फैला था लेकिन 2022 साल पुराने ईसाई मत और 1700 साल पुराने इस्लाम मजहब ने सनातन धर्म को तोड़ने के लिए अनेक प्रयत्न किये और हिंदू आपस मे बंटते गए, जिसकी वजह से आज ईसाईयों के 172 देश और मुस्लिमो के 54 देश बन चुके हैं और बौद्ध धर्म के 8 से अधिक देश बन चुके हैं लेकिन हिंदू सोया रहा तो आज एक भी हिंदू राष्ट्र नहीं हैं। 🚩तर्की में मंदिर 🚩तर्की में पुरातत्वविदों को प्राचीन किले की खुदाई में एक मंदिर मिला है। इस मंदिर का संबंध राजा मीनुआ से बताया जा रहा है। जिस प्राचीन किले में यह मंदिर मिला है, वह पूर्वी तुर्की के वैन जिले में पड़ता है। हालांकि, राजा मीनुआ से संबंधित यह पहला मंदिर नहीं है, जो पुरातत्वविदों को मिला हो। इससे पहले भी एक मंदिर मिल चुका है। 🚩परातत्वविद जिस प्राचीन किले की खुदाई कर रहे हैं, उसका मॉडर्न तुर्किश नाम 'Körzüt' है, जो आठवीं सदी ईसा पूर्व में बनाया गया था। इस किले का निर्माण राजा मीनुआ ने ही कराया था। 🚩वन म्यूजियम की ओर से किले में खुदाई के दौरान कई अहम खोज की जा चुकी हैं। किले में खुदाई का कार्य तुर्की के कल्चर और टूरिज्म मंत्रालय की अनुमति के बाद शुरू किया गया था, जो अभी तक जारी है। 🚩तर्की सरकार की ओर से पुरातत्व की इस खुदाई के लिए फंड भी दिया जा रहा है। किले में यह खुदाई वैन युज़ुन्कु यिल विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर सबाहत्तिन अर्दोआन के नेतृत्व में की जा रही है। 🚩कोरबेलिंग तकनीक से बना है किले के अंदर मिला यह मंदिर 🚩खास बात है कि किले के अंदर जो यह मंदिर मिला है, वह कोरबेलिंग तकनीक से बनाई गई है, जिसमें मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े और धातु की कलाकृतियां भी मिली हैं। 🚩तर्की सरकार की ओर से पुरातत्व की इस खुदाई के लिए फंड भी दिया जा रहा है. किले में यह खुदाई वैन युज़ुन्कु यिल विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर सबाहत्तिन अर्दोआन के नेतृत्व में की जा रही है। 🚩अर्दोआन ने इस मामले में कहा कि टीम ने किले के अवशेष वाले पूरे इलाके से कई अहम चीजों की खोज की है, जो क्षेत्र के इतिहास से जुड़ी हुई हैं। अर्दोआन ने बताया कि कुछ समय पहले पहला मंदिर मिला था कि अब टीम को राजा मीनुआ का दूसरा मंदिर भी मिल गया है। 🚩आपको बता दें कि जून 2020 वियतनाम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को एक संरक्षण परियोजना की खुदाई के दौरान 9वीं शताब्दी का शिवलिंग मिला था। 🚩खदाई में प्राप्त बलुआ पत्थर से निर्मित यह शिवलिंग पूरी तरह से सुरक्षित है। इसे किसी तरह की हानि नहीं पहुँची है। यह शिवलिंग ASI को वियतनाम के माई-सन (मी-सान) मंदिर परिसर की खुदाई के दौरान मिला है। 🚩आपने जाना कि हिंदू तुर्की और वियतनाम में भी थे, वहाँ मंदिर और शिवलिंग मिलने पर कुछ हिंदू खुश भी होंगे लेकिन हिंदू केवल वियतनाम में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व मे फैले थे, हिंदू जाती मे बँटते गए और आज सिर्फ भारत में ही हैं और उसमे भी 8 राज्यों में तो अल्पसंख्यक बन चुके हैं। हरियाणा के मेवात में करीब 50 से अधिक गांव हिन्दू विहीन बन गए हैं, हिंदू साधु-संतों ही हत्या कर दी जा रही है अथवा जेल भेज दिया जाता है, हिंदू मंदिरों के पैसे चर्च, मस्जिद आदि अन्य जगह उपयोग किये जा रहे हैं। हिंदुनिष्ठ लोगो की हत्या की जा रही है, फिल्मों, मीडिया, वेब सीरीज आदि द्वारा हिंदुओ को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है तथाकथित सेक्युलर वहिंदुओं को ही आपस में तोड़ रहे हैं अर्थात हिंदू बाहुल्य देश मे भी हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं। 🚩अभी भी जाति-पाती में बंटे रहें तो फिर कौन बचायेगा? इसलिए अभी भी समय है, एक हो जाइए और एकता के सूत्र में बंधकर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए। 🔺 Follow on 🔺 Facebook https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/ 🔺Instagram: http://instagram.com/AzaadBharatOrg 🔺 Twitter: twitter.com/AzaadBharatOrg 🔺 Telegram: https://t.me/ojasvihindustan 🔺http://youtube.com/AzaadBharatOrg 🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ
