Monday, April 20, 2020

साधुओं की हत्या किसने की ? हत्या के पीछे किसका हाथ ?

20 अप्रैल 2020

🚩पालघर (महाराष्ट्र ) में 16 अप्रैल की रात को दो निर्दोष साधुओं और एक ड्राइवर की बेरहमी से पीटकर संतों की हत्या कर दी गई लेकिन आखिर सवाल उठता है कि हत्या के पीछे कौन थे जो अचानक इतने लोग इकट्ठे हो गए और पुलिस के सामने ही बेहरमी से पीटने लगे और पुलिस भी कुछ नही कर सकी और कुछ ही मिनिटों में हत्या हो गई?

🚩अभी सबका सवाल उठता होगा कि ये लोग कौन थे? क्या आदिवासी हिंदू थे? मुस्लिम थे? या फिर ईसाई थे जो साधुओं की हत्या कर रहे थे?

कुछ तथ्य से जाने कौन थे हत्यारे?

🚩ऑपइंडिया ने अखाड़ों के कई संतो से बात की तो उन्होंने अंदेशा जताया कि यह कृत्य सामान्य ग्रामीणों का नहीं है बल्कि इसमें नक्सल और मुस्लिम पक्ष की मौजूदगी का दावा किया जा रहा है। गंगा सेना के संत श्री आनंद गिरी ने तो साफ कहा कि संत समाज के दो संतों को बेरहमी से मारकर कहीं न कहीं तबलीगी जमात का बदला लिया गया है। उनका दावा है कि उन इलाकों में मुस्लिम समुदाय के लोगों की भी उपस्थिति है।

🚩हत्यारी भीड़ के साथ मौजूद थे NCP और CPM के नेता

🚩साधुओं की हत्या करने वाले वीडियो में काशीनाथ चौधरी भीड़ को निर्देशित करता हुआ दिखता है। काशीनाथ चौधरी शरद पवार की NCP का जिला सदस्य है। हत्यारी भीड़ में CPM के पंचायत सदस्य व उसके साथ विष्णु पातरा, सुभाष भावर और धर्मा भावर भी शामिल थे। हत्यारी भीड़ में एनसीपी और सीपीएम नेताओं की मौजूदगी कई सवाल खड़े करती है।

🚩संबित पात्रा ने कहा कि ये घटना और इससे जुड़े खुलासे एक बहुत बड़ी साज़िश की ओर इंगित करते हैं। उन्होंने कहा कि उस जगह पर राजनेताओं की मौजूदगी का क्या अर्थ समझा जाए? वो क्या कर रहे थे? पात्रा ने पूछा कि कहीं वो भीड़ को भड़का तो नहीं रहे थे? उन्होंने ये भी याद दिलाया कि वहाँ उन्हीं पार्टियों के लोग मौजूद हैं, जो भाजपा से घृणा करते हैं, भगवा से घृणा करते हैं।

🚩सुदर्शन न्यूज चेनल के संपादक सुरेश जी ने लिखा कि ज़बरदस्त गति से बढ़ता इसाई धर्मांतरण, ग़ैर क़ानूनी मदरसे और सरकारी ज़मीन पर बढ़ती मस्जिदों का गढ़ बनते आदिवासी पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या कोई सामान्य घटना नहीं, मैं इसकी उच्चस्तरीय जाँच की माँग करता हूँ। https://t.co/ALY6vxyYOO

🚩आपको बता दे कि 2008 में कंधमाल में माओवादियों ने स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती सहित तीन और साधुओं की हत्या गोली मार कर दी थी। लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या इसलिए हुई थी क्योंकि स्वामी जी कंधमाल में निर्दोष आदिवासियों के धर्म परिवर्तन का विरोध कर रहे थे। आज यह हत्या उसी घटना की याद दिलाती है। और कहीं न कहीं इसकी आड़ में भी किसी साजिश या हत्यारों को बचाने की बू आ रही है।

