Sunday, November 18, 2018

संतान प्राप्ति व महापातकों का नाश करना है तो यह व्रत जरूर करें

18 नवम्बर 2018

🚩भीष्म पंचक का हिन्दू धर्म में बड़ा ही महत्त्व है। पुराणों तथा #हिन्दू #धर्मग्रंथों में कार्तिक माह में 'भीष्म पंचक' व्रत का विशेष महत्त्व कहा गया है। 

🚩 सदाचारी एवं #संयमी व्यक्ति ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है । सुखी-सम्मानित रहना हो, तब भी #ब्रह्मचर्य की जरूरत है और उत्तम स्वास्थ्य व लम्बी आयु चाहिए, तब भी ब्रह्मचर्य की जरूरत है ।

🚩 माँ गंगा के #पुत्र भीष्म पितामह पूर्व जन्म में वसु थे । अपने पिता की इच्छा पूर्ति के लिए आजन्म अखण्ड ब्रह्मचर्य के पालन का दृढ संकल्प करने के कारण पिता की तरफ से उनको इच्छा मृत्यु का वरदान मिला था।
If you want to achieve childhood and destroy
 the great sages, then do this fast.
🚩 कार्तिक शुक्ल एकादशी से पूनम तक का व्रत ‘भीष्मपंचक व्रत कहलाता है । इसबार यह व्रत 19 नवम्बर से 23 नवम्बर तक किया जायेगा । जो इस व्रत का पालन करता है, उसके द्वारा सब प्रकार के शुभ कृत्यों का पालन हो जाता है । यह महापुण्यमय व्रत महापातकों का नाश करनेवाला है । निःसंतान व्यक्ति पत्नीसहित इस प्रकार का व्रत करे तो उसे संतान की प्राप्ति होती है ।

🚩 भीष्मपंचक व्रत कथा 

🚩  #कार्तिक #एकादशी के दिन बाणों की शय्या पर पड़े हुए भीष्मजी ने जल की याचना की थी । तब अर्जुन ने संकल्प कर भूमि पर बाण मारा तो गंगाजी की धार निकली और #भीष्मजी के मुँह में आयी । उनकी प्यास मिटी और तन-मन-प्राण संतुष्ट हुए । इसलिए इस दिन को भगवान श्रीकृष्ण ने पर्व के रूप में घोषित करते हुए कहा कि ‘आज से लेकर #पूर्णिमा तक जो अर्घ्यदान से भीष्मजी को तृप्त करेगा और इस भीष्मपंचक व्रत का पालन करेगा, उस पर मेरी सहज प्रसन्नता होगी ।

🚩 इसी संदर्भ में एक और कथा है...

महाभारत का युद्ध समाप्त होने पर जिस समय #भीष्म_पितामह सूर्य के उत्तरायण होने की प्रतीक्षा में शरशैया पर  शयन कर रहे थे । तक भगवान कृष्ण पाँचो पांडवों को साथ लेकर उनके पास गये थे । ठीक अवसर मानकर युधिष्ठर ने भीष्म पितामह से उपदेश देने का आग्रह किया । भीष्म जी ने पाँच दिनों तक राज #धर्म , #वर्णधर्म मोक्षधर्म आदि पर उपदेश दिया था । उनका उपदेश सुनकर #श्रीकृष्ण सन्तुष्ट हुए और बोले, ”पितामह! आपने शुक्ल एकादशी से #पूर्णिमा तक पाँच दिनों में जो #धर्ममय उपदेश दिया है उससे मुझे बड़ी प्रसन्नता हुई है । मैं इसकी स्मृति में आपके नाम पर #भीष्म पंचक व्रत स्थापित करता हूँ । जो लोग इसे करेंगे वे जीवन भर विविध सुख भोगकर अन्त में मोक्ष प्राप्त करेंगे।

🚩 भीष्म पंचक व्रत में क्या करना चाहिए ? 

इन पाँच दिनों में अन्न का त्याग करें । कंदमूल, फल, #दूध अथवा #हविष्य (विहित सात्त्विक आहार जो यज्ञ के दिनों में किया जाता है) लें । 

इन पाँच दिनों में निम्न मंत्र से भीष्मजी के लिए तर्पण करना चाहिए :
सत्यव्रताय शुचये गांगेयाय महात्मने । भीष्मायैतद् ददाम्यघ्र्यमाजन्मब्रह्मचारिणे ।।

‘आजन्म ब्रह्मचर्य का पालन करनेवाले परम पवित्र, सत्य-व्रतपरायण गंगानंदन महात्मा भीष्म को मैं यह अर्घ्य देता हूँ ।
(स्कंद पुराण, वैष्णव खंड, कार्तिक माहात्म्य)