Sunday, January 29, 2023
पुख्ता है सबूत, पूरी दुनिया में सनातन धर्म ही था, तुर्की में मिले 2 मंदिर
फैला था लेकिन 2022 साल पुराने ईसाई मत और 1700 साल पुराने इस्लाम मजहब ने सनातन धर्म को तोड़ने के लिए अनेक प्रयत्न किये और हिंदू आपस मे बंटते गए, जिसकी वजह से आज ईसाईयों के 172 देश और मुस्लिमो के 54 देश बन चुके हैं और बौद्ध धर्म के 8 से अधिक देश बन चुके हैं लेकिन हिंदू सोया रहा तो आज एक भी हिंदू राष्ट्र नहीं हैं। 🚩तर्की में मंदिर 🚩तर्की में पुरातत्वविदों को प्राचीन किले की खुदाई में एक मंदिर मिला है। इस मंदिर का संबंध राजा मीनुआ से बताया जा रहा है। जिस प्राचीन किले में यह मंदिर मिला है, वह पूर्वी तुर्की के वैन जिले में पड़ता है। हालांकि, राजा मीनुआ से संबंधित यह पहला मंदिर नहीं है, जो पुरातत्वविदों को मिला हो। इससे पहले भी एक मंदिर मिल चुका है। 🚩परातत्वविद जिस प्राचीन किले की खुदाई कर रहे हैं, उसका मॉडर्न तुर्किश नाम 'Körzüt' है, जो आठवीं सदी ईसा पूर्व में बनाया गया था। इस किले का निर्माण राजा मीनुआ ने ही कराया था। 🚩वन म्यूजियम की ओर से किले में खुदाई के दौरान कई अहम खोज की जा चुकी हैं। किले में खुदाई का कार्य तुर्की के कल्चर और टूरिज्म मंत्रालय की अनुमति के बाद शुरू किया गया था, जो अभी तक जारी है। 🚩तर्की सरकार की ओर से पुरातत्व की इस खुदाई के लिए फंड भी दिया जा रहा है। किले में यह खुदाई वैन युज़ुन्कु यिल विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर सबाहत्तिन अर्दोआन के नेतृत्व में की जा रही है। 🚩कोरबेलिंग तकनीक से बना है किले के अंदर मिला यह मंदिर 🚩खास बात है कि किले के अंदर जो यह मंदिर मिला है, वह कोरबेलिंग तकनीक से बनाई गई है, जिसमें मिट्टी के बर्तनों के टुकड़े और धातु की कलाकृतियां भी मिली हैं। 🚩तर्की सरकार की ओर से पुरातत्व की इस खुदाई के लिए फंड भी दिया जा रहा है. किले में यह खुदाई वैन युज़ुन्कु यिल विश्वविद्यालय के पुरातत्व विभाग के प्रोफेसर सबाहत्तिन अर्दोआन के नेतृत्व में की जा रही है। 🚩अर्दोआन ने इस मामले में कहा कि टीम ने किले के अवशेष वाले पूरे इलाके से कई अहम चीजों की खोज की है, जो क्षेत्र के इतिहास से जुड़ी हुई हैं। अर्दोआन ने बताया कि कुछ समय पहले पहला मंदिर मिला था कि अब टीम को राजा मीनुआ का दूसरा मंदिर भी मिल गया है। 🚩आपको बता दें कि जून 2020 वियतनाम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को एक संरक्षण परियोजना की खुदाई के दौरान 9वीं शताब्दी का शिवलिंग मिला था। 🚩खदाई में प्राप्त बलुआ पत्थर से निर्मित यह शिवलिंग पूरी तरह से सुरक्षित है। इसे किसी तरह की हानि नहीं पहुँची है। यह शिवलिंग ASI को वियतनाम के माई-सन (मी-सान) मंदिर परिसर की खुदाई के दौरान मिला है। 🚩आपने जाना कि हिंदू तुर्की और वियतनाम में भी थे, वहाँ मंदिर और शिवलिंग मिलने पर कुछ हिंदू खुश भी होंगे लेकिन हिंदू केवल वियतनाम में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व मे फैले थे, हिंदू जाती मे बँटते गए और आज सिर्फ भारत में ही हैं और उसमे भी 8 राज्यों में तो अल्पसंख्यक बन चुके हैं। हरियाणा के मेवात में करीब 50 से अधिक गांव हिन्दू विहीन बन गए हैं, हिंदू साधु-संतों ही हत्या कर दी जा रही है अथवा जेल भेज दिया जाता है, हिंदू मंदिरों के पैसे चर्च, मस्जिद आदि अन्य जगह उपयोग किये जा रहे हैं। हिंदुनिष्ठ लोगो की हत्या की जा रही है, फिल्मों, मीडिया, वेब सीरीज आदि द्वारा हिंदुओ को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है तथाकथित सेक्युलर वहिंदुओं को ही आपस में तोड़ रहे हैं अर्थात हिंदू बाहुल्य देश मे भी हिन्दू सुरक्षित नहीं हैं। 🚩अभी भी जाति-पाती में बंटे रहें तो फिर कौन बचायेगा? इसलिए अभी भी समय है, एक हो जाइए और एकता के सूत्र में बंधकर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए। 🔺 Follow on 🔺 Facebook https://www.facebook.com/SvatantraBharatOfficial/ 🔺Instagram: http://instagram.com/AzaadBharatOrg 🔺 Twitter: twitter.com/AzaadBharatOrg 🔺 Telegram: https://t.me/ojasvihindustan 🔺http://youtube.com/AzaadBharatOrg 🔺 Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ
