November 17, 2017
मात्र एक वर्ग विशेष पर नजर गड़ाये बैठा खास मीडिया वर्ग ना जाने इन खबरों को क्यों नहीं दिखा रहा है, क्यों भगवा वस्त्र देख अपने सारे कैमरे अचानक ही सब महत्वपूर्ण खबरों पर से हटाकर उधर घूमा देता है ??
ईसाई समुदाय के चर्च जैसे पवित्र धर्मस्थल में दुष्कर्म करने वाले ईसाई पादरी को मीडिया तथा सेक्युलरिस्ट क्या कहेंगे ?
उल्लासनगर : प्रार्थना घर (चर्च) में प्रेयर करवाने की आड़ में एक पादरी अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर पहले नजदीकियां बनाई । फिर अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर दो वर्षों तक ब्लू फिल्म दिखाकर छात्रा को महिला समलैंगिक और हवस का शिकार बनाता रहा । छात्रा की शिकायत पर विट्ठलवाड़ी पुलिस ने पादरी और उसकी प्रेमिका के खिलाफ बलात्कार, पोक्सो के तहत मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार किया ।
चर्च आई नाबालिक को देखकर बिगड़ी नियत
कैम्प पांच में रहने वाली महिला, जो एक निजी कंपनी में कार्यरत है । वो अपनी 10वी पढ़ने वाली बेटी के साथ कैम्प-4 स्थित चर्च में प्रेयर करने आती थी । वहाँ उसकी मुलाकात चर्च के पादरी गीत कुमार उर्फ श्रीजीत पिल्ले (41) से हुई । पादरी की नजर बच्ची को देखकर खराब गई और उसने अपनी प्रेमिका के जरिये बच्ची को अपनी जाल में फ़साने का षड्यंत्र रचा । पादरी पिल्ले की प्रेमिका ने छात्रा को दो साल पहले अपने जाल में फंसाकर चर्च में प्रेयर करने के बाद उसे पादरी के घर ले गई । फिर वहाँ से पादरी के इशारे पर उसकी प्रेमिका ने छात्रा को उत्तेजित करने का काम शुरू कर दिया । (स्तोत्र : दबंग दुनिया)
इतनी बड़ी खरब होते हुए भी मीडिया खबर को छुपा रही है अगर #मीडिया इतनी #निष्पक्ष #होती तो #ईसाई पादरी के लिए भी #खबरें #दिखाती और डिबेट बैठाकर उनके खिलाफ भी बहस करती लेकिन ऐसा नही कर रही है इससे साफ पता चलता है कि मीडिया को बाकि खबरों से लेना-देना नही है।
#मीडिया का केवल यही #उद्देश्य है कि कैसे भी करके #भारतीय संस्कृति को #खत्म कर दिया जाये इसलिए #हिन्दुओं के #धर्मगुरुओं को #टारगेट किया जा रहा है जिससे उनके ऊपर जो करोड़ो लोगों की आस्था है वो टूट जाये और पश्चिमी संस्कृति को अपना ले ।
और बड़े मजे की बात है कि उस न्यूज को हिन्दू ही देखते हैं और बाद में उन्हीं का मजाक उड़ाते है कि देखो कैसे भक्तों को मूर्ख बनाकर पैसे लूट रहे हैं और लड़कियों के बलात्कार करते हैं, लेकिन वही भोला भाला हिन्दू दूसरी ओर कभी नही सोचता कि आखिर #हमारी देश की कई बड़ी बड़ी समस्याएं है, #गरीबी #मंहगाई, #बेरोजगारी, किसानों की #आत्महत्या, #राम मंदिर, 370, #गौ हत्या आदि आदि पर #मीडिया #नही #दिखाती है और न ही ईसाई पादरी और मौलवियों के खिलाफ दिखाती है । क्यों इतना प्राइम टाइम देकर हिन्दू धर्मगुरुओं पर ही बहस करती है तो आखिर इतने पैसे आते कहाँ से हैं..??
इस बारे में सुदर्शन न्यूज के मुख्य संपादक सुरेश चव्हाणके ने बताया है कि #मीडिया का अधिकतर #फंड #वेटिकन सिटी और मुस्लिम देशों से आता है । जिनका #उद्देश्य है कि कैसे भी करके #हिन्दू संस्कृति को #खत्म करें । जिससे वो आसानी से #धर्मान्तरण करा सके ।
अब आपके मन में प्रश्न होता होगा कि उनको इससे क्या फायदा होगा?
आपको बता दें कि भारतीय #मीडिया को हिन्दू संतों को बदनाम करने के लिए और #पादरियों के #दुष्कर्म छुपाने के लिए पैसा मिलता है ।
अगर हिन्दू साधु-संतों के प्रति देशवासियों की आस्था बनी रही तो भारत में धर्मांतरण का कार्य आसानी से नहीं होगा।
अब सवाल है कि धर्मांतरण करवाने से उनको क्या फायदा मिलेगा..??
भारतीय #संस्कृति वो उत्तम और पवित्र संस्कृति है जो हमें कम सुविधाओं में भी सुखी स्वस्थ और सम्मानित जीवन जीने की शैली देती है । पश्चिम संस्कृति में भोग की प्रधानता है जबकि भारतीय संस्कृति में योग की प्रधानता है । ये वो #संस्कृति है जो मानव को #महेश्वर तक की यात्रा कराने में सक्षम है और दूसरी ओर पाश्चात्य संस्कृति बाहरी चकाचौंध वाले जीवन को ही सर्वस्व समझती है।
अब अगर भारत पर राज्य करना है तो सबसे पहले भारतवासियों का नैतिक व चारित्रिक पतन कराना होगा व इनके आस्था के केंद्र साधु-संतों को तोड़ना होगा ।
यही काम #मीडिया द्वारा #मिशनरियाँ करा रही हैं हिन्दू #साधु संतों के प्रति समाज के मन में #नफरत पैदा करके ।
दूसरा पहलू ये भी है कि #राजनेता भी #नहीं चाहते हैं कि किसी भी धर्मगुरू के इतने फॉलोवर्स हो जिससे उनको हर चुनाव में उनके सामने नाक रगड़ना पड़े इसलिए वो भी इसमे शामिल है क्योंकि #राजनेता केवल #वोट बैंक को ही देखते हैं उनको #हिन्दू धर्म या संस्कृति से कोई लेना देना नही है।
अतः हिन्दुस्तानी सावधान रहें, बिकाऊ मीडिया और सेकुलर लोगो से,नहीं तो फिर से हिंदुस्तान गुलामी की जंजीरों में जकड़ा जाएगा ।
आज हर #हिन्दुस्तानी का #कर्त्तव्य है कि वो #मीडिया की बातों में #न आकर स्वयं #सच्चाई तक #पहुँचने का #प्रयास करे ।
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