Monday, November 6, 2017

कमल हासन पर भारी संकट, हिन्दू विरोधी बयान देकर फंस गया, हो रहा है भयंकर विरोध


November 6, 2017  


🚩दक्षिण भारतीय अभिनेता कमल हासन ने हिन्दू आतंकवाद वाले बयान देकर भारी गलती कर दी ।

🚩हिन्दू धर्म सनातन धर्म है और हिन्दू धर्म ही एक ऐसा धर्म है जो विश्व का कल्याण चाहता है बाकि मत,पंथ, धर्म अपने-अपने पंथ बढ़ाने में ही लग हुए हैं ।

🚩#कमल हासन का अब #हिंदुत्वनिष्ठों के साथ मुसलमान भी कर रहे हैं #विरोध...
Heavy crisis on Kamal Haasan, Hindu protagonist stuck in protest
Heavy crisis on Kamal Haasan, Hindu protagonist stuck in protest
🚩अलीगढ़ के एक युवा मुस्लिम नेता #आमिर रशीद ने कमल हासन के बयान की तीखे शब्दों में आलोचना की।  मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष बताए जाने वाले मोहम्मद आमिर रशीद ने कहा है कि #कमल हासन #राष्ट्र विरोधी हैं, वे अपने बयान से हिन्दू और मुस्लिमों में दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि कोई उनके चेहरे पर कालिख पोतता है तो वे उसे इनाम के तौर पर 25 हजार रुपए देंगे। राशिद ने एक दैनिक अखबार से बातचीत करते हुए कहा कि यदि हिन्दू चरमपंथी हो गए तो कोई भी दूसरा समुदाय सुरक्ष‍ित नहीं रहेगा।

🚩महासभा के ताजा बयान के अनुसार, हिन्दू विरोधी बयान के लिए कमल हासन को गोली मार देनी चाहिए। हाल ही में कमल ने कहा था कि ये नहीं कहा जा सकता कि, हिन्दुओं में आतंकवाद नहीं है। उन्होंने कहा था कि पहले हिंदू बात करते थे पर अब हिंसा करने लगे हैं और इसलिए अब सत्यमेव जयते से लोगों का भरोसा उठ गया है क्योंकि अब जीत ताकत की ही होती है।

🚩इस बात पर आपत्ति दर्ज कराते हुए हिंदू महासभा के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा, “कमल हासन और उनके जैसे बाकी लोगों को गोली मार देना चाहिए या फिर फांसी पर लटका देना चाहिए, ताकि वे लोग कुछ सबक सीख सकें। कोई भी व्यक्ति जो हिंदू धर्म से संबंध रखने वालों के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करता है उसे तो इस पावन धरती पर रहने का कोई अधिकार ही नहीं होना चाहिए और अपशब्दों के बदले में मौत की सजा देनी चाहिए।”

🚩हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकते : साध्वी ऋतंभरा

🚩इस मुद्दे पर साध्वी ऋतंभरा ने कहा, “हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकते, वे केवल आतंकवादियों का शिकार होते हैं। यही कारण है कि आतंकवाद लगातार बढ़ता रहा क्योंकि हिंदू हमेशा इसका शिकार होता रहा।”

🚩कमल हासन को कश्मीर में जाकर देखना चाहिए : विनय कटियार

🚩हिंदू आतंकवाद के बयान पर कमल हासन पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा कि, अब वो सुपर स्टार नहीं रह गए हैं। उनकी सारी फिल्में पिट रही हैं। लिहाजा वो इस तरह के बयान दे रहे हैं। उनके ऊपर केस दर्ज होना चाहिए और वहां की सरकार को अच्छे अस्पताल में उनका इलाज करना चाहिए। हिंदू आतंकवादी नहीं हो सकता है। पूरी दुनिया में इस्लामिक आतंकवाद अस्तित्व में हैं। उनके आतंकी कैंप चलते हैं। उनको कश्मीर में जाकर देखना चाहिए। तब उनको समझ में आएगा कि ‘इस्लामिक आतंकवाद’ क्या होता हैं ?

