Wednesday, December 7, 2016

संत संस्कारों की रीढ़ की हड्डी हैं भारत में संतों की हमेशा से अहम भूमिका रही है

हमारी संस्कृति को अफगानिस्तान तक ले जाना है : अखंड भारत मोर्चा


अंखड भारत मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष #संदीप आहूजा जी ने एक निजी चैनल में अपना इंटरव्यू देते हुए कहा कि किसी भी देश को समाप्त करना हो तो उसकी संस्कृति को नष्ट कर दो, उसकी सभ्यता को नष्ट कर दो,  पिताजी को #कुत्ता कहना शुरू कर दो । तो वहाँ का जो #जनमानस है वो इतना #Dim #Reorientation होगा कि वो अपनी #संस्कृति को भूल जाएगा ।

उन्होंने आगे बताया कि #अखंड_भारत_मोर्चा हमारे #संगठन का नाम है । लेकिन उसका मूल उद्देश्य यही है कि #अफगानिस्तान जहाँ #सम्राट #अशोक ने अपना #ध्वज गाढ़ लिया था । अपनी #संस्कृति वहाँ तक लेकर गए थे, ऐसा एक बार नहीं हुआ था । #हरि सिंह नलवा के समय भी वे पहुँच गए थे, फिर से वहाँ तक हमारी संस्कृति पहुँचाने का उद्देश्य है ।

भारतीय संस्कृति मिटाने में लगे है..!!

हिन्दूओं की #चोटी हटवा दी #तिलक हटवा दिया, अब #संस्कृति हटाने की बात आई है..!! 

संस्कृति को हटाने के लिए धीरे-धीरे हमें पॉइजन दिया जा रहा है । हमारे इतने समृद्ध देश के #बुद्धिमान, जहाँ #शून्य की खोज हुई हो, जिन्होंने #गणित के अंदर #त्रिकोण का #अविष्कार किया हो, उस #बुद्धिजीवी वर्ग को कहा कि #बेकार हो ! 
निट्ठले हो !!
 क्या #चोटी रख के घूमते हो?
 क्या #धोती पहनकर #तिलक लगाते हो?

 ऐसा कर-कर के #Dim #reorientation करके जनता की आँखों पर अपने हीन संस्कारों का #पर्दा डाल दिया । पर अब धीरे-धीरे #लोगो में #जागरूकता आ रही है ।

संत संस्कारों की रीढ़ की हड्डी है 

संत देश की रीढ़ की हड्डी है!!

भारत देश में संत की अहम भूमिका है। #संत #संस्कार की रीढ़ की #हड्डी हैं। जिसकी #शिलाएँ समाज में फैली हुई होती हैं। #संस्कार समाज तक संतो के माध्यम से ही पहुँचता है । 

उन संस्कारों को फैलने से रोकने के लिए संतों को बदनाम करते हैं । जैसे अभी संत #आसारामजी #बापू को बदनाम किया जा रहा है । अभी मैं वही पढ़ रहा था ।
#डाॅक्टर में उनका #नेगिटव आया है, लेकिन सरकार में बैठे हुए #मद में डूबे हुए लोग #संतो को दबाने का प्रयास कर रहे हैं । यही संत आसारामजी बापू के साथ हुआ, यही अन्य #संतो के साथ हुआ ।


संत आसारामजी बापू को झूठे केस में फंसाया गया!!

संदीप आहूजा जी ने बताया कि ये बहुत ही #आसान काम हो गया है।आज की #कानून #व्यवस्था में।
16 साल की लड़की आपको हाथ लगाके छेड़ जाए और वो ही उल्टा कह दे तो आपके ऊपर #POCSO लग जाएगी फिर आप #सफाई देते रहिए, मैंने नहीं #छेड़ा था, हाथ नहीं लगाया था, या बेटी समझ कर लगाया था या नहीं लगाया था ।
आप कुछ भी बोलते रहो आपकी कोई नही सुनेगा ।


बापू आसारामजी के ऊपर आरोप लगाने वाली लड़की की माँ के बारे में उन्होंने बोला कि अगर आश्रम में ऐसा ही चल रहा था तो #माँ अपनी #बेटी को #आश्रम में लेकर क्यों जाती थी?
उस समय माँ को सबसे पहले मालूम होता है, बेटी के साथ सही हो रहा है या गलत ।


लड़की उत्तर प्रदेश की है, पढ़ती है मध्य प्रदेश में,घटना बताती है राजस्थान की और FIR 5 दिन के बाद रात को 2:30 बजे करवाती है वो भी दिल्ली में, उसको लेकर संदीप जी ने कहा कि
जोधपुर की घटना को दिल्ली में आकर जीरो FIR लिखवा रही हो, 
अरे..!! आप क्या मजाक कर रहे हो #कानून का ??

जीरो #FIR है। #जीरो #FIR की वेल्यु तब बनती है, जब उसके पीछे #एविडेन्स होता है। #कानून के पास कोई #एविडेन्स है ही नही ।
वास्तव में ये #सत्ता और #संत का #संघर्ष है । #सत्ता द्वारा पैदा किये हुए #सबूत हैं। इसलिए #संत आसारामजी बापू जेल में हैं ।

समाज देख रहा है । #समाज ने संत आसारामजी बापू के लिए जंतर-मंतर में संघर्ष भी किया लेकिन #सत्ता के अंदर बैठे हुए लोग और जाँच #एजेंसियां जब तक क्लीनचिट नही देती तब तक संत भी #जेल में हैं। 

मैंने संत आसारामजी बापू के केस का मेडिकल #रिपोर्ट पढ़ा, उसमें नेगीटिव है (बापू आसारामजी के खिलाफ मेडिकल में कोई प्रूफ नही है लड़की को खरोंच तक नही आई है ) और उस समय के #पुलिस अधिकारी ने भी कहा है कि लड़की के साथ फिजिकल टच हुआ ही नहीं है...!

गौरतलब है कि बापू आसारामजी 39 महीनों से जोधपुर जेल में बंद हैं, लेकिन उन पर अभी तक एक भी आरोप सिद्ध नही हुआ है । केवल ट्रायल ही चल रहा है।

उनकी रिहाई के लिए कई हिन्दू संगठन माँग उठा रहे हैं, संगठनों का कहना है कि बापू आसारामजी के ऊपर सुनियोजित षड़यंत्र किया गया है इसलिये जमानत तक नही दी जा रही है ।

और अब तो आम जनता भी सोशल मीडिया पर उनकी रिहाई और उनके साथ हो रहे अन्याय पर आवाज उठा रही है ।

अब देखना ये है कि सरकार कब हिन्दू संतों को न्याय दिलाने के लिए ठोस कदम उठाती है!!

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