बाबा राम रहीम से ज्यादा मीडिया जिम्मेदार है, संत आसारामजी बापू की तुलना किसी से करना गलत :
नरसिंहानंद जी महाराज
नरसिंहानंद जी महाराज
सुदर्शन न्यूज चैनल के बिंदास बोल में चैनल के मुख्य संपादक सुरेश चव्हाणके और अखिल भारतीय संत समाज के राष्ट्रीय संयोजक व सिद्ध पीठ प्रचंड देवी मंदिर डासना के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती की आप में चर्चा की गई ।
सुरेश चव्हाणके : भावनाओं को ,आस्थाओं को प्रतिक्रियाओं को देख,इसमे जो अच्छे लोग हैं वो भी पीछे जा रहे हैं, नरसिंहानंद जी महाराज जिस प्रकार से कुछ ऐसे लोग जब धर्म को, आस्था को बदनाम करते हैं तो उसके बाद में जो अच्छे लोग हैं उन पर भी सवाल या निशान पैदा होते हैं ।
नरसिंहानंद जी महाराज : अभी जैसे एक बहन ने हिन्दू संत आशारामजी बापू की तुलना दूसरे से की, लेकिन देखिये जिस केस में आशारामजी बापू फंसे हैं, वो केस फेंक है, वो केस झूठा है, फर्जी है ये मैं गारेंटी के साथ यहाँ बैठ कर कह देना चाहता हूँ और एक षड्यन्त्र के तहत बापूजी को फंसाया गया था और ये षड्यन्त्र किसने बुना है ये सब लोग जानते हैं ।
लेकिन सबसे बड़ी खास बात यह है कि हिन्दू कल तक कोई नही बोल रहा था । कोई रामरहीम के बारे में टिप्पणी नहीं कर रहा था । आज सारे बाबाओं को संत आशारामजी बापू के साथ लगा दिया गया।
कल को एक महिला खड़ी हो जाएगी हम पर आरोप लगा देगी फिर हमें भी इनके साथ घसीट लिया जायेगा, सबसे पहले इस सिस्टम को देखना पड़ेगा कि हमारी सिस्टम में कहाँ कमी आ गयी?
पहले तो हमारी महिलाओं को हमारी बहन बेटियों को ये बात समझना पड़ेगा।
पहले तो हमारी महिलाओं को हमारी बहन बेटियों को ये बात समझना पड़ेगा।
आज सारे हिन्दू समाज के अंदर संतो के प्रति एक विचसना पैदा की जा रही है, ये विचसना हो नही रही है विचसना पैदा की जा रही है और इसका जो ये बाबा रामरहीम जैसे लोग हैं ये इसका कारण बन रहे हैं, लेकिन सबको इनके साथ पीसना सही नहीं है। आसारामजी बापू की राह अब और कठिन हो गयी है, उन्हें जमानत मिल सकती थी, लेकिन उनको सबके साथ घसीट कर विदेशी षड्यन्त्रकारी और भारत में रहने वाले जिहाद्दी और जो क्रिश्चन चर्च के लोग हैं इन्हें बल मिलेगा कि सारे हिन्दू ऐसे होते हैं ।
मीडिया जो पिछले 3 दिन से इस माहौल को बना रहा है, रामरहीम से ज्यादा दोषी मीडिया के वो लोग हैं जो पूरे हिंदुस्तान को एक तरह से सिविल वॉर की आग में झोंक देना चाहते हैं,ये जो कुछ हुआ वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
सुरेश चव्हाणके : महाराज जी, यही मीडिया हिंदुस्तान के बाबा की कल तक इंटरव्यू ले रहा था, उनके इंटरव्यू लेने के लिए उनके यहां पर एजेंसिया लगा रहा था, उनके विज्ञापन चला रहा था, उनके फिल्म्स के अनिमशन्स ले रहा था, यही मीडिया कल तक मेहमनमन्दित कर रहा था आज एकदम उल्टी भूमिका में है ।
नरसिंहानंद जी महाराज : देखिये ये मीडिया का तो क्या है ये तो इस देश में मजाक हो रहा है, आज इस देश में जो मीडिया वाले हैं उनकी न तो धर्म में आस्था है न देश में आस्था है न इस मिट्टी में आस्था है। उन्होंने सारी चीजों को मजाक बना दिया है और ये जो बबाल हुआ है इसके लिए राम रहीम से ज्यादा जिम्मेदार या गैरजिम्मेदार मीडिया है जिसने इसे इतना भयंकर तूल दिया है, यदि इसे इतनी भयंकर तूल न दी जाती, इस मामले की, बाबा रामरहीम को सीधा जेल भेज दिया जाता तो ये मामला नहीं उठता।
ये इतना दुर्भाग्यपूर्ण मामला है और ये मै रामरहीम का बचाव नही कर रहा हूँ लेकिन इसमें मुझे लगता है सब मामला षड्यंत्रकारियों से मिला हुआ है।
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