के मंत्र भी होते हैं। 2013 में जब वे भारत आए तो वे हिंदू धर्म से बहुत प्रभावित हुए थे, इसी के बाद उन्होंने धर्म स्वीकार कर लिया और भारत में एक साधु का जीवन बिताया।*

*••● केआरएस-वन: केआरएस-वन का असली नाम लॉरेंस कृष्णा पार्कर है। वे अमेरिका के प्रसिद्ध रैप गायकों में से हैं। उनके नाम से ही पता चलता है कि वे हिंदू भगवान कृष्ण से प्रभावित हैं। उन्होंने अपनी किताब 'द गॉस्पेल ऑफ हिप-हॉप' में भी अपने धार्मिक विश्वासों की चर्चा की है। वे अपने अमेरिकन रैपर ग्रुप 'बूगी डाउन प्रोडक्शन' के जरिए बहुत मशहूर हुए हैं।*

*••● जैरी गार्सिया: जैरी गार्सिया अपने ग्रेटफुल डेड नाम के बैंड के चलते फेमस हुए थे। वे एक अमेरिकन म्यूजिशियन थे और तीस साल तक बैंड से लीड गिटारिस्ट के तौर पर जुड़े रहे। बचपन से ही हिंदू धर्म की ओर उनका रुझान था और आजीवन उन्होंने धर्म का पालन किया। 1995 उनकी मौत के बाद उनकी अस्थियां भारत में ऋषिकेश में गंगा नदी में प्रवाहित की गईं।*

*••● एलिजाबेथ गिल्बर्ट: एलिजाबेथ गिल्बर्ट 2006 में आए अपने संस्मरण 'ईट, प्रे, लव' के चलते चर्चित हुईं। वे एक लेखिका हैं। उनकी यह किताब 199 हफ्तों तक न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की बेस्ट सेलर की लिस्ट में रही थी। एलिजाबेथ अपनी इस सबसे प्रसिद्ध किताब को लिखने की प्रेरणा लेने के लिए भारत आई थीं और इसी वक्त उन्होंने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया था।*

*••● जॉर्ज हैरिसन: संगीत को दिलो-जां से चाहने वालों ने जॉर्ज हैरिसन का नाम जरूर सुना होगा। वे बीटल्स बैंड के मुख्य गिटारिस्ट थे। बीटल्स की ऑडियंस और फैन बेस में पूरी दुनिया के लोग शामिल थे। हैरिसन को दुनिया में रॉक म्यूजिक के जाने-माने सितारों में गिना जाता था। 1960 में हैरिसन ने ईसाई धर्म छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया था। उन्होंने अपने बैंड के बीच भी हिंदू धर्म का प्रचार किया था। 2001 में उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद उनकी अस्थियों को गंगा और यमुना के पवित्र माने जाने वाले जल में प्रवाहित किया गया था।*

*••● रसेल ब्रांड: रसेल ब्रांड अंग्रेजी जगत में अपनी कॉमेडी को लेकर फेमस हैं। वे एक जाने-माने टीवी प्रोड्यूसर, लेखक और स्क्रीन राइटर भी हैं। लोग उन्हें उनकी प्रसिद्ध फिल्म 'फॉरगेटिंग सारा मार्शेल' के लिए याद करते हैं। रसेल ब्रांड हिंदू धर्म के बारे में व्याख्यान भी देते हैं और ध्यान के पक्के समर्थक हैं। उनके हिंदू धर्म के प्रति आकर्षण को आप इससे समझ सकते हैं कि उन्होंने 2010 में जब केटी पेरी से शादी की तो इसके लिए वे राजस्थान आए और हिंदू परंपरा से उनकी शादी हुई।*

*••● काल पेन: काल पेन का जन्म अमेरिका में हिंदू परिवार में हुआ था। हाउस नाम के एक अमेरिकी टीवी सीरियल के चलते वे प्रसिद्ध हुए था। उन्होंने कई फिल्मों में भी अभिनय किया है। वे 'हैरोल्ड एंड कुमार गो टू व्हाइट कैसल', 'सुपरमैन रिटर्न्स' और 'द नेमसेक' जैसी फिल्मों में भी अभिनय कर चुके हैं। उन्होंने अमेरिकी सरकार में एक सिविल सर्वेंट के तौर पर भी काम किया है और वे हिंदू धर्म के पक्के समर्थक हैं।*

