Thursday, March 14, 2019

इसबार रासायनिक रंगों से नहीं, पलाश से होली खेले, होगा अद्भुत फायदे

14 मार्च 2019

🚩 होली का त्यौहार पूरे देश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है । यह पर्व मूल में बड़ा ही स्वास्थ्यप्रद एवं मन की प्रसन्नता बढ़ाने वाला है, लेकिन दुःख के साथ कहना पड़ता है कि इस पवित्र उत्सव में नशा, वीभत्स गालियाँ और केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग करके कुछ लोगों ने ऋषियों की हितभावना, समाज की शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और प्राकृतिक उन्नति की भावनाओं का लाभ लेने से समाज को वंचित कर दिया है ।
🚩 प्राकृतिक रंगों से होली खेलें बिना जो लोग ग्रीष्म ऋतु बिताते हैं, उन्हें गर्मीजन्य उत्तेजना, चिड़चिड़ापन, खिन्नता, मानसिक अवसाद (डिप्रेशन), तनाव, अनिद्रा इत्यादि तकलीफों का सामना करना पड़ता है ।

🚩 मीडिया सूखे रंगों से होली खेलने की सलाह देती है, लेकिन सूखे केमिकल रंगों से होली खेलने की सलाह देनेवाले लोग वस्तुस्थिति से अनभिज्ञ हैं । क्योंकि डॉक्टरों का कहना है कि सूखे रासायनिक रंगों से होली खेलने से शुष्कता, एलर्जी एवं रोमकूपों में रसायन अधिक समय तक पड़े रहने से भयंकर त्वचा रोगों का सामना करना पड़ता है । गुर्दे की बीमारी, आँखों की जलन, कैंसर जैसे रोग होने की संभावना बढ़ जाती है ।

🚩रासायनिक रंगों से होने वाली हानि...

1 - काले रंग में लेड ऑक्साइड
पड़ता है जो गुर्दे की बीमारी, दिमाग की कमजोरी करता है ।

🚩2 - हरे रंग में कॉपर सल्फेट होता है जो आँखों में जलन, सूजन, अस्थायी अंधत्व
लाता है ।

3 - सिल्वर रंग में एल्यूमीनियम ब्रोमाइड होता है जो कैंसर करता है ।

🚩4- नीले रंग में प्रूशियन ब्लू (कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस) से भयंकर त्वचारोग होता है ।

5 - लाल रंग जिसमें मरक्युरी सल्फाइड
होता है जिससे त्वचा का कैंसर होता है ।

🚩6- बैंगनी रंग में  क्रोमियम आयोडाइड
 होता है जिससे दमा, एलर्जी
होती है ।

🚩पलाश रंग से धुलेंडी खेलें..

पलाश के फूलों को रात को पानी में भिगो दें । सुबह इस केसरिया रंग को ऐसे ही प्रयोग में लायें या उबालकर होली का आनंद उठायें । यह रंग होली खेलने के लिए सबसे बढ़िया है । शास्त्रों में भी पलाश के फूलों से होली खेलने का वर्णन आता है । इसमें औषधीय गुण होते हैं । आयुर्वेद के अनुसार यह कफ, पित्त, कुष्ठ, दाह, मूत्रकृच्छ, वायु तथा रक्तदोष का नाश करता है । रक्तसंचार को नियमित व मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के साथ ही यह मानसिक शक्ति तथा इच्छाशक्ति में भी वृद्धि करता है ।

🚩रासायनिक रंगों से होली खेलने में प्रति व्यक्ति लगभग 35 से 300 लीटर पानी खर्च होता है, जबकि सामुहिक प्राकृतिक-वैदिक होली में प्रति व्यक्ति लगभग 30 से 60 मि.ली. पानी लगता है ।

🚩इस प्रकार देश की जल-सम्पदा की हजारों गुना बचत होती है । पलाश के फूलों का रंग बनाने के लिए उन्हें इकट्ठे करनेवाले आदिवासियों को रोजी-रोटी मिल जाती है ।
पलाश के फूलों से बने रंगों से होली खेलने से शरीर में गर्मी सहन करने की क्षमता बढ़ती है, मानसिक संतुलन बना रहता है ।
(यह लेख संत आसारामजी आश्रम से प्रकाशित ऋषि प्रसाद से लिया गया है)

