January 26, 2018
इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया केवल जनता को गुमराह करती है, जो खबरें वास्तविक खबरें होती हैं उनको समाज के सामने न रखकर खबरों को तोड़-मरोड़ कर पेश करती हैं ।
Bau Asaramji's Gaushala declared Best in Rajasthan Niwai, got Prize |
मीडिया ट्रायल विदेशी ताकतों का भारी षड्यंत्र है जो अच्छे व्यक्ति को बुरा और बुरे व्यक्तियों को अच्छा बनाकर समाज के सामने प्रस्तुत कर देता है । जैसे अभी करनी सेना को गुंडा बताया जा रहा है और देशविरोधी नारे लगाने वालों को हीरो दिखाया जा रहा है, ऐसे मीडिया ट्रायल के शिकार हुए हैं हिन्दू संत आसाराम बापू । जिनकी छवि को इतना धूमिल किया गया कि कुछ लोग तो उनको अपराधी ही मान बैठे हैं । उनके द्वारा हुए समाजहित के अतुलनीय कार्यों को कभी मीडिया कवरेज नहीं मिला ।
हिन्दू संत आसाराम बापू की देशभर में कई गौशालायें हैं, हजारों कत्लखाने जाती गायों को बचाकर गौशाला में पालते हैं, जिसमें अधिकतर तो दूध नही देती ऐसी गायों भी हैं जिसका अच्छी तरह भरण-पोषण किया जा रहा है ।
शुक्रवार 69 गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजस्थान पशुपालन विभाग की ओर से संत श्री आशारामजी गौशाला निवाई को जिले की सर्वश्रेष्ठ गौशाला घोषित कर सम्मानित व पुरस्कृत किया गया।
गौरतलब है कि बापू आशारामजी गौशाला में अनेक सेवाकार्य भी होते हैं जिससे गरीबों को रोजी रोटी मिलती है और वातावरण में शुद्धि होती है ।
गौशाला में गोबर गैस से लाइट का निर्माण किया जाता है, केचुआ खाद से खेती की जाती है,
गोबर की सैलरी से जैविक खेती की जाती है, और
गौ-संवर्धन किया जाता है ।
आपको बता दें कि बापू आसारामजी गौशालाओं के आस-पास ट्रकों में भरकर कत्लखाने जाती गायों को पुलिस प्रशासन बचाकर संत आशारामजी गौशाला में भेज देते हैं क्योंकि यहाँ पर गाय सुरक्षित होने के साथ-साथ उनकी अच्छी तरह से देखभाल भी की जाती है ।
कुछ समय पहले निवाई (राजस्थान) के पास पुलिस ने गोवंश से भरे दो ट्रक जब्त किए । सभी गायों को निवाई स्थित संत आशारामजी बापू गौशाला में भेज दिया गया ।
देश में एक तरफ गौ-माता के कत्लखाने, दूसरी ओर संत आसारामजी गौशालाओं में कत्ल करने के लिए जा रही हजारों गायों को बचाकर गौशालाओ में रखा है । उन गायों की भी वहां अच्छे से देखभाल की जाती है जो दूध भी नही देती । कई गायें तो बीमार भी रहती हैं उनकी भी वहाँ मौसम अनुसार अच्छी देखभाल की जाती है ।
जोधपुर जेल से ही बापू आसारामजी ने कुछ समय पहले एक पत्र लिखा, उस पत्र में लिखा था कि गोझरण अर्क बनानेवाली संस्थाएँ एवं जो लोग गोमूत्र से फिनायल व खेतों के लिए जंतुनाशक दवाइयाँ बनाते हैं, वे 8 रुपये प्रति लीटर के मूल्य से गोमूत्र ले जाते हैं । गाय 24 घंटे में 7 लीटर मूत्र देती है तो 56 रुपये होते हैं । उसके मूत्र से ही उसका खर्चा आराम से चल सकता है । गाय के गोबर, दूध और उसकी उपस्थिति का फायदा देशवासियों को मिलेगा ही ।
पुनः गोमूत्र, गोबर से निर्मित खाद एवं गौ-उपस्थिति का खेतों में सदुपयोग हो । भारत को भूकम्प की आपदाओं से बचाने के लिए मददगार है गौसेवा ।
बापू आशारामजी ने आगे लिखा कि लोग कहते हैं कि ‘आप 8000 गायों का पालन-पोषण करते हैं !’ तो मैं तुरंत कहता हूँ कि ‘वे हमारा पालन-पोषण करती हैं । उन्होंने हमसे नहीं कहा कि हमारा पालन-पोषण करो, हमें सँभालो । हमारी गरज से हम उनकी सेवा करते हैं, सान्निध्य लेते हैं ।’
बापू आसारामजी के अनुयायियों द्वारा गौ माता को बचाने के लिए ट्वीटर के जरिये भी वे लोग कई बार भारत में टॉप ट्रेंड में रहे हैं ।
गौ माताओं के लिए इतना उत्तम सेवाकार्य किया जा रहा है संत आसारामजी बापू द्वारा लेकिन मीडिया इसको न दिखाकर केवल उनकी छवि धूमिल करने में प्रयासरत है । आखिर क्यों मीडिया हिन्दू संतों की छवि को मीडिया धूमिल करने में प्रयासरत है ???
गौरतलब है कि आज बापू आसारामजी चार साल चार महीने से बिना सबूत जेल में हैं । पर उनका केस पढ़ने के बाद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, सुदर्शन न्यूज चैनल के सुरेश चव्हाण के, स्वर्गीय अशोक सिंघल तथा अन्य कई जानी-मानी हस्तियों ने कहा है कि उनको अंतर्राष्ट्रीय षड़यंत्र के तहत जेल में भेजा गया है लेकिन फिर भी उनके द्वारा बताये गए सेवाकार्यों में उनके शिष्य हमेशा आगे ही रहते हैं ।
आपको बता दें कि न्यायालय में अधिवक्ता सुराणाजी ने हिन्दू संत आसारामजी बापू केस में कई सनसनीखेज़ खुलासे भी किये है ।
जैसे -
- FIR घटना के 5 दिन बाद की गई ।
- FIR की वीडियो रिकॉर्डिंग गायब कर दी गई ।
- FIR और उसकी कार्बन कॉपी में अंतर पाया गया ।
- रजिस्टर के कई पन्ने फाड़ें गए ।
- FIR 2 दिन बाद न्यायालय में पेश की गई ।
- अलग-अलग दस्तावेज में लड़की की अलग-अलग उम्र पाई गई ।
- मेडिकल में नहीं मिला एक खरोंच का भी निशान ।
क्या ये कहीं न कहीं उनको फंसाने की साजिश नहीं..??
मीडिया ने ये सब कभी नही बताया और न ही कभी बताएंगी । पर हर समझदार और बुद्धिजीवी अब इस बात को समझ चुका है कि निर्दोष हिन्दू संत आसारामजी बापू को फंसाने में राष्ट्र विरोधी ताकतें काम कर रही हैं ।
पूज्य सन्त श्री आशाराम बापूजी ने आजीवन गौपालन और गौरक्षा की और समाज को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया।
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