कोर्ट : जिस दिन गोहत्या बंद हो जाएगी, धरती की समस्याएँ खत्म हो जाएँगी’
Wednesday, January 4, 2023
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Monday, August 29, 2022
साजिश थी हत्या की लेकिन हो गया बड़ा चमत्कार
29 August 2022
http://azaadbharat.org
🚩यह बात तो पक्की है कि जो भी हस्ती हिन्दू राष्ट्र, संस्कृति व समाज की सेवा करने आगे आती है,उनके खिलाफ अनेको साजिश रची जाती है। राष्ट्र विरोधी ताकते उनको मीडिया द्वारा बदनाम करती है, उनकी हत्या करवाना अथवा झूठे केस बनाकर जेल भिजवाना आदि षडयंत्र रचती है, जिससे उनको रास्ते से हटाकर देश व संस्कृति को नष्ट किया जाए, इसलिए सुभाष चंद्र बोस, लाल बहादुर शास्त्री, राजीव दीक्षित , स्वामी श्रद्धानंद जी, स्वामी दयानंद सरस्वती जी , स्वामी लक्ष्मणा नंद जी की हत्या की गई और नम्बि नारायण, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, स्वामी केशवानंदजी जैसे अनेकों संतो, साध्वियों और महान हस्तियों को सालों तक जेल में प्रताड़ित किया जा रहा हैं ।
🚩आज हम उनकी भी बात कर रहे है, जो निर्दोष होते हुए भी 10 साल से जोधपुर जेल में बंद है, हम बात कर रहें आशारामजी बापू की, बापूजी ने देश में ऐसी धर्म क्रांति लाई की जो आम आदमी सपनों में भी नही सोच सकते, लाखों हिंदुओ की घर वापसी करवाई, करोड़ो लोगों में सनातन धर्म की लो जगाई, करोड़ो लोगो को व्यसन मुक्त किया, वनवासी क्षेत्रों में जाकर आदिवासियों की मदद की और ईसाई मिशनरियों का धर्मान्तरण के षडयंत्र का नाश किया, वैदिक गुरुकुल खोले, क़त्लखाने जाती हजारों गायों को बचाकर गौशालाओं को खोली, 17000 बाल संस्कार केन्द्र खोलकर देश में लाखों होनहार बच्चे बने, 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की जगह मातृ पितृ पूजन शुरू किया, 25 दिसंबर को क्रिसमस की जगह तुलसी पूजन शुरू किया। एलोपैथी की जगह आयुर्वेदिक का महत्व बढ़ाया, विदेशी कल्चर, विदेशी कंपनियों की जगह स्वदेशी को बढ़ाया, बापूजी ने करोड़ो युवक-युवतियों को ब्रह्मचर्य पालन करना सिखाया,जिसके कारण राष्ट्र विरोधी ताकतों द्वारा मीडिया द्वारा उनके ऊपर झूठी कहानियां बनाकर भयंकर बदनामी करवाई गई, लेकिन फिर भी उनके मानव उत्थान कार्यक्रमों में भीड़ बढ़ती गई, उनसे लोग सतत जुड़ते जा रहे थे, यह प्लान विफल हुआ तो उनकी हत्या करने का प्लान किया गया, उसमे भी विधर्मी लोग सफल नही हुए,तो झूठे केस में जेल भिजवाया दिया गया।
🚩आपको बता दे कि 29 अगस्त 2012 में गुजरात के मोरबी से गोधरा उनका हेलीकॉप्टर आ रहा था,अचानक हेलीकॉप्टर क्रेश हो गया,धरती पर गिरा हेलीकॉप्टर में आग लग गई, तीन टुकड़े हो गए लेकिन बापू आशारामजी, पायलट और सह-यात्रियों को कोई चोट नहीं आई, बताया जाता है कि यह उनकी हत्या की साजिश थी, लेकिन यह भारत के सच्चे संत का चमत्कार था,जो किसी का बाल भी बांका नही हुआ।
🚩इस दुर्घटना का वीडियो देखकर आप समझ सकते हैं कि दुर्घटना कितनी गंभीर थी और किसी भी साधारण व्यक्ति का इसमें बच पाना संभव नहीं था, लेकिन ठीक इस घटना के तुरंत बाद गोधरा में बापू आशारामजी सत्संग स्थल पर उसी भगवान की मस्ती में आनंद के साथ पहुँचे, साधकों को दुर्घटना की गंभीरता बतायी और फिर महा-मृत्युंजय जैसे वैदिक मंत्रों के महत्व के बारे में बताया जिसने उन्हे और पायलट सहित उनके साधकों को बचा लिया । धर्म की रक्षा हेतु कलयुग में भी प्रकृति चमत्कार दिखाती है।
🚩आप इस लिंक को क्लिक करके अवश्य देखिएगा: https://youtu.be/GyhhlnjuRXU
🚩उनके भक्त कुछ ऐसी पंक्तियाँ गाते रहते है...
