Sunday, February 11, 2018

कहाँ से आया वेलेंटाइन डे और क्यों मनाया जा रहा है? और आज......

February 11, 2018
🚩 रोम के राजा क्लाउडियस ब्रह्मचर्य की महिमा से परिचित था, इसलिए उन्होंने अपने सैनिकों को शादी करने के लिए मना किया था, ताकि वे शारीरिक बल और मानसिक दक्षता से युद्ध में विजय प्राप्त कर सकें। सैनिकों को शादी करने के लिए ज़बरदस्ती मना किया गया था, इसलिए इसाई संत वेलेन्टाइन जो स्वयं इसाई पादरी होने के कारण ब्रह्मचर्य के विरोधी नहीं हो सकते थे, इसलिए वेलेंटाइन डे पादरी ने गुप्त ढंग से सैनिकों की शादियाँ कराईं। राजा ने उन्हे दोषी घोषित किया और वेलेंटाइन डे पादरी को 14 फरवरी को फाँसी दे दी गयी। सन् 496 से पोप गैलेसियस ने उनकी याद में वेलेन्टाइन डे मनाना शुरू किया।

Where did Valentine's Day come from and why is it being celebrated? and today......

🚩 एक बड़ी बात यह भी है कि वेलेन्टाइन डे मनाने वाले लोग पादरी वेलेन्टाइन का ही अपमान करते हैं क्योंकि वे शादी के पहले ही अपने प्रेमास्पद को वेलेन्टाइन कार्ड भेजकर उनसे प्रणय-संबंध स्थापित करने का प्रयास करते हैं। यदि संत वेलेन्टाइन इससे सहमत होते तो वे शादियाँ कराते ही नहीं।
🚩तो ये था वेलेंटाइन -डे का इतिहास और इसके पीछे का आधार ।
🚩अब यही वेलेंटाइन -डे भारत में जब अंग्रेज आये तब वो लोग मनाते थे तो भारत के कुछ #अंग्रेज के चाटुकार, मूर्ख और लालची लोग भी मनाने लगे ।
🚩भारत में अंग्रेज वेलेंटाइन डे इसलिए मना रहे थे कि #भारत के लोगों का #नैतिक पतन हो जिससे वो अंग्रेजो के सामने लड़ ही न सके और लंबे समय तक भारत गुलाम बनाकर रख सके ।
🚩फिर अंग्रेज तो गये लेकिन #विदेशी #कम्पनियां ने सोचा कि हम अगर #भारत में वेलेंटाइन डे को बढ़ावा देते हैं तो हमें अरबों खबरों का फायदा होगा तो उन्होंने #टीवी, अखबार आदि में खूब-प्रचार प्रसार किया जिससे उन्होंने महंगे ग्रीटिंग कार्ड, गिफ्ट, फूल चॉकलेट आदि से कई करोड़ो रुपए कमाएं। इसके अलावा नशीले पदार्थ, ब्ल्यू फिल्म, गर्भ निरोधक साधन, पोनोग्राफी, उतेजक पोप म्यूजिक जैसी काम उतेजक दवाइयां बनाने वाली विदेशी कम्पनियां अपने आर्थिक लाभ हेतु समाज को चरित्रभ्रष्ट करने के लिए करोड़ों अरबों रूपये खर्च कर रही है।
🚩वाणिज्य एवम उद्योग मंडल के एक सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2016 में वेलेन्टाइन डे से जुड़े सप्ताह के दौरान फूल, चॉकलेट, आदि विभिन्न उपहारों की बिक्री का कारोबार करीब  22,000 करोड़ रूपये था । इस बार 30,000 करोड़ रूपये का कारोबार होने का अनुमान है । वस्तुत: #वेलेन्टाइन डे के #विदेशी #बाजारीकरण वासनापूर्ति को बढ़ावा देने वाला दिन है ।
🚩अब ये #वेलेंटाइन डे हमारे स्कूलों में कॉलजों में बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा है और हमारे यहाँ के #लड़के-लड़कियाँ बिना सोचे-समझे एक दूसरे को वेलेंटाइन डे का कार्ड, गिफ्ट फूल दे रहे हैं।
🚩इन सब #विदेशी गन्दगी को देखते हुए #हिन्दू #संत #बापू #आसारामजी ने 2006 में 14 फरवरी को #मातृ_पितृ_पूजन_दिवस के रूप में मनाना शुरू किया जिसका अभी व्यापक प्रचार हो रहा है। #भारत में उनके करोड़ो अनुयायी, हिन्दू संगठन और छत्तीसगढ़ सरकार आदि गांव-गांव, नगर-नगर में इस दिन को #मातृ_पितृ_पूजन_दिवस के रूप में मना रहे है । विदेशों में भी उनके अनुयायी इस दिन को #मातृ_पितृ_पूजन_दिवस के रूप में मना रहे हैं ।