🚩त्वचा विशेषज्ञ डॉ. आनंद कृष्णा कहते हैं कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सारा साल हम जो त्वचा और बालों का ध्यान रखते हैं वह होली के अवसर पर भूल जाते हैं और केमिकल रंगों से इनको भारी नुकसान पहुँचाते हैं ।

🚩दैनिक भास्कर अखबार की तो मुर्खानी की हद हो गई जो कई सालों से केवल तिलक होली खेलने का प्रचलन कर रहा है ।

🚩भास्कर को पता नहीं है कि जिन ऋषि मुनियों ने होली त्यौहार बनाया है वो हमारे उत्तम स्वास्थ्य और शरीर में छुपे हुए रोगों को मिटाने के लिए बनाया है ।

🚩केमिकल रंगों से होली खेलने के बाद भी बहुत अधिक पानी खर्च करना पड़ता है । एक-दो बार खूब पानी से नहाना पड़ता है क्योंकि रासायनिक रंग जल्दी नहीं धुलते । प्राकृतिक रंग जल्दी ही धुल जाते हैं ।

🚩प्राकृतिक रंगो से होली खेलने से पानी की अधिक खपत का प्रलाप करने वाली मीडिया को शराब, कोल्डड्रिंक्स, गौहत्या के लिए हररोज बरबाद किया जा रहा करोड़ों लीटर पानी क्यों नही दिखता...???

🚩पूर्व में महाराष्ट्र के नेता विनोद तावडे ने सबूतों के साथ पानी के आँकड़े पेश किये जिसमें शराब बनाने वाली कम्पनियां अरबों लीटर पानी की बर्बादी करती हैं ।

🚩‘डीएनए न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार 1 लीटर कोल्डड्रिंक बनाने में 55 लीटर पानी बरबाद होता है ।

🚩कत्लखाने में 1 किलो गोमांस के लिए 15,000 लीटर पानी बर्बाद होता है । कोल्डड्रिंक्स और शराब के कारखानों में मशीनरी और बोतलें धोने में तथा बनाने की प्रक्रिया में करोड़ों लीटर पानी बरबाद होता है ।

🚩बड़े-बड़े होटलों में आलीशान स्विमिंग टैंक्स के लिए लाखों लीटर पानी की सप्लाई बेहिचक की जाती है ।

🚩हकीकत यह होते हुए भी मीडिया द्वारा कभी इसका विरोध नहीं किया गया ।

🚩'प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड’ के अनुसार #रासायनिक रंगों से होली खेलना अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करना है ।

🚩डॉ. फ्रांसिन पिंटो के अनुसार रासायनिक रंगों से होली खेलने के बाद उन्हें धोने के लिए प्रति व्यक्ति 35 से 500 लीटर तक पानी खर्च करता है ।

🚩यह केमिकल युक्त पानी पर्यावरण के लिए घातक है। घर भी रंगों से खराब हो जाते हैं । उन्हें धोने में कम-से-कम 100 लीटर पानी बरबाद हो जाता है ।

🚩 अतः आप इस बार वैदिक होली मनाकर स्वयं को स्वस्थ रखें । प्राकृतिक रंगों से होली खेलें, केमिकल रंगों से बचें । ऋषि-मुनियों द्वारा बनाया गया यह त्यौहार जरूर मनायें, जिससे आपका स्वास्थ्य भी बढ़िया रहे और गर्मी में आने वाले रोगों से भी रक्षा हो ।

🚩Official Azaad Bharat Links:


 🔺Youtube : https://goo.gl/XU8FPk


🔺 Twitter : https://goo.gl/kfprSt

 🔺 Instagram : https://goo.gl/JyyHmf

 🔺Google+ : https://goo.gl/Nqo5IX

🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG

 🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Wednesday, March 13, 2019

जानिए अपने ही देश मे हिंदू खुद कितना लाचार है?

13 मार्च 2019
www.azaadbharat.org
🚩भारत देश को हिंदू धर्म के नाम से ही विश्व में पहचान मिली इसलिए भारत देश का एक नाम हिंदुस्तान भी है ।
भारत का संविधान जब लागू हुआ तब कहीं नहीं लिखा गया कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है । सन 1976 में कांग्रेस सरकार ने 42 वें संविधानिक संशोधन द्वारा संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष शब्द डाल दिया। इसका मतलब भारत एक हिंदू वो राष्ट्र है जिसका कोई विशेष धर्म नहीं । उसके लिए सभी धर्म एक समान है ।

