Monday, April 23, 2018

बलात्कार के कड़े कानुन : विष बीज बोकर अमृत फल पाना संभव नहीं

🚩दिसंबर 2012 में जब दिल्ली में ‘निर्भया बलात्कार कांड’ हुआ तब से ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस  यूरोप लगभग हर देश ‘भारत के हिंदू समाज’ को कोसने, धिक्कारने और उसे ‘बलात्कारियों का देश’ सिद्ध करने में लग गए  है । जब भारत से कोई बलात्कार की घटना की खबर आती है तो पश्चिमी देश तरह-तरह की नसीहत भारत को देने लग जाते हैं जैसे की इस तरह की वीभत्स घटनाएं पश्चिमी देशों में होती ही न हो और न ही कभी हो सकती हैं!
🚩कठुआ-उन्नाव और उनके बाद की घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, ब्राउन विश्वविद्यालय, हार्वर्ड, कोलंबिया विश्वविद्यालय और विभिन्न आईआईटी के 600 से अधिक शिक्षाविदों और विद्वानों ने हस्ताक्षर कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा । इन देश के विद्वानों और शिक्षाविदों ने अपने देश की स्थिति का विश्लेषण किया होता तो इस तरह की सलाह नहीं देते । पाश्चात्य देशों के बलात्कार के आँकड़ों  की तुलना में भारत जैसे आध्यात्मिक देश की स्थिति काफी बेहतर है।
*आइये उन देशों की स्थिति देखें।*
Strong Kanoon of Rape: It is not possible
to get nectar results by poison seeds