🚩न्यायालय ने ‘हिंदू आतंकवाद’ की टिप्पणी पर दिया एफआईआर का आदेश

🚩वाराणसी की एक अदालत ने कमल हासन द्वारा ‘हिंदू आतंकवाद’ पर लिखे गए विवादित लेख के मुद्दे पर सुनवाई करते हुए इस मामले में तमिल अभिनेता कमल हासन पर एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। आपको बता दें कि वकील #कमलेश चंद्र त्रिपाठी ने वाराणसी के एसीजेएम की अदालत में एक याचिका दायर कर हासन पर #धार्मिक भावनाओं को #आहत करने का #आरोप लगाया था। इस पर शनिवार को सुनवाई करते हुए जस्टिस सुधाकर दुबे ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया। याचिका पर अगली सुनवाई अब 22 नवंबर को होगी।

🚩अपनी याचिका में उन्होंने आरोप लगाया है कि, कमल हासन ने हिंदुओं और हिंदू संगठनों को आतंकवादी बताया है जिससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।

🚩हिन्दू आतंकवाद की बात करनेवाले लोग विदेशी ताकतों के इशारे पर चल रहे हैं :योगी आदित्यनाथ

🚩उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी ने हमला बोलते हुए कहा कि, जो लोग पैसा कमाने के लिए अपनी बौद्धिक क्षमता का प्रचार करते हैं, असहिष्णुता की बात करते हैं और जो लोग हिन्दू आतंकवाद की बात करते हैं वो लोग विदेशी ताकतों के इशारे पर चल रहे हैं ।

🚩योगी आदित्यनाथजी ने कहा कि,

🚩1. जो लोग हिन्दुओं को आतंकवादी कहते हैं वह देशद्रोही हैं और देश इ्न्हें कभी माफ नहीं करेगा ।

🚩2. #सनातन धर्म भारत का #एकमात्र #धर्म है, बाकी तमाम धर्म इसके इतर मान्यताओं और संस्कृति का पालन करते हैं । देश में धर्म निरपेक्ष नाम की कोई चीज नहीं है, यह आजाद भारत का सबसे बडा झूठ है ।

🚩3. सभी लोगों को अपने धर्म और मान्यता को मानने का अधिकार है, परंतु इन सबसे उपर देश आता है, ऐसे में कोई भी असहिष्णुता के नाम पर देश के विरोध में आवाज नहीं उठा सकता है और ना ही हिन्दू आतंकवाद की बात कर सकता है ।

🚩4. हिन्दू धर्म संस्कृति है और जीने का तरीका है, हिन्दू देश ने मुसलमानों, क्रिश्चियन, यहूदी सहित कई धर्म के लोगों को शरण दी ।

🚩5. भारत ने दुनिया को सहनशक्ति दी है और सभी धर्मों का सम्मान करता है । परंतु इसका मतलब यह कतई नहीं है कि, हम लोगों को हिन्दुओं को आतंकवादी कहने देंगे ।

🚩6. कोई भी अपने धर्म को दूसरों पर थोप नहीं सकता है, एक पंडित हमेशा पंडित रहेगा, चाहे वह जनेउ पहने या नहीं, चोटी रखे या नहीं ।

🚩हिन्दू धर्म महान है लेकिन दुष्ट स्वभाव के लोग उसको मिटाने की कोशिश कर रहे है पर #हिन्दू धर्म #सनातन धर्म है वो न कभी मिटा है और नही कभी मिट पायेगा ।


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Sunday, November 5, 2017

अरब के कवि बिन्तोई: दुनिया में हिन्दू जैसा दयालु, शांतिपूर्ण, सुखद धर्म कोई भी नही है

अक्टूबर 5, 2017 


🚩हिन्दू धर्म को आज अपमानित किया जा रहा है पहले तत्कालीन सरकार ने भगवा आतंकवाद नाम दिया तो अब कमल हसन जैसे हिन्दू आतंकवादी जैसे शब्द का प्रयोग कर रहा है ।

🚩आइये आज आपको बताते है हिन्दू धर्म कितना महान और उदार है और अरब देश के कवि ने कैसे किया इसका बखान...

