Friday, June 21, 2019

संजीव पुनाळेकर की रिहाई के लिए आजाद मैदान में हुआ विराट आंदोलन

21 जून 2019
🚩प्रखर राष्ट्रवादी, हिंदुनिष्ठ अधिवक्ता श्री संजीव पुनालेकर ने डॉ. दाभोलकर की हत्या की जांच की तथा असली दिशा न्यायालय के सामने रखकर जांच यंत्रणाओं की पोल खोल दी इसलिए बदले की भावना रखकर अधिवक्ता संजीव पुनालेकर और सूचना अधिकार कार्यकर्ता श्री. विक्रम भावे इन को गिरफ्तार किया गया । हिंदुत्वनिष्ठो की आवाज को इस प्रकार दबाना हिंदू समाज कदापि सहन नहीं करेगा ।
🚩इस अन्यायकारक बंदीवास सेे अधिवक्ता संजीव पुनालेकर और श्री. विक्रम भावे की तत्काल मुक्तता हो, इस मांग को लेकर समस्त हिंदुत्वनिष्ठों और राष्ट्रप्रेमियों की ओर से मुंबई आज़ाद मैदान में घंटानाद आंदोलन किया गया । इस आंदोलन में एकत्रित विविध हिंदुत्वनिष्ठ संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने पुनालेकर को मुक्त करो ऐसी एक साथ मांग कर संजीव पुनालेकर को अन्यायपूर्वक बंधक बनाए जाने का विरोध कर असंतोष व्यक्त किया ।