🚩वास्तव में सनातन संस्कृति विश्व की प्राचीनतम जीवंत संस्कृति है । जबसे सृष्टि का उद्गम हुआ है तबसे सनातन हिंदू संस्कृति है । हिन्दू धर्म का लोहा सदा सभी धर्मों ने माना । हमारे वेद, शास्त्र, श्रीमद्भागवत गीता, योग और ऋषि मुनियों का दिया हुआ ब्रह्मज्ञान आज भी विश्व का मार्गदर्शन कर रहा है । "वसुधैव कुटुम्बकम" हिन्दू धर्म की महान सोच को प्रदर्शित करता है। हिन्दू धर्म ने मानवता के लिए जो किया वो किसी भी धर्म नही कर पाया ।
🚩पर जो असंवेदनशीलता आज हिन्दू धर्म के साथ हो रही है वो चिंताजनक है । कुछ मुद्दों की तरफ आपका ध्यान आकर्षित कर रहे हैं ।
🚩1). भारत देश की पहचान हिन्दू धर्म से है। हिन्दू धर्म के कारण देश मे सुख-शांति बनी हुई है । भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करना चाहिए था पर वोट बैंक की राजनीति के चलते कोई सरकार ये नहीं कर पाई ।
2). सरकार कानून बनाकर हिन्दू मंदिरों की सम्पत्ति और दान पर अधिकार कर लेती है वहीं दूसरे धर्म के स्थलों को हाथ तक नहीं लगती विशेषकर चर्च, मस्जिद । ये दान से हुई आय का पूरा प्रयोग अपने धर्म के प्रचार प्रसार में करते हैं । मंदिर के कई पैसे तो चर्च और मस्जिद के लिए खर्च किये जाते हैं ।
🚩3). हज यात्रा के लिए सरकार सब्सिडी देती थी वहीं हिंदुओं को अमरनाथ यात्रा करते वक़्त टैक्स लेती है और सेना की मदद लेनी पड़ती है । ये सब सरकारों की गलत वोटबैंक की राजनीति का नतीजा है ।
4). जम्मू-कश्मीर को आज तक विशेष राज्य का दर्जा प्राप्त है । आज़ादी के 70 साल बाद भी आज तक कोई सरकार संविधान से अनुच्छेद 370 और 35A को नहीं हटा पाई । इसलिए वहाँ हिंदुओं की स्थिति आज भी जर्जर हुई है ।
🚩5). कश्मीर में आज भी सेना के रख रखाव के लिए अरबों रुपये खर्च होते हैं । कश्मीरी पंडितों को मार मारकर भगा दिया गया । फिर भी उनको पुनः नहीं बसा पा रहे हैं और तो और सर्वोच्च न्यायालय से उनको इंसाफ भी नहीं मिला ।
6). गरीब और आदिवासी इलाकों में ईसाई मिशनरियां धर्मांतरण का गोरखधंधा धड़ल्ले से कर रही हैं । लालच देकर और डराकर भोले-भाले हिंदुओं का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है । सरकार मौन होकर देख रही है, इसे रोकने के लिए कोई कानून भी नहीं बना रही ।
🚩7). लव जिहाद के कारण लाखों हिंदू बेटियाँ फंस जाती है, अपनी जिंदगी नर्क जैसी जी रही हैं और माँ-बाप भी बर्बाद हो जाते हैं ।
8). कई राज्यों में जहाँ हिन्दू बहुसंख्यक थे अब अल्पसंख्यक रह गए हैं । बंगाल और केरल में हिंदुओं का रहना मुश्किल हो गया है । उन पर अत्याचार हो रहे हैं । पर राजनैतिक पार्टियों की सोच केवल वोटबैंक तक सीमित है ।
🚩9). एक देश है तो कानून भी एक ही होना चाहिए । पर भारत देश में कानून धर्म के साथ बदलता है। कानून ने मुस्लिमों और ईसाईयों को विशेष अधिकार दे रखे हैं इसलिये देश में अराजकता फैल रही है ।
10). NCERT की किताबों में हिन्दुत्व के गौरव का बखान नहीं । स्कूलों में बच्चों को गलत इतिहास पढ़ाया जाता है । हिन्दुत्व का गौरव और हिन्दू शूरवीरों को उचित सम्मान नहीं मिला। बच्चों को सही जानकारी नही मिल पा रही है।