*••● रिकी विलियम्स- जे मासिस, एक गिटारिस्ट, एक गायक और एक बास प्लेयर हैं। उनका नाम रोलिंग स्टोन मैग्जीन के 10 महानतम गिटारिस्ट में शामिल हो चुका है। 2005 में उन्होंने अपना एक एल्बम रिलीज किया था। जिसका नाम 'जे एंड फ्रैंड्स सिंग एंड चैंट फॉर अम्मा' था। इस एल्बम के गानों में हिंदू धर्म की एक आध्यात्मिक गुरू माता आनंदमयी की तारीफ की गई थी।*

*••● अनिरुद्ध ज्ञानशिख: पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश लेखक अनवर शेख युवावस्था में कट्टर मुस्लिम थे और भारत विभाजन के दौरान उन्होंने गैर मुस्लिमों की हत्या भी की थी। बाद में उन्हें इस कार्य के लिए पश्चाताप अनुभव हुआ तो उन्होंने धार्मिक ग्रन्थों का अध्ययन आरम्भ किया और अन्त में हिन्दू धर्म में अपने नैतिक प्रश्नों का सही उत्तर पाकर हिन्दू हो गये। हिन्दू होने के बाद उन्होंने अपना नाम अनिरुद्ध ज्ञानशिख रख लिया था।*

*••● संत हरिदास: बंगाल के प्रसिद्ध वैष्णव संत हरिदास का जन्म एक मुस्लिम काजी के परिवार में हुआ था। उन्होंने चैतन्य महाप्रभु से वैष्णव धर्म की दीक्षा ली थी और धर्मद्रोह के आरोप में शहर काजी द्वारा दी गयी कोड़े खाने की सजा खाने के बाद भी अपनी धर्मनिष्ठा से विचलित नहीं हुए थे।*

*••● डॉक्टर आनंद सुमन: डॉक्टर आनंद सुमन का नाम सन् 80 से आरम्भ हुए दशक में चर्चित था। ये छतारी के नवाब के वंशज थे जो इस्लाम त्यागकर हिन्दू हो गये थे।*

*••● महन्त गुलाबनाथ: महन्त गुलाबनाथ नाथ सम्प्रदाय के प्रतिष्ठित सन्त थे तथा योगी आदित्यनाथ व उनके गुरु महन्त अवैद्यनाथ द्वारा आदर की दृष्टि से देखे जाते थे। ये जन्म से मुस्लिम थे और इनका असली नाम गुल मुहम्मद था।*

*••● आशीष खान देवशर्मा: आशीष खान देवशर्मा प्रख्यात सरोदवादक हैं जिन्होंने हिन्दू धर्म स्वीकार करने के बाद अपने नाम में देवशर्मा जोड़ लिया है।*

*••● M.I.A: ये इंग्लिश कलाकार श्रीलंकाई मूल की हैं। वे एक पेंटर, डायरेक्टर और गीतकार भी हैं। उनके गानों में हिपहॉप, डांस और इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक प्रमुखता से होता है। उन्होंने अपना करियर फिल्ममेकिंग और डिजाइन में शुरू किया था। उन्होंने दावा किया था कि उनका फेमस 'सुपर बॉल मिडिल फिंगर' एक्ट देवी मतंगी को दिया गया ट्रिब्यूट था। मतंगी एक हिंदू देवी हैं।*

*••● माइली साइरस: माइली अपने संगीत के साथ ही अपने ड्रेसिंग सेंस के चलते भी चर्चा में रहती हैं। कुछ साल पहले वे तब चर्चा में आ गई थीं, जब उन्होंने अपने घर में लक्ष्मी की पूजा की थी और इसकी फोटो अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड की थी। हालांकि बाद में यह फोटो हटा ली गई थी। लोगों का कहना था कि ऐसा उन्होंने अपने करियर में समृद्धि के लिए किया था। हालांकि इस बात को पुख्ता तौर पर नहीं कहा जा सकता कि वे हिंदू धर्म में कंवर्ट हो चुकी हैं।*

*🚩हालांकि हिन्दू धर्म में औपचारिक धर्मान्तरण की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में ऐतिहासिक व्यक्तित्वों अकबर, कबीर व रसखान जैसे व्यक्तियों ने भी अनेक हिन्दू विश्वासों को स्वीकाने के बाद भी अपने को हिन्दू धर्म या उसके किसी सम्प्रदाय का अनुयायी नहीं घोषित किया था। इसी प्रकार विजयनगर के राजाओं हरिहर व बुक्का तथा शिवाजी के मित्र नेताजी पालेकर जैसे उन व्यक्तियों को भी छोड़ा जा सकता है जो मुसलमान होने के बाद भी पुनः हिन्दू धर्म में लौट आये।*