घटना है गोधरा की न्यारी, दुनिया में चर्चित हुई भारी ।
आशारामजी का हेलीकाँप्टर गिरा गोधरा की धरती पर ।।
पुर्जे चकनाचूर हो गए और गगन में दूर उड़ गए । हजारों की भीड़ थी आयी फिर भी किसीको खरोंच न आयी ।।
श्वेत ईंधन की फूटी टंकी लगी आग बुझ गई स्वयं ही ।
हादसा जब भी ऐसा हुआ है ना कोई जीवित स्वस्थ बचा है ।।
बापू तुरंत पंडाल पधारें किया नृत्य हर्षित हुए सारे ।
चमत्कार था अजब अनोखा दुनिया ने घर बैठे देखा ।।
🚩कछ मूर्ख यह भी तर्क करते है कि बापू आशारामजी ने हेलीकॉप्टर में बचने का चमत्कार किया तो फिर जेल से बाहर आने का चमत्कार क्यों नही करते है, लेकिन आपको बता दे की सच्चे संत कभी अपने लिए चमत्कार नही करते है, उनके ऊपर विपदा आती है, तो स्वयं ईश्वर की बनाई हुई प्रकृति माता उनको बचाने के लिए चमत्कार करती है और हाँ एक बात जरूर है कि 10 साल से जेल में रहते हुए भी उनके करोड़ों भक्त आज भी उनमे पूर्ण श्रद्धा से पूजा करते हैं। उनके बताए हुए मार्गदर्शन के अनुसार चल रहे है, उनके आश्रम यथावत चल रहे है, उनके आश्रमों द्वारा आज भी समाज, राष्ट्र और संस्कृति की सेवा हो रही हैं आज भी उनके अनुयायी नर सेवा नारायण सेवा की भावना से सेवा कर रहे है वे भी चमत्कार से कम नही हैं।
🚩दश को आज ऐसे सच्चों संतो की आवश्यकता है, अतः राष्ट्र प्रेमी जनता को मिलकर उनके ऊपर हो रहे षडयंत्र का पर्दाफाश करना चाहिए।
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Thursday, February 24, 2022
सक्युलरिज्म क्या है? संक्षेप में समझिये, फिर सेक्युलरिज्म का नशा उतर जाएगा !
15 जुलाई 2021
azaadbharat.org
अमेरिका के NASA में एक प्रशिक्षु बेटी ने चित्र सार्वजनिक किया जिसमें वह अपनी मान्यताओं के साथ है. उससे सेक्युलरों की भावनाएँ आहत हो गईं।
सक्षेप में सेक्युलरिज्म क्या है?
1. दीपक जलाने का विरोध और घर दुकान जलाने पर चुप्पी।
2. निर्दोष साधुओं के भीड़ द्वारा बेरहमी से मारने पर 33 सेकंड और चोर तबरेज के पुलिस कस्टडी में मरने पर 33 घण्टे चैनल कवरेज।
3. थाली बजाना गलत, पर डॉक्टर और पुलिस के सिर पर पत्थर बजाने पर चुप.
4. बंगाल और राजस्थान में दलितों पर हो रहे अत्याचारों पर चुप्पी. नक्सलियों और आतंकवादियों द्वारा रक्षकों को मार देने पर चुप्पी. केरल में 3% जनसंख्या और 33% कोरोना रोगियों पर चुप्पी. परन्तु उत्तरप्रदेश पर शोर.
5. लव जेहाद में बेटियों के मारे जाने पर चुप्पी परन्तु कानून बनाने पर शोर.
कछ साल पहले उत्तरप्रदेश के एक हिन्दू विधायक की नवयुवती बेटी ने अपने से दोगुनी उम्र के दलित के साथ विवाह किया. इस विवाह के लिए उसने अपने पिता को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया. चैनलवाले बेटी की भावनाएँ ही दिखा रहे थे. मेरा प्रश्न है कि क्या भावनाएँ केवल बेटी की हैं जो 18 साल की हो गई? क्या 40 साल की माँ और 45 साल के पिता की भावनाएँ नहीं होतीं?
मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी उसकी सन्तान है। एक महीने का बच्चा बीमार हो जाए तो वह सब कुछ लुटा देता है। वही सन्तान जब बड़ी होकर विपरीत हो जाए तो उससे बड़ा दुःख कुछ नहीं होता। कई वृद्धों को देखा जिनकी सन्तान वृद्धावस्था में झटककर अलग हो गई। पैसा है परन्तु जीवन का एक एक पल भारी लगता है। चैनल वाले TRP के चक्कर में देश और समाज में कांटे बो रहे हैं।
कई साल पहले कई सेक्युलर मित्रों ने कहा कि दलितों और अल्पसंख्यकों में वर्षों से भाईचारा है। कभी कभी गलतफहमी हो जाती है। भटके हुए युवा गुस्से में बम विस्फोट भी कर देते हैं या आग लगा देते हैं. उसे तुम्हारे जैसे साम्प्रदायिक दंगे का नाम देते हैं।
दसरों ने बताया कि औरंगजेब ने किसी की मजहब में दखलअंदाजी नहीं की। किसान नायक गोकुला जाट का झगड़ा तो केवल लगान का था।
एक भाई को गुस्सा था कि राज्य में उनकी जाति 25% है परन्तु मुख्यमंत्री और प्रधानमन्त्री उनकी जाति का नहीं है. जब मैंने पूछा कि तुगलक, खिलजी, ऐबक, अकबर, औरंगजेब किस जाति के थे. ब्रिटिश वायसराय किस जाति के थे तो गुस्से से बेकाबू हो गया.