🚩हमारी #आर्य संस्कृति एक #दिव्य संस्कृति है। इसमें प्राणिमात्र के हित की भावना है। हिन्दुत्व को साम्प्रदायिक या आतंकवादी कहने वालों को यह समझ लेना चाहिए कि हिन्दुत्व अन्य मत पंथों की तरह मारकाट करके अपनी साम्राज्यवादी लिप्सा की पूर्ति हेतु किसी व्यक्ति विशेष द्वारा निर्मित नहीं है तथा अन्य तथाकथित शांतिस्थापक मतों की तरह हिन्दू धर्म ने यह कभी नहीं कहा कि जो हिन्दू नहीं है उसे देखते ही मार डालो और मंदिरों के अलावा सारे पूजास्थलों को नष्ट कर दो। जो हिन्दू बनेगा उसी क
का उद्धार होगा दूसरे का नहीं। ऐसी बेहूदी बातें हिन्दू धर्म एवं समाज ने कभी भी स्वीकार नहीं की। फिर भी हिन्दुत्व की बात करने को साम्प्रदायिकता कहना कितना बड़ा पाप है ।
🚩हिन्दुत्व एक व्यवस्था है मानव में महामानव और महामानव में महेश्वर को प्रगट करने की। यह द्विपादपशु सदृश उच्छृंखल व्यक्ति को देवता बनाने वाली एक महान परम्परा है। 'सर्वे भवन्तु सुखिनः' का उद्घोष केवल इसी संस्कृति के द्वारा किया गया है.....

🚩विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता भारत में ही मिली है। संसार का सबसे पुराना इतिहास भी यहीं पर उपलब्ध है। हमारे ऋषियों ने उच्छृंखल यूरोपियों के जंगली पूर्वजों को मनुष्यत्व एवं सामाजिक परिवेश प्रदान किया, इस बात के लाखों ऐतिहासिक प्रमाण आज भी उपलब्ध हैं।

🚩यूनान के प्राचीन इतिहास का दावा है कि भारतवासी वहाँ जाकर बसे तथा वहाँ उन्होंने विद्या का खूब प्रचार किया। यूनान के विश्वप्रसिद्ध दर्शनशास्त्र का मूल भारतीय वेदान्त दर्शन ही है।

🚩यूनान के प्रसिद्ध विद्वान एरियन ने लिखा हैः 'जो लोग भारत से आकर यहाँ बसे थे, वे कैसे थे ? वे देवताओं के वंशज थे, उनके पास विपुल सोना था। वे रेशम के दुशाले ओढ़ते थे और बहुमूल्य रत्नों के हार पहनते थे।'

🚩एरियन भारतीयों के ज्ञान, चरित्र एवं उज्ज्वल-तेजस्वी जीवन के कारण उन्हें देवताओं के वंशज कहता है। यहाँ पर उसने भारतीयों के आध्यात्मिक एवं भौतिक विकास को स्पष्ट किया है।

🚩विश्व का आदिग्रंथ 'ऋग्वेद' हमारे ऋषियों की ही देन है। संसार की जिस अनादिकालीन व्यवस्था को आज के बुद्धिहीन लोग संप्रदाय की दृष्टि से देखते हैं, उसी व्यवस्था से अध्यात्म का उदय हुआ है। विशुद्ध #अध्यात्म विद्या के द्वारा #भगवद्प्राप्ति का मार्ग इसी ने बताया जबकि यूरोप और अरब में धर्म के नाम पर हिंसा, लूट, बलात्कार जैसे पाशविक कृत्यों को ही बढ़ावा मिला, यह बात उनके इतिहास एवं धर्मग्रंथों से स्पष्ट हो जाती है।

🚩सैमुअल जानसन के अनुसारः #'हिन्दू लोग धार्मिक, #प्रसन्नचित्त, #न्यायप्रिय, #सत्यभाषी, #दयालु, #कृतज्ञ, #ईश्वरभक्त तथा #भावनाशील होते हैं। ये विशेषताएँ उन्हें सांस्कृतिक विरासत के रूप में मिली हैं।'

🚩यही तो है वह आदर्श जीवनशैली जिसने समस्त संसार को सभ्य बनाया और आज भी विलक्षण आत्ममहिमा की ओर दृष्टि, जीते जी जीवनमुक्ति, शरीर बदलने व जीवन बदलने पर भी अबदल आत्मा की प्राप्ति तथा ऊँचे शाश्वत मूल्यों को बनाये रखने की व्यवस्था इसमें विराजमान है। यदि हिन्दू समाज में कहीं पर इन गुणों का अभाव भी है तो उसका एकमात्र कारण है धर्मनिरपेक्षता के भूत का कुप्रभाव। जब इस आदर्श सभ्यता को साम्प्रदायिकता का नाम दिया जाने लगा तथा कमजोर मन-बुद्धिवाले लोग इससे सहमत होने लगे तभी इन आदर्शों की हिन्दू समाज में कमी होने लगी और पश्चिमी पशुता ने अपने पैर जमा लिये। यह एक ऐतिहासिक सत्य है कि अन्य किसी भी मत-पंथ के अस्त होने से विश्वमानव की इतनी दुर्गति नहीं हुई जितनी हिन्दू धर्म की आदर्श जीवन-पद्धति को छोड़ देने से हुई।