🚩अर्घ्य के जल में थोडा-सा कुमकुम, केवड़ा, पुष्प और #पंचामृत (गाय का दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) मिला हो तो अच्छा है, नहीं तो जैसे भी दे सकें । ‘मेरा ब्रह्मचर्य दृढ रहे, #संयम दृढ रहे, मैं कामविकार से बचूँ... - ऐसी प्रार्थना करें ।

🚩इन दिनों में #पंचगव्य (गाय का दूध, दही, घी, गोझरण व गोबर-रस का मिश्रण) का सेवन लाभदायी है । 

🚩पानी में थोड़ा-सा #गोझरण डालकर स्नान करें तो वह #रोग-दोषनाशक तथा पापनाशक माना जाता है । 

🚩इन दिनों में #ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए । 

🚩जो नीचे लिखे #मंत्र से भीष्मजी के लिए अर्घ्यदान करता है, वह मोक्ष का भागी होता है :
वैयाघ्रपदगोत्राय सांकृतप्रवराय च । अपुत्राय ददाम्येतदुदकं भीष्मवर्मणे ।।
वसूनामवताराय शन्तनोरात्मजाय च । अघ्र्यं ददामि भीष्माय आजन्मब्रह्मचारिणे ।।

‘जिनका व्याघ्रपद गोत्र और सांकृत प्रवर है, उन पुत्ररहित #भीष्मवर्मा को मैं यह जल देता हूँ । वसुओं के अवतार, शान्तनु के पुत्र, आजन्म #ब्रह्मचारी #भीष्म को मैं अर्घ्य देता हूँ ।

🚩 इस व्रत का प्रथम दिन #देवउठी एकादशी है l इस दिन भगवान नारायण जागते हैं l इस कारण इस दिन निम्न मंत्र का उच्चारण करके भगवान को जगाना चाहिए :
 उत्तिष्ठोत्तिष्ठ गोविन्द उत्तिष्ठ गरुडध्वज l
उत्तिष्ठ कमलाकान्त त्रैलोक्यमन्गलं कुरु ll 
'हे गोविन्द ! उठिए, उठिए , हे गरुड़ध्वज ! उठिए, हे कमलाकांत ! #निद्रा का त्याग कर तीनों लोकों का मंगल कीजिये l'
इस एकादशी के दिन कपूर से भगवान नारायण की आरती करने से अकाल मृत्यु नही होती है ।
(ऋषि प्रसाद : नवम्बर 2007)

🚩 आपतक इस महान व्रत को इलेक्ट्रॉनिक या प्रिंट मीडिया नहीं पहुँचायेगी इसलिये आज़ाद भारत के लाखों पाठकों तक इस #व्रत की महिमा पहुँचा रहे हैं जिससे आप इस व्रत को करके सुखी स्वस्थ्य, संयमी जीवन जी सकें ।

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Saturday, November 17, 2018

जनता बोली कोर्ट बन गया है थिएटर हॉल, जहाँ सब कुछ पहले से लिखा हुआ है

17 नवम्बर 2018

🚩जनता न्यायालयों को न्याय का मंदिर तथा न्यायधीशों को न्याय का देवता मानती थी और उन्हें सर्वाधिक आदर भी देती थी लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया लोगों के हृदय में न्यायालयों की छवि धूमिल होती गयी और इस छवि के धूमिल होने के पीछे का सबसे बड़ा कारण जो था, वो था न्यायालयों के द्वारा दिए गए फैसले ।

🚩आजकल न्यायालयों द्वारा फैसले दिए नहीं बल्कि बेचे जाने लगे हैं और अगर आप पिछले कुछ वर्षों पर गौर करेंगे तो आपको देखने को मिलेगा कि न्यायालय द्वारा एक-एक करके सिर्फ हिन्दू संस्कृति, हिन्दू साधु-संतों तथा हिन्दू त्यौहारों पर कुठाराघात किया जा रहा है, सबरीमाला मंदिर और राम मंदिर का ज्वलंत उदाहरण आप सबके सामने है ।

🚩ये वही देश है जहां जब कसाब जैसे आतंकियों को फैसला सुनाना होता है तब तो कोर्ट रात को 2:30 बजे भी खुलते हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर बड़े दुःख के साथ ये कहना पड़ रहा है कि इसी देश में वर्षों तक निर्दोष संतों, निर्दोष व्यक्तियों, निर्दोष हिंदुत्वादी कार्यकर्ताओं को सालों बीत जाते हैं जेल में सिर्फ न्याय की आस में ।
Public Bid Court has become a Theater Hall,
 where everything is already written