एक भाई ने कहा कि गुरु अर्जुन देव और गुरु तेग बहादुर के बलिदान की बात पुरानी हो चुकी है। आज हम पढे लिखे हैं। इन बातों को भूल कर सेक्युलरिज़्म को आगे बढ़ाना चाहिए।
एक ने बताया कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 और 35A के कारण 2 लाख से अधिक वाल्मीकि पिछले 66 साल से वोट नहीं दे सकते तो इसके लिए हरियाणा या दिल्ली में शोर नहीं करना चाहिए।
याद है ना आपको जब अमेरिका ने पाकिस्तान में घर में घुसकर आतंकी ओसामा बिन लादेन का खात्मा कर दिया था और उसको गहरे समंदर में पानी में फेंक दिया था, तो इस देश के एक बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने कहा था,
"ओसामाजी को इस्लामिक परंपराओं के अनुरूप दफनाया जाना चाहिए था." विदेशी आतंकी, इस्लामिक जेहादी के लिए इतनी सहानुभूति और उत्तराखंड केदारनाथ आपदा में मारे गए तीर्थयात्रियों को उस समय की सरकार कचरे की तरह फूंक रही थी, उन्हें मलबे में सड़ने के लिए छोड़ दिया था, उनके शवों पर पेट्रोल डाल कर उन्हें जलाया जा रहा था. तब किसी सेक्युलर को समस्या नहीं थी. यही है सेक्युलरिज्म।
बगलुरु के दंगे का पता चला और मैंने इसमें भीम-मीम भाईचारा खोजने की कोशिश की। भाईचारा मिल भी गया.
पूर्वी बेंगलुरु के पुल्केशी नगर के दलित कॉन्ग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर की ओर 1000 से भी अधिक की अल्पसंख्यक भीड़ ने हमलाकर आगजनी, पत्थरबाजी और दंगे किए, जिसके बाद इलाक़े में कर्फ्यू लगा दिया गया। केजी हल्ली थाना क्षेत्र में हुई इस घटना के मामले में ‘सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI)’ के नेता मुजम्मिल पाशा को गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि वो इन दंगों का मास्टरमाइंड था। पुलिस को पता चला है कि पाशा दंगाइयों के बीच रुपए बाँट रहा था, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। सीसीटीवी फुटेज से ये भी पता चला है कि पुलिस पर किए गए हमले की साजिश पहले ही अच्छी तरह से रच ली गई थी। सोशल मीडिया पोस्ट्स के जरिए पहले ही दंगाइयों को पूरी साजिश के बारे में बता दिया गया था और वो व्यवस्थित तरीके से वहाँ आए थे। पाशा ने BBMP का चुनाव भी लड़ा था लेकिन वो हार गया था।
वहीं एक अन्य आरोपित खलील स्थानीय कॉर्पोरेटर का पति है। दलित विधायक के भानजे के सिर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व सपा नेता शहजेब ने 51 लाख रूपए इनाम रख दिया।
कया आपको टीना डाबी याद है?
2016 बैच की IAS प्रथम। 2018ें उसने दूसरे स्थान पर आए कश्मीरी अतहर आमिर-उल-शफी खान से निकाह/ शादी/ Marriage की। तब लिबरल जेहादी अम्बडेकरवादी और सेक्युलर लॉबी की ईद और क्रिसमस एक साथ हो गई थी। यहाँ सब इसे बहुत बड़ी घटना बता रहे थे।
सितंबर 2018 में अतहर खान से शादी के बाद टीना ने Instagram पर बायो में खान शब्द जोड़ते हुए खुद को Delhiite, Kashmiri Bahu, IAS, in that order लिखा (अपना परिचय कश्मीरी बहू और नाम टीना डाबी खान लिखा था)
वैसे निकाह के लगभग 1 साल बाद ही अतहर आमिर-उल-शफी खान और टीना में अनबन की खबरें आने लगी थीं। जून 2019 में टीना डाबी खान ने अपने मेहंदी लगे हाथों का वीडियो अपलोड किया तो सेक्युलरों को परेशानी हुई, पर चुप रहे। अचानक फरवरी/ मार्च 2020 में इन्स्टाग्राम पर अपनी बायो में "खान" सरनेम और "कश्मीरी बहू" का टैग हटा लिया। एक इंस्टा स्टोरी में हनुमान चालीसा की चौपाई का एक हिस्सा साझा करते हुए उन्होंने जयश्री राम का नारा भी लगाया। इंस्टा स्टोरी में टीना ने लिखा, "सबसुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना। जयश्री राम।"
सेक्युलर भीम-मीम वाले इस झटके से बाहर आते उससे पहले ही उनके अरमानों पर बिजली गिर गई। 22 जुलाई को राजस्थान श्रीगंगानगर जिला परिषद में पदभार ग्रहण करते हुए पूजा की। अंबेडरवादियों के लिए 440 वॉल्ट का झटका लगा।
सक्युलरिज्म की महिमा अपरम्पार है. यह तो सेक्युलरिज्म की एक छोटी सी झलक है.