🚩11). न्यायपालिका भी जल्लीकट्टू पर फैसला दे देती है । दीपावली पर पटाखें चलाने और बेचने पर रोक लगाई जा सकती है । जन्माष्टमी पर दही हांडी नही खेलो, होली पर पानी खराब होता है ये खबर मीडिया दिखाती है, दीपावली पर पर्यावरण दूषित होता है ये खबर मीडिया खूब दिखाती है । कुल मिलाकर हिन्दू त्यौहारों को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती ।
दूसरी तरफ ईद पर जो करोड़ों पशु मारे जाते हैं, न्यू ईयर और क्रिसमस पर पूरे रात पटाखें छोड़े जाते हैं, अरबों रुपये का दारू पिया जाता है, वैलेंटाइन डे पर कुँवारी कन्याएं माता बन जाती हैं, इस पर ना तो मीडिया में कोई खबर आती है ना ही कोई कुछ बोलता है। और तो और कोर्ट भी तीन तलाक और हलाला जैसे मुद्दों पर निर्णय लेने से मना कर देता है, बोलते हैं ये उनका मजहब का मामला है  ये सरासर हिंदुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है ।
🚩12). सबरीमाला पर तो हिंदुओं के खिलाफ निर्णय आ गया पर राम मंदिर का मुद्दा अब केवल वोटबैंक की राजनीति तक सीमित रह गया है । ना ही अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है ना ही कोई आस दिख रही है। सरकार आ रही है जा रही है, हिंदुओं की भावनाओं से किसी को कोई मतलब नहीं ।
13). ऋषि मुनियों ने गाय की महिमा को जाना इसी कारण हिन्दू धर्म ने गाय को माता का दर्जा दिया है। गौमाता ने हमारी कितनी पीढ़ियों का पालन पोषण किया है। पंचगव्य तो अमृत के समान है और कितनी ही आयुर्वेदिक दवाइयों में प्रयोग होते है। गौमूत्र से कैंसर जैसी बीमारी का इलाज संभव है। अमेरिका का भी गौझरन का खूब उपयोग कर रही है।
🚩पर भारत में गौमाँस के लिए गायों को मारा जा रहा है । कत्लखानों में गाय काटी जा रही है । पर सरकार के कान में जूं भी नहीं रेंग रही । गौरक्षा के लिए अब तक कोई कानून नहीं बनाया ।
बाघ को राष्ट्रीय पशु बनाया गया पर इतनी लाभकारी और हितैषी गौमाता को राष्ट्रीय पशु क्यों नहीं बनाया जा रहा । इससे गौहत्या बन्द हो जाएगी और गौमाता को सम्मान भी मिलेगा ।
🚩पता नहीं आज़ादी के सत्तर साल बाद भी गौमाता को सम्मान क्यों नहीं, गौमाता की स्थिति आज भी इतनी दयनीय क्यों ? कब तक हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ होगा ?
🚩14). हिन्दू सन्तों को झूठे केसों में फँसाया जा रहा है, झूठी खबर दिखाकर उनको बदनाम किया जा रहा है। साध्वी प्रज्ञा, असीमानन्द जी, जयेन्द्र सरस्वती जी, हिंदू संत आसाराम बापू, स्वामी नित्यानंद जी और कितने ही सन्त झूठे आरोपों के शिकार हुए और आखिर में निर्दोष सिद्ध हुए ।
दूसरी और पादरी और मौलवी कितने कुकर्म करते हैं पर मीडिया में कोई खबर तो नहीं आती है और उनको जमानत भी बड़ी आसानी से मिल जाती है । वहीं हिन्दू सन्तों निर्दोष होते हुए भी जेल की यातना भुगतते है ।
🚩सारांश ये है कि देश में हिंदुओं की स्थिति दिन बदिन खराब हो रही है । ये एक चिंतनीय विषय है कि हिन्दू अब अपने ही देश में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं । अब समय आ गया है कि हिन्दू संगठित हों और अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाएं ।
🚩Official Azaad Bharat Links:
🔺Youtube : https://goo.gl/XU8FPk
🔺 Twitter : https://goo.gl/kfprSt
🔺 Instagram : https://goo.gl/JyyHmf
🔺Google+ : https://goo.gl/Nqo5IX
🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