🚩हिन्दू #संत #बापू #आसारामजी का कहना है कि 14 फरवरी को पश्चिमी देशों की नकल कर भारत के युवक युवतियाँ एक दूसरे को ग्रीटिंग कार्डस, फूल आदि देकर वेलेन्टाइन डे मनाते हैं। इस विनाशकारी डे के नाम पर कामविकार का विकास हो रहा है, जो आगे चलकर चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, खोखलापन,जल्दी बुढ़ापा और जल्दी मौत लाने वाला साबित होगा ।
🚩हजारों हजारों युवक-युवतियां तबाही के रास्ते जा रहे हैं । वेलेन्टाइन डे के बहाने आई लव यू करते करते लड़का-लड़की एक दूसरे को छुएंगे तो रज-वीर्य का नाश होगा । आने वाली संतति पर भी इसका बुरा असर पड़ता है और वर्तमान में वे बच्चे-बच्चियां भी तबाही के रास्ते हैं । लाखों-लाखों #माता-पिताओं के हृदय की पीड़ा को देखते हुए तथा बच्चे बच्चियों को इस विदेशी गंदगी से बचाकर #भारतीय संस्कृति की सुगंध से बच्चे-बच्चियों को सुसज्जित करना है । प्रेम दिवस जरूर मनायें लेकिन प्रेमदिवस में संयम और सच्चा विकास लाना चाहिए। युवक युवती मिलेंगे तो विनाश-दिवस बनेगा।
🚩इस दिन #बच्चे-बच्चियाँ #माता-पिता का #पूजन करें और उनके सिर पर पुष्ष रखें, प्रणाम करें तथा माता-पिता अपनी संतानों को प्रेम करें। संतान अपने माता-पिता के गले लगे। इससे वास्तविक प्रेम का विकास होगा।
🚩तुम भारत के लाल और भारत की लालियाँ (बेटियाँ) हो। प्रेमदिवस मनाओ, अपने माता-पिता का सम्मान करो और माता-पिता बच्चों को स्नेह करें। ! पाश्चात्य लोग विनाश की ओर जा रहे हैं। वे लोग ऐसे दिवस मनाकर यौन रोगों का घर बन रहे हैं, अशांति की आग में तप रहे हैं। उनकी नकल भारत के बच्चे-बच्चियां न करें ।
🚩आपको बता दें कि #बापू #आसारामजी ने इस तरीके से करोड़ो लोगो को वेलेंटाइन डे आदि विदेशी प्रथाओं से, व्यसन आदि से बचाया है जिसके कारण विदेशी कंपनियों का अरबों रुपये का घाटा हुआ है।
🚩हमारे #शास्त्रों में माता-पिता को देवतुल्य माना गया है और इस संसार में अगर कोई हमें निस्वार्थ और सच्चा प्रेम कर सकता है तो वो हमारे माता-पिता ही हो सकते है।
🚩तो क्यों न हम मानवमात्र के परम हितकारी हिन्दू संत #आसाराम जी #बापू प्रेरित #14 फरवरी_मातृ_पितृ_पूजन जैसे सच्चे प्रेम का सम्मान करें और यौवन-धन, स्वास्थ्य और बुद्धि की सुरक्षा करें।
🚩आओ एक नयी दिशा की ओर कदम बढ़ाएं।
आओ एक सच्ची दिशा की ओर कदम बढ़ाएं।
14 फरवरी को वेलेंटाइन डे नही माता-पिता की पूजा करके उनका शुभ आशीष पाएं।
🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻
🔺Youtube : https://goo.gl/XU8FPk
🔺 Twitter : https://goo.gl/kfprSt
🔺 Instagram : https://goo.gl/JyyHmf
🔺Google+ : https://goo.gl/Nqo5IX
🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Saturday, February 10, 2018

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं जयराम ठाकुर बोले 14 फरवरी को मनाओ मातृ-पितृ पूजन दिवस

February 10, 2018

देश की वर्तमान सरकार जान चुकी है कि वेलेंटाइन डे से समाज और देश को भारी नुकसान हो रहा है उसके रोकने का विकल्प जरूरी है इसलिए 2006 से 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाने का विकल्प रखा गया है अब उसको और अधिक व्यापक बनाना होगा इसलिए वर्तमान सरकार के कई मुख्यमंत्रियों, राजपाल एवं मंत्रियों ने इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसको व्यापक रूप से मनाने की घोषणा भी कर रहे हैं ।
Chief Minister Yogi Adityanath and Jairam Thakur said
on 14th February Mother-father's worship day

