Tuesday, June 20, 2023

जीवन में योग का महत्व क्यों हैं ? योग दिवस क्यों मनाया जाता है ? जानिए

20 June 2023

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🚩योग जीवन के लिए उतने ही जरुरी है, जितना की एक मरीज को उसकी टेबलेट। किसी बीमारी में पड़कर फिर उसके इलाज के लिए इधर उधर भागना और बहुत खर्चा करना, इससे बेहतर हैं आज से ही योग के लिए वक्त निकालना। ना इसमें कोई खर्चा होता हैं और न ही कोई नुकसान। योग के बस फायदे होते हैं, जिन्हें दुनिया के सभी लोगो ने माना है, इसलिए देश में अन्तराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा हैं। दुनिया में बढ़ती हुई बीमारियों को देखते हुए यह बहुत अच्छा निर्णय हैं,जो विश्वस्तर पर लिया गया हैं। जरुरी नहीं हैं कि योग के लिए कई घंटो का वक्त निकाला जाए, 30 मिनिट भी आपके लिए फायदेमंद होंगे। योग केवल मोटे लोगो या बीमार लोगो के लिए ही जरुरी नहीं हैं। योग व्यक्ति का सर्वांगिक विकास करता हैं। शारीरिक विकास के साथ मनो विकास भी करता हैं। योग से जीवन के हर क्षेत्र में लाभ हैं इससे कई तकलीफों का अंत हैं। अतः सभी धर्म एवं जाति में योग के प्रति जागरूकता होनी चाहिये।



🚩योग के फायदे


🚩योग से शारीरिक तंदुरुस्ती तो आती ही हैं, लेकिन सबसे ज्यादा मानसिक शांति मिलती हैं। इससे मन शांत रहता हैं एवं तनाव कम होता हैं। साथ ही यह शरीर की सभी क्रियाओं को नियंत्रित भी करता हैं। योग से जीवन के सभी भाव नियंत्रित होते हैं।


🚩शरीर स्वस्थ रहता हैं :


🚩योग से शरीर का ब्लड का प्रवाह नियंत्रित रहता है, जिससे शरीर में चुस्ती आती है, जो कि हानिकारक टोक्सिंस को बाहर निकालती है, जिससे शरीर के विकार दूर होते हैं और रोगियों को इससे आराम मिलता हैं। साथ ही सकारात्मकता का भाव प्रवाहित होता हैं। जिससे शरीर स्वस्थ रहता हैं।


🚩स्ट्रा वजन कम होता हैं :


🚩योग की सबसे प्रभावशाली विद्या हैं सूर्य नमस्कार, जिससे शरीर में लचीलापन आता हैं। रक्त का प्रवाह अच्छा होता हैं। शरीर की अकड़न, जकड़न में आराम मिलता हैं। योग से वजन नियंत्रित रहता हैं। जिनका वजन कम है, वह बढ़ता हैं और जिनका अधिक हैं कम होता हैं।


🚩चिंता का भाव कम होता हैं :


🚩योग से मन एकाग्रचित्त रहता है, उसमे शीतलता का भाव आता है और चिंता जैसे विकारों का अंत होता हैं। योग से गुस्सा कम आता है, इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, जिससे शारीरिक एवं  मानसिक संतुलन बना रहता हैं।


🚩मानसिक शांति


🚩योग से मन शांत रहता हैं। यादशक्ति बढ़ती  है, जिससे सकारात्मक विचार का प्रवाह होता हैं। सकारात्मक भाव से जीवन उन्नत होता  हैं। मनुष्य को किसी भी वस्तु, अन्य इन्सान या जानवर में कुछ गलत दिखाई नहीं देता। किसी के लिए मन में बैर नहीं रहत। इस तरह योग से मनुष्य का मनोविकास होता हैं।


🚩मनोबल बढ़ता हैं :


🚩योग से मनुष्य में आत्मबल बढ़ता हैं, कॉन्फिडेंस आता हैं। जीवन के हर क्षेत्र में कार्य में सफलता मिलती हैं। मनुष्य हर परिस्थिती से लड़ने के काबिल होता हैं। साथ ही जीवन की चुनौतियों को उत्साह से लेता हैं।


🚩प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं :


🚩योग से पाचन की क्रिया दुरुस्त होती हैं और श्वसन क्रिया संतुलित होती हैं जिससे मनुष्य में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती हैं। बड़ी से बड़ी बीमारी से लड़ने के लिए शक्ति का संचार होता हैं। योग एवं ध्यान में बड़ी से बड़ी बीमारी के लिए उपाय हैं।


🚩जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता :


🚩योग को आप जादू भी कह सकते है, नियमित योग करने से जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता हैं। आत्मबल बढ़ता हैं, सकारात्मक भाव आता है, साथ ही आत्म विश्वास में भी वृद्धी होती है, जिससे जीवन के प्रति उत्साह बढ़ता हैं।


🚩उर्जा बढ़ती हैं :


🚩मनुष्य रोजाना कई गतिविधियाँ करता है और दिन के अंत में थक जाता है, लेकिन अगर वह नियमित योगा करता है, तो उसमे उर्जा का संचार होता हैं। थकावट या किसी भी काम के प्रति उदासी का भाव नहीं रहता। सभी अंगो को अपना कार्य करने के लिए पर्याप्त उर्जा मिलती है,क्योंकि योग से भोजन का सही मायने में पाचन होता हैं जो दैनिक उर्जा को बढ़ाता हैं।


🚩शरीर लचीला बनता हैं


🚩योग से शरीर की जकड़न खत्म होती हैं। शरीर में वसा की मात्रा कम होती हैं जिससे लचीलापन आता हैं। लचीले पन के कारण शरीर में कभी अनावश्यक दर्द नहीं रहता और शरीर को जिस तरह का होना चाहिये, उसकी बनावट धीरे-धीरे रोजाना योग करने से ठीक हो जाती हैं।


🚩भारत को योग का जनक क्यों कहते हैं ?


🚩अन्तराष्ट्रीय योग दिवस की बात हो रही है तो भारत की बात क्यों ना हो! क्योंकि योग का इतिहास भारत में ही है। माना जाता है की योग का इतिहास लाखों साल पुराना है। कहते हैं की महर्षि पतंजलि ने योगसूत्र को लिखा था। योग संस्कृत से प्राप्त हुआ शब्द है, यही वजह है की एक समय यह सिर्फ हिन्दू धर्म के लोगों तक सीमित था। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग के बारें में भी बताया, उन्ही की वजह से यह एक धर्म में ना रहकर सम्पूर्णदुनिया में फैलाया गया। आज विज्ञान भी योग के महत्व को बताती है। आज योग हमारे जीवन का अहम हिस्सा बना हुआ है चाहे वह स्वास्थ्य के लिए हो या आत्मशांति के लिए।


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