🚩अमेरिका व्हाइट हाउस द्वारा 22 जनवरी 2014 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, वहाँ हर पाँचवी महिला अपने जीवनकाल में एक बार बलात्कार की शिकार होती है । आँकड़ों के अनुसार दो करोड़ बीस लाख अमेरिकी महिलाओं को और 16 लाख पुरुषों को अपनी जिंदगी में बलात्कार का शिकार होना पड़ा ।
🚩ब्रिटेन में एक लाख जनसंख्या पर साल भर में औसतन 24 से अधिक बलात्कार होते हैं । यह अनुपात भारत की तुलना में कम से कम नौ गुणा अधिक है ! प्रति 10000 निवासियों पर प्रतिवर्ष 53.2 बलात्कारों के साथ स्वीडन पूरे यूरोप में पहले नंबर पर और विश्व में दूसरे नंबर पर है । भारत में यह अनुपात केवल 2.6 है तब भी उसे दुनिया के सबसे बलात्कारी देश के तौर पर बदनाम किया जा रहा है । पाँच करोड़ 30 लाख की जनसंख्या वाले दक्षिण अफ्रीका बलात्कार और यौन-हिंसा के मामले में संयुक्त राष्ट्र सूची में हर साल पहले नंबर पर मिलता है । वहां हर साल 64,000 से अधिक बलात्कार होते हैं । इससे यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि भारत में विकसित देशों की अपेक्षा बलात्कार की घटनाएँ कम होती हैं ।
🚩सऊदी अरब, चीन ऐसे कई अफ्रीकी देशों में बलात्कारी को अधिकतम मौत की सजा दी जाती है । अमेरिका में आजीवन कारावास दिया जाता है । इसके बावजूद भी इन देशों में बलात्कार की घटनाएँ बढ़ती ही जा रही है । सख्त कानून बलात्कार की घटना को पूर्ण रूप से नहीं रोक सकता है । बलात्कारियों के विरुद्ध जो कठोर कानून बनाने का काम भारत में हो रहा है, यह तो पत्तों को सींचने वाली बात है । सिनेमा, अश्लील साहित्य, समाचार पत्र-पत्रिकाओं, अश्लील वेबसाइटों एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आदि के माध्यमों से अश्लीलता का प्रचार किया जा रहा है । इस कारण बलात्कार, हत्या जैसे दुष्कर्मों को भारत में बढ़ावा मिल रहा है । दुष्कर्म को बढ़ावा देनेवाले कारकों को रोकने की जरूरत सबसे पहले है । वास्तव में कठोर कानून तो इनके खिलाफ बनने चाहिए । उसके बाद ही इस प्रकार के अपराध करनेवाले व्यक्ति के विरुद्ध कानून बनाने चाहिए । अन्यथा ऐसा हो रहा है कि हम विष बीज बोकर अमृत फल पाने की उम्मीद में हैं । इससे परिणाम न तो पहले अच्छे हुए और न अब हो रहे हैं और ना ही आगे होनेवाले हैं ।
🚩यदि सख्त कानून से बलात्कार की घटनाओं पर अंकुश सम्भव होता तो नये बलात्कार निरोधक कानून बनने के बाद बलात्कार की शिकायतों (कम्प्लेंट्स) में 35% की वृद्धि नहीं होती । इसके लिए संयम-शिक्षा तथा सच्चे सात्त्विक मूल्यों को पुनर्स्थापित करना होगा । यह कार्य निस्वार्थ रूप से समाज की भलाई में लगे हुए संत-महापुरुष ही कर सकते हैं । भारतीय संस्कृति के आधारभूत सिद्धांत को अपने जीवन में उतारनेवाले स्वामी रामतीर्थ, श्री रमण महर्षि, समर्थ रामदासजी, स्वामी विवेकानंद, साँईं लीलाशाहजी महाराज आदि महापुरुषों ने पूरी दुनियां में भारतीय अध्यात्म-ज्ञान का डंका बजाया । वर्तमान में संत आसारामजी बापू से मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से देश-विदेश में करोड़ों साधक ब्रह्मचर्य का पालन करके जीवन धन्य बना रहे हैं । हजारों बाल-संस्कार केन्द्रों द्वारा देश-विदेश के बालक-बालिकाओं को सुसंस्कारित किया जा रहा है । करोड़ों युवाओं को संयमी और व्यशन मुक्त बनाया । महिलाओं के उत्थान के लिये अनेक कार्य किये और भी अनेक समाजसेवा के कार्य बापू आसारामजी की प्रेरणा से चल रहे हैं ।
🚩केवल कानून और डंडे के जोर से सच्चा सुधार नहीं हो सकता । सच्चे और स्थायी सुधार के लिए बलात्कार जैसे नृशंस अपराधो को रोकने के लिए संयम-शिक्षा पर बल देने की आवश्यकता है । संत आसारामजी बापू द्वारा प्रेरित ‘युवाधन सुरक्षा अभियान’, ‘दिव्य प्रेरणा-प्रकाश ज्ञान प्रतियोगिता’, ‘योग व उच्च संस्कार शिक्षा’, ‘महिला जागृति’, ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’, ‘नशामुक्ति’ जैसे अभियानों को और अधिक व्यापक बनाने की आवश्यकता है । इनके माध्यम से हमारी युवा पीढ़ी को ब्रह्मचर्य, संयम-सदाचार की शिक्षा देकर उन्हें ईमानदार व सच्चा नागरिक बनाया जा रहा है । किंतु हमारे प्रेरणास्रोत, राष्ट— एवं संस्कृति के रक्षक संतों-महापुरुषों पर झूठे आरोप लगवाकर षड्यंत्रपूर्वक उन्हें जेल में बंद करवाना यह दर्शाता है कि कुछ स्वार्थी राष्ट विरोधी ताकतें कानून की आड़ लेकर भारतीय संस्कृति को नष्ट करने की बुरी मंशा रखती हैं । संत-महापुरुष ही समाज के प्रहरी हैं  हमें उन पर हो रहे इस आघात को रोकना होगा ।
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Saturday, April 21, 2018