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री हिन्दू संस्कृति की रक्षा के लिए अनेक प्रयास कर रहे हैं, अभी हाल में 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस मनाने की शुभकामनाएं भी दी हैं ।

श्री योगी आदित्यनाथ पत्र द्वारा बताया कि मुझे यह जानकर खुशी है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति, 14 फरवरी, 2018 को 'मातृ-पितृ की पूजन दिवस' के रूप में मना रहे हैं। 

आगे बताया कि पिछले कुछ दशक से समाज एवं समाज की सामाजिक संरचना काफी हद तक बदल गयी है। इसलिए, युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति के मूल्यों और आदर्शों को विकसित करना आवश्यक है। प्रशंसनीय है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति छात्रों में चरित्र निर्माण गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल है। 

योगी जी ने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहेगा। मेरी शुभकामनाएं इस कार्य के लिए।

हिमाचल मुख्यमंत्री ने संदेश द्वारा दी शुभकामनाएं

हिमाचल के मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने बताया कि मुझे यह जानकर खुशी है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति ने 14 फरवरी, 2018 को माता-पिता की पूजा दिवस के रूप में मनाया और इस अवसर को यादगार बनाने के लिए एक माता-पिता की पूजा बुक भी लाया जा रहा है। हमें बचपन से बच्चों में नैतिक मूल्यों के संस्कार भरने चाहिए और प्राचीन भारत की परंपराओं, रीति-रिवाजों और संस्कृति के बारे में उन्हें जागृत करना चाहिए ताकि वे अपने बूढ़ों का सम्मान और परंपराओं का पालन करना सीख सकें। मेरा मानना ​​है कि संस्कृति और रीति-रिवाज हमारे समाज का अभिन्न अंग है और इसे हर तरह से संरक्षित किया जाना चाहिए ।

गुजरात के उपमुख्यमंत्री ने मातृ-पितृ पूजन की सरहाना की

गुजरात के उपमुख्यमंत्री श्री नितिन पटेल ने संदेश द्वारा बताया कि श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जा रहा इसको सुनकर बहुत प्रसन्नता हुई।

आगे बताया कि विद्यार्थियों में सुसंस्कार का सिंचन हो इसलिए अधिक से अधिक स्कूलों-कॉलेजों में मातृ-पितृ पूजन होना चाहिए। यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक हो यही शुभकामनाएं करता हु ।

हरियाणा के राज्यपाल ने कार्यक्रम की सफलता की कमाना करते हुए कहा कि
हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी ने बताया कि मुझे यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ कि श्री योग वेदांत सेवा समिति हर वर्ष की तरह इस साल भी मातृ-पितृ पूजन का आयोजन कर रही है।

बताया कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता को देव माना जाता है। उन्होंने न केवल हमें जन्म दिया है बल्कि हमारा पालन-पोषण और शिक्षित भी किया है। हमारी हर सफलता के पीछे माता-पिता का योगदान एवं आशीर्वाद रहता है । हर्ष का विषय है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में माता-पिता प्रति श्रद्धा व सम्मान की भावना का संचार कर रही है। मातृ देवो भव: पितृ देवो भव:, आचार्य देवो भव:  के वैदिक सिद्धांत के अनुसार समिति ने पूरे विश्व में मातृ-पितृ पूजन का जो शंखनाद किया है इससे बच्चो का माता-पिता के प्रति आदर भाव बढ़ेगा और समाज में सुख शांति आयेगी।

राज्यपाल ने बताया कि मैं मातृ-पितृ पूजन की इस अद्भुत पहल के लिए श्री योग वेदांत सेवा समिति की सरहाना करता हूँ और मातृ-पितृ पूजन अभियान की सफलता की कामना करता हूँ ।

आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल एवं गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रुपाणी ने भी 14 फ़रवरी को मातृ-पितृ पूजन की भारी प्रशंसा की है और वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन मनाने की अपील की है।

आपको जानकरी दे दे कि झारखंड सरकार ने भी 50 हजार स्कूलों में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन मनाने की घोषणा की है और छत्तीसगढ़ की रमन सिंह की सरकार तो 2012 से ही 14 फरवरी को समस्त स्कूलों-कॉलेजों में मातृ-पितृ पूजन मना रही है ।

