12 नवम्बर 2018
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इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में अधिकतर खबरें होती नहीं है, बनाई जाती है और खासकर मीडिया जब टीआरपी और पैसे के लिए किसी एजेंडे को तय करके खबरें दिखाती है तो हमेशा एक तरफा पक्ष ही दिखाती है। दूसरे पक्ष को चाहे वो सत्य ही क्यों न हो लेकिन उसे दबाने की कोशिश करती है, कहीं सच्चाई सामने न आ जाए क्योंकि सच्चाई सामने आने पर मीडिया से जनता का भरोसा उठ जाएगा, लेकिन भले ही मीडिया सच्चाई छिपा दे लेकिन आज सोशल मीडिया का जमाना है जिसके द्वारा कुछ छिपा नहीं रह सकता ।
आपको बता दें कि 2004 में जब शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती को गिरफ्तार किया था तब उनके ही मठ के कुछ लोग शंकराचार्य जी के खिलाफ हो गए थे, लेकिन जैसे ही हिन्दू संत आसाराम बापू दिल्ली में जंतर मंतर पर बैठे तो अटल बिहारी बाजपेयी जैसी बड़ी हस्तियां भी बापू आसारामजी के साथ बैठ गए और जो शंकराचार्यजी का विरोध कर रहे थे वे भी उनके पक्ष में आ गए और उन्हें रिहा करना पड़ा ।
Asaram Bapu's latest two news reports disappeared by media |
बापू आसारामजी ने उसके बाद एक भविष्यवाणी की थी, बताया था कि अब मेरे और मेरे आश्रम के खिलाफ षडयंत्र चलेगा, हमें बदनाम किया जाएगा और भी बहुत कुछ होगा ।
उसके बाद मीडिया में बापू आसारामजी की बदनामी जोर शोर से चालू हो गई, साल 2008 में दो बच्चों को तांत्रिक विद्या से मारने का आरोप लगाया और मीडिया में खूब हो हल्ला हुआ, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें क्लीनचिट दे दी । फिर भी मीडिया उनके खिलाफ कुछ न कुछ झूठी अफवाहें फैलाती रही ।
साल 2013 में उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगा, लेकिन मीडिया ने बलात्कारी बाबा बोलकर खूब बदनाम किया किंतु आपको बता दें कि FIR में बलात्कार का आरोप नहीं था, उसमें केवल छेड़छाड़ी का आरोप था। मेडीकल में तो छेड़छाड़ी से भी क्लीनचिट मिल गई और आपको बता दें कि लड़की ने जिस समय की तथाकथित घटना बताई है, उसके कॉल डिटेल्स से पता चलता है कि उस समय वो अपने एक मित्र से बात कर रही थी और बापू आसारामजी उस समय किसी कार्यक्रम में थे जहां सैकड़ों लोग मौजूद थे, इन सबको अनदेखा किया और सेशन कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद दे दी । उनके वकील का कहना था कि मीडिया ट्रायल के कारण जज ने दबाव में आकर फैसला दिया है, हाईकोर्ट से निर्दोष बरी हो जाएंगे ।
अभी हम आपको जो दो लेटेस्ट खबरें बताने जा रहे हैं जो मीडिया ने छुपा दिया है उनमें से एक तो ये है कि बापू आसारामजी के कहने पर दीपावली पर्व पर देशभर में आश्रम व भक्तों द्वारा लाखों गरीब आदिवासियों में जीवनोपयोगी वस्तुओं का वितरण एवं भंडारा किया । जिससे गरीब आदिवासीयों की अच्छी दीपावली मनी और जो धर्मान्तरण हो रहा था उसपर रोक लग गई ।