हिन्दू धर्म को दुनियाभर में बदनाम करने के लिए कांग्रेस ने रचे थे अनेक षडयंत्र

🚩भारतीय संस्कृति इतनी महान है कि उसको तोड़ने के लिए विदेशी ताकतें लगी रही है और जो उसको बचाने के लिए आगे आते हैं उनको नष्ट करने का भरपूर प्रयास किया जाता है ।
🚩विदेशी ताकतों के इशारे पर चलने वाली कांग्रेस सरकार ने भारत देश में करीब 60 साल तक राज किया है उसमें भी आखिरी 10 साल में तो उन्होंने विदेशी ताकतों के इशारों पर भारतीय संस्कृति रक्षार्थ कार्य करने वालों को झूठे आरोपों द्वारा जेल भिजवा दिया और मीडिया द्वारा इतनी बदनामी करवाई कि आम जनता उनसे विमुख हो जाये।
🚩कांग्रेस ने हिन्दू धर्म को केवल भारत में ही नही वरन पूरी दुनिया में बदनाम करने के लिए कई षड्यंत्र रचे ।
जिसके तहत दो षड्यंत्र प्रमुख थे।
Congress had created many conspiracies to defame Hinduism in the world.


🚩1. हिन्दू आतंकवाद शब्द गढ़ना जिससे दुनिया को लगे कि हिन्दू संस्कृति खराब है और हिन्दू ही आतंकवादी होते हैं ।
🚩2. साधु संतों को मीडिया द्वारा बदनाम करवाकर उनकी छवि धूमिल करना, जिससे जनता उनसे नफरत करने लगे जिसे ईसाई मिशनरियों को धर्मांतरण करने में आसानी रहे ।
🚩कांग्रेस द्वारा हिन्दू आतंकवाद साबित करने के लिए कई हिंदुत्वनिष्ठों को निशाना बनाया गया ।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
स्वामी असीमानंद
शंकराचार्य अमृतानंद
कर्नल पुरोहित
डीजी बंजारा
🚩दूसरे प्रकार के षड्यंत्र के तहत फंसाये गये हिंदुत्वनिष्ठ-
शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती -
सत्य साई बाबा
स्वामी नित्यानंद
श्री कृपालु महाराज
संत आसाराम बापू
🚩वर्तमान सरकार ने इन सभी देश भक्त लोगों को बारी-बारी से न्याय दिलवाया।
🚩इनमें से अब केवल संत आसाराम बापू ही जेल में हैं, बाकि सभी निर्दोष बरी हो चुके हैं ।
🚩कांग्रेस को बापू आसारामजी को बदनाम करवाने में बहुत पसीना आया, सबसे पहले 2008 में बापू आसारामजी के आश्रम में दो बच्चो की मौत का इल्जाम लगाया, मगर वहाँ से उनको क्लीनचिट मिल गई जिसके कारण वे सफल नही हो पाए।
🚩फिर कांग्रेस ने POCSO कानून बनाया और इस कानून का पहला शिकार बापू आसारामजी का किया गया ,क्योकि POCSO में जमानत होना भी मुश्किल होता है।
🚩आप भी जानिए कांग्रेस द्वारा संत आसाराम बापू को साइड करना क्यों जरूरी था -
🚩 - सबसे पहले ,राहुल गांधी को पप्पू बापू  आसारामजी ने ही कहा था।
🚩- बापू आसारामजी ने ही पहली बार कहा था ,सोनिया मैडम भारत छोड़ो।
🚩- झारखंड राज्य में बापू आसारामजी ने एक साल में लाखों आदिवासियों को दोबारा हिन्दू बनाया जो ईसाई बन चुके थे।
🚩-गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान जहाँ भारी मात्रा में ईसाई मिशनरियां धर्मान्तरण करवा रही थी वहाँ जाकर गरीबों को मकान बनवा कर दिया, जीवनुपयोगी  वस्तुएं दी और हिन्दू धर्म की महिमा बताई जिससे ईसाई मिशनरियों का मिशन फ्लॉप हो गया।
🚩- बापू आसारामजी हिन्दू धर्म को विश्व पटल के चरम पर पहुँचा रहे थे और भारत में धर्मान्तरण नही होने दे रहे थे जिसके कारण वेटिकन सिटी बापू आसारामजी के खिलाफ हो गया ।
🚩- बापू आसारामजी के देशभर में 40 से भी अधिक वैदिक गुरुकुल महंगी फीस ऎंठने वाले कान्वेंट स्कूलों पर भारी पड़ रहे हैं।
🚩2006 से बापू आसारामजी ने शुरू किया 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस, जिसका बढ़ता प्रभाव देखकर वैलेंटाइन की दुकाने बंद होने लगी जिससे विदेशी कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा ।
🚩2017 के गुजरात चुनाव में एक प्रमुख पादरी ने ईसाईयों से BJP को हराने को कहा। बापू आसारामजी ने अगले ही दिन मीडिया द्वारा राष्ट्रवादियों को जिताने का सन्देश भेज दिया।
🚩-हाल ही में DK त्रिवेदी कमीशन ने बापू आसारामजी को 2008 केस में क्लीन चिट दी तो कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा में हंगामा शुरू कर दिया और BJP विधायक के ऊपर माइक से हमला कर दिया।
🚩2013 के झूठे रेप केस में भी जल्द ही फैसला आने की संभावना है। संत आसाराम बापू के बाहर आने के रस्ते खुलते नजर आ रहे हैं तो कइयों के राजनीतिक चूल्हे हिल जाएंगे इसलिए वे लोग अभी भी उनको अंदर रखना चाहते हैं पर सत्य को कबतक झूठ की परतों से ढका जा सकता है !!
🚩आपको बता दें कि न्यायालय में बहस के दौरान सारी परतें खुल चुकी हैं जिसमें उनको षडयंत्र तहत फंसाने के कई प्रमाण सामने आए हैं । अब 25 अप्रैल को जो फैसला आएगा वो उनके पक्ष में ही आयेगा ऐसा जानकारों का कहना है ।
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Friday, April 20, 2018