 उत्तर प्रदेश और झारखंड के अनेक मंत्रियों और देश-विदेश की सुप्रतिष्ठित एवं गणमान्य हस्तियों ने भी भूरी-भूरी प्रशंसा की है ।

गौरतलब है कि 14 फरवरी को युवक-युवतियों द्वारा वेलेंटाइन डे मनाया जा रहा था जिसके कारण उनको भयंकर हानि हो रही थी इसलिए 2006 से हिन्दू संत आसाराम बापू ने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने की घोषणा की, तबसे लेकर आजतक घरों, स्कूलों, कॉलेजों, गांवों, नगरों, शहरों आदि में विश्वव्यापी अभियान चलाये जा रहे हैं जिसके कारण विदेशी कम्पनियों को खबरों का नुकसान भी हुआ है पर युवक-युवतियों को जो हानि हो रही थी वो बच गई और माता-पिता की इज्जत करना शुरू कर दिया जिसके कारण घरों में भी ख़ुशहाली शुरू हो गई है ।

समस्त देशवासियों को 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन मनाना चाहिए।

Friday, February 9, 2018

सुप्रिद्ध हस्तियां की घोषणा वेलेंटाइन डे का करे बहिष्कार, मनाये मातृ-पितृ पूजन दिवस

February 9, 2018
🚩 देश-विदेश के कई सम्मानीय और सुप्रतिष्ठित हस्तियों ने 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का स्वागत किया है ।
🚩आइये जानते है क्या कह रही हैं सुप्रतिष्ठित हस्तियां...
🚩सांस्कृतिक उत्थान के लिए ‘वेलेंटाइन डे को ‘माता-पिता पूजन दिवस' में बदलने जैसे प्रयास निरंतर हो। - #अभिनेत्री #भाग्यश्री ।
🚩मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाना बहुत ही अच्छा है । मैं जो बन पाया, वह माता-पिता का आशीर्वाद और गुरु की कृपा रही मुझ पर, उसी की बदौलत है ।- #गोविंदा, प्रसिद्ध फिल्म #अभिनेता एवं पूर्व सांसद ।
🚩मैं हर बच्चे को कहना चाहूँगा कि 14फरवरी के दिन ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस' का अनुसरण कीजिये और धीरे-धीरे वेलेंटाइन डे को विदा कर दीजिये ।-श्री #मुकेश #खन्ना, धारावाहिक #महाभारत के भीष्म पितामह तथा शक्तिमान धारावाहिक के शक्तिमान।
Declaration of the well-known celebrities Valentine's Day boycott,
celebrated mother-father worship day

