27 Apirl 2023
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🚩स्क्रीन पर हिन्दुओं के प्रति घृणा परोसने और पोसने का काम पहले फिल्मों के जरिए धड़ल्लले से होता था। मगर पिछले कुछ समय से हिंदू जागरूक हुए और उन्होंने सवाल उठाकर फिल्मों का बॉयकॉट शुरू किया तो ज़ाहिर है जिहादियों में चिंता बढ़ गई कि अब कैसे हिन्दुत्व को नीचा दिखाया और मिटाया जाए। ऐसे में इन्होंने ये नया तरीका खोजा - विज्ञापनों का।
🚩केरल में ईद पर सोशल मीडिया में एक विवादित वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में लव जिहाद को बढ़ावा दिया गया है। इसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। ये पूरा मामला केरल के कोट्टयम जिले का है।
🚩VIP Luggage का लिखा नाम ::
🚩दरअसल, वी.आई.पी. लगेज कंपनी ने पुलिस में शिकायत की है। क्योंकि वीडियो के नीचे कंपनी का नाम लिखा गया है, ताकि वीडियो देखने वालों को ऐसा लगे , कि ये विज्ञापन वी.आई.पी. लगेज का है।
🚩बता दें कि , इससे पहले भी लव जिहाद को बढ़ावा देने वाले कई विज्ञापन जारी किये जा चुके हैं। जिस पर कड़ी आपत्ति जताई गई थी। सोशल मीडिया में कंपनी को बॉयकट करने की मांग उठी। इसके बाद विज्ञापन को हटाना पड़ा।
🚩क्या है वीडियो...!?
🚩वीडियो में एक मुस्लिम युवक हल्की दाढ़ी और टोपी पहने दिख रहा है। वहीं एक हिन्दू लड़की उस युवक से प्रेम करती है। युवक उसे नए ( मुस्लिम महिलाओं की पोशाक) कपड़े देता है ।अब अगले दृश्य में वह लकड़ी युवक के सामने नई (मुस्लिम महिला के पहनावे में ) ड्रेस में आती है , लेकिन अबतक वह माथे के बिंदी नहीं हटाई थी। इसके बाद युवक उसके बिंदी को निकाल देता है , फिर सिर पर चुनरी ओढ़ाता है।
🚩हिंदूवादी संगठनों ने यह आरोप लगाया है , कि ये वीडियो पूरी तरह से लव जिहाद को प्रोत्साहन देने वाला और साफ तौर पर हिन्दुत्व विरोधी है। सभी ने इस वीडियो पर कड़ी आपत्ति जताई है।
🚩VIP Luggage कंपनी ने मामले को संज्ञान में लिया...
वी.आई.पी. लगेज के अध्यक्ष 'दिलीप पीरामल' ने कहा , " यह मेरे संज्ञान में आया है, कि एक लव जिहाद वीडियो प्रसारित किया जा रहा है और इस वीडियो के अंत में एक वी.आई.पी. स्लाइड डाली गई है, जो यह दिखाने के लिए है , कि हम इस संदेश के प्रायोजक हैं । यह वी.आई.पी. के साथ धोखाधड़ी है। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और कानून के तहत हमारे पास उपलब्ध सबसे सख्त कार्यवाही करेंगे।"
🚩महत्वपूर्ण स्पष्टीकरण ::
"यह एक नकली विज्ञापन है, जो वी.आई.पी. और स्काईबैग्स नामक ब्रांड्स का अवैध रूप से उपयोग कर रहा है। हमारी छवि को खराब कर रहा है। वी.आई.पी. इंडस्ट्रीज का विडियो निर्माता से कोई संबंध नहीं है और हमने पुलिस शिकायत भी दर्ज करवाई है। हम अखंडता और विविधता के सम्मान के लिए खड़े हैं। आपके समर्थन के लिए धन्यवाद ।"
