09 मार्च 2019
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दुनियाभर में जितने भी आतंकी हैं वे कोई जन्म लेते ही आतंकी नहीं बनते हैं, उनको गलत शिक्षा दी जा रही है इसलिए वे आतंक का रास्ता पकड़ते हैं और ऐसी जिहादी सोच वाली शिक्षा अधिकतर मदरसों में दी जा रही है ऐसे कई जगह की रिपोर्ट में सामने आया है इसलिए आतंकवाद को जड़-मूल से खत्म करना है तो सरकार को सबसे पहले मदरसों पर ध्यान देना चाहिए ।
आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद दुनिया भर से दबाव झेल रहा पाकिस्तान अब दहशतगर्दी के खिलाफ कुछ एक्शन लेता दिख रहा है ! पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को बताया कि उसने आतंकियों के खिलाफ अपनी कार्यवाही को तेज किया है । इसी के अनुसार सरकार ने 182 मदरसों को अपने नियंत्रण में ले लिया है और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है !
हालांकि पाकिस्तान के आतंरिक मंत्रालय ने कहा कि आतंकियों के खिलाफ यह कार्यवाही पहले से निर्धारित योजना के अनुसार की गई है । हाल ही में भारत की ओर से पाकिस्तान पर आतंकवाद से न निपट पाने के आरोप और दबाव के चलते ऐसा नहीं किया है !
पुलवामा हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इसके बाद भारत ने दुनिया भर में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर अलग-थलग करने की रणनीति पर काम किया । अमेरिका, फ्रांस, इजरायल और ब्रिटेन जैसे अहम देशों ने पुलवामा हमले में पाक स्थित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार माना है !
14 फरवरी को हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे । इस हमले के बाद से ही पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का बड़ा दबाव है ! पाकिस्तान के आतंरिक मामलों के मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि प्रांतीय सरकारों ने 182 मदरसों के प्रशासन को अपने हाथ में ले लिया है। इन मदरसों के आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने का संदेह है। पाकिस्तान सरकार ने कहा, ‘कानूनी एजेंसियों ने 121 लोगों को इस ऐक्शन के अनुसार ऐहतियातन हिरासत में ले लिया है !’
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स
स्त्रोत : नवभारत टाईम्स
बता दें कि मुस्लिम बाहुल्य देश इंडोनेशिया की खुफिया एजेंसी ने कुछ समय पहले खुलासा किया था कि इंडोनेशिया की दर्जनों मस्जिदें कट्टरता फैला रही हैं और गैर-मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा के लिए कहती हैं ।
बता दें कि भारत में आतंकवादी विचारधारा वाले लोग न बनें इस उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सेंट्रल शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कुछ दिन पहले मदरसों को बंद करने की मांग दोहराई है । पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर वसीम रिज़वी ने प्राथमिक मदरसों को बंद करने को कहा है । वसीम रिज़वी ने लिखा कि "मदरसों में बच्चों को बाकियों से अलग कर कट्टरपंथी सोच के तहत तैयार किया जाता है । यदि प्राथमिक मदरसे बंद ना हुए तो 15 साल में देश का आधे से ज्यादा मुसलमान आईएसआईएस का समर्थक हो जाएगा । उन्होंने इसके बजाय हाई स्कूल के बाद धार्मिक तालीम के लिए मदरसे जाने के विकल्प का सुझाव दिया । कोई भी मिशन आगे बढ़ाने के लिए बच्चों का सहारा लिया जाता है और हमारे यहां भी ऐसा ही हो रहा है ! ये देश के लिए भी खतरा है ।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को कश्मीर में भारत-विरोधी भावनाओं पर काबू पाने के लिए मस्जिदों, मदरसों और राज्य की मीडिया पर नियंत्रण रखना होगा ।
पाकिस्तान और अन्य देशों की तरह भारत में भी कुछ मदरसो में आतंकी गतिविधियां होने की बात कई बार सामने आई है, इसे देखते हुए भारत सरकार को भी देश के मदरसों पर छापे मार कर जांच करनी चाहिए और बैन कर देना चाहिए ऐसी जनता की अपेक्षा है !
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