मीडिया वालों के लिए अलग कानून है? पॉक्सो एक्ट के बावजूद गिरफ्तारी क्यों नहीं ?

20 Apr 2018

🚩 हरियाणा गुरुग्राम की एक छोटी बच्ची का वीडियो एडिट कर, उसे अश्लीलता वाला वीडियो बनाकर इंडिया न्यूज़ के चीफ एडिटर दीपक चौरसिया ने दिखाया, बच्ची के माता-पिता आक्रोशित होकर गुरुग्राम में केस दर्ज करने गए लेकिन पुलिस ने एफआईआर लिखने से मना कर दिया क्योंकि आरोपी दबंग एवं मीडिया से जुड़ा है, बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से एफआईआर दर्ज की गई, उसके बाद भी बच्ची का बयान नही करवाया जा रहा था, दो साल तक पुलिस ने उसके माता-पिता को घुमाया, दो साल के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 164 के तहत बयान दर्ज करवाये।

Have different laws for media persons? hy not arrest the Poxo Act?

🚩 दीपक चौरसिया पर पॉक्सो की धारा लगी हुई है जिसमें तुरन्त गिरफ्तारी का प्रावधान है और जमानत भी मिलना मुश्किल है लेकिन चौरसिया पर शायद कोई कानून लागू नहीं होता । पॉक्सो एक्ट लगने के बावजूद आज तक चौरसिया बाहर मजे से घूम रहा है और इसी एक्ट के तहत हिन्दू सनन्त बापू आसारामजी सालों से जेल में हैं ।

कानून के इस दोगलेपन के कारण जनता में एवं हिन्दू सगठनों में भारी रोष है ।

🚩 जनता व हिन्दू संग़ठनो का कहना है कि क्या कानून सबके लिए एक समान नही है? किसी आम इंसान या कोई हिन्दूनिष्ठ पर केस दर्ज होता है तो आधी रात को गिरफ्तार किया जाता है लेकिन मीडिया से जुड़ा आरोपी है तो उसको गिरफ्तार नही किया जा रहा है ये कैसा दोगलापन है?

