Monday, February 17, 2020

इन दो अंतराष्ट्रीय खबरों से जान सकते हैं कि हिंदु संस्कृति कितनी महान है

17 फरवरी 2020

*🚩विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता भारत में ही मिली है। संसार का सबसे पुराना इतिहास भी यहीं पर उपलब्ध है। हमारे ऋषियों ने उच्छृंखल यूरोपियों के जंगली पूर्वजों को मनुष्यत्व एवं सामाजिक परिवेश प्रदान किया, इस बात के लाखों ऐतिहासिक प्रमाण आज भी उपलब्ध हैं।*

*🚩यूनान के प्राचीन इतिहास का दावा है कि भारतवासी वहाँ जाकर बसे तथा वहाँ उन्होंने विद्या का खूब प्रचार किया। यूनान के विश्वप्रसिद्ध दर्शनशास्त्र का मूल भारतीय वेदान्त दर्शन ही है।*

*🚩यूनान के प्रसिद्ध विद्वान एरियन ने लिखा हैः 'जो लोग भारत से आकर यहाँ बसे थे, वे कैसे थे ? वे देवताओं के वंशज थे, उनके पास विपुल सोना था। वे रेशम के दुशाले ओढ़ते थे और बहुमूल्य रत्नों के हार पहनते थे।'*

*🚩एरियन भारतीयों के ज्ञान, चरित्र एवं उज्ज्वल-तेजस्वी जीवन के कारण उन्हें देवताओं के वंशज कहता है। यहाँ पर उसने भारतीयों के आध्यात्मिक एवं भौतिक विकास को स्पष्ट किया है।*

*🚩इन दो खबरों से जान सकते हैं कि सनातन हिंदू संस्कृति कितनी महान है और उससे विदेशी लोग कैसे लाभ उठा रहे हैं?*

*🚩शाकाहार, योग और ध्यान ने मुझे शिखर पर पहुंचाया : नोवाक*

*🚩आठवां ऑस्ट्रेलियाई ओपन खिताब जीतकर महानतम टेनिस खिलाड़ियों की जमात में शामिल होने वाले नोवाक जोकोविच ने इस शानदार फॉर्म का श्रेय शाकाहार, योग और ध्यान को दिया है। युद्ध की विभीषिका झेलने वाले बेलग्राद में पैदा हुए सर्बिया के इस टेनिस स्टार ने सूखे स्वीमिंग पूल में अभ्यास करके टेनिस का ककहरा सीखा। अब रिकॉर्ड 15 करोड डॉलर ईनामी राशि के साथ मोंटे कार्लो में महल सरीखे घर में रहते हैं।*

*🚩कुछ ऐसा है जोकोविच की दिनचर्या*

*🚩जोकोविच की दिनचर्या अनूठी और अनुकरणीय है। वह सूर्योदय से पहले अपने परिवार के साथ उठ जाते हैं, सूर्योदय देखते हैं और उसके बाद परिवार को गले लगाते हैं। साथ में गाते हैं और योग करते हैं।*

*🚩साथ ही 2 बच्चों के पिता जोकोविच पूरी तरह से शाकाहारी हैं। नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री ‘द गेम चेंजर्स में उन्होंने कहा, ”उम्मीद है कि मैं दूसरे खिलाड़ियों को शाकाहार अपनाने के लिए प्रेरित कर सकूंगा।”*

*इंडोनेशिया में ‘सुग्रीव’ के नाम पर पहला हिंदू विश्‍वविद्यालय*

*🚩इंडोनेशिया में रामचरित मानस के एक पात्र सुग्रीव के नाम पर पहली हिंदू विश्‍वविद्यालय खोली गई है। इंडोनेशिया ने बाली में एक इंस्टीट्यूट को देश की पहली हिंदू विश्‍वविद्यालय में बदल दिया है। प्रेजिडेंशियल रेगुलेशन के तहत बाली के देनपासर के हिंदू धर्म स्टेट इंस्टीट्यूट को देश की पहली हिंदू स्टेट यूनिवर्सिटी बना दिया गया है। इसके अनुसार इस विश्‍वविद्यालय का नाम आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी रखा गया है।*