🚩आपको यह भी बता दे कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा एक प्रेसनोट जारी करके बताया गया है कि भले 110 लोगो को गिरफ्तार किया गया हो लेकिन उसमे मुख्य आरोपी आज भी फरार हैं।

🚩मीडिया की पोल और सोशल मीडिया पर आक्रोश

🚩संतों की हत्या हुए आज तीसरा दिन है और जिस तरह से मीडिया गिरोह इसकी लीपापोती में लगा है। बल्कि इस पूरे घटना को ही हवा में उड़ा देने के लिए या तो पूरी तरह मौन है या फेक नैरेटिव की आड़ में दोषियों और महाराष्ट्र सरकार पर कोई सवाल नहीं उठा रहा है। आपको याद होगा जब तबरेज़ अंसारी की चोरी करने के कारण मॉब लिंचिंग हुई थी तब मीडिया ने ना सिर्फ तबरेज को निर्दोष साबित किया बल्कि इस हत्या के सारे आरोप हिंदुओं पर मढ़ दिए।

🚩साथ वामपंथी-लिबरल गिरोह पूरी दुनियाँ मे हिंदुओं और देश का नाम खराब करने में पूरी तरह सक्रिय हो गई थी तुरंत ही बिना ये जाने कि मामला क्या है? क्योंकि वहाँ जिसे पीटा गया था वह एक मुस्लिम था। यही इस गिरोह के नैरेटिव के लिए पर्याप्त है वह क्या कर रहा था, चोर था आदि, इसे मीडिया ने ख़ारिज कर दिया था लेकिन अब जब दो निर्दोष साधुओं की हत्या हुई जिसमें कहा जा रहा है कि लूट-पाट का विरोध करना भी एक कारण है तो उल्टा खबरों में यह चलाया गया कि चोरी की शक में हत्या हुई है। और ना जाने क्या क्या आरोप लगाए जा रहे हैं ताकि लोगों को न सिर्फ सच से दूर रखा जाए बल्कि आरोपितों को बचाने में सक्रीय है यहाँ यह गिरोह।

🚩जूना अखाड़े के संतों की हत्या पर मीडिया गिरोह लीपापोती पर उतारू है और उसे बच्चा चोरी जैसे नैरेटिव की आड़ में मॉबलिंचिंग को एक सामान्य घटना बनाकर पेश करते हुए उन हत्यारों का बचाव कर रही है ।

🚩द हिंदू ने भी अपनी रिपोर्ट के शीर्षक में किसी जगह पर साधू शब्द का इस्तेमाल करना उचित नहीं समझा। इन्होंने भी 3 लोगों की लिंचिंग को ही अपनी खबर में प्राथमिकता दी।

🚩इसी प्रकार टाइम्स ऑफ इंडिया की भी खबर इसी एंगल पर चली। इसके बाद हिंदुस्तान टाइम्स ने भी 200 लोगों की भीड़ का उल्लेख कर पूरी घटना की, NDTV का भी वही हाल है, भर्त्सना को जरा सा दर्शाया लेकिन मुख्य बात यानी साधुओं की हत्या की बात उनके शीर्षक से भी नदारद रही।

🚩किन तीन लोगों की हत्या हुई? वे कौन थे? वे बताने के बदले बल्कि उसे और हलका करने के लिए यह लिखा जा रहा है कि आक्रोशित भीड़ ने बच्चा चोर समझ कर तीन लोगों को पीट दिया जिससे बाद में उनकी मृत्यु हो गई। इस नैरेटिव की आड़ में आज घटना घटे तीन दिन होने के बाद भी हर छोटी बात पर बवाल काटने वाली वामपंथी लिबरल गैंग मौन है।

🚩सोशल मीडिया पर संतों के शवों को बेकदरी से डम्पर में डालकर ले जाने पर भी आक्रोश व्यक्त किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह से बिना कफ़न या किसी कपड़े के लावरिसो की तरह यूँ ही उनका शरीर लोड कर पोस्टमॉर्टम के लिए ले जाया गया।