Tuesday, March 12, 2019

मीडिया का घिनौना चेहरा : मुंबई व देश की दो बड़ी खबरें कर दी गायब

12 मार्च 2019
www.azaadbharat.org
🚩भारत की जनता का अब इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया पर से भरोसा उठता जा रहा है क्योंकि पैसे और टीआरपी के लिए मीडिया इतनी गिर गई है कि उसे सत्य से कुछ लेना-देना ही नहीं रहा है । लगता है कि कई खबरों के दाम पहले से ही फिक्स होते हैं और वो कीमत नहीं देने पर झूठी खबरों को सच और सच्ची खबरों को झूठा दिखाकर समाज को गुमराह करती है । यही आज की कई मीडिया का धंधा बन गया है । कोई-कोई सज्जन मीडियाकर्मी होंगे जो सच्चाई दिखाते होंगे बाकि तो लगभग सभी मीडिया हाउस बिके हुए हैं ऐसा लगता है ।
Media's shocking face: Mumbai and two big
news of the country do not disappear

🚩शुक्रवार 8 मार्च को विश्व महिला दिवस था । उस दिन देशभर में अनेक स्थानों पर लाखों महिलाओं ने गौ, गीता व संतों की रक्षा के लिए रैलियां निकाली, धरने दिए, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, कानूनमंत्री के नाम से कलेक्टर आदि को ज्ञापन दिए, लेकिन कुछ सज्जन मीडियाकर्मियों के अलावा न प्रिंट मीडिया ने छापा और न ही इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने दिखाया ।
महिला उत्थान मण्डल ने विश्व महिला दिवस पर देशभर में गौमाता की रक्षा, श्रीमद्भगवद्गीता के ज्ञान के प्रचार-प्रसार एवं वर्तमान में हिन्दू संत आसाराम बापू को न्याय दिलाने के लिए कदम उठाए ।
https://goo.gl/48HBvU
🚩रविवार को 83 वर्षीय वृध्द हिंदू संत आसाराम बापू के समर्थन में शिवाजी पार्क दादर (प.) से वरली तक हजारों लोगों ने अपना रोष प्रकट करने के लिए "विशाल मौन रैली" निकाली I इस रैली में मुंबई - महाराष्ट्र की कई हिन्दू संस्थाओं व अलग-अलग क्षेत्रों से हजारों लोगों ने भाग लिया I
https://youtu.be/Tf0NZM8n6vQ
🚩सोशल मीडिया पर 8 मार्च को #WomenEmpowermentByBapuji हैशटैग के नाम से हजारों ट्वीट्स देखने को मिली । अलग-अलग स्थानों से रैलियों के लाइव वीडियो भी अपलोड किए गए थे ।
🚩गौर करने वाली बात ये है कि एक लड़की के महज आरोप लगाने पर मीडिया ने हिन्दू संत आसारामजी बापू पर 24-24 घंटे डिबेट चलाई, पर जब उनके समर्थन में लाखों महिलाओं आई तो क्यों उनकी आवाज दबाई गयी ???
🚩क्यों इतनी बड़ी खबर को मीडिया कवरेज नहीं मिला ??
🚩देशभर में अलग-अलग स्थानों की महिला मंडल की महिलाओं से जब बात की गई तो उनका कहना था कि हम लाखों-करोड़ो महिलाएं बापू आसारामजी को मानती हैं, उनके आश्रम में जाती हैं, सत्संग सुनती हैं और आसाराम जी बापू की प्रेरणा से हिन्दू संस्कृति रक्षार्थ अनेक सेवाकार्यों में संलग्न हैं । उन्होंने हम महिलाओं के लिए जो किया वो सराहनीय है । हम नारियों को समाज में नारायणी का दर्जा देने वाले संत के साथ हो रहे अन्याय पर हम सड़कों पर उतरी हैं और सरकार व न्यायालय से गुजारिश करती हैं कि संत आसारामजी बापू को जल्द से जल्द रिहा करें क्योंकि समाज को उनकी सख्त आवश्यकता है ।
🚩मंडल की बहनों ने आगे बताया कि बापू आसारामजी को फंसाने के लिए हुए षड्यंत्रों के कई साक्ष्य मिले है पर उन्हें दबाया गया है । एक 83 वर्षीय संत के साथ अपने ही देश में इतना अन्याय देखकर हमारा मन व्यथित है । इसलिए आज हम उनकी रिहाई की मांग लेकर सड़कों पर उतरी हैं ।