🚩इस आंदोलन में बड़ी मात्रा में महिला एवं युवक सहभागी हुए थे । सभी ने अपने चेहरों पर अधिवक्ता पुनालेकर का मुखौटा लगाकर उनको दृढ़ता पूर्वक समर्थन देने का संदेश सबको दिया आंदोलकों ने ने संविधान का सम्मान करो, पुनालेकरजी जी को मुक्त करो, हिंदूओ पर अन्याय नहीं सहेंगे इस प्रकार के फलक हाथों में लेकर सीबीआई द्वारा किए गए इस अन्याय पूर्वक व्यवहार का तीव्र निषेध किया ।
🚩डॉ. दाभोलकर की हत्या में उपयोग लाया गया पिस्तौल नष्ट करने हेतु अधिवक्ता पुनालेकरजी ने आरोपी को मार्गदर्शन किया, ऐसा आरोप लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया है । प्रत्यक्ष देखा जाए तो इन हत्याओं में अब तक अलग-अलग आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और अन्वेषण यंत्रणा द्वारा दी प्रत्येक बार की जानकारी एक दूसरे से मिलती-जुलती नहीं है । साथ ही जिस पिस्तौल सेे डॉ दाभोलकर की हत्या हुई है, जिसका दावा जांच यंत्रणा कर रही है उस शस्त्र का भी अब तक पता नहीं चला है, इस प्रकार के तथ्य हीन सूत्रों के आधार पर आरोपी के वकील और उनके सहकारी को बंधक बनाना यह एक प्रकार से उनकी आवाज को दबाना ही है ऐसा मत सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता भारद्वाज चौधरी ने कहा ।
🚩हिन्दू जनजागृति समिति के प्रवक्ता डॉ. उदय धुरी ने कहा, आधुनिकतावादी लोगों की हत्या के आरोप में हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं को फँसाने का प्रयास कर हिंदुओं को आतंकवादी ठहराने की साज़िश पहले काँग्रेस शासन कर चुकी है । इन हत्याओं की जांच की दिशा जानबूझकर हिंदुत्वनिष्ठ संगठन की ओर मोड़ने का प्रयास करने का पाप काँग्रेस शासन ने किया । काँग्रेस द्वारा हिंदुओं के सिर पर मढ़ा यह पाप आज की हिंदुत्वनिष्ठ सरकार मिटा दे । अधिवक्ता संजीव पुनालेेकर और श्री. विक्रम भावे को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया जाना यह भटकी हुई जांच की दिशा का ही एक भाग है।
🚩अंत में अपने विचार व्यक्त करते हुए लष्कर-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. ईश्‍वरप्रसाद खंडेलवाल ने कहा, वकील पुनालेकर ने जाँच में पुलिस को सहयोग ही किया है । हिंदुत्वनिष्ठ व्यक्ति और संगठन पर लगाया हत्या का कलंक मिट जाए, इसलिए उन्होने डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या प्रकरण की न्यायालयीन प्रक्रिया जल्दी से हो, इस हेतु न्यायालय को विनती की है; मात्र जांच यंत्रणांओं के पास ठोस सबूत न होने के कारण यह जांच अटकी पड़ी है । जांच यंत्रंणाओं का यह अपयश अब जनता के सामने आया है । न्यायालया ने भी जांचयंत्रणा के अधिकारियों को कड़ी भाषा में फटकारा है । पुनालेकर जी ने एकप्रकार से जांच यंत्रणाओं का झूठ जनता के सामने लाया है । इसलिए जांच यंत्रणांओं की इस अवमानकारक पोलखोल के कारण ही पुनालेकर को झूठे आरोप लगाकर फंसाने का यह प्रकार है । न्यायालय में अधिवक्ता संजीव पुनालेकर का निर्दोषत्व सिद्ध होगा ही, यह हम जानते है। मात्र जांचयंत्रणा द्वारा हो रहा यह अन्याय जनतंत्र का गला घोटने वाला है ।
🚩इस आंदोलन के बाद धर्मप्रेमीयो ने मंत्रालय में जाकर संजीव पुनालेकर जी पर हो रही अन्यायपूर्वक कार्यवाही के विषय में जानकारी देनेवाला और उनकी तुरंत रिहाई की मांग करनेवाला निवेदन सरकार को दिया गया ।
🚩मंदिरों के घोटाले, भगवा आतंकवाद की पोल खोलने वाले प्रखर हिंदुनिष्ठ वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव पुनालेकरजी को CBI द्वारा गिरफ्तार करने पर जनता, वकील एसोशिएशन, शिवसेना एवं हिंदू सगठनों ने विरोध जताया।
🚩आज़ाद मैदान में बड़ा आंदोलन भी किया गया, सबकी एक ही मांग थी पुनालेकरजी निर्दोष है, उनको फँसाया जा रहा है, शीघ्र रिहा किया जाए।
🚩अकोला बार एसोसिएशन का विरोध
अकोला (महाराष्ट्र) बार एसोसिएशन की ओर से 17 जून को हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय सचिव अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर को अन्यायपूर्ण पद्धति से बंदी बनाए जाने के विरुद्ध प्रस्ताव पारित किया गया । इस समय उपस्थित 170 से भी अधिक अधिवक्ताआें ने इस प्रस्तावपर हस्ताक्षर कर समर्थन व्यक्त किया ।
🚩वड़गांव मावळ बार एसोसिएशन का विरोध
वड़गांव मावळ (जनपद पुणे) की ओर से 18 जून को अधिवक्ता पुनाळेकर को बंदी बनाए जाने की कार्यवाही की निंदा की । इस प्रस्ताव के माध्यम से अधिवक्ताआें को सुरक्षा देने की भी मांग की गई है । लगभग 50 अधिवक्ताआें ने इस प्रस्ताव के समर्थन में हस्ताक्षर किए ।
🚩विधानसभा में उठेगी आवाज
अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर को बंदी बनाए जाने के प्रकरण में मैं विधानसभा में आवाज उठा कर इस संदर्भ में विधानसभा में चर्चा कराऊंगा और इस संदर्भ में मुझे जो भी संभव है, वह मैं करूंगा ! कोल्हापुर के शिवसेना विधायक श्री. राजेश क्षीरसागर ने ऐसा आश्वासन दिया।
संदर्भ : दैनिक सनातन प्रभात
🚩आपको बता दें कि अधिवक्ता संजीव पुनालेकर जी एक प्रखर राष्ट्रवादी एवं हिंदुनिष्ठ है उन्होंने न्यायालय में भगवा आतंकवाद को बेनकाब किया, लव जिहाद के लिए लड़े, धर्मान्तरण के खिलाफ एवाज उठाई, मदिरों में हो रहे अरबों रुपये के घोटाले सामने लाये इसके कारण उनको फँसाया जा रहा है ऐसा लग रहा है, अतः जनता को ऐसे हिंदुनिष्ठ लोगो का साथ देना होगा, नहीं तो एक के बाद एक निर्दोष फंसते जायेंगे और हमारी संस्कृति बचाने कोई आगे नहीं आयेगा और विधर्मी फायदा उठाकर देश को गुलामी की तरफ लेकर जायेंगे।
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