दूसरा उनके मुख्यालय अहमदाबाद आश्रम में एक बड़ी "दीपावली विद्यार्थी शिविर" हुई जिसमे हजारों विद्यार्थियों ने भाग लिया, जिसमे बच्चों ने सूर्योदय से दो घंटे पहले उठकर प्राणायाम का लाभ लिया । भगवन्नाम-जप, कीर्तन, ध्यान, प्रार्थना, सत्संग-श्रवण, योगासन, तुलसी-से वन, सूर्य को अर्घ्यदान आदि भारतीय संस्कृति के आदर्श नियमों का अपनी दिनचर्या में पालन कर विद्यार्थियों ने सर्वांगीण उन्नति का अनुभव किया । जहाँ घर में दो बच्चों को संभालना मुश्किल हो जाता है वहाँ हजारों बच्चें शांतिपूर्ण, संयम से रहे ये कोई छोटी बात नहीं है और दीपावली पर्व पर अपने घर छोड़कर आश्रम में आकर रहे और जप-ध्यान-प्राणायाम करके अपने को उन्नत किया वे कोई छोटी खबर नही है पर मीडिया ने इसे भी छुपा दिया ।
इस शिविर में माता-पिता के आज्ञा-पालन की महत्ता, परीक्षा में सफलता पाने के गुर, याददाश्त बढ़ाने के उपाय व स्वस्थ रहने की सरल युक्तियाँ सीखी-समझी । साथ ही भजन-कीर्तन, गायन, वक्तृत्व, मौखिक तथा लिखित स्पर्धाओं में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । 450 से अधिक विजेताओं को पुरस्कृत किया गया ।
‘राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से सम्मानित, देश-विदेश में जादू के 7000 से अधिक शो करनेवाली तथा कई टीवी चैनलों के टैलेंट एवं रियालिटी शो में भाग ले चुकी प्रसिद्ध जादूगर आँचल ने शिविर में बच्चों को जादू का खेल दिखाया एवं अपनी सफलता का राज बताते हुए कहा कि ‘‘मेरी सारी उपलब्धियाँ तथा योग्यताएँ केवल पूज्य बापूजी के आशीर्वाद की ही देन हैं ।’’ पर्यावरण सुरक्षा हेतु तुलसी, पीपल, आँवला व नीम जैसे वृक्षों के रोपण हेतु विद्यार्थियों को प्रेरित किया गया ।
अनुभवी डॉक्टरों द्वारा शिविरार्थियों को स्वास्थ्य-रक्षा विषयक उपयोगी जानकारी दी गयी ।
शिविरार्थियों के हृदय में अपने गुरुदेव संत श्री आशारामजी बापू के प्रत्यक्ष दर्शन न होने की वेदना झलकती थी परंतु उन्हें पूरा भरोसा है कि बापूजी निर्दोष हैं और वे शीघ्र ही उनके बीच पधारेंगे ।
इस शिविर में बच्चों को 7 दिन तक देशी गाय के दूध, खजूर,चारोली व पुष्टिदायक औषधियों से युक्त खीर पर रहकर अनुष्ठान करने की व्यवस्था की गयी थी । हड्डियों तक के रोगों का शमन करनेवाले ‘पंचगव्य’ तथा मक्खन मिश्री के प्रसाद का लाभ भी विद्याथियों को मिला ।
बापू आसारामजी के खिलाफ अनेक खबरें दिखाने वाली मीडिया इस सच्चाई को भले न दिखाए पर सोशल मीडिया के जरिये सच्चाई पहुँच रही है ।
आपको बता दें कि बापू आसारामजी ने देश-विदेश में सनातन धर्म का इतना प्रचार प्रसार किया कि करोड़ों लोग एवं बुद्धिजीवी लोग उनके कथनानुसार जीवन जीने लगें जिससे वेटिकन सिटी को भारी नुकसान हुआ धर्मान्तरण का धंधा बंद होने लगा एवं करोड़ों लोग व्यसन और व्यभिचार छोड़कर संयमी बनने लगे और उनके द्वारा बताए गए घरेलू उपचार से स्वस्थ, सुखी होने लगे इसके कारण विदेशी प्रोडक्ट बिकने का बंद हो गए और मल्टीनेशनल कम्पनियों को अरबों-खबरों का नुकसान हुआ इसलिए मिशनरियों और विदेशी कम्पनियों ने कुछ करोड़ रुपये मीडिया को देकर उन्हें बदनाम करवाया और केस करके जेल भिजवाया ताकि उनकी दुकानें चलती रहे।
आप सभी इस षड्यंत्र को अच्छी तरह समझें और उसका विरोध करें अन्यथा एक के बाद एक निर्दोष हिन्दू साधु-संत एवं हिंदुनिष्ठ नेता विधर्मियों कि चपेट में आते रहेंगे और हिन्दू संस्कृति खत्म कर दी जाएगी ।
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