सेक्युलरिज्म अनन्त, सेक्युलरिज्म कथा अनन्ता. हिंदुओं अपनी आँखों से सेक्युलरिज्म की पट्टी हटाओ तब बच पाओगे।
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अंडे खाते हैं तो हो जाइए सावधान, हो सकती हैं ये भयंकर बीमारियां
14 जुलाई 2021
azaadbharat.org
भारतीय संस्कृति और भारतीयों के स्वास्थ्य को हानि पहुँचाने का यह एक विराट षड्यंत्र है । अंडे के भ्रामक प्रचार के कारण ऐसे परिवार जो अंडे का छिलका तक देखना पसंद नहीं करते थे, आज बेझिझक अंडा खाते हैं । अंडे का प्रचार करके उसे जितना फायदेमंद बताया जाता है वह अपने अवगुणों के कारण उतना ही नुकसानप्रद होता है, अंडे में कई विषैले तत्व भी होते हैं, जो आपके स्वस्थ शरीर में जहर घोलने का काम करते हैं ।
अंडा शाकाहारी नहीं होता है, लेकिन क्रूर व्यावसायिकता के कारण एवं ऊलजलूल तर्क देकर उसे शाकाहारी सिद्ध किया जा रहा है । मिशिगन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पक्के तौर पर साबित कर दिया है कि दुनिया में कोई भी अंडा चाहे वह सेया हुआ हो या बिना सेया हुआ हो, निर्जीव नहीं होता । अफलित अंडे की सतह पर प्राप्त ‘इलेक्ट्रिक एक्टिविटी’ कोपोलीग्राफ पर अंकित कर वैज्ञानिकों ने यह साबित कर दिया है कि अफलित अंडा भी सजीव होता है । अंडा शाकाहार नहीं, बल्कि मुर्गी का वैनिक (रज) स्राव है ।
यह सरासर गलत व झूठ है कि अंडे में प्रोटीन, खनिज, विटामिन और शरीर के लिए जरूरी सभी एमिनो एसिड्स भरपूर हैं और बीमारों के लिए पचने में आसान है । अब आप कहेंगे कि डॉक्टर्स भी तो अंडा खाने की सलाह देते हैं, तो यहां एक ध्यान देने योग्य तथ्य यह है कि भारत में पढ़ी जाने वाली चिकित्सा की पढ़ाई MBBS यूरोप से ली गयी है और यूरोप एक ऐसा देश है जहाँ हरी सब्जियों की तुलना में मांस एवं अंडे अधिक पाए जाते हैं ।
अब आप ही बताइये एक ऐसा देश जहाँ प्रोटीन का कोई और स्रोत न हो वहाँ तो किताबों में अंडे और मांस को ही एकमात्र स्त्रोत माना ही जाएगा, लेकिन भारत में तो भरपूर मात्रा में हरी सब्जियां उपलब्ध है ।
शरीर की रचना और स्नायुओं के निर्माण के लिए जितने प्रोटीन की जरूरत होती है । उसकी रोजाना आवश्यकता प्रति किलोग्राम वजन पर 1 ग्राम होती है यानी 60 किलोग्राम वजन वाले व्यक्ति को प्रतिदिन 60 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती है जो 100 ग्राम अंडे में से मात्र 13.3 ग्राम ही मिलता है ।इसकी तुलना में प्रति 100 ग्राम सोयाबीन से 43.2 ग्राम, मूँगफली से 31.5 ग्राम, मूँग और उड़द से 24, 24 ग्राम तथा मसूर से 25.1 ग्राम प्रोटीन प्राप्त होता है । शाकाहार में अंडे व मांसाहार से कहीं अधिक प्रोटीन होता है इस बात को अनेक पाश्चात्य वैज्ञानिकों ने प्रमाणित किया है ।
कलीफोर्निया के डियरपार्क में ‘सेंटहेलेना’ अस्पताल के ‘लाईफ एण्डस्टाइल एण्डन्यूट्रिशनप्रोग्राम’ के निर्देशक डॉ. जोन ए. मेक्डूगलकादावा है कि शाकाहार में जरूरत से भी ज्यादा प्रोटीन है ।
1972 में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ही डॉ. एफ. स्टेर ने प्रोटीन के बारे में अध्ययन करतेहुए प्रतिपादित किया कि शाकाहारी मनुष्यों में से अधिकांशको हर रोज की जरूरत से दुगना प्रोटीन अपने आहार से मिल जाता है । 200 अंडे खाने से जितना विटामिन ‘सी’ मिलता है उतना विटामिन ‘सी’ एक नारंगी (संतरा) खाने से मिल जाता है । जितना प्रोटीन तथा कैल्शियम अंडे में है उसकी अपेक्षा चने, मूँग, मटर में ज्यादा है ।
बरिटिश हेल्थ मिनिस्टर मिसेज एडवीनाक्यूरी ने चेतावनी दी कि अंडों से मौत संभावित है क्योंकि अंडों में सालमोनेला विष होता है जो स्वास्थ्य की हानि करता है । अंडों से हार्ट अटैक की बीमारी होने की चेतावनी नोबेल पुरस्कार विजेता अमेरिकन डॉ. ब्राऊन व डॉ. गोल्डस्टीन ने दी है क्योंकि अंडों में कोलेस्ट्राल भी बहुत पाया जाता है । साथ ही अंडे से पेट के कई रोग होते हैं ।