🚩माता-पिता के पूजन का सही रास्ता दिखा के संत आसारामजी  बापू ने हमारे देश की सांस्कृतिक धरोहर को बचाया है और इस अभियान को पूरे विश्व में बहुत बड़ी सफलता प्राप्त हुई । -जगद्गुरु श्री #पंचानंद गिरिजी, जूना अखाडा
🚩आनेवाले समय में संत #आसाराम जी बापू का यह (मातृ-पितृ पूजन) जो क्रांति का शंखनाद है, यह इतिहास का एक स्वर्णिम पृष्ठ बनेगा । - श्री #चिन्मय बापू महाराज, अंतर्राष्ट्रीय भागवत कथाकार ।
🚩संत आसारामजी बापू ने पिछले कई वर्षों से ‘वेलेंटाइन डे को ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाना शुरू किया तबसे तमाम महँगे-महँगे गिफ्ट्स, #ग्रीटिंग कार्ड्स बेचनेवाली #बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के व्यापार पर अरबो रूपये का घाटा हुआ इसलिए बापूजी के ऊपर षड्यंत्र हो रहा है । - श्री सुरेश चव्हाणके,
चेयरमैन, ‘सुदर्शन चैनल
🚩 श्री आसारामजी बापू का जो यह कार्य है, वह स्तुत्य है, सुंदर है और संस्कृति-रक्षा के लिए है । हमें संस्कृति रक्षार्थ मातृ-पितृ पूजन दिवस को घर-घर मनाना है । - श्री #रामगिरिजी महाराज, महामंडलेश्वर, जूना अखाडा ।
🚩#14 फरवरी, जो हम लोगों के लिए एक कलंक बनता जा रहा है, उसी कलंक को तिलक-टीका बनाकर हम वह दिन ‘#मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनायेंगे । -  बाल योगेश्वर श्री #रामबालकदासजी महात्यागी ।
🚩मुझे पूरा विश्वास है कि बापूजी हमें एक नयी दिशा दिखा रहे हैं ।- #महामंडलेश्वर स्वामी देवेन्द्रानंदजी गिरि, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय संत समिति।
🚩गाँव-गाँव, गली-गली में मातृ-पितृ पूजन होगा । भारतीय संस्कृति की इस उज्ज्वलता को हम पूरे विश्व के सामने प्रस्तुत करेंगे ।- युवा क्रांतिद्रष्टा संत #दिनेश #भारतीजी ।
🚩समाजरूपी बगिया को गुलशन बनाना हो तो बापूजी की प्रेरणा अनुसार ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस जरूर मनाया जाये । - महंत श्री #समाधानजी महाराज, वारकरी सम्प्रदाय ।
🚩 #वेलेंटाइन-डे जो अब मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, यह सच्चे प्रेम की राह बापूजी ने दिखायी है । इसीलिए बापूजी को फँसाया जा रहा है। - भागवताचार्या साध्वी सरस्वतीजी
🚩वेलेंटाइन डे सिर्फ  #हिन्दुओं के लिए नहीं बल्कि मुसलमानों तथा पूरी दुनिया के इन्सानों के लिए एक मसला है । बापूजी ने एक बड़ी अच्छी शुरुआत की है । - #हजरत मौलाना #असगर अली साहब, अजमेर शरीफ के शाही इमाम ।
🚩माता-पिता पूजन दिवस बहुत ही अच्छा प्रयास है । आजकल के युवक-युवतियों को इसका महत्त्व बताना बहुत जरूरी है ।- प्रसिद्ध गायिका #अनुराधा पौडवाल
🚩पूज्य बापूजी ने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन का दिन घोषित किया, यह बहुत ही सुंदर प्रयास है, जो आज हमारे देश के लिए बहुत जरूरी है । - श्री #अरुण गोविल जी, रामायण धारावाहिक में #श्रीरामजी की भूमिका निभानेवाले ।
🚩14 फरवरी को हम लोग मातृ-पितृ पूजन दिवस मनायें, माता-पिता की
आराधना करें, पूजा करें तो बहुत अच्छी सफलता मिलेगी । - #फिरोज खान महाभारत धारावाहिक के अर्जुन।
🚩आज हम सभी दृढ़ निश्चय करें कि 14 फरवरी को माता-पिता का पूजन अवश्य करेंगे ।- श्री #गजेन्द्र चौहानजी, महाभारत धारावाहिक में युधिष्ठिर की भूमिका निभानेवाले ।
🚩परम पूज्य बापूजी के द्वारा मिली शिक्षाओं से हम अपने जीवन को सुंदर बनायेंगे। -प्रसिद्ध गायक श्री #अनूप जलोटा ।
🚩वेलेंटाइन डे नहीं, माता-पिता की पूजा होनी चाहिए । यह एक श्रेष्ठ मार्गदर्शन है जो बापूजी दे रहे हैं, इसको ही हम आगे लेकर जायेंगे । - श्री प्रमोद मुतालिकजी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, श्रीराम सेना ।
🚩 गौरतलब है कि पिछले 50 वर्षों से सनातन संस्कृति के सेवाकार्यों में रत रहने वाले तथा सनातन संस्कृति की महिमा से विश्व के जन-मानस को परिचित करवाने वाले हिन्दू संत बापू आसारामजी ने  जब अपने देश के युवावर्ग को पाश्चत्य अंधानुकरण से चरित्रहीन होते देखा तो उनका ह्रदय व्यथित हो उठा और उन्होंने पिछले 12 वर्षों से एक नयी दिशा की ओर युवावर्ग को अग्रसर करते हुए एक विश्वव्यापी अभियान चलाया। #14फरवरी_मातृ_पितृ_पूजन_दिवस
🚩आपको बता दें कि पिछले साढे चार साल से बिना सबूत बापू आसारामजी जोधपुर जेल में बंद हैं लेकिन आज भी उनके देश-विदेश में रहने वाले करोड़ो समर्थक उनके बताए अनुसार दुनिया भर में स्कूलों, कॉलेजो, वृद्धाश्रमों में एवं जाहिर स्थलों आदि में जाकर मातृ-पितृ पूजन मना रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी उसके फोटोज खूब वायरल हो रहे हैं ।
http://www.mppd.ashram.org/
🚩कई हिन्दू संगठन भी इस महान कार्य में जुड़ गए हैं। जो जगह-जहग पर जाकर वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन करवाने का आव्हान किया है ।
🚩भारत जो विश्व में अपनी संस्कृति और संतो के लिए प्रसिद्ध है। उस देश में पाश्चत्य सभ्यता की गन्दगी न आने पाये इसके लिए हर हिंदुस्तानी का कर्तव्य बनता है कि वो भी वैलेंटाइन डे न मनाकर #14फरवरी_मातृ_पितृ_पूजन_दिवस अवश्य मनाएं।
🚩Official Azaad Bharat Links:👇🏻
🔺Youtube : https://goo.gl/XU8FPk
🔺 Twitter : https://goo.gl/kfprSt
🔺 Instagram : https://goo.gl/JyyHmf
🔺Google+ : https://goo.gl/Nqo5IX
🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Thursday, February 8, 2018

