अगस्त 22, 2017
इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया ने आज स्वतंत्रता के नाम पर झूठ परोसना चालू कर दिया है, कहीं की घटना कहीं पर दिखाने लगे हैं । किसी भी न्यूज को अपने फायदे के अनुसार तोड़-मरोड़ कर दिखाते हैं । आज तो डिजिटल युग है उसमें कुछ भी छेड़छाड़ करके दिखाया जाता है , मीडिया आज उसका भरपूर उपयोग कर रही है । उसमें भी कोई हिंदुत्व का मुद्दा हो या कोई हिंदुत्वनिष्ठ हो तो उसके खिलाफ तो झूठी कहानियाँ जमकर दिखाते हैं ।
aRREST WARRANT AGAINST dipak chaurasiya |
ऐसे ही इंडिया न्यूज के चीफ एडिटर दीपक चौरसिया ने गलत खबरें दिखाई तो पटना न्यायालय ने दीपक चौरसिया को गैर जमानती वारंट ( Non-bailable Warrant ) भेजा है लेकिन उसके बाद भी दीपक चौरसिया के न्यायालय में हाजिर नही होने पर लोगों में भारी आक्रोश है ।
पटना एवं नोएडा पुलिस द्वारा भी कोई ठोस कदम नही उठाने पर जनता सड़कों पर आ गई है और पटना एवं नोएडा पुलिस से प्रश्न कर रही है कि क्या दीपक चौरसिया के लिए अलग कानून है..???
क्यों गिरफ्तार नही कर रहे हैं...??
सोमवार को पटना पुलिस स्टेशन के सामने सैकड़ो लोगों ने दीपक चौरसिया को एरेस्ट करने के लिए धरना प्रदर्शन किया ।
उससे पहले भी चौरसिया को गिरफ्तार करने के लिए जंतर-मंतर और नोएडा पुलिस के सामने धरना प्रदर्शन किया गया था ।
कई बार ट्वीटर पर भी #ArrestCHORasia द्वारा लाखों ट्वीट्स की गई हैं जो हैशटैग भारतभर में टॉप ट्रेंड में दिखा ।
सभी का एक ही कहना था कि..
क्या हमारी न्याय प्रणाली कमजोर है या पुलिस प्रशासन बिका हुआ है...???
क्या हमारी न्याय प्रणाली कमजोर है या पुलिस प्रशासन बिका हुआ है...???
आखिर क्यों दीपक चौरसिया को गिरफ्तार नही कर रहे हैं ???
आपको बता दें कि #इण्डिया #न्यूज चैनल के दीपक चौरसिया के खिलाफ तीन-तीन बार #पटना #कोर्ट ने #summons जारी किये, पर हर बार न्यायालय की अवहेलना करने के कारण पटना कोर्ट द्वारा चौरसिया को गिरफ्तार करने के लिए "गैर जमानती वारंट" जारी किया गया ।
गौरतलब है कि इंडिया न्यूज चैनल के दीपक चौरसिया ने हिन्दू संत आशारामजी बापू को बदनाम करने के उद्देश्य से कई झूठे एवं मनगढ़ंत न्यूज बनाये और जनता को गुमराह किया जबकि #पुलिस द्वारा उन आरोपों की पुष्टि आज तक नहीं हुई है ।
इसी कारण पटना में रहने वाले श्री दिलीप कुमार ने, जिनकी धार्मिक भावना को ठेस पहुँची थी, उन्होंने #पटना शहर के कोर्ट में दीपक चौरसिया एवं अन्य आरोपी जिनमें इंडिया न्यूज चैनल के मालिक एवं निर्देशक भी सम्मलित हैं, उनके खिलाफ 15 मई 2014 को शिकायत दर्ज कराई थी ।
पटना कोर्ट ने इसकी गंभीरता को देखते हुए "#Non-bailable Warrant" जारी किया है ।
ब्रजबिहारी गुप्ता उर्फ #भोलानंद ने भी हजारों लोगों के सामने आकर षड़यंत्र का पर्दाफाश करते हुए कहा है कि संत आसारामजी बापू को फंसाने के लिए उनके खिलाफ इण्डिया #न्यूज टीवी पर बोलने के लिए #दीपक #चौसरिया का फोन आता था और ‘इंडिया न्यूज' का मनीष अवस्थी रोज गाड़ी लेकर मुझे लेने आता और पैसे की सूटकेस भर-भर के दिखाता था ।
भोलानन्द ने आगे कहा कि मै जब भी संत आसारामजी बापू के खिलाफ बोलने को मना करता तो मेरे को #70-80 लाख का फ्लेट, पैसे आदि का प्रलोभन देते और साथ में मुझे डराने-#धमकाने के लिए गुंडे भी बैठा रखे थे।
#दीपक चौरसिया के खिलाफ इतने अहम सबूत भी हैं और #गिरफ्तार करने के लिए पटना कोर्ट द्वारा "गैर जमानती वारंट" भी जारी किया गया है ।
#ट्वीटर पर भी लाखों लोग गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं और दिल्ली जंतर मंतर पर भी अनेक बड़े-बड़े हिन्दू संगठन और हजारों लोग गिरफ्तारी की माँग कर रहे हैं ।
अब देखना ये है कि बिना सबूत हिन्दू संतों को आधी रात को गिरफ्तार करने वाला ये #पुलिस प्रशासन हजारों-लाखों लोगों की मांग को देखकर कितना #सक्रिय होता है दीपक चौरसिया की #गिरफ्तारी को लेकर....!!
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