डॉ. पी.सी.सेन, स्वास्थ्य मंत्रालय, भारतसरकार ने भी चेतावनीदी है कि अंडों से कैंसर होता है क्योंकि अंडों में भोजन तंतु नहीं पाये जाते हैं तथा इनमें डी.डी.टी. विष पाया जाता है ।
जानलेवा रोगों की जड़ है : अंडा
अंडे व दूसरे मांसाहारी खुराक में अत्यंत जरूरी रेशातत्त्व (फाईबर्स) जरा-भी नहीं होते हैं । जबकि हरीसाग-सब्जी, गेहूँ, बाजरा, मकई, जौ, मूँग, चना, मटर, तिल, सोयाबीन, मूँगफली वगैरह में ये काफी मात्रा में होते हैं । अमेरिका के डॉ. राबर्ट ग्रास की मान्यता के अनुसार अंडे से टी.बी. और पेचिश की बीमारी भी हो जाती है । इसी तरह डॉ. जे.एम. विनकीन्स कहते हैं कि अंडे से अल्सर होता है ।
मर्गी के अंडों का उत्पादन बढ़े इसके लिए उसे जो हार्मोन्स दिये जाते हैं उनमें स्टील बेस्टेरोलनामक दवा महत्त्वपूर्ण है । इसदवावाली मुर्गी के अंडे खाने से स्त्रियों को स्तनका कैंसर, हाई ब्लडप्रेशर, पीलिया जैसे रोग होने की सम्भावना रहती है । यह दवापुरुष के पौरुषत्व को एक निश्चित अंश में नष्ट करती है ।
वज्ञानिक ग्रास के निष्कर्ष के अनुसार अंडे से खुजली जैसे त्वचा के लाइलाजरोग और लकवा होने की भी संभावना होती है ।
अडे के अवगुण का इतना सारा पढ़ने के बाद बुद्धिमानोें को उचित है कि स्वयं भी इस विष का सेवन न करें एवं जो इसके नुकसान से वाकिफ नहीं हैं उन्हें इस विष के सेवन से बचाने का प्रयत्न करें । उन्हें भ्रामक प्रचार से बचायें ।
सतुलित शाकाहारी भोजन लेने वाले को अंडा या अन्य मांसाहारी आहार लेने की कोई जरूरत नहीं है ।शाकाहारी भोजनसस्ता, पचने में आसान और आरोग्य की दृष्टि से दोषरहित होता है । कुछ दशक पहले जब भोजन में अंडे का कोई स्थान नहीं था, तब भी हमारे बुजुर्ग तंदुरुस्त रहकर लम्बी उम्र तक जीते थे । अतः अंडे के उत्पादकों और भ्रामक प्रचार की चपेट में न आकर हमें उक्त तथ्यों को ध्यान में रख कर ही अपनी इस शाकाहारी आहार संस्कृति की रक्षा करनी होगी ।
आहारशुद्धौ सत्त्वशुद्धिः ।
1971 में ‘जामा’ पत्रिका में एक खबर छपी थी । उसमें कहा गया था कि ‘शाकाहारी भोजन 60 से 67 प्रतिशत तक हृदयरोग को रोक सकता है ।उसका कारण यह है कि अंडे और दूसरे मांसाहारी भोजन में चर्बी (कोलेस्ट्राल) की मात्रा बहुत ज्यादा होती है ।’
केलिफोर्निया की डॉ. केथरिन निम्मो ने अपनी पुस्तक ‘हाऊ हेल्दीयरआर एग्ज’ में भी अंडे के दुष्प्रभाव का वर्णन किया है ।
वज्ञानिकों की इन रिपोर्टों से सिद्ध होता है कि अंडे के द्वारा हम जहर का ही सेवन कर रहे हैं । अतः हमें अपने-आपको स्वस्थ रखने व फैल रही जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए ऐसेआहार से दूर रहने का संकल्प करना चाहिए व दूसरों को भी इससे बचाना चाहिए ।
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हिंदू ग्रंथ महान हैं, पढ़ने से मिलती है शांति : अमेरिका की स्वर्ण पदक विजेता मिसी
13 जुलाई 2021
azaadbharat.org
हिंदू धर्म सनातन धर्म है जबसे सृष्टि का उद्गम हुआ है तबसे यह धर्म चला आ रहा है, बाकी ईसाई धर्म 2021 और मुस्लिम धर्म करीब 1500 साल पुराना है। बड़ी बात तो ये है कि ईसाई धर्म की स्थापना यीशु ने तथा मुस्लिम धर्म की स्थापना मोहम्मद पैंगबर ने की, लेकिन हिन्दू धर्म की स्थापना किसी ने नहीं की अनादि काल से चली आ रही है और हिन्दू धर्म में ही भगवान व ऋषि-मुनियों के अवतार हुए हैं किसी अन्य धर्म में नहीं हुए हैं। जब-जब अधर्म बढ़ जाता है तब समाज को मार्गदर्शन देने के लिए स्वयं भगवान ही धरा पर अवतार लेते हैं।
सनातन हिन्दू धर्म की महिमा समझकर विदेशी लोग भी हिंदू धर्म के अनुसार आचरण करने लगे हैं।
हिन्दू धर्म की महानता भले ही भारतीय या हिन्दू न समझें परंतु ऐसे कई विदेशी लोग हैं, जिन्होंने हिन्दू धर्म की महानता को न केवल समझा अपितु अनुभव भी किया है।