🚩मोहम्मद साहब से 156 वर्ष पूर्व हुए अरब के जिर्रहम बिन्तोई नामक प्रसिद्ध कवि की एक कविता इस बात का ऐतिहासिक प्रमाण है। भारतीय इतिहास के अनुसार भारत के सम्राट विक्रमादित्य ने सम्पूर्ण अरब को जीतकर अपने साम्राज्य में मिलाया था। सम्राट विक्रमादित्य के शासन से पूर्व और उसके बाद की स्थिति का वर्णन हम वहाँ के विख्यात कवि की रचना में ही देखें तो अच्छा है। अरबी भाषा में लिखी उस कविता का अर्थ इस प्रकार हैः

🚩'वे अत्यन्त भाग्यशाली लोग हैं जो सम्राट विक्रमादित्य के शासनकाल में जन्मे। अपनी प्रजा के कल्याण में रत वह एक कर्तव्यनिष्ठ, दयालु एवं नेक राजा था। किन्तु उस समय खुदा को भूले हुए हम लोग (अरबवासी) इन्द्रिय विषय-वासनाओं में डूबे हुए थे, षड्यंत्र और अत्याचार करना खूब प्रचलित था। हमारे देश को अज्ञान के अंधकार ने घेर रखा था। ....अपने ही अज्ञान के कारण हम शांतिपूर्ण और व्यवस्थित जीवन से भटक गये थे। किन्तु शिक्षा का वर्त्तमान ऊषाकाल एवं सुखद सूर्यप्रकाश उस नेक चरित्र सम्राट विक्रम की कृपालुता का परिणाम है। उसका दयामय जीवन विदेशी होने पर भी हमारी उपेक्षा नहीं कर पाया। उसने अपना पवित्र धर्म हम लोगों में फैलाया (धर्म का प्रचार किया धर्मान्तरण नहीं)। उसने अपने देश से विद्वान लोग भेजे जिनकी प्रतिमा सूर्य के प्रकाश सदृश हमारे देश में चमकी। उन विद्वान और दूरद्रष्टा लोगों की दयालुता एवं कृपा से हम फिर एक बार खुदा के अस्तित्व को अनुभव करने लगे और सत्य के मार्ग पर चलने लगे। वे हमें शिक्षा देने के लिए महाराज विक्रमादित्य के आदेश पर ही यहाँ आये थे।'
(संदर्भः भारतीय इतिहास की भयंकर भूलें, पी.एन.ओक)

🚩सम्राट विक्रमादित्य के शासन ने अरब की कायापलट कर दी, हिंसा, षड्यंत्र एवं अत्याचारों की धरा पर स्वर्ग लाकर रख दिया परंतु अरब से आये मुगल शासकों ने भारत में काम किया ? अंग्रेजों ने भारत में आकर यहाँ की जनता के साथ कैसा व्यवहार किया ? यदि पत्थरदिल व्यक्ति भी उस इतिहास को पढ़े तो वह भी पीड़ा से तड़प उठेगा।

🚩बस, यही तो अंतर है हिन्दुत्व तथा अन्य सम्प्रदायों में। इतना बड़ा अंतर होने पर भी हिन्दुत्व को अन्य सम्प्रदायों के साथ रखा जाना बहुत बड़ी मूर्खता है।
#भारतीय संस्कृति के प्रति विश्वभर के महान विद्वान की अगाध श्रद्धा अकारण नहीं रही है। इस संस्कृति की उस आदर्श #आचार #संहिता ने समस्त वसुधा को #आध्यात्मिक एवं #भौतिक उन्नति से पूर्ण किया, जिसे हिन्दुत्व के नाम से जाना जाता है।