*🚩बता दें इंडोनेशिया में पहली हिंदू विश्‍वविद्यालय खोला गया है। इस विश्‍वविद्यालय का नाम आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी रखा गया है। पहले इस विश्‍वविद्यालय का नाम हिंदू धर्म स्टेट इंस्टीट्यूट था। अब इसे राष्ट्रपति जोको विदोदो ने एक प्रेजिडेंशियल रेगुलेशन के तहत पहली हिंदू विश्‍वविद्यालय बना दिया है। इस रेगुलेशन के बाद इसका नाम आई गुस्ती बागस सुग्रीव स्टेट हिंदू विश्‍वविद्यालय रखा गया है। यह रेगुलेशन पिछले हफ्ते ही लागू किया गया है।*

*🚩आपको बता दें कि अखंड भारत में इंडोनेशिया भी था।*

*🚩गौरतलब है कि इंडोनेशिया सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है। लेकिन, इसकी संस्कृति में रामायण रची-बसी है। यहां की रामलीला विश्‍वभर में प्रसिद्ध है। ताजा रेगुलेशन का मकसद हिंदू उच्च शिक्षा को समर्थन और बढ़ावा देना है। बता दें इस विश्‍वविद्यालय में ‘एडमिनिस्टर हिंदू हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम’के साथ-साथ ‘हिंदू हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम को सपोर्ट करने वाले’दूसरे हायर ऐजुकेशन प्रोग्राम भी होंगे। बताया जा रहा है कि यहांं  के  सभी  मौजूदा छात्रों और कर्मचारियों का इसमेंं ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके साथ ही हिंदू धर्म स्टेट इंस्टीट्यूट की सभी प्रॉपर्टी भी अब UHN को हैंडओवर कर दिया गया है। स्त्रोत : जागरण*

*🚩सैमुअल जानसन के अनुसारः 'हिन्दू लोग धार्मिक, प्रसन्नचित्त, न्यायप्रिय, सत्यभाषी, दयालु, कृतज्ञ, ईश्वरभक्त तथा भावनाशील होते हैं। ये विशेषताएँ उन्हें सांस्कृतिक विरासत के रूप में मिली हैं।'*

*🚩यही तो है वह आदर्श जीवनशैली जिसने समस्त संसार को सभ्य बनाया और आज भी विलक्षण आत्ममहिमा की ओर दृष्टि, जीते जी जीवनमुक्ति, शरीर बदलने व जीवन बदलने पर भी अबदल आत्मा की प्राप्ति तथा ऊँचे शाश्वत मूल्यों को बनाये रखने की व्यवस्था इसमें विराजमान है। यदि हिन्दू समाज में कहीं पर इन गुणों का अभाव भी है तो उसका एकमात्र कारण है धर्मनिरपेक्षता के भूत का कुप्रभाव। जब इस आदर्श सभ्यता को साम्प्रदायिकता का नाम दिया जाने लगा तथा कमजोर मन-बुद्धिवाले लोग इससे सहमत होने लगे तभी इन आदर्शों की हिन्दू समाज में कमी होने लगी और पश्चिमी पशुता ने अपने पैर जमा लिये। यह एक ऐतिहासिक सत्य है कि अन्य किसी भी मत-पंथ के अस्त होने से विश्वमानव की इतनी दुर्गति नहीं हुई जितनी हिन्दू धर्म की आदर्श जीवन-पद्धति को छोड़ देने से हुई।*

*🚩अब भारतीयों को अपनी संस्कृति की महिमा समझनी चाहिए और अपनी संस्कृति की तरफ लौट आना चाहिए उसमे ही हमारा और विश्व का कल्याण है।*

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻


🔺 facebook :




🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG

🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Sunday, February 16, 2020

आसारामजी बापू ने भारत के बचा लिए 5000 करोड़ रुपये

16 फरवरी 2020
www.azaadbharat.org
*🚩भारत में अपने व्यापार का स्तर बढ़ाने के लिए और भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कम्पनियां वेलेंटाइन डे की गंदगी भारत में लेकर आईं हैं और वे ही कम्पनियां मीडिया को पैसे देकर वेलेंटाइन डे का खूब जोरों-शोरों से प्रचार-प्रसार करवाती हैं... जिसके कारण उनका व्यापार लाखों-करोड़ों और अरबों में नहीं वरन खरबों में हो जाता है। इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया भी जनवरी से ही वैलेंटाइन डे यानि पश्चिमी संस्कृति का प्रचार करने लगते हैं जिससे विदेशी कम्पनियों के गिफ्ट, कंडोम, गर्भनिरोधक सामग्री, नशीले पदार्थ, पॉप मुस्जिक आदि 20 गुना बिकते हैं और विदेशी कम्पनियों को खरबों रुपये का फायदा होता है ।*

*🚩आपको बता दें कि हिंदू संत आशारामजी बापू ने इस गंदगी से बचने के लिए 2006 में एक अभियान शुरू किया। उसका नाम है 14 फरवरी "मातृ-पितृ पूजन दिवस" !!*
*इस दिन उनके करोड़ों अनुयायी देशभर में अनेक स्थान पर स्कूलों, कॉलेजों, शहरों, सोसायटियों, गांवों आदि में जोर-शोर से जनवरी से ही मातृ-पितृ पुजन शुरू कर देते हैं।*
*🚩इस साल भी जनवरी से ही मातृ-पितृ पूजन दिवस शुरू कर दिया था और सभी को संकल्प दिलवाया था कि 14 फरवरी को पाश्चात्य संस्कृति का वेलेंटाइन डे हम नहीं मनाएंगे बल्कि 14 फरवरी को हम माता-पिता का पूजन करके मातृ-पितृ पूजन दिवस मनायेंगे।*
*🚩बापू आशारामजी के आश्रम की वेबसाइट पर हजारों जगह कार्यक्रम की फ़ोटो अपलोड हो चुकी हैं। इससे अनुमान लगा सकते हैं कि करीब 8-10 करोड़ लोग या इससे अधिक मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम का लाभ लिए होंगे।*
http://www.mppd.ashram.org/Pictures/Event-Pictures-Viewer/
*🚩आपको बता दें कि अगर एक व्यक्ति भी साधारण तरीके से भी वेलेंटाइन डे के दिन विदेशी कम्पनियों के गिफ्ट, गर्भनिरोधक साधन, नशीले पदार्थ, पॉप मुस्जिक, अश्लीलता भरी फिल्में आदि पर 500 रुपये भी खर्च करता तो भी 5000 करोड़ हो जाते हैं । और विदेशी कम्पनियों को बड़ा मुनाफा होता है लेकिन मातृ-पितृ अभियान के कारण इतने पैसे भारत की जनता के बच गए ऊपर से बर्बादी भी जो हमारी युवाओं की हो रही थी, उसकी भी रक्षा हो गई और अपने माता-पिता का जो बच्चे आदर नहीं करते थे वे भी आज उनका आदर करने लगे।*
*🚩आप जरा सोचो की आज संत आसाराम बापू के अनुयायी विदेशी कम्पनियों को इतनी टक्कर दे रहे हैं तो वे बाहर होते तो विदेशी कम्पनियों का कितना घाटा होता ?? - ये कल्पना से बाहर है।*
*🚩आपको बता दें कि सुदर्शन न्यूज के मुख्य संपादक श्री सुरेश चव्हाणके ने बताया कि आध्यात्मिक कार्य में बापू आसारामजी के 50 साल तो कम-से-कम हो ही गये हैं । इतने सालों में 6 से 8 करोड़ भक्त हैं । अगर इस आँकड़े को कम करके भी माने और 2 करोड़ भक्त 50 सालों तक अगर शराब नहीं पीते हैं तो 18 लाख 82 हजार करोड रुपये बचते हैं । अगर सिगरेट का आँकडा निकालें तो 11 लाख करोड 36  हजार रुपये होता है । ऐसे ही गुटके, चाय आदि का आँकडा है। बापू आशारामजी के सुसंस्कारों से जिनके कदम फिल्मों और डांस बार जाने से रुके उनके आँकडे भी ऐसे ही होंगे । ब्रह्मचर्य का जो संदेश बापू आसारामजी ने दिया है, उससे अश्लील सामग्री बनानेवाली कम्पनियों का लाखों-करोडों रुपये का नुकसान होता है । इन सारे आँकडों को जोड़ें तो आँकडे कई लाख खरब में जा रहे हैं । इतने खरब रुपये का बापू आशारामजी ने जिन कम्पनियों का नुकसान किया है, उनके लिए कुछ हजार करोड़ रुपये बापू आशारामजी के खिलाफ लगाना कौन-सी बड़ी बात है ! इसके पीछे का असली अर्थशास्त्र यह है ।*
*🚩दूसरा कारण है कि कॉन्वेंट स्कूल का विकल्प गुरुकुल खोले और भारत की जनता को भारतीय संस्कृति की महिमा बताई और आदिवासियों के क्षेत्रों में जाकर जीवनपयोगी सामग्री, मकान आदि दिए। धर्म का ज्ञान देकर जो हिंदू धर्मांतरित हो गए थे उनकी घरवापसी करवाई, धर्मांतरण पर रोक लग गई, लव जिहाद में फंसने वाली लाखों हिंदू युवतियां बच गईं जिसके कारण धर्मान्तरण करने वाले बौखला गए।*
*🚩जो पिछले 1200 सालों में सम्भव नहीं हुआ वह आनेवाले 10 सालों में दिख रहा है । इन 10 सालों में इस देश को गुलाम बनाने से रोकने में सबसे बड़ी जो शक्ति है वह तो आशारामजी बापू हैं । इसी कारण वे सबसे ज्यादा निशाने पर थे और उनके खिलाफ षडयंत्र रचा गया, झूठे केस किये, मीडिया में बदनामी करवाई और आखिर जेल भेज दिया गया फिर भी उनके अनुयायी आज भी धर्मान्तरण वाले औऱ विदेशी कम्पनियों से टक्कर मजबूती से ले रहे हैं।*
🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻
🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Saturday, February 15, 2020

