Monday, January 1, 2018

देशभर में युवा सेवा संघ ने किया व्यसन मुक्त भारत अभियान, मीडिया ने गायब कर दी खबर


January 1, 2018

हमारे देश का भविष्य हमारी युवा पीढ़ी पर निर्भर है किन्तु उचित मार्गदर्शन के अभाव में वह आज गुमराह हो रही है । देश की रीढ़ की हड्डी युवा माना जाता है, अगर देश के युवाओं को कमजोर कर दिया तो देश का पतन निश्चित ही है । युवा वर्ग है जो अपने देश के सुदृढ़ भविष्य का आधार है ।

आज पश्चिमी संस्कृति का अंधानुकरण करके युवा अपनी संस्कृति को भूलता जा रहा है, भारत का यही युवावर्ग जो पहले देशोत्थान एवं आध्यात्मिक रहस्यों की खोज में लगा रहता था, वही अब व्यसन और कामिनियों के रंग-रूप के पीछे पागल होकर अपना अमूल्य जीवन व्यर्थ में खोता जा रहा है।
Youth Service Association made a nationwide addiction-free campaign, disappeared news from the media

विदेशी चैनल, चलचित्र, अश्लील साहित्य आदि प्रचार माध्यमों के द्वारा पश्चिमी संस्कृति की तरफ जो युवाओं का रुझान हो रहा है यह देश के लिए खतरे की घंटी है, इसमें भी वेलेंटाइन डे और क्रिसमस डे से 1 जनवरी तक जो पश्चिमी संस्कृति के त्यौहार है वो तो युवाओं को पूरी तबाही की ओर ले जाने वाले हैं । उसमें 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक तो जमकर शराब पीते हैं, मादक पदार्थों का सेवन, सिगरेट, चाय आदि व्यसनों में डूबे रहते हैं जिससे युवाओं का जीवन निस्तेज हो जाता है फिर धीरे-धीरे उनका पतन होता जाता है फिर वे देश-समाज के लिए कुछ करने लायक नही रहते है।

अंग्रेजी नूतन वर्ष को मनाने हेतु शराब-कबाब, व्यसन, दुराचार में गर्क होने से अपने देशवासी बच जायें इस उद्देश्य से राष्ट्र जागृति लाने के लिए तथा विधर्मियों द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्रों के प्रति देशवासियों को जागरूक कर भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए युवासेवा संघ ने 31 दिसम्बर को देश-भर में व्यसन मुक्ति अभियान चलाया जिसमें व्यसन जागृति अभियान, व्यसन मुक्ति प्रदर्शनी लगाई एवं साहित्य, पेम्पलेट आदि बांटकर एवं नुक्कड़ नाटक आदि के द्वारा युवाओं को नशे से होने वाले कुप्रभाव से बचने के लिए जागृत किया।

देशभर में अहमदाबाद, दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, कानपुर, आगरा, हैदराबाद, नागपुर, पटना, मथुरा, रायपुर, बेंगलोर, अंबाला आदि अनेक जगहों पर युवाओं को व्यसन छोड़ने का संकल्प भी दिलवाया । http://yss.ashram.org

आपको बता दें कि ट्वीटर पर भी 31 दिसम्बर को #व्यसन_मुक्त_भारत हैश टेग ट्वीटर पर टॉप में ट्रेंड भी कर रहा था ।

युवा सेवा संघ ने इतना बड़ा भव्य कार्यक्रम देश-भर में किया लेकिन हमारी भारत की मीडिया इसको दिखाने के लिए राजी नही है, वो तो केवल पश्चिमी जगत का त्यौहार दिखाने में व्यस्त थी जिससे युवकों का और भी पतन हो।

आपको बता दें कि युवा सेवा संघ की स्थापना हिन्दू संत आसाराम बापू की प्रेरणा से की गई है, बापू आशारामजी ने युवाओं को पश्चिमी संस्कृति के अंधानुकरण से बचने के लिए युवा सेवा संघ की स्थापना की । इनका युवा सेवा संघ देशभर में फैला हुआ है और संस्कार सभाओं, व्यसन मुक्त अभियान एवं बह्मचर्य आदि की महिमा बताकर युवाओं को जगाकर भारतीय संस्कृति की ओर लाने का भरपूर प्रयास कर रहा है। इसके अलावा भूकम्प, सुनामी आदि आपदाओं में भी हमेशा आगे आकर सेवाकार्य करता है। 

पाश्चात्य आचार-व्यवहार के अंधानुकरण से युवानों में जो फैशनपरस्ती, अशुद्ध आहार-विहार के सेवन की प्रवृत्ति कुसंग, अभद्रता, चलचित्र-प्रेम आदि बढ़ रहे हैं उससे दिनोंदिन उनका पतन होता जा रहा है |
इन सबसे बचाने के लिए युवा सेवा संघ मुख्य भूमिका निभा रहा है ।

नशे का वैश्विक बाजार युवा शक्ति को निर्बल करने का अंतरराष्ट्रीय षड्यंत्र है। देश कमजोर करने के लिए भारत में नशा वृद्धि की जा रही है ।

हंड की एक रिपोर्ट के अनुसार 76 फीसदी फिल्मों में तंबाकू और 72 फीसदी फिल्मों में सिगरेट/ शराब का सेवन धड़ल्ले से दिखाया जाता है। 

नशे का प्रभाव केवल देश की अर्थव्यवस्था पर नहीं, शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवार, विवाह संबंधों, रोजगार, व्यक्तित्व विकास, नियम-कानून का उल्लंघन, अनुशासनहीनता आादि पर भी पड़ता है। 

देश में प्रतिवर्ष धूम्रपान करने से दस लाख लोगों की मौत होती है, जो कुल मौतों का दस फीसदी है। 15-29 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों में धूम्रपान की लत बढ़ी है, जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों में यह वृद्धि छब्बीस फीसदी है, वहीं शहरी क्षेत्रों में यह अड़सठ फीसदी है।

एक राष्ट्रीय दैनिक में छपी रिपोर्ट के अनुसार 2016 में भारत नशाखोरी में दुनिया में दूसरे स्थान पर रहा । जो एक भयावय आंकड़ा है। 

इन सबसे बचने के लिए हिन्दू संत आसाराम बापू प्रेरणा से चल रहे युवा सेवा संघ द्वारा सराहनीय कार्य किये जा रहा हैं पर मीडिया इन सब चीजों को नहीं बताकर समाज में केवल नकारात्मक झूठी बाते फैला रही है वो भी देश के लिए चिंताजनक स्थिति है।

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