🚩अभी हाल ही में पादरी फ्रैंको मुल्लकल जैसे आरोपी, जिस पर अत्यंत संगीन आरोप लगे फिर भी उसे 21 दिनों में ही बेल मिल गई जबकि दूसरी ओर बापू आसारामजी जिन्हें एक झूठे आरोप में 5 वर्षों से भी अधिक समय तक जेल में रखा फिर आजीवन कारावास की सज़ा सुना दी गई ।

🚩न्यायव्यवस्था के दोगलेपन पर जनता आक्रोश में है साफ-सुथरी न्यायप्रणाली की मांग कर रही है ।

*🚩#CleanseOurCourts हैशटैग आज टॉप 5 में ट्रेंड कर रहा था । जिसमें न्यायपालिका के विरुद्ध हजारों ट्वीटस देखने को मिली ।*

🚩उनमें से कुछ यूज़र्स के विचार आपके सामने रख रहे हैं:-

🚩(1) पदमजा जी कहते हैं  कि माई लार्ड अब समय है #CleanseOurCourts का
न्यायप्रणाली पर अब आम आदमी का भरोसा कम होता जा रहा है क्योंकि गरीब और विचाराधीन कैदियों को न्याय समय पर नहीं मिल रहा।
नेता व जिनका राजनैतिक संबंध हैं वो खुलेआम घूम रहे हैं देश को लूटने के बाद भी!

🚩 (2) कार्तिक जी कहते हैं कि #CleanseOurCourts 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारतीय न्यायपालिका अस्तित्व में आई । कानून सामाजिक परिस्थितियों में बनाये गए थे तब । पर अब, काफी कानून निरर्थक हो गए हैं ।

🚩(3) आकाश जी का कहना है कि 
जातिवाद विलंबित न्याय जल्द और मिड नाईट ट्रायल दोस्तों के लिए एन्टी नेशनल्स को बेल दे देना, भ्रष्ट और बदमाश यह ट्रेडमार्क है हमारी न्यायपालिका का!

🚩(4) स्मृति फंस लिखती हैं कि एक ओर लार्ड अयप्पा के भक्तों को गिरफ्तार कर उन्हें कष्ट पहुँचाया जाता है, वहीं दूसरी ओर जो घोटाला करते हैं 2G, कॉमन वेल्थ और जो 1000 करोड़ों रुपए लूटते है वो खुलेआम बाहर घूम रहे हैं।

🚩(5) सशक्त भारत का कहना है कि
भारतीय न्यायपालिका के दो पक्ष । रेप का आरोपी 3 महीने के बाद गिरफ्तार होता है, पर हिन्दू भक्त तुरंत गिरफ्तार किया जाता है बिना विलम्ब के #CleanseOurCourts
रेपिस्ट को बेल दे दी जाती है और वही दूसरी ओर कोर्ट हिंदुओं की बेल रिजेक्ट करता है।

🚩(6) पर्था जी लिखते हैं
आजकल कोर्ट पूरा थिएटर हॉल बन गया है जहाँ सब कुछ पहले से लिखा हुआ है किसी के द्वारा पूरी कहानी, स्क्रीनप्ले और डायरेक्शन के साथ, पर वो है कौन जो यह सब लिख रहा है??

🚩(8) अनिल जी का कहना है कि अगर न्यायपालिका चाहती है कि जनता कानून और अदालत का आदर करें तो, उसको दिखाना होगा उसके आचरण और निर्णय से कि 1. कानून के ऊपर कोई नहीं है और 2. कानून सब के लिए समान है

🚩(9) अरविन्द जी कहते हैं न्यायपालिका में जज अब तानाशाह बन गए हैं और सोचते हैं कि उनके ऊपर कोई नहीं है, उनके शब्द भगवान के शब्द है।
वो आम आदमी को contempt ऑफ court के अंदर डरा के रखते हैं
पिछले कुछ सालों से, Contempt of court के अंदर जज गैर जिम्मेदार हो गए हैं।

🚩(10)  कविता जी लिखती हैं कि 
न्यायपालिका को कभी नहीं देखा कि वह डिफेंस डील और हथियारों के प्रोक्योरमेंट में इन्वॉल्व हो जो कि हमारे देश की रक्षा के लिए है और यह जानकारी यदि किसी गलत इंसान के हांथों लग जाए तो देश के लिए खतरा है।

🚩इस तरह से आज हजारों ट्वीट्स देखने को मिली हैं । इससे पता चलता है कि जनता अब चुप नहीं रहना चाहती, उसे भी निर्दोषों के साथ हो रहे अन्याय से पीड़ा हो रही है और हो भी क्यों न आज किसी और के भाई, पिता या परिवार वाले निर्दोष होने पर भी सज़ा काट रहे हैं, कल हो सकता है कि इन्हीं लोगों के परिवार वालों पर झूठा आरोप लग जाए और अगर यही न्यायव्यवस्था रही तो सालों तक न्याय के लिए न्यायालयों के चक्कर ही काटने पड़ेंगे ।

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Friday, November 16, 2018

रिश्वत मामले में जज को किया गिरफ्तार, भेजा गया जेल..