हर साल पाकिस्तान से 5000 हिंदू प्रताड़ित होकर भारत आ रहे हैं

*🚩हर साल पाकिस्तान से 5000 हिंदू प्रताड़ित होकर भारत आ रहे हैं*

15 फरवरी 2020

*🚩पाकिस्तान में हिन्दू, सिख, ईसाई समुदाय के लोगों की स्थिति बेहद दयनीय है। वे हमेशा डर और आतंक के साये में जीते हैं। इसका खुलासा खुद पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने किया है। कुछ वर्ष पहले अपनी रिपोर्ट में आयोग ने अल्पसंख्यकों की स्थिती को बेहद खराब बताया।*

*🚩मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आयोग ने 335 पन्नों की 2018 में मानवाधिकार की स्थिति रिपोर्ट में कहा है कि, 2018 में सिर्फ सिंध प्रांत में ही हिन्दू एवं ईसाई लड़कियों से संबंधित अनुमानित 1000 मामले सामने आए। जिन शहरों में बार-बार ऐसे मामले हुए हैं, उनमें उमरकोट, थरपारकर, मीरपुरखास, बदीन, कराची, टंडो अल्लाहयार, कश्मोर और घोटकी शामिल हैं।*

*🚩पाकिस्तान मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि देश में नाबालिग हिन्दू लड़कियों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है जिससे अल्पसंख्यक समुदाय बहुत चिंतित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, बहुत से मामलों में हिन्दू लड़कियों का अपहरण कर उनके साथ बलात्कार किया जाता है और बाद में उन्हें धर्म परिवर्तन पर मजबूर किया जाता है। सिंध प्रान्त विशेष कर देश की व्यापारिक राजधानी कराची में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन की घटनाएं हो रही हैं।*