युवक-युवतियों द्वारा वेलेंटाइन डे मनाने पर कवि ने कविता लिखकर दी सीख

February 8, 2018

भारत में हिन्दुओं के करीब 40 त्यौहार हैं, लेकिन उसमें एक भी त्यौहार में व्यभिचार करना, नशा करना, मांस खाना नही है, भारत के हर त्यौहार की विशेषता मनुष्यों को उन्नत करने के लिए है। लेकिन विदेशी कम्पनियों ने अपना व्यापार बढ़ाने के लिए पाश्चात्य संस्कृति का विदेशी त्यौहार परोसा जिसके कारण आज के युवक-युवतियां वेलेंनटाइन डे मनाकर अपनी मानसिक, शारीरिक, आर्थिक बर्बादी कर रहे हैं ।
On the occasion of Valentine's Day celebrations by the young men, the poet wrote a poem

नासमझ युवक-युवतियों के लिए एक कवि ने प्रेरणादायक कविता लिखी है जो हर भारतवासी को समझने जैसी है...

घोर कलयुग में जब, वैलेंटाइन्स डे का प्रभाव बढ़ा।
युवक युवतियां हुए कामांध, तामसी स्वभाव बढ़ा।।

पश्चिमी सभ्यता के अंधानुकरण से, मानव मूल्यों का ह्रास हुआ।
हिन्दू धर्म को तोड़ने हेतु, हर सम्भव प्रयास हुआ।।

माता पिता की इज्जत भूले, बच्चे हुए इतने बेशर्म।
माता पिता को दुत्कार दिया, भेज दिया वर्द्धाश्रम।।

सन्त आशारामजी बापू, नहीं देख सके समाज को यू बेबस।
समाज में जागृति हेतु, शुरू किया 'मातृ पितृ पूजन दिवस'।।

माता पिता है हमारे प्रथम गुरु, माता पिता है हमारे भगवान।
इनके उपकार कैसे चुकाओगे, चाहे दे दो अपनी जान।।

माता पिता की चरण वंदना से, गणेश प्रथम पूज्य भगवान बनें।
माता पिता की निष्काम सेवा से, श्रवण कुमार महान बनें।।

धन्यवाद आशारामजी बापू को, महान ये काम किया।
माता पिता की महानता समझायी, घर को चार धाम किया।।

इसके होंगे दूरगामी परिणाम, मानव मूल्यों का विकास होगा।
माता पिता की इज्जत होगी, वर्द्धाश्रम से निकास होगा।।

गौरतलब है कि पाश्चात्य सभ्यता की गन्दगी से युवावर्ग का चारित्रिक पतन होते देखकर हिन्दू संत आसाराम बापू ने 2006 से वैलेंटाइन डे की जगह "मातृ-पितृ पूजन दिवस" का आवाहन कर समाज को दी एक अनोखी दिशा दी । इस विश्वव्यापी अभियान से लाखों युवावर्ग पतन से बचे हैं एवं उनके जीवन में संयम व सदाचार के पुष्प खिले हैं ।


 मातृ-पितृ पूजन से पढ़ाई में आएंगे अच्छे परिणाम

माता-पिता के पूजने से अच्छी पढाई का क्या संबंध-ऐसा सोचने वालों को अमेरिका की ʹयूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनियाʹ के सर्जन व क्लिनिकल असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सू किम और ʹचिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल ऑफ फिलाडेल्फिया, पेंसिल्वेनियाʹ के एटर्नी एवं इमिग्रेशन स्पेशलिस्ट जेन किम के शोधपत्र के निष्कर्ष पर ध्यान देना चाहिए। अमेरिका में एशियन मूल के विद्यार्थी क्यों पढ़ाई में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करते हैं ? इस विषय पर शोध करते हुए उऩ्होंने यह पाया कि वे अपने बड़ों का आदर करते हैं और माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हैं तथा उज्जवल भविष्य-निर्माण के लिए गम्भीरता से श्रेष्ठ परिणाम पाने के लिए अध्ययन करते हैं। भारतीय संस्कृति के शास्त्रों और संतों में श्रद्धा न रखने वालों को भी अब उनकी इस बात को स्वीकार करके पाश्चात्य विद्यार्थियों को सिखाना पड़ता है कि माता-पिता का आदर करने वाले विद्यार्थी पढ़ाई में श्रेष्ठ परिणाम पा सकते हैं।