🚩हिन्दू धर्म का यह पूरा वर्णन नही है इससे भी कई गुणा ज्यादा महिमा है क्योंकि हिन्दू धर्म सनातन धर्म है इसके बारे में संसार की कोई कलम पूरा वर्णन नही कर सकती । आखिर में हिन्दू धर्म का श्लोक लिखकर विराम देते हैं ।

🚩सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया,
सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत।
ऊँ शांतिः शांतिः शांतिः

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Saturday, November 4, 2017

भारत के 8 राज्यों में हो गये हैं हिन्दू अल्पसंख्यक, सुप्रीम में अल्पसंख्यक दर्जा देने की मांग

नवम्बर 4, 2017 www.azaadbharat.org
🚩भारत हिन्दू बाहुल देश है लेकिन विदेशी #आक्रमणकारियों ने आकर #बलपूर्वक या लालच से #धर्मपरिवर्तन करवा दिया वो स्थिति आज भी बनी हुई है, देश मे #ईसाई मिशनरियां लालच देकर और मुस्लिम बलपूर्वक #धर्मपरिवर्तन कराने का प्रयास पुरजोर कर रहे हैं यह हिन्दुओं के लिए चिंताजनक स्थिति बनी हुई है अगर ऐसा आगे भी चलता रहा तो 8 राज्यों की तरह अन्य राज्यों में भी शीघ्र हिन्दू अल्पसंख्यक हो जायेगे ।