*🚩आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, जबरदस्ती धर्म परिवर्तन की घटनाएं केवल सिंध तक सीमित नहीं है बल्कि देश के अन्य भागों में भी ऐसा हो रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों का अपहरण होता है, उनके साथ बलात्कार किया जाता है और बाद में यह दलील दी जाती है कि, लडकी ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया है। उसकी मुस्लिम व्यक्ति से शादी हो गई है और वह अपने पुराने धर्म में लौटना नहीं चाहती। यदि वे उसके अपहरण की एफआईआर करते हैं, तो यह उसे ढूंढ़ने और वापिस काफिर बनाने का पैंतरा है। लडकी नाबालिग होती है, तो उसका नकली जन्म प्रमाणपत्र बनवा लिया जाता है। इन्हीं अत्याचारो से तंग आ कर 5,000 हिन्दू हर साल अपना घरबार छोड कर भारत भाग आते हैं।*

*🚩इसका उदाहरण है हाल ही में हुआ महक कुमारी नाम के नाबालिग हिन्दू युवती का धर्म-परिवर्तन ! महक कुमारी ने पहले धर्म परिवर्तन के पीछे किसी बाहरी दबाव की बात को नकारते हुए न्यायालय में अली रजा से इच्छा से शादी करने की बात कही थी। उसने अब यह बयान वापस ले लिया है। उसने यह सब जबरन किया गया है, इस बात काे स्वीकार किया है ।*

*🚩इस पर मौलवी इतना बौखला गए हैं कि, उन्होंने नाबालिग को मौत की सजा देने तक की मांग की है। उनका कहना है कि लड़की ने इस्लाम का अपमान किया है। इतना ही नहीं उन्होंने सत्र न्यायालय की जांच और कार्यवाही को अस्वीकार कर दिया है और पहले ही मामले को लेकर उच्च न्यायालय चले गए हैं।*

*🚩इसी तरीके की अन्य कुछ घटनाएं…*

*●१. पाकिस्तान में हिंदू युवती का मंडप से अपहरण, जबरन इस्लाम कबूल कराकर किया विवाह*

*●२. कराची से एक और हिंदू नाबालिग अगवा, धर्म-परिवर्तन के बाद ३८ साल के शख्स से कराई शादी*

*●३. पाकिस्तान : एक और हिन्दू लडकी अगवा, इस्लाम कबूल करवा अल्लाह दीनो से जबरन करवाया निकाह*

*●४. हिन्दुओं के लिए नर्क बन रहा है पाकिस्तान : १० साल की हिन्दू लडकी का अपहरण, जबरन कराया निकाह*

*●५. पाकिस्तान : सिख लडकी के बाद अब हिन्दू लडकी का अपहरण, इमरान खान की पार्टी के नेता पर आरोप*

*🚩यदि ऐसा ही शुरु रहा तो पाकिस्तान में २-३ प्रतिशत हाेनेवाली हिन्दुओं की जनसंख्या 0 प्रतिशत तक आ जाएगी और वहां अल्पसंख्यकों का अस्तित्व ही मिट जाएगा !*

*🚩वहीं बात करें अल्पसंख्यकों पर आक्रमण, उनकी हत्याएं, प्रार्थनास्थलों पर आक्रमण, तोडफोड की घटनाएं भी दिन-ब-दिन बढती जा रही हैं ।*

*🚩पाकिस्तान में हिन्दुओं के 95% मंदिरों पर कब्ज़ा कर उनमें दुकानें चलाई जातीं हैं। कभी मुगल आक्रांताओं और औरंगज़ेब के सिपहसालारों जैसे देसी जिहादियों की मौत कहे जाने वाले सिख समुदाय की हालत भी ऐसी ही है। 2014 से 2018 के बीच 10 बार उन्हें निशाना बनाकर हमले किए गए। तालिबान का लगाया हुआ जज़िया न चुका पाने पर एक सिख का सिर कलम कर दिया गया।*

*🚩हाल ही में सिंध प्रांत के थारपरकर के चाचरो क्षेत्र में कट्टरपंथियों ने हिंदू मंदिर में तोडफोड की। कट्टरपंथियों ने मंदिर पर हमला किया, मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया और माता रानी भटियानी की मूर्ति भी तोड दी।*