🚩इन सबसे पता चलता है की भारत मे जिस तरह से ईसाई मिशनरियां धर्मान्तरण करवा रही है ओर नक्सलवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है और कुछ मीडिया उनके पक्ष लेकर खड़ी रहती है और हिंदू साधु-संतों को जिस तरह से बदनाम कर रही है इससे साफ पता चलता है कि भारतीय संस्कृति को तोड़ने के लिए कार्य को जोरो-शोरो से किया जा रहा है और उसके बचाने के लिए सबसे ज्यादा आगे साधु-संत आते है इसलिए वे सबसे ज्यादा टारगेट पर है क्योंकि वे आदिवासियों को जीवनुपयोगी सामग्री, मकान आदि देते है जिससे मिशनरियां के प्रभाव में वे लोग न आये और धर्मपरिवर्तन न करे दूसरा जिनका धर्मपरिवर्तन हो चुका है उनकी घरवापसी करवाते है इन सभी कारणों से मिशनरियां और इस्लाम स्टेट चिढ़ते है और साधु संतों को झूठे केस में फंसकर मीडिया से बदनाम करवाकर जेल भिजवाते है या हत्या कर देते है और आम जनता को साधुओं के खिलाफ करते है जिससे उनका काम आसानी हो सके और भारत की भोली जनता उनके बहकावे में आ जाये और निर्दोष लोगों की हत्या तक करने को तैयार हो जाये।

🚩अभी भी हिंदुओं के लिए समय है चेत जाए एकजुट होकर राष्ट्रवादी सरकार को वोट दे और बिकाऊ मीडिया का सोशल मीडिया पर पर्दाफाश करे और धर्मान्तरण पर रोक लगाकर साधु-संतों की रक्षा करे।

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Sunday, April 19, 2020

साधुओं की हत्या, मीडिया में सन्नाटा, हिंदुओं को खुली चुनौती !!

19 अप्रैल 2020

*🚩दुष्ट स्वभाव के लोगों ने देखा कि अगर भारतीय संस्कृति को खत्म करना है तो सबसे पहले उनके रक्षक साधु-संतों के प्रति लोगों की श्रद्धा खत्म करो जिसके लिए मीडिया द्वारा बदनाम करो या झूठे केस द्वारा जेल भिजवा दो अथवा हत्या कर दो जिससे आसानी से हिन्दू संस्कृति को खत्म करके धर्मान्तरण कर सकें एवं जिहाद फैला सकें और मंदिर की जगह चर्च या मस्जिद बनाकर उनका धर्म आसानी से फैला सकें ।*

*पालघर में 2 संतों की निर्ममता से हत्या*

*🚩कभी वो समय भी हुआ करता था जब देश भर के और दुनिया भर के प्रताड़ित साधू , संत और हिन्दू समाज के लोग महाराष्ट्र के उन गौरवशाली योद्धाओं से सुरक्षा पाते थे जिनकी भुजाओं और तलवारों के दम पर अब तक हिन्दू संस्कृति अपने मूल रूप में बची हुई है। ध्यान देने योग्य है कि कभी संतो को सम्मान और सुरक्षा देने वाले महाराष्ट्र के पालघर स्थित तलासरी अहमदाबाद हाईवे पर साधु-संतों की गाड़ी पर कुछ संदिग्ध लोगों ने भीषण और सोच समझ कर ऐसा हमला किया कि उसमे 2 संतो की हत्या हो गई और उन्हें ले जा रहा ड्राइवर भी उसी हमले में मारा गया है।*