*🚩हिंदू संस्कृति के प्रति विश्वभर के महान विद्वान की अगाध श्रद्धा अकारण नहीं रही है। इस संस्कृति की उस आदर्श आचार संहिता ने समस्त वसुधा को आध्यात्मिक एवं भौतिक उन्नति से पूर्ण किया, जिसे हिन्दुत्व के नाम से जाना जाता है।*

*🚩हिन्दू धर्म का यह पूरा वर्णन नही है इससे भी कई गुणा ज्यादा महिमा है क्योंकि हिन्दू धर्म सनातन धर्म है इसके बारे में संसार की कोई कलम पूरा वर्णन नही कर सकती । आखिर में हिन्दू धर्म का श्लोक लिखकर विराम देते हैं ।*

*🚩सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,*
*सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत।*
*ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः*

*🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻*

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

कोरोना से बचने के लिए एक किलो गौमूत्र और गोबर बिक रहा है 500 रुपये

19 मार्च 2020

*🚩देशी गाय का दूध, दही, घी, गोबर व गौमूत्र सम्पूर्ण मानव-जाति के लिए वरदानरूप हैं ।  इसी प्रकार गौमूत्र कफ व वायु के रोग, पेट व यकृत (लीवर) आदि के रोग, जोड़ों के दर्द, गठिया, चर्मरोग, कैंसर आदि सभी रोगों के लिए एक उत्तम औषधि है । गाय के गोबर में कृमिनाशक शक्ति है । जिस घर में गोबर का लेपन होता है वहाँ हानिकारक जीवाणु प्रवेश नहीं कर सकते।*

*🚩वैज्ञानिकों ने शोध किया है कि गाय के एक कंडे में देशी गाय का घी डालकर धुंआ करते हैं तो एक टन ऑक्सीजन बनता है।*

*🚩कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में जारी है तो वहीं कई देशों ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। इस वायरस ने कई देशों को प्रभावित किया है तो भारत में भी इसने दस्तक दे दी है। सरकार ने भी इस वायरस को रोकने के लिए कई तरह के प्रयास शुरू कर दिए हैं । इस बीच कोरोना वायरस का 'इलाज' चर्चा का विषय बना हुआ है।*

*🚩लाइव मिन्ट की खबर के मुताबिक, भारत में कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करने के लिए गौमूत्र 500 रुपये लीटर और गाय का गोबर 500 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं एक दूध विक्रेता का कहना है कि पश्चिम बंगाल की राजधानी से 20 किमी दूर सड़क के किनारे उसने अपनी एक दुकान लगाई है जहां वो गौमूत्र और गोबर बेचता है।*

*🚩दूध विक्रेता मबूद अली का कहना है कि दूध की तुलना में गोबर और गौमूत्र बेचकर वह अधिक पैसे कमा रहा है । वह गौमूत्र 500 रुपये लीटर और 500 रुपये किलो गोबर बेच रहा है जिससे उसको काफी फायदा भी हुआ । उसकी दुकान राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर स्थित है । ये रोड दिल्ली और कोलकाता को जोड़ती है । उन्होंने अपनी दुकान की मेज पर गाय के गोबर और गौमूत्र के जार पैक करके रखे हैं ।*

*🚩यही नहीं, मबूद अली ने मेज पर एक पोस्टर भी चिपकाया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि 'गौमूत्र पि‍यें और कोरोना वायरस से बचें'। अली का दावा है कि उन्हें दिल्ली में हिंदू महासभा द्वारा आयोजित एक गौमूत्र पार्टी से ये विचार मिला ।*

*🚩अली का कहना है, 'मेरे पास दो गायें हैं। एक भारतीय गाय और दूसरी जर्सी। मैं उनके दूध को बेचकर जीवनयापन करता हूं। जब मैंने टीवी पर गोमूत्र पार्टी देखी, तब मुझे महसूस हुआ कि मैं गोमूत्र और गोबर बेचकर अधिक लाभ कमा सकता हूं। मैं अपने व्यवसाय में गायों के हर हिस्से का उपयोग कर सकता हूं।*

*🚩हालांकि, अली के स्टाल में एक लीटर गौमूत्र और जर्सी गायों के एक किलो गोबर सस्ती दर पर उपलब्ध है । इस पर उनका कहना है कि एक जर्सी गाय भारतीय गाय की तरह शुद्ध नस्ल नहीं है इसलिए, इसके गोमूत्र भी ज्यादा मांग नहीं है।' अली ने कहना है कि शुरुआती प्रतिक्रिया 'अच्छी' रही है। मैं इस व्यापार को जारी रखने की कोशिश करूंगा।'*