*🚩वहीं जनवरी में सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर धर्मांधों की भीडद्वारा आक्रमण किया गया था । इस समय धर्मांधों की भीड ने ननकाना साहिब का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा करने की धमकी दी थी ।*

*🚩हिन्दुओं की हत्याएं*

*🚩पाकिस्तान के सिंध प्रांत में पिछले वर्ष एक मेडिकल छात्रा निम्रिता चंदानी की हत्या हो गई थी । मृता का शव हॉस्टल के कमरे में चारपाई पर पड़ा मिला और उसके गले को रस्सी का फंदा लगा मिला था । शुरुवात में पाकिस्तान पुलिस ने इसे आत्महत्या करार देकर मामला दबाने का प्रयास किया, किंतु धीरे-धीरे जांच में सामने आया कि, निम्रिता ही हत्या से पहले उसके साथ बलात्कार किया गया था । उसके शरीर पर पुरुष के डीएनए मिले है ।*

*🚩वहीं ननकाना साहिब पर आक्रमण के अगले ही दिन एक सिख युवकी की जिहादियों ने हत्या कर दी ।  परविंदर की शादी अगले ही सप्ताह होनी थी। मृतक के भाई हरमिंदर सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हो रहे अत्याचार के मामलों को पाकिस्तानी पुलिस द्वारा दबा दिया जाता है।   एक तरफ पाकिस्तान की सरकार अल्पसंख्यकों के नाम पर बडी फंडिंग उठाती है और दूसरी तरफ सिखों, हिन्दुओं व ईसाईयों पर अत्याचार किया जाता है।*

*🚩समाचार एजेंसी PTI के अनुसर, सोमवार को करीब 50 परिवार वाघा बॉर्डर से भारत आए। ये सभी लोग करीब 25 दिन का वीजा लेकर भारत आए हैं और हरिद्वार घूमना चाहते हैं। हालांकि, कुछ लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा है कि, वह वापस पाकिस्तान नहीं जाना चाहते हैं, क्योंकि वहां पर वह खुद को सुरक्षित नहीं महसूस करते हैं।*

*🚩अकाली दल के नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने इन सभी का वाघा बॉर्डर पर स्वागत किया। सिरसा ने दावा किया कि, ये लोग वो हैं जिन्हें पाकिस्तान में धार्मिक प्रताडना का सामना करना पड रहा है। सिरसा का कहना है कि वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे और इन्हें भारतीय नागरिकता देने की अपील करेंगे।*

*🚩एक महिला का कहना है कि पाकिस्तान में अब वह सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं, क्योंकि पुलिस के सामने ही किसी को भी किडनैप कर लिया जाता है। नॉर्थ वेस्ट क्षेत्र में आज कोई महिला सुरक्षित नहीं है।*

*🚩भारत को ‘असहिष्णु’ बोलनेवाले तथा भारत में रहने से ‘डर’ लगता है, ऐसा कहनेवाले आमिर खान, नसीरूद्दीन शाह क्या पाकिस्तान की इस ‘असहिष्णुता’ पर कुछ कहेंगे ? भारत में अल्पसंख्यक डरा हुआ है, ऐसा ढिंढोरा पिटा जाता है, किंतु पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की यह स्थिती देखकर कौन सच में ‘डरा’ हुआ है, यह ध्यान में आता है ।*

*🚩अल्पसंख्यकों की यह भयावह स्थिती को देख ही भारत ने देश में CAA कानून लागू किया । इन अत्याचारित, पीडित हिन्दुओं को भारत में नागरिकता मिलकर उनका जीवन आसान हो सके यह CAA का उद्देश्य है । किंतु भारत के अल्पसंख्यक समुदाय, वामपंथी गैंग इस कानून का हिंसात्मक रूप से बेवजह विरोध कर रहे है । विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा, तोडफोड, मारपीट आदी घटनाएं हो रही है । क्या यही इनकी ‘सहिष्णुता’ है ? स्वयं को ‘शांतिप्रिय’ समुदाय कहनेवाले ये लोग क्या सच में शांतिप्रिय लगते है ?*

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻


🔺 facebook :




🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG

🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