बता दें कि लंदन ओलंपिक में पांच स्वर्ण पदक जीतने वालीं करिश्माई तैराक मिसी फ्रेंकलिन ने कहा कि "उन्हें हिन्दू ग्रंथों को पढ़ने से मानसिक शांति मिलती है।" अमेरिका की 23 वर्षीय तैराक ने पिछले वर्ष दिसंबर में संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया था। कंधे के दर्द से परेशान इस तैराक ने संन्यास के बाद मनोरंजन के लिए योग करना शुरू किया।
हिन्दू धर्म के बारे में जानने के बाद उनका झुकाव आध्यात्म की ओर हुआ। वह जार्जिया विश्वविद्यालय में धर्म में पढ़ाई कर रही हैं। फ्रेंकलिन ने लॉरेस विश्व खेल पुरस्कार से इतर कहा कि "मैं पिछले एक साल से धर्म की पढ़ाई कर रही हूं। यह काफी आकर्षक और आंखें खोलने वाला है। मुझे विभिन्न संस्कृतियों, लोगों और उनकी धार्मिक मान्यताओं के बारे में पढ़ना पसंद है। मेरा अपना धर्म ईसाई है लेकिन मेरी दिलचस्पी हिन्दू धर्म में ज्यादा है।"
य ऐसा धर्म हैं जिसके बारे में मुझे ज्यादा नहीं पता था, लेकिन उसके बारे में पढ़ने के बाद लगा कि ये शानदार है। तैराकी में सफल फ्रेंकलिन पढ़ाई में भी काफी अच्छी हैं। वह हिन्दू धर्म के बारे में काफी कुछ जानती हैं । वह रामायण और महाभारत की ओर आकर्षित हैं और अपरिचित नामों के बाद भी दोनों महाग्रंथों को पढ़ रही हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे उसके मिथक और कहानियां अविश्वसनीय लगती हैं । उनके भगवान के बारे में जानना भी शानदार है । महाभारत और रामायण पढ़ने का अनुभव कमाल का है। महाभारत में परिवारों के नाम से मैं भ्रमित हो जाती हूं, लेकिन रामायण में राम और सीता के बारे में जो पढ़ा वह मुझे याद है ।
स्त्रोत : अमर उजाला
पहले भी कई विदेशी विद्वान और अन्य हस्तियां हिन्दू धर्म को महान बता चुके हैं और बाद में हिन्दू धर्म भी अपना लिया है।
हिन्दुत्व एक व्यवस्था है मानव से महामानव और महामानव से महेश्वर बनाने की । यह द्विपादपशु सदृश उच्छृंखल व्यक्ति को देवता बनाने वाली एक महान परम्परा है । 'सर्वे भवन्तु सुखिनः' का उद्घोष केवल इसी संस्कृति के द्वारा किया गया है..
विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता भारत में ही मिली है । संसार का सबसे पुराना इतिहास भी यहीं पर उपलब्ध है । हमारे ऋषियों ने उच्छृंखल यूरोपियों के जंगली पूर्वजों को मनुष्यत्व एवं सामाजिक परिवेश प्रदान किया, इस बात के लाखों ऐतिहासिक प्रमाण आज भी उपलब्ध हैं।
यनान के प्राचीन इतिहास का दावा है कि भारतवासी वहाँ जाकर बसे तथा वहाँ उन्होंने विद्या का खूब प्रचार किया । यूनान के विश्वप्रसिद्ध दर्शनशास्त्र का मूल भारतीय वेदान्त दर्शन ही हैं।
समुअल जानसन के अनुसारः 'हिन्दू लोग धार्मिक, प्रसन्नचित्त, न्यायप्रिय, सत्यभाषी, दयालु, कृतज्ञ, ईश्वरभक्त तथा भावनाशील होते हैं । ये विशेषताएँ उन्हें सांस्कृतिक विरासत के रूप में मिली हैं।
हिंदू संस्कृति के प्रति विश्वभर के महान विद्वानों की अगाध श्रद्धा अकारण नहीं हो सकती। इस संस्कृति की उस आदर्श आचार संहिता ने समस्त वसुधा को आध्यात्मिक एवं भौतिक उन्नति से पूर्ण किया, जिसे हिन्दुत्व के नाम से जाना जाता है।
🚩विद्वान अल्दू हक्सले बताया है कि "हिन्दुत्व सदा बहने वाला (बारहमासी) दर्शन है जो कि सभी धर्मों का केन्द्र है।"
डॉ. एनी बेसेन्ट ने कहा है कि मैंने 40 वर्षों तक विश्व के सभी बड़े धर्मों का अध्ययन करके पाया कि हिन्दू धर्म के समान पूर्ण, महान और वैज्ञानिक धर्म कोई नहीं है।
जो इस महान हिन्दू धर्म को नहीं समझ पाया वे मनुष्य कहलाने के लायक भी नहीं है । हिन्दू धर्म ही वास्तव में मनुष्य से महेश्वर तक पहुँचा सकती है, जीव से शिव बना सकती है । अतः इसकी महिमा समझें पालन करें, प्रचार करें और रक्षण करें।
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