🚩 पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं किए जाने के कारण हिन्दू संगठन एवं जनता अपना आक्रोश प्रकट करने एवं आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर महिला थाना गुरुग्राम पहुँची। 

🚩 पुलिस थाना पहुंचे संगठनों एवं मीडिया ने इंडिया न्यूज के पदाधिकारियो को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की, साथ ही संगठनों द्वारा पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए गये। 

🚩 संगठनों ने कहा कि भारतीय संविधान सबके लिए एक समान है जबकि गुरुग्राम महिला थाना पुलिस पक्षपात कर रही है।साथ ही प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि आरोपी व्यक्ति TV चैनल पर लगातार हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। जिससे आरोपी खुलेआम बाहर घूम रहा है और पुलिस निष्क्रिय बनी बैठी है।जिसके कारण आरोपियों के हौंसले बुलन्द हैं।आरोपी खुद को संविधान से ऊपर समझ रहे हैं।जिनकी गिरफ्तारी अविलम्ब की जानी चाहिये। 

🚩 ट्विटर  पर भी दीपक चौरसिया की गिरफ्तारी को लेकर मांग तेज हुई

🚩 शुक्रवार को ट्वीटर पर इंडिया न्यूज के चीफ एडिटर को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर हजारों यूजर  Deepak Chaurasia पर ट्वीट कर रहे हैं । जो ट्रेंड भारत मे टॉप ट्रेंड में दिख रहा था ।

🚩 आइये आपको बताते है दीपक चौरसिया के खिलाफ यूज़र्स क्या कह रहे हैं....

🚩 1. गार्गी पटेल लिखती है कि आखिर क्यों Deepak Chaurasia नहीं हो रहा है हाजिर ! क्या ये कोर्ट का माखौल नहीं ?? #ArrestCHORasia

🚩 2. नरसिंह प्रजापत ने लिखा कि दिल्ली पुलिस को हर हाल मे Deepak Chaurasia को गिरफ्तार करना होगा क्योंकि वो अब समाज का कैंसर बन चूका है #ArrestCHORasia

🚩 3. प्रेम चौधरी ने लिखा कि हिन्दू सेना, श्री राम सेना, हिन्दू जन जाग्रति मंच, सनातन संस्था, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा की माँग #ArrestCHORasia

🚩 4. मेघा अग्रवाल लिखती है कि Deepak Chaurasia पहले से छोटी दामिनी केस में प्रमुख अभियुक्त है अबतक उसके गैंग की गिरफ्तारी क्यों नहीं ? #ArrestCHORasia

🚩 5. संदीप मौर्या लिखता है कि हिंदू संतों के बारे मे झूठी व फर्जी न्यूज बताना यह साबित करता है की Deepak Chaurasia एक भ्रष्ट पत्रकार हैं! #ArrestCHORasia

🚩 6. जया असनानी लिखती है कि Deepak Chaurasia पर POCSO के तहत FIR दर्ज!!
 अभी तक गिरफ्तारी क्यों नही हुई? #ArrestCHORasia

🚩 इस तरीके से हजारों लोग ट्वीट के जरिये दीपक चौरसिया की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे ।

🚩 ट्वीटर पर इस तरीके से कई बार दीपक चौरसिया की गिरफ्तारी की मांग की गई है ।

🚩 गुरुग्राम में आये सभी हिन्दू सगठनों एवं जनता का कहना है कि हिन्दू संतों को आधी रात में बिना सबूत गिरफ्तारी करने वाली पुलिस सबूत होते हुए, कोर्ट का आदेश होते हुए भी मीडिया के मालिकों को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है ??

🚩 जनता को है इंतजार उस दिन का जिस दिन कानून सबके साथ समानता का व्यवहार करेगा !!

🚩 अब देखना है कि झूठी खबरें दिखाने वाले मीडिया के अधिकारियों की गिरफ्तारी का कोर्ट आदेश मानकर सरकार प्रशासन को आदेश देती है कि नही ???

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