*🚩राज्यसभा में गिनाए गौमूत्र के फ़ायदे:*

*कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऑस्कर फर्नांडिस ने राज्यसभा में भारतीय चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी से जुड़े दो विधेयकों पर चर्चा के दौरान कहा है कि गौमूत्र से कैंसर का इलाज संभव है और अगर हमरा पूरा देश योग करें तो स्वास्थ्य बजट आधा हो जाएगा।*

*🚩गौमूत्र से हुआ कैंंसर ठीक वहीं वह कहते हैं कि मुझे मेरठ में एक ऐसा व्यक्ति मिला, जिसने गौमूत्र के उपयोग से अपना कैंसर (Cancer) ठीक कर लिया। वह कहते हैं कि जब मैं ऐसी बात करता हूं तो मेरे बहुत अच्छे दोस्त जयराम रमेश मेरी टांग खीचने लगते हैं।*

*🚩हेल्थ बजट 50 फीसदी हो सकता है कम:* 

*फर्नाडिस ने भारतीय चिकित्सा पद्धति से जुड़े दोनों बिलों पर चर्चा के दौरान खूब जमकर योग की तारीफ की । वह कहते हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) साहब को अपना घुटना बदलना पड़ा था अगर मैं उनसे पहले मिला होता तो उन्हें वज्रासन की सलाह देता। वह कहते हैं कि भारत में हम अगर रोज योग करने लगे तो देश का 50 फीसदी हेल्थ बजट कम हो जाएगा।*

*🚩आयुर्वेद में गौमूत्र के ढेरों प्रयोग बताएं गए हैं । गौमूत्र का रासायनिक विश्लेषण करने पर वैज्ञानिकों ने पाया कि इसमें 24 ऐसे तत्व हैं जो शरीर के विभिन्न रोगों को ठीक करने की क्षमता रखते हैं । आयुर्वेद के अनुसार गौमूत्र का नियमित सेवन करने से कई बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। जो लोग नियमित रूप से थोड़े से गौमूत्र का भी सेवन करते हैं, उनकी रोगप्रतिरोधी क्षमता बढ़ जाती है। शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहता है।* 

*🚩वातावरण अशुद्ध होने पर कोरोना जैसे भयंकर वायरस आ जाते हैं, अगर देशी गाय के गोबर के कंडे से धुआं किया जाए तो कोरोना जैसा एक भी वायरस वातावरण में नहीं रहेगा और हमारा स्वास्थ्य उत्तम हो जाएगा जिससे देश के करोड़ों रूपये बच जाएंगे।*

*🚩आप भी देशी गाय के गौमूत्र का पान करके  और गोबर के कंडे जलाकर स्वस्थ रह सकते हैं ।*

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

देश में क्या होगा एक दिन में जनता कर्फ्यू करने और ध्वनि करने पर ?

21 मार्च 2020
www.azaadbharat.org

🚩चीन से शुरू हुआ खतरनाक कोरोना वायरस अबतक 176 देशों में अपने पैर पसार चुका है। इस महामारी से निपटने के लिए सभी देश हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

🚩कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च 2020 को घोषित जनता कर्फ्यू (अपने-अपने घर में रहने की अपील की गई है।

● जनता फर्फ्यू से चीन में क्या हुआ?

🚩एक तरफ जहां ये महामारी दुनिया भर में ताडंव मचा रही है वहीं चीन ने इसके संक्रमण पर काबू पा लिया और अब अस्पताल से लोग घर जा रहे हैं पर कैसे पाया? इसका जवाब है लॉकडाउन। चीन ने उस साइकिल को तोड़ने की कोशिश की जिससे कोरोना फैलता है।

🚩WHO की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक एक संक्रमित मरीज करीब 2.6 लोगों को संक्रमित कर सकता है फिर इस संक्रमण के 10वें स्टेज पर करीब 5-6 दिन बाद 3500 लोग संक्रमित हो सकते हैं। चीन ने इस साइकिल को तोड़ने की कोशिश की। चीन में लॉकडाउन होना शुरू हो गया। बाजार बंद हो गए। फैक्ट्रियां बंद हो गईं। पब्लिक ट्रांस्पोर्ट बंद हो गए। लोगों ने खुद को घरों में बंद कर लिया कई दिनों तक सेल्फ क्वारंटाइन किया। इससे लोगों के संक्रमित होने की संभावना काफी ज्यादा कम हो गई। चीनी मीडिया के मुताबिक कोरोना से निपटने के लिए ये बहुत जरूरी है सभी देशों को ये उपाय अपनाने चाहिए।