*🚩पत्रकार सुरेश चव्हाणके ने बताया कि ज़बरदस्त गति से बढ़ता इसाई धर्मांतरण, ग़ैर क़ानूनी मदरसे और सरकारी ज़मीन पर बढ़ती मस्जिदों का गढ़ बनते आदिवासी पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या कोई सामान्य घटना नहीं मैं इसकी उच्चस्तरीय जाँच की माँग करता हूँ।*
*🚩इस मामले से मचे हडकम्प के बाद अब तक पुलिस ने कुल 110  दोषियों पर अभियोग पंजीकृत कर के कार्यवाही की है। मिल रही जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के पालघर स्थित तलासरी गाँव में अहमदाबाद नेशनल हाईवे से गुजरात की तरफ भगवान का भजन करते हुए गुज़र रहे साधु महात्माओं के वाहन को रोक कर उन पर घात लगा कर जानलेवा हमला किया गया है। इस जानलेवा हमले की चपेट में आकर अबतक 2 संत और एक ड्राइवर की मौत हो चुकी है और कुछ घायल हुए हैं जिनका इलाज़ करवाया जा रहा है। महाराष्ट्र में इस से पहले संतो को निशाना बनाने की ऐसी घटना बहुत कम देखने को मिली थी।*
*🚩ध्यान ये भी देने योग्य है कि दो दिन पहले मुंबई के दहिसर से दो संत जो अपने गुरुभाई संत रामगिरी महाराज जी का सूरत में उनके आश्रम में निधन हो गया। उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके श्री सुशील गिरी व उनके ज्येष्ठ गुरु चिकना बाबा अपने ड्राइवर के साथ अहमदाबाद नेशनल हाईवे इलाके से गुज़र रहे थे कि आगे पालघर स्थित तलासरी कासा गांव में गाड़ी रुकवा कर कुछ गुंडे चोरी छिनैती के इरादे से चोर - चोर चिल्लाकर उन संतो को धारदार हथियार, लकड़ी तलवार से हमला करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं उनके पास जो भी नकदी थी उसको भी छीन लिया गया। लाकडाउन में पुलिस की गश्त की पोल भी यहाँ खुलती दिखाई दी क्योंकि इस पूरे हंगामे में काफी देर तक पुलिस का कोई नामोनिशान तक नहीं था।*
*🚩जब शोर ज्यादा मचा तो घटना स्थल पर पहुंच कर पुलिस ने उन संतो को कुछ देर तक स्थानीय पुलिस चौकी में रखा फिर अपनी जीप में बिठाया। फिर भी हमलावरों ने पुलिस से हाथापाई कर सभी संतो को हथियारों से तबतक मारा जब तक उनके प्राण पखेरू नहीं उड़ गये। बताया ये भी जा रहा है कि पुलिस अगर उन दोनों संतो को और कुछ समय तक पुलिस चौकी के अंदर बैठा कर रखती और कंट्रोल रूम से अतिरिक्त पुलिस बल की मदद मांगती तो उन सभी संतो की जान बच सकती थी। इसी के चलते कहीं न कहीं इस घटना मे महाराष्ट्र पुलिस की भूमिका के ऊपर भी एक बहुत बड़ासवाल खड़ा हो रहा है।*

*🚩पुलिस द्वारा बताया गया कि अभी तक 110 लोगों के ऊपर मामला दर्ज किया गया है लेकिन गुंडों पर मामला दर्ज करके थोड़ी ना वापिस इन संतों की जान चली आएगी इन संतों के शव को देने के लिए भी पुलिस ने बहुत ही सवाल जवाब साधु संतों से करवाने की भी खबर सामने आ रही है लेकिन 2 दिन बाद इन साधु संतों का सेव आज त्रंबकेश्वर अखाड़े के संतों को सौंपा गया है। आज इन दोनों संतो के त्रंबकेश्वर में समाधि दी गई। हमने पुलिस से इस घटना के बारे में पूछताछ की तो पुलिस द्वारा कोई जानकारी देने से इंकार कर दिया गया।*

