*अपॉलो हॉस्पिटल के काले कारनामे और डॉक्टरों की लूट-पाट*
वर्ष 2013 के एक शोध के मुताबिक दुनिया में हर साल करीब 4.3 करोड़ लोग असुरक्षित चिकित्सकीय देखरेख के कारण दुर्घटना का शिकार होते हैं । रिपोर्ट में पहली बार ये पता लगाने की कोशिश की गई थी कि चिकित्सीय भूल के कारण हुई दुर्घटना में कितने साल की मानवीय जिंदगी का नुकसान होता है ।
Apollo Exposed |
लेखक #आशीष झा ने बताया कि भारत में हर साल करीब 30 लाख साल की स्वस्थ जिंदगी #मेडिकल चूक का शिकार होती है ।
1998 में #सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टर की लापरवाही मामले में कोलकाता के एक #अस्पताल को आदेश दिया था कि वो कुणाल साहा को एक मिलियन डॉलर्स का जुर्माना अदा करें । कुणाल की पत्नी अनुराधा की मृत्यु गुर्द की खराबी के कारण हुई थी । भारत में किसी अस्पताल के खिलाफ ये सबसे बड़ा जुर्माना है, लेकिन अभी भी शिकायतें कई हैं । लेकिन #सरकार सुनती नही है ।
#स्वास्थ्य मामलों पर काम करने वाले प्रवीण डांग के मुताबिक हालांकि डॉक्टरों के खिलाफ शिकायतों पर कार्रवाई के लिए नियामक संस्था है, "डॉक्टर दूसरे डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं करना चाहते ।"
प्रवीन डांग कहते हैं, "जब मैंने पहली बार एक डॉक्टर की शिकायत के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र भेजा था तो उसका 15 दिनों में जवाब आ गया था । आज उस बात को तीन साल हो गए हैं । आज तक राज्य काउंसिल जांच पूरी नहीं कर पाई है।
#भारत में #सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं खस्ताहाल होने के कारण निजी #अस्पतालों का 80 प्रतिशत बाजार पर कब्जा है । आरोप लग रहे हैं कि कानूनों के कमजोर क्रियान्वयन के कारण निजी अस्पतालों के जवाबदेही की भारी कमी है ।
डॉक्टर अरुण गदरे और डॉक्टर अभय शुक्ला ने अपनी किताब ‘#डिसेंटिंग डायग्नोसिस’ में निजी #अस्पतालों के #भ्रष्टाचार का जिक्र किया है ।
निजी अस्पतालों में पैसे हड़पने के लिए लोगों को बीमारी के नाम पर डराया जाता है, उन्हें वो टेस्ट करने को कहा जाता है या फिर उन पर वो सर्जरी और ऑपरेशन किए जाते हैं जिसकी कोई जरूरत नहीं होती। साथ ही उन्होंने डॉक्टरी पेशे में कमीशन के चलन की चर्चा की है, यानि डॉक्टरों की दवा कंपनियों या डायग्नोस्टिक सेंटरों के बीच कमीशन को लेकर सांठगांठ ।
मार्च 2016 में अमरीका की '#प्रोपब्लिका' में छपी रिपोर्ट के अनुसार जिन डॉक्टरों को मेडिकल उद्योग से धन मिलता है वो कंपनी के ब्रैंड के पक्ष में दवाइयां लिखते हैं । जिन पांच को मेडिकल कंपनियों की ओर से सबसे ज्यादा धन मिला, उनमें से दो भारतीय मूल के थे।
उधर डॉक्टर और #वकील #एमसी गुप्ता डॉक्टरी पेशे में #भ्रष्टाचार का कारण महंगी पढ़ाई और सरकार के नीम-हकीम के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को जिम्मेदार ठहराते हैं । वो कहते हैं, "भारत में जहां स्वास्थ्य पर जीडीपी का मात्र 1.3 प्रतिशत खर्च होता है, वहां ऐसी हालत के लिए सरकार जिम्मेदार है ।"
#आयुर्वेद की डॉक्टर #इंदु शर्मा यही कहती हैं ।
वर्ष 2015 में #नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रसेल कमीशन (#एनसीडीआरआसी) ने #शर्मा दंपत्ति को कथित डॉक्टरी चूक के लिए एक करोड़ का हर्जाना दिया ।
#इंदु ने #दिल्ली के #इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल पर आरोप लगाया था कि वहां कथित डॉक्टरी चूक के कारण 1999 में उनके बच्ची #मानसिक विकलांगता का शिकार हुई ।अस्पताल ने फ़ैसले के खिलाफ़ #उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है।
इंदु कहती हैं, “मदद के अभाव में लोग अदालत जाने का सोच भी नहीं पाते । मैंने अपना पेशा छोड़ दिया । इस केस में मेरी पूरी ज़िंदगी बीत गई है ।”
इंदु शर्मा के वकील और मेदांता अस्पताल से जुड़े मधुकर पांडे कहते हैं कि डॉक्टरी चूक को साबित करना सबसे मुश्किल है और #सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए मेडिकल बोर्ड के गठन की बात कही है ।
आपको बता दें कि साउथ-ईस्ट दिल्ली स्थित मशहूर हॉस्पिटल अपोलो में गैरकानूनी तरीके से किडनी बेचने वाले 3 लोगों के अलावा 3 दलाल गिरफ्तार किए गए थे पुलिस ने बताया था कि डॉक्टरों की मदद से ही यह धंधा चल रहा था।
पिछली साल अहमदाबाद अपोलो अस्पताल के ICU में मरीज 17 वर्षीय 12वीं की छात्रा को डॉक्टर रात को 2 बजे चेक करने के बहाने रेप करने की कोशिश करने लगा तब छात्रा ने चिल्लाया तब सब आसपास से लोग आ गए तो पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया ।
वकील महेंद्र कुमार बाजपेई को चिंता है कि डॉक्टर द्वारा मरीजो से पैसा हड़पने और लापरवाही के कारण मरीज और डॉक्टर के बीच विश्वास तेज़ी से घट रहा है।
रोहतक के #कलानौर इलाक़े में बिस्तर पर लेटी गायक एक दिन में 2 लाख कमाने वाली 36 वर्षीय गीता बताती हैं, “डॉक्टर ने कहा, छोटा सा प्रोसीजर है, जल्द ही तू भागती फिरेगी । सात जुलाई 2008 को मेरा ऑपरेशन हुआ । #ऑपरेशन के बाद मेरे पैरों तले ज़मीन खिसक गई जब मुझे पता चला कि उन्होंने बिना बताए दोनों अंडाशय और बच्चेदानी निकाल ली ।” गीता आज तक सदमें में है । उनके पति ने उनको छोड़ दिया। इलाज में सारी जमीन-जायदाद बिक गई
तो अपने देखा डॉक्टर पैसो के लिए कितने हद तक गिर सकते है । अतः आप जहाँ तक हो सके #ऋषि #मुनियों द्वारा प्रेरित योगा , #प्राणायम करके #स्वस्थ रहे और कोई बीमारी हो तो #आयुर्वेदिक इलाज करवाये नही तो डॉक्टर आपकी भी जिंदगी खराब कर सकते है ।
सभी को #स्वास्थ्य के सम्बन्ध में सजग-सतर्क रहना चाहिए एवं एलोपैथी छोड़कर अपनी #आयुर्वेदिक #चिकित्सा #पद्धति का लाभ लेना चाहिए।
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🇮🇳 आज़ाद भारत🇮🇳
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