🚩यही उपाय प्रधानमंत्री ने भारत मे अपनाने के लिए अपील की है उसमें हमें सहयोग करना चाहिए।

🚩दूसरा प्रधानमंत्री ने बताया है की शाम को 5 बजे 5 मिनट घण्टियाँ, थालियां आदि बजा कर ध्वनि करना है और जो लोग डॉक्टर, पुलिस आदि हमारी रक्षा के लिए लगे हैं उनको धन्यवाद देना है।

● घंटी बजाने के पीछे का वैज्ञानिक कारण

🚩मंदिर घर का हो या किसी धार्मिक स्थल का वहां घंटी तो होती ही है। इसके पीछे धार्मिक कारण तो है ही साथ में इसका हमारे जीवन पर साइंटिफिक असर भी होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जब घंटी बजाई जाती है तो वातावरण में कंपन पैदा होता है, जो वायुमंडल के कारण काफी दूर तक जाता है। इस कंपन का फायदा यह है कि इसके क्षेत्र में आने वाले सभी जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव आदि नष्ट हो जाते हैं, जिससे आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है।

🚩यही कारण है कि जिन जगहों पर घंटी बजने की आवाज नियमित आती रहती है, वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है। इसी वजह से लोग अपने दरवाजों और खि‍ड़कियों पर भी विंड चाइम्स लगवाते हैं, ताकि उसकी ध्वनि से नकारात्मक शक्तियां हटती रहें। नकारात्मकता हटने से समृद्धि के द्वार खुलते हैं।

● शंखनाद के वैज्ञानिक प्रभाव

🚩हिन्दू संस्कृति इतनी वैज्ञानिक है कि इसके हर कार्य के पीछे आध्यात्मिक के साथ वैज्ञानिक पहलु छिपा हुआ है। जिसको आज विज्ञान भी प्रणाम करता है। हिन्दू धर्म में प्रत्येक मांगलिक कार्य के अवसर पर शंख बजाना अत्यंत पवित्र और शुभ फलदायी माना जाता है। शंख बजाने के धार्मिक एवं आध्यात्मिक लाभ तो हैं ही साथ ही इसके अनेक वैज्ञानिक लाभ भी हैं, जो शंख बजाने वाले को अनायास ही प्राप्त हो जाते हैं और कहते हैं अगर दिन की शुरुआत शंख की मधुर आवाज़ से हो तो दिन बहुत अच्छा जाता है।


● शंख ध्वनि जीवाणु और कीटाणु रोधी

🚩1928 में बर्लिन विश्वविद्यालय में किए गए एक अनुसंधान के अनुसार शंख की ध्वनि जीवाणुओं-कीटाणुओं को नष्ट करने का सर्वोत्तम साधन है। शंखघोष गूँजने वाले स्थान पर दुष्टात्माएँ प्रवेश नहीं कर सकतीं। शंख में रखे जल में भी कीटाणुओं को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति होती है। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार शंख में रखा जल छिड़कने से वातावरण शुद्ध होता है।

● शंख से वातावरण शुद्धिकरण

🚩शंखनाद से व्यक्ति का शरीर एवं उसके आसपास का वातावरण शुद्ध होता है और मन में सतोगुण का संचार होता है, जिससे सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं। इससे शंख बजाने वाले के मस्तिष्क का प्रसुप्त तंत्र जागृत होता है, जो उसके व्यक्तित्व विकास में अत्यंत सहायक होता है।

🚩देशी गाय के गोबर के कंडे में घी डालकर धुंआ करने पर भी हानिकारक बैक्टीरिया मर जाते हैं और वातावरण शुद्ध होता है।

🚩पीपल-तुलसी, बड़ और नीम भी वतावरण को शुद्ध रखता है और विषाणु पैदा नहीं होने देते हैं ।

● प्रणाम भी करने से आयु आरोग्य बढ़ता है।

🚩यह सब हमारे ऋषि-मुनियों ने पहले से ही बता दिया था पर हमें समझ में नहीं आ रहा था। आज कोरोना वायरस फैलने पर हमारी भारतीय संस्कृति पर गर्व हो रहा है और आज पूरी दुनिया नतमस्तक हो रही है अगर यही उपाय हम शुरू से करते रहते तो आज यह दुर्दशा नहीं होती ।

🚩अभी हमें हमारी संस्कृति तरफ शीघ्र लौट जाना चाहिए।

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat

🔺 facebook.com/azaadbharatorg

🔺 youtube.com/AzaadBharatOrg

🔺 twitter.com/AzaadBharatOrg

🔺.instagram.com/AzaadBharatOrg

🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