*🚩पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी ने बताया कि पुलिस के सामने भीड़ किसी को बर्बरता से मार रही है और पुलिस खड़ी होकर देख रही है जबकि उसको निर्दोष जनता की रक्षा के लिए बन्दूक दी जाती है और कानून उसे अधिकार भी देता है ऐसी स्थित के गोली चलाने का फिर भी जो पुलिस वाले ऐसा नही करते उनको नौकरी से निकाल देना चाहिए...।*

*🚩जनादर्न मिश्रा ने लिखा कि चर्च की खिड़की से भी सस्ती हैं हिन्दू संतों की जान🤔*

*🚩दिल्ली की एक चर्च की खिड़की का शीशा टूटा पूरी मोदी सरकार में खलबली मच गई थी.. PM मोदी जी ने पुलिस कमिश्नर को तलब कर लिया था, केंद्रीय मंत्री चर्च का मुआयना करने चर्च पहुंच गई थी..*
*@narendramodi पालघर मुद्दे पर मौन तोड़िये..*

*हिंदुओं की हालत कितनी दयनीय है🤔*

*🚩गौमांस वाले अखलाक की हत्या के मामले पर 3 महीनों तक बहस हुई.. मामले को UN तक पहुंचा दिया.. PM से लेकर मिलार्ड तक सबको संज्ञान लेने पर मजबूर कर दिया परंतु...*
*पालघर में दो भगवाधारी संतो की हत्या हो गई PM तो छोड़ो किसी संतरी का भी बयान नही आया*

*🚩चोर तबरेज अंसारी की पिटाई कर दी जाए या किसी गौ तस्कर पहलू खान को चार लठ मार दिए जाए तब सारी वामपंथी मीडिया व बॉलीवुड के कुछ कुतर्की बिलबिलाने लगते थे*
*कल मुंबई के पालघर में दो साधु और उनके ड्राइवर की पीट पीटकर मार दिया गया पुलिस पर भी हमला किया गया।*

*इतना सन्नाटा क्यों छा गया अब ??*

*🚩सनातन संस्कृति महान एवं प्राचीन है लेकिन राक्षसी स्वभाव के लोगों को सनातन संस्कृति कांटे की नाई चुभ रही है इसलिए इसे नष्ट करने के लिए अनेक कुठाराघात किये पर अभी भी सनातन संस्कृति अडिग है क्योंकि इस संस्कृति के रक्षक स्वयं भगवान एवं साधु-संत हैं, जिसकी वजह से ऐसे घोर कलिकाल में भी करोड़ों लोगों की आस्था साधू-संतो के प्रति है और वे सनातन संस्कृति को लोगों के दिल मे प्रगटाते रहते हैं जिसके कारण दुष्ट स्वभाव के लोग सफल नहीं हो पा रहे हैं । इसलिए साधु-संतों को जेल भेजते है या हत्या कर देते है।*

*🚩साधुओं की हत्या करने वाले ईसाई मिशनरियों में धर्मांतरण हो चुके ईसाई गुंडे बताया जा रहे है जनता की मांग है उनको भी फांसी की सजा होनी चाहिए, हिंदुओं को भी सावधान रहने की जरूरत है जो धर्मान्तरण हो रहा है उसको रोकना होगा नहीं तो ये लोग संस्कृति और साधु-संतों को खत्म कर देंगे।*

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Saturday, April 18, 2020

महाभारत समय के 9 दिव्य पुरुष आज भी हैं जीवित

18 अप्रैल 2020

🚩कुछ लोग बोलते है कि सनातन धर्म 5000 हजार साल पुराना है तो कोई बोलते है कि लाखों वर्ष पुराना है लेकिन ये न लाखों वर्ष पुराना है और नही 5000 हजार साल बल्कि सनातन धर्म जबसे सृष्टि का उद्गम हुआ है तब से सनातन धर्म है जिसको हिंदू धर्म बोलते है। और इस सनातन धर्म मे ऐसे दिव्य महान आत्माएँ आई है कि वे आज भी जीवित है।