🚩भाजपा नेता #अश्विनी उपाध्याय ने उच्चतम न्यायालय में अर्जी दाखिल कर देश के आठ राज्यों में हिन्दुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की मांग की है । याचिकाकर्ता अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि, इन आठ राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं । ऐसे में इन राज्यों में हिन्दुओं को अल्पसंख्यकों वाले अधिकार मिलने चाहिए ।
🚩इन राज्यों में #लक्षद्वीप, #जम्मू-कश्मीर, मिजोरम, #नागालैंड, #मेघालय, #अरुणाचल प्रदेश, #मणिपुर और पंजाब शामिल हैं । याचिकाकर्ता ने 1993 में केंद्र सरकार की आेर से जारी नोटिफिकेशन को भी असंवैधानिक घोषित करने की मांग की है ।
🚩याचिकाकर्ता उपाध्याय ने उच्चतम न्यायालय से कहा कि, 23 अक्टूबर 1993 में नोटिफिकेशन जारी कर मुस्लिम समेत अन्य समुदाय के लोगों को अल्पसंख्यकों का दर्जा दिया था ।
🚩उपाध्याय ने कहा कि, 2011 के जनगणना के आंकड़ों की मानें तो देश के 8 राज्यों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं, लेकिन उन्हें इन राज्यों में यह दर्जा अभी तक नहीं मिला है ।
🚩याचिका में कहा गया है कि किसी भी समुदाय के अल्पसंख्यकों का दर्जा सिर्फ उनकी जनसंख्या के आधार पर ही मिलना चाहिए । याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में कानून मंत्रालय को प्रतिवादी बनाया है ।
🚩आंकडों के अनुसार इन सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में हिन्दू इतने प्रतिशत ही बचे है मिजोरम (2.70%), लक्षद्वीप (2.80%), नागालैंड (8.70%), मेघालय (11.50%), जम्मू-कश्मीर (28.40%), अरुणाचल प्रदेश (29.00%), पंजाब (38.50%) और मणिपुर में (41.40) प्रतिशत है।  तीन राज्यों नागालैंड, मिजोरम और मेघालय में ईसाई बहुसंख्यक होते जा रहे हैं। #जम्मू-कश्मीर और #लक्षद्वीप में #मुस्लिम समुदाय #बहुसंख्यक है। 
🚩भारत में हिन्दू खत्म किये जा रहे हैं । अगर अब भी हिन्दू नहीं जगे तो हिंदुओं का अस्तित्व समाप्त होता चला जायेगा । #हिन्दुओं के #खात्मे की बड़ी भयंकर #साजिश रची जा रही है। 
🚩आपको बता दें कि भारत में अधिकतर स्थानों पर #ईसाई पादरी प्रलोभन देकर #धर्मान्तरण करवा रहे हैं दूसरी ओर मुस्लिमों द्वारा जबरन  या लवजिहाद द्वारा धर्मपरिवर्तन कराया जा रहा है अभी भी हिन्दू नहीं जगे तो जैसे #आठ #राज्यों में #हिन्दू #अल्पसंख्यक हो गये है ऐसे ही अन्य राज्यों में भी होने लगेंगे ।
In India, 8 states have become Hindu minorities
🚩वेटिकन सिटी और इस्लामिक देशों द्वारा भारतीय #मीडिया में भारी #फंडिंग की जा रही है जिससे वे गरीबी, #श्री राम मंदिर, धारा 370, #गौ-हत्या, महंगाई, किसानों की #आत्महत्या, जवानों की हत्या, हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार आदि समस्याओं पर बहस नहीं करके केवल हिन्दू #साधु-संतों के #खिलाफ ही खबरें दिखाते हैं और भोले हिन्दू इस बात को सही समझकर उनके ही धर्मगुरुओं पर उंगली उठाते हैं और गलत टिप्पणियाँ करते हैं । जबकि मीडिया ईसाई पादरियों और मौलवियों द्वारा हो रहे कुकर्मो को छुपाता है क्योंकि उनके द्वारा फंडिग की जा रही है।
🚩गौरतलब है कि आजतक जिन्होंने भी हिन्दू धर्म की हित की बात की, धर्मांतरण पर रोक लगाई, हिन्दुओं की घर वापसी करवाई, विदेशी कम्पनियों का बहिष्कार करवाया, पाश्चात्य संस्कृति का विरोध किया उन हिन्दू साधु-संतों एवं कार्यकताओं के खिलाफ सुनियोजित षडयंत्र करके उनकी हत्या करवा दी गई या मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर राजनेताओं से मिल जेल भिजवा दिया गया ।
🚩हिन्दुआें की जो स्थिति आज इन 8 राज्यों में है वह स्थिति बाकि राज्यों में ना हो इसलिए हिन्दुआें को जागृत होकर स्वयं का अस्तित्व बचाने हेतु अब संगठित होना होगा ।
🚩इसपर हिन्दू जनजागृति के कुछ सूत्र भी ध्यान में लेना चाहिए…
🚩1. हिन्दुआें को अल्पसंख्यांक का दर्जा देने के साथ-साथ इन राज्यों में हिन्दुआें की संख्या क्यों कम हो रही है ? इसकी भी जांच होनी चाहिए । क्योंकि पहले वहां हिन्दू बहुसंख्यंक थे ।
🚩2. कश्मीर की स्थिति तो सभी को ज्ञात ही है ।
कैसे वहां हिन्दुआें का नरसंहार किया गया ? कैसै वहां से हिन्दुआें को अपना घर-जमीन छोडने के लिए मजबूर किया गया, कश्मीर के बाद देश के कर्इ राज्यों में हिन्दू स्वयं को बचाने हेतु पलायन कर रहे हैं, जिसका उदाहरण है उत्तरप्रदेश का कैराना गांव !
🚩3. आज हिन्दुआें के सामने धर्मांतरण, लव जिहाद, मंदिर सरकारीकरण जैसे कर्इ संकट है, एेसे में उन्हे केवल अल्पसंख्यक का दर्जा देना पर्याप्त नही है ।
🚩आप क्या कर सकते हैं..???
🚩1. जहां से हिन्दुआें को अपना घर-जमीन छोड़कर पलायन करने पर मजबूर किया गया है वहां हिन्दुआें को फिर से बसाने के लिए सरकार से निवेदन द्वारा मांग करें ।
🚩2. जहां हिन्दुआें काे डरा धमकाकर एवं लालच देकर धर्मान्तरित किया जाता है, उसे रोकने के लिए प्रशासन को निवेदन दें ।
🚩3. हिन्दुआें की यह दु:स्थिति बाकि के हिन्दुआें तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करें तथा हिन्दुआें में जागृति फैलाए ।
🚩4. धर्मशिक्षा का अभाव यह भी हिन्दुआें की इस दु:स्थिति का कारण है, इसलिए उन्हे धर्मशिक्षा दें । 
🚩हिन्दू आज एकजुट होकर इन षडयंत्रों का विरोध नहीं करेंगे तो एक के बाद एक हिन्दुओं को नष्ट कर दिया जायेगा और हिन्दू अल्पसंख्यक होते जायेंगे ।
🚩अतः सावधान !!
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