🚩विज्ञापन का उद्देश्य वैसे तो अपने दर्शकों को अपने उत्पादों का उपभोक्ता बनाना ही होता है, लेकिन उसमें भी हिन्दुत्व विरोधी प्रोपेगेंडा का तड़का मिले तो जिहादियों को और क्या चाहिए, फिर उनके लिए वही सबसे बेस्ट ऐड हो जाता है।
🚩दुखद पर खास गौरतलब है , कि आजकल विज्ञापन बनाते हुए ध्यान रखा जाता है , कि कैसे भी मुस्लिम समुदाय कहीं नेगेटिव शेड में न दिखा दिया जाए और गलती से भी हिन्दू सरल, शांत या महान न नजर आ जाए।
🚩रेड लेबल की हिंदू घृणा ::
नहीं यकीन...!? तो याद कीजिए रेड लेबल के कुछ पुराने विज्ञापनों को। चायपत्ती की इतनी बड़ी कंपनी ने एक नहीं दो-दो बार अपने विज्ञापनों में हिंदू विरोधी कंटेंट दिखाया था।
🚩एक ऐड में दिखाया गया , कैसे एक हिंदू गणेश मूर्ति लेने आता है, लेकिन दुकानदार मुस्लिम होता है। मुस्लिम जैसे ही अपनी टोपी सिर पर पहनता, हिन्दू उससे भागने लगता है। फिर मुस्लिम व्यक्ति इतना अच्छा होता है , कि उसे बुलाकर चाय पिलाता है और हिन्दू की बुद्धि बदलती है,फिर वो उसी से मूर्ति खरीदता है।
🚩ऐसे ही दूसरे ऐड में , एक हिंदू दंपती नजर आते हैं , जो अपने घर की चाबी भूल गए हैं। उनके पड़ोस में मुस्लिम महिला उन्हें अपने घर बैठकर प्रतीक्षा करने की सलाह देती है। पर हिन्दू अपनी सोच के कारण उसके घर में जाने से मना करते हैं। फिर चाय की खुशबू आती है, जो उन्हें एहसास कराती है कि हिंदू-मुस्लिम कुछ नहीं होता..। हास्यास्पद और कट्टर हिन्दुत्व विरोधी विज्ञापन ।
🚩इतना ही नहीं , आजकल तो विज्ञापनों में आए दिन बच्चों का इस्तेमाल भी धड़ल्ले से हिन्दू रीति-रिवाजों पर हमला करने ,हिन्दू मान्यताओं को ठेस पहुँचाने ,हिन्दू त्योहारों पर सवाल उठाने के लिए किया जा रहा है…! और यह तरीका न सिर्फ असरदार बल्कि बेहद आम होता जा रहा है। अपने प्रोपेगेंडे के लिए, ये लोग बच्चों को भी नहीं बक्शते हैं।
🚩सर्फ एक्सेल के एड में दिखाया जाता है , कि हिन्दू लड़की मुस्लिम लड़के को रंगों से बचाते हुए मस्जिद ले जाती है। वहीं एक दूसरे विज्ञापन में संदेश दिया जाता है कि श्राद्ध में खाना ब्रह्माण को खिलाओ या फिर मौलवी को बात एक ही है।
🚩ऐसे तमाम विज्ञापनों के उदाहरण आज इंटरनेट पर मौजूद हैं, जिनका उद्देश्य केवल और केवल हिंदू घृणा का प्रचार-प्रसार करना है। बच्चों से बुजुर्गों तक का उपयोग विज्ञापन में करते हुए दिखाया जा रहा है, कि हिन्दू हमेशा गलत ही रहता है और गैर-हिन्दू कितने समझदार , सीधे सच्चे , सज्जन व सरल स्वभाव के होते हैं ।
🚩ऐसा लगता है कि आज के समय में विज्ञापन बनाने का मानक ही यह रह गया हो कि या तो हिन्दू परंपराओं पर सवाल उठाकर उन्हें बदलने का संदेश दो, वरना ये दिखाओ की कैसे देश के हिन्दुओं की सोच मुस्लिमों के प्रति बदली जानी चाहिए।
🚩तमाम हिन्दू संगठनों व प्रत्येक जागरुक नागरिक की मांग है , कि ऐसे घृणा फैलाने वाले विज्ञापनों पर सरकार को प्रतिबंध लगाना ही चाहिए।
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