🚩महाभारत हुए करीब 5500 साल हुए है , महाभारत के युद्ध के बाद बहुत से योद्धा बच गए थे। उनमें प्रमुख 18 थे। महाभारत के युद्ध के पश्चात कौरवों की तरफ से 3 और पांडवों की तरफ से 15 यानी कुल 18 योद्धा ही जीवित बचे थे जिनके नाम हैं- कौरव के : कृतवर्मा, कृपाचार्य और अश्वत्थामा, जबकि पांडवों की ओर से युयुत्सु, युधिष्ठिर, अर्जुन, भीम, नकुल, सहदेव, कृष्ण, सात्यकि आदि। लेकिन हम यहां बता रहे हैं ऐसे दिव्य पुरुषों के नाम जो महाभारत काल में थे और आज भी हैं।

▪️1. श्री महर्षि वेदव्यास जी

🚩महर्षि वेद व्यास जी का नाम कृष्ण द्वैपायन था। वे पराशर ऋषि और सत्यवती के पुत्र थे। वेदों के भाग करने के कारण उन्हें वेद व्यास कहा जाने लगा। उन्होंने ही महाभारत गणेशजी से लिखवाई थी। वे 28वें वेद व्यास थे। धृतराष्ट्र, पांडु और विदुर को महर्षि वेद व्यास का ही पुत्र माना जाता है। इन्हीं 3 पुत्रों में से एक धृतराष्ट्र के यहां जब कोई पुत्र नहीं हुआ तो वेदव्यास की कृपा से ही 99 पुत्र और 1 पुत्री का जन्म हुआ। महर्षि व्यास पितमाह भीष्म के सौतेले भाई थे। महर्षि वेदव्यास के जन्मदिन के अवसर पर गुरू पुर्णिमा का पर्व मनाया जाता है।

🚩कहते हैं कि ऋषि वेद व्यास कलिकाल के अंत तक जीवित रहेंगे। तब वे कल्की अवतार के साथ होंगे। माना जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद बहुत समय तक सार्वजनिक जीवन में रहे और उसके बाद वह तप और ध्यान के लिए हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं में लौट गए थे।

▪️ 2. महर्षि परशुरामजी

🚩वैसे भगवान परशुरामजी तो रामायण के काल के पहले से ही जीवित हैं। इनके पिता का नाम जमदग्नि और माता का नाम रेणुका था। ऋचीक-सत्यवती के पुत्र जमदग्नि, जमदग्नि-रेणुका के पुत्र परशुराम जी थे। रामायण में परशुराम जी का उल्लेख तब मिलता है जब भगवान श्रीराम सीता स्वयंवर के मौके पर शिव का धनुष तोड़ देते हैं तब परशुराम यह देखने के लिए सभा में आते हैं कि आखिर यह धनुष किसने तोड़ा। महाभारत में परशुराम जी का उल्लेख पहली बार जब मिलता है जब वे भीष्म पितामाह के गुरु बने थे और एक प्रसंग के अनुसार उनका भीष्म के साथ युद्ध भी हुआ था। दूसरा जब वे भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन प्रदान करते हैं और तीसरा जब वे कर्ण को ब्रह्मास्त्र की शिक्षा देते हैं।
🚩शास्त्रों के अनुसार भगवान परशुरामजी भी चिरंजीवी हैं। वे भी महर्षि वेद व्यास की तरह कलिकाल में कल्की अवतार के साथ होंगे। कठिन तप से प्रसन्न हो भगवान विष्णु ने उन्हें कल्प के अंत तक तपस्यारत भूलोक पर रहने का वर दिया है।