मुम्बई में पद यात्रा में लोगों का रोष इस बात पर था कि बापू आसारामजी को एक झूठे व बेबुनियाद केस के आरोप में 6 साल से जेल में रखा गया है I उनका मानना है कि संत आसारामजी बापू केस में न रेप की पुष्टि हुई है, न मेडिकल जाँच में कुछ भी ऐसा मिला है, न ही इल्जाम लगानेवाली लड़की ने रेप का आरोप लगाया है I इस विषय में जोधपुर पुलिस के डीसीपी अजय पाल लाम्बा का बयान है कि "एफ. आई. आर. में बच्ची ने 376 (बलात्कार) का आरोप नहीं लगाया है I
🚩बता दें कि बापू आसारामजी पर आरोप लगानेवाली लड़की की सहेली का बयान 'P7' न्यूज चैनल पर दिखाया गया था उसने कहा था कि "मेरी सहेली का कहना है कि मेरे से जैसा बुलवाते हैं, वैसा मैं बोलती हूँ I" सब कुछ आईने की तरह साफ होते हुए भी जोधपुर सेशन कोर्ट ने उनको आजीवन कारावास की सजा सुनायी I समर्थकों ने कहा हमारे देश के संवैधानिक होने के नाते हमें न्यायालय पर भरोसा है, लेकिन जोधपुर सेशन कोर्ट के फैसले से हम असंतुष्ट हैं I हमें आशा है कि बापू आसारामजी को जोधपुर हाई कोर्ट से जमानत मिलेगी I
🚩यात्रा में शामिल लोगों ने अपना रोष प्रकट करते हुए बताया कि इसमें बड़े राजनेताओं का षड्यंत्र है I जो कि अपनी निजी वोट बैंक के स्वार्थ व द्वेष के कारण उनको बाहर नहीं आने देना चाहते हैं I बापू आसारामजी की जीवनी देखें तो पता चलता है कि उन्होंने अपना सारा जीवन देश व समाज की सेवा में बिताया है I हजारों नि:शुल्क बाल-संस्कार केंद्र, युवा सेवा संघ, महिला उत्थान मंडल व कई समितियों द्वारा व्यसनमुक्ति अभियान, युवाधन सुरक्षा अभियान, नि:शुल्क स्वास्थ्य चिकित्सा सेवा, आदिवासी व पिछड़े लोगों का विकास आदि सेवाओं से लोगों के जीवन को सही दिशा में बदल दिया I देश के कई आदिवासी क्षेत्रों में मेडिकल सुविधा के साथ-साथ उनके जीवन को सही दिशा प्रदान की I हजारों गायों को कटने से बचाकर उनके लिए गौशालाओं का निर्माण किया I जिसमें हजारों गायों की सेवा चलती हैं I
🚩यात्रा में आई जनता का कहना था कि अगर जल्द आसारामजी बापू की रिहाई नहीं हुई तो मुंबई - ठाणे सहित पूरे महाराष्ट्र व देश के अन्य राज्यों में भी सत्याग्रह किया जायेगा I नेताओं पर तो हमें भरोसा नहीं हैं इसलिए हम जनता को पूरे देश में इस अन्याय के प्रति जागरूक करेंगे व राष्ट्रपति से गुहार लगायेंगे कि इस केस की न्यायिक निष्पक्ष जाँच करके बापू आसारामजी को तत्काल रिहा किया जाए I     
🚩आपको बता दें कि दिग्गज न्यायविद डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी भी पहले न्यायालय में आकर सनसनीखेज खुलासे कर चुके हैं और उन्होंने बताया है कि बापू आसारामजी को धर्मांतरण कार्यों में रुकावट बनने के कारण सुनियोजित षडयंत्रपूर्वक जेल भिजवाया है ।
🚩डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी तो गृहमंत्री राजनाथ को भी बता चुके हैं कि बापू आसारामजी को जेल में रखने का फालतू खर्च किया जा रहा है, उनके ऊपर केस बनता ही नही है, उनको तुरन्त रिहा किया जाये ।
🚩मीडिया केवल विदेशी ताकतों के इशारे पर हिन्दू संत आसारामजी बापू को बदनाम करती रही, लेकिन उनके समर्थन में इतनी बड़ी सच्चाई और अच्छाई सामने आई लेकिन सब छुपा रही है जिसके कारण मीडिया से जनता का भरोसा उठता जा रहा है ।
🚩Official Azaad Bharat Links:
🔺Youtube : https://goo.gl/XU8FPk
🔺 Twitter : https://goo.gl/kfprSt
🔺 Instagram : https://goo.gl/JyyHmf
🔺Google+ : https://goo.gl/Nqo5IX
🔺 Word Press : https://goo.gl/ayGpTG
🔺Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