जो विद्यार्थी माता-पिता का आदर करेंगे वे ʹवेलेन्टाइन डे ʹमनाकर अपना चरित्र भ्रष्ट नहीं कर सकते। संयम से उनके ब्रह्मचर्य की रक्षा होने से उनकी बुद्धिशक्ति विकसित होगी, जिससे उनकी पढ़ाई के परिणाम अच्छे आयेंगे।

देश का भविष्य उज्ज्वल बनाना है तो हर विद्यार्थियों को वेलेंटाइन डे का त्याग करके मातृ-पितृ पूजन मनाना चाहिए ।

Wednesday, February 7, 2018

वेलेंटाइन डे मनाने वाला खुद अपने को ही ले जा रहा है भयंकर बर्बादी के रास्ते : रिपोर्ट

February 7, 2018

भारत देश की संस्कृति वेलेंटाइन डे नही है, लेकिन आज के कुछ नासमझ युवक-युवतियां वेलेंटाइन डे मनाने को लालायित रहते हैं लेकिन उनको आगे का परिणाम पता नही होता इसलिए बेचारे ऐसा करते है ।
Celebrating Valentine's Day itself is taking itself to the path of the devastating waste: report

आपको बता दें कि भारत में वेलेंटाइन डे की गंदगी अपने व्यापार का स्तर बढ़ाने के लिए अंतराष्ट्रीय कम्पनियां लेकर आई हैं और वो ही कम्पनियां  मीडिया में पैसा देकर वेलेंटाइन डे का खूब प्रचार प्रसार करवाती है जिसके कारण उनका व्यापार लाखों नही, करोड़ो नही, अरबों नही लेकिन खरबों में हो जाता है, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया जनवरी से ही वेलेंटाइन डे यानि पश्चिमी संस्कृति का प्रचार करने लगता हैं जिसके कारण विदेशी कम्पनियों के गिफ्ट, कंडोम, नशीले पदार्थ आदि 10 गुना बिकते है जिसके कारण उनको खरबों रुपये का फायदा होता है ।

भारत में इसके भयंकर परिणाम देखे बिना ही वेलेंटाइन डे मनाना शुरू कर दिया गया जबकि विदेशों में वेलेंटाइन डे मनाने के भयावह परिणाम सामने आए हैं । 

आँकड़े बताते हैं कि आज पाश्चात्य देशों में वेलेंटाइन डे जैसे त्यौहार मनाने के कारण कितनी दुर्गति हुई है । इस दुर्गति के परिणामस्वरूप वहाँ के निवासियों के व्यक्तिगत जीवन में रोग इतने बढ़ गये हैं कि भारत से 10 गुनी ज्यादा दवाइयाँ अमेरिका में खर्च होती हैं जबकि भारत की आबादी अमेरिका से तीन गुनी ज्यादा है ।
मानसिक रोग इतने बढ़े हैं कि हर दस अमेरिकन में से एक को मानसिक रोग होता है | दुर्वासनाएँ इतनी बढ़ी है कि हर छः सेकण्ड में एक बलात्कार होता है और हर वर्ष लगभग 20 लाख कन्याएँ विवाह के पूर्व ही गर्भवती हो जाती हैं | मुक्त साहचर्य (free sex)  का हिमायती होने के कारण शादी के पहले वहाँ का प्रायः हर व्यक्ति जातीय संबंध बनाने लगता है । इसी वजह से लगभग 65% शादियाँ तलाक में बदल जाती हैं । हर 10 सेकण्ड में एक सेंधमारी करते है, 1999 से 2006 तक आत्महत्या का वार्षिक दर प्रति वर्ष लगभग एक प्रतिशत था लेकिन 2006 से 2014 के बीच में आत्महत्या दर प्रतिवर्ष दो प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। आत्महत्या की दर में 24 प्रतिशत वृद्धि हो गई है ।

पाश्चात्य संस्कृति के इन आंकड़ों को देखकर भी अगर आप वेलेंटाइन डे मनाने को आकर्षित होते है तो आप अपना जीवन खुद बर्बादी के रास्ते ले जा रहे हो । आपको मानसिक, शारीरिक रोग घेर लेंगे फिर आप डॉक्टरों के पास चक्कर लगाते रहो जिसके कारण आर्थिक परेशानी भी उठाने की नोबत आ सकती है फिर आत्महत्या तक कर सकते हैं।