▪️3. श्री महर्षि दुर्वासा जी

महर्षि दुर्वासा के बारे में सभी जानते हैं कि वे कितने क्रोधित ऋषि हैं। रामायण अनुसार महर्षि दुर्वासा राजा दशरथ के भविष्यवक्ता थे। इन्होंने रघुवंश के लिए बहुत भविष्यवाणियां भी की थी। दूसरी ओर महाभारत में महर्षि दुर्वासा कुंति को मंत्र देते हैं तो द्रोपदी की परीक्षा लेने के लिए अपने दस हजार शिष्यों के साथ उनकी कुटिया पहुंचे थे। एक जगह वे कृष्‍ण के पुत्र साम्ब को श्राप देते हुए भी बताए गए हैं। महाभारत काल में भी उनके होने की चर्चा कई जगह की गई है। उन्हें भी चिरंजीवी होने का वरदान प्राप्त हैं। 

▪️4.जामवन्तज़

▪️भगवान परशुराम जी और भगवान हनुमान जी से भी लंबी उम्र है अग्नि पुत्र जामवन्तजी कि क्योंकि उनका जन्म सतयुग में राजा बलि के काल में हुआ था। जामवन्त त्रेतायुग राम के साथ थे और द्वापर युग में श्रीकृष्ण के ससुर बने थे। भगवान श्रीकृष्ण को स्यमंतक मणि के लिए जामवन्त के साथ युद्ध करना पड़ा था। जब श्रीकृष्ण युद्ध जीत रहे तो जामवंत को आश्चर्य हुआ उन्होंने तब अपने प्रभु श्रीराम को पुकारा और उनकी पुकार सुनकर श्रीकृष्ण को अपने रामस्वरूप में आना पड़ा। तब जाम्बवंत ने समर्पण कर अपनी भूल स्वीकारी और उन्होंने मणि भी दी और श्रीकृष्ण से निवेदन किया कि आप मेरी पुत्री जाम्बवती से विवाह करें। जाम्बवती-कृष्ण के संयोग से महाप्रतापी पुत्र का जन्म हुआ  जिसका नाम साम्ब रखा गया। इस साम्ब के कारण ही कृष्ण कुल का नाश हो गया था। जामवंत जी आज भी जीवित हैं क्योंकि उन्हें भी प्रभु श्रीराम से एक वरदान मिला था। वे भी कल्की अवतार के समय उनके साथ रहेंगे।


▪️5. भगवान हनुमानजी

🚩सर्वशक्तिशाली और भक्तों के कृपालु भगवान हनुमानजी के सहयोग से भगवान श्री राम और रावण युद्ध में श्रीरामजी ने विजयश्री प्राप्त की थी। उनका प्रताप तो चारों युगों में है। वे त्रेतायुग में भगवान श्रीराम के समय भी थे और द्वापर में भगवान श्रीकृष्ण के समय भी थे। बहुत कम लोग जानते होंगे कि महाभारत के युद्ध में श्रीहनुमानजी के कारण ही पांडवों को विजय मिली थी। अर्जुन और श्रीकृष्ण को उन्होंने उनकी रक्षा का वचन दिया था तभी तो वे उनके रथ के ध्वज पर विराजमान हो गए थे। इससे पहले वे भीम का अभिमान को चूर चूर कर देते हैं जब एक जंगल में भीम उनसे अपनी पूंछ हटाने का कहता है तो श्री हनुमानजी कहते हैं तू तो शक्तिशाली है तू ही मेरी पूंछ हटा दे। लेकिन भीम अपनी सारी शक्ति लगाकर भी जब वह पूंछ नहीं हटा पाता है तो वे समझ जाते हैं कि यह कोई साधारण वानर नहीं स्वयं भगवान हनुमानजी हैं।
▪️6. श्री मयासुर जी