भारत के युवक-युवतियां अगर पाश्चात्य संस्कृति की ओर गए तो परिणाम भयंकर आने वाला है ।
अब युवक-युवतियों के कहना होगा कि क्या हम प्यार नही करे तो उनको एक सलाह है कि दुनिया में आपको सबसे पहले प्यार किया था आपके माँ-बाप ने । आप दुनिया में आने वाले थे, तबसे लेकर आज तक आपको वो प्यार करते रहे लेकिन उनका प्यार तो आप भूल गये उनको ठुकरा दिया । जब आप बोलना भी नही जानते थे तब उन्होंने आपका भरण पोषण किया । आपको ऊंचे से ऊँचे स्थान पर पहुचाने के लिए खुद भूखे रहकर भी आपको उच्च शिक्षा दिलाई । उनका केवल एक ही सपना रहा कि मेरे बेटा/बेटी सबसे अधिक तेजस्वी ओजस्वी और महान बने । ऐसा अनमोल उनका प्यार आप भुलाकर किसी  लड़के-लड़की के चक्कर में आकर अपने माँ-बाप का कितना दुःख दे रहे हैं, वो तो वो ही जाने इसलिए आप अपने को बर्बादी से बचाना चाहते है, माँ-बाप के प्यार का बदला चुकाना चाहते है तो आपको एक ही सलाह है कि आप मीडिया, टीवी, अखबार पढ़कर वेलेंटाइन डे नही मनाकर उस दिन अपने माता-पिता का पूजन करें ।

शास्त्रों में माता-पिता की भारी महिमा...

शिव-पुराण में आता हैः

पित्रोश्च पूजनं कृत्वा प्रक्रान्तिं च करोति यः।
तस्य वै पृथिवीजन्यफलं भवति निश्चितम्।।

अपहाय गृहे यो वै पितरौ तीर्थमाव्रजेत।
तस्य पापं तथा प्रोक्तं हनने च तयोर्यथा।।

पुत्रस्य य महत्तीर्थं पित्रोश्चरणपंकजम्।
अन्यतीर्थं तु दूरे वै गत्वा सम्प्राप्यते पुनः।।

इदं संनिहितं तीर्थं सुलभं धर्मसाधनम्।
पुत्रस्य च स्त्रियाश्चैव तीर्थं गेहे सुशोभनम्।।

जो पुत्र माता-पिता की पूजा करके उनकी प्रदक्षिणा करता है, उसे पृथ्वी-परिक्रमाजनित फल सुलभ हो जाता है। जो माता-पिता को घर पर छोड़ कर तीर्थयात्रा के लिए जाता है, वह माता-पिता की हत्या से मिलने वाले पाप का भागी होता है क्योंकि पुत्र के लिए माता-पिता के चरण-सरोज ही महान तीर्थ हैं। अन्य तीर्थ तो दूर जाने पर प्राप्त होते हैं परंतु धर्म का साधनभूत यह तीर्थ तो पास में ही सुलभ है। पुत्र के लिए (माता-पिता) और स्त्री के लिए (पति) सुंदर तीर्थ घर में ही विद्यमान हैं।
(शिव पुराण, रूद्र सं.. कु खं.. - 20)

माता गुरुतरा भूमेः खात् पितोच्चतरस्तथा।

'माता का गौरव पृथ्वी से भी अधिक है और पिता आकाश से भी ऊँचे (श्रेष्ठ) हैं।'
(महाभारत, वनपर्वणि, आरण्येव पर्वः 313.60)

अभिवादनशीलस्य नित्यं वृद्धोपसेविनः।
चत्वारि तस्य वर्धन्ते आयुर्विद्या यशो बलम्।।

'जो माता-पिता और गुरुजनों को प्रणाम करता है और उनकी सेवा करता है, उसकी आयु, विद्या, यश और बल चारों बढ़ते हैं।' (मनुस्मृतिः 2.121)

जो अपने माता-पिता का नहीं, वह अन्य किसका होगा ! जिनके कष्टों और अश्रुओं की शक्ति से अस्तित्व प्राप्त किया, उन्हीं के प्रति अनास्था रखने वाला व्यक्ति पत्नी, पुत्र, भाई और समाज के प्रति क्या आस्था रखेगा ! ऐसे पाखण्डी से दूर रहना ही श्रेयस्कर है। - बोधायन ऋषि

अतः हे देश के कर्णधार युवक-युवतियों आप भी वेलेंटाइन डे का त्याग करके उस दिन मातृ-पितृ पूजन मनाएं ।