🚩रावण की पत्नी मंदोदरी के पिता अर्थात रावण के ससुर थे। देवताओं के शिल्पी विश्वकर्मा थे तो असुरों के शिल्पी मयासुर थे। मयासुर ने रामायण काल में कई विशालकाय भवनों और शस्त्रों का निर्माण किया था। रामायण के उत्तरकांड के अनुसार मयासुर, कश्यप ऋषि और उनकी पत्नी दिति का पुत्र था। यह ज्योतिष, वास्तु और शिल्प के प्रकांड विद्वान थे। इसका मतलब मयासुर सतयुग में भी थे।
🚩मयासुर जी ने ही महाभारत में युधिष्ठिर के लिए सभाभवन का निर्माण किया जो मयसभा के नाम से प्रसिद्ध हुआ। इसी सभा के वैभव को देखकर दुर्योधन पांडवों से ईर्षा करने लगा था और कहीं न कहीं यही ईर्षा महाभारत में युद्ध का कारण बनी। मयासुर ने द्वारका नगरी के निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई थी। मय ने दैत्यराज वृषपर्वन् के यज्ञ के अवसर पर बिंदुसरोवर के निकट एक विलक्षण सभागृह का निर्माण कर अपने अद्भुत शिल्पशास्त्र के ज्ञान का परिचय दिया था। मयासुर आज भी जिंदा है।

▪️7. श्री अश्वत्थामा जी

▪️अश्वत्थामा द्रोणाचार्य का पुत्र और रुद्रा का अवतार था। अश्वत्थामा को संपूर्ण महाभारत के युद्ध में कोई हरा नहीं सका था।  भविष्यपुराण के अनुसार वे कलयुग के अंत में जब कल्कि अवतार होगा तो उनके साथ मिलकर धर्म के खिलाफ लड़ेंगे।

▪️8. श्री कृपाचार्य जी

🚩महाभारत के अनुसार कृपाचार्य कौरवों और पांडवों के कुलगुरु थे। कृपाचार्य गौतम ऋषि पुत्र हैं और इनकी बहन का नाम है कृपी। कृपी का विवाह द्रोणाचार्य से हुआ था। कृपाचार्य, अश्वथामा के मामा हैं। महाभारत युद्ध में कृपाचार्य ने भी पांडवों के विरुद्ध कौरवों का साथ दिया था। कृपाचार्य की गणना सात चिरंजीवियों में की जाती है जिनमें विभीषण, राजा बलि भी शामिल हैं।

▪9. श्री ऋषि मार्कण्डेय

🚩भगवान शिव के परम भक्त हैं ऋषि मार्कण्डेय। इन्होंने शिवजी को तप कर प्रसन्न किया और महामृत्युंजय मंत्र सिद्धि के कारण चिरंजीवी बन गए। मार्कण्डेय ऋषि वनवास के दौरान युधिष्ठिर को रामायण सुनाकर धैर्य रखने की सलाह देते हैं। दूसरी ओर महर्षि जैमिनी के मन में महाभारत, कृष्ण और उसके युद्ध को लेकर कुछ संदेह था तो मार्कण्डेय ऋषि ही उनके संदेह का निवारण करते हैं। मार्कण्डेय ऋषि को भगवान शिव से चिरंजीवी होने का वरदान मिला हुआ है। स्रोत : वेबदुनिया

🚩पढ़े लिखे कुछ मंदबुद्धि वाले प्रश्न करेंगे ऐसा हो सकता है कि इतने वर्षों के बाद भी ये दिव्य पुरुष जीवत होंगे? लेकिन इसका कइयों को इन दिव्यात्माओं का दर्शन भी हुआ है जैसे कि गीता प्रेस के हनुमान पोद्दार को नारदजी ने दर्शन दिए थे, श्री हनुमानजी ने भी कइयों को दर्शन दिए है उसका कई लोग गवाह भी हैं। सनातन संस्कृति इतनी महान है कि मनुष्य से महेश्वर तक यात्रा करवा देती है बस उसके अनुसार श्रद्धा से करने की आवश्यकता है।

🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻

🔺 Follow on Telegram: https://t.me/azaadbharat





🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