16 नवम्बर 2018

🚩न्यायपालिका में इतना भ्रष्टाचार व्याप्त हो चुका है कि आम आदमी को न्याय मिल ही नहीं पाता है, अगर मिलता भी है तो इतने देर से मिलता है कि न्याय भी अन्याय ही हो जाता है । जब कानून के रखवाले ही है भ्रष्टाचार में लिप्त रहेंगे तो न्याय नहीं सिर्फ एकतरफा फैसले सुनाये जाते हैं । भारत की न्याय प्रणाली में मजबूत हो चुकी भ्रष्टाचार की जड़ों को नष्ट करना अत्यंत जरुरी है अन्यथा देश तथा देशवासियों का अत्यधिक नुकसान हो जाएगा ।

🚩जिस प्रकार आए दिन कोर्ट के जज से लेकर वरिष्ठ अधिकारी तक भ्रष्टाचार के लपेटे में आने लगे हैं इससे अब इस मांग को बल मिलने लगा है कि न्यायिक व्यवस्था में अब व्यापक सुधार की आवश्यकता है । हैदराबाद की जिला अदालत में 14वें अतिरिक्त जज वैद्य वारा प्रसाद को पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिया है ।

🚩बता दे कि एंटी करप्शन ब्यूरो की छापेमारी में नकद 3 करोड़ रुपये मिलने के कारण जज की गिरफ्तारी हुई है ।
Judge arrested in bribe case, sent to jail

🚩पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया । कोर्ट ने भ्रष्टाचार के आरोपी जज को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है । यह कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा उनके ठिकानों पर छापा मार कर तीन करोड़ रुपये बरामद करने के बाद की गई है । मालूम हो कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी । इस छापेमारी से उनके पास से नकद तीन करोड़ रुपये मिले थे। भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है ।

🚩आपको बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है जिसमें रिश्वत लेते जज पकड़ा गया हो, 2012 में आंध्र प्रदेश के एक कोर्ट के न्यायधीश  जनार्दन रेड्डी को जमानत देने के लिए 100 करोड़ की रिश्वत लेते पकड़ा गया था ।

🚩ऐसे ही दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में सीनियर सिविल महिला जज रचना तिवारी के घर पर छापेमारी की गयी जहाँ करीब 94 लाख रुपये कैश मिले थे ।

🚩महिला जज रचना तिवारी ने अपनी कोर्ट में लगे एक सिविल केस में विवादित प्रॉपर्टी मामले में शिकायतकर्ता से उसके पक्ष में फैसले के लिए 20 लाख रुपये की रिश्वत माँगी थी । जिसके कारण महिला जज को जेल भेजा गया था ।

🚩हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर न्यायालय में कार्यरत सीनियर जज भी रिश्वत लेते पकड़े गए थे और उनको भी हिरासत में भेजा गया था ।

🚩ये तो चार-पांच जज रिश्वत लेते पकड़े गए इसलिए उसको गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन ऐसे मामले तो कई हैं । देश के जजों में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है कि अपराधियों को सजा और निर्दोषों को न्याय मिलना ही मुश्किल हो गया है ।

🚩इसकी पुष्टि भी कई जज कर चुके हैं :

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायधीश काटजू ने कहा था कि भारतीय न्याय प्रणाली में 50% जज भ्रष्ट हैं ।

🚩सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश संतोष हेगड़े भी सवाल उठा चुके हैं कि ‘धनी और प्रभावशाली’ तुरंत जमानत हासिल कर सकते हैं । गरीबों के लिए कोई न्याय की व्यवस्था नहीं है ।

🚩कर्नाटक हाईकोर्ट के पूर्व वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस के एल मंजूनाथ ने कहा कि यहाँ सत्यनिष्ठा और ईमानदारी के लिए कोई स्थान नहीं है और इस देश में न्याय के लिए कोई जगह नहीं ।

🚩इसलिये आज न्याय प्रणाली से देश की जनता का भरोसा उठ गया है ।

देश में 2.78 लाख विचाराधीन कैदी है । इनमें से कई ऐसे हैं जो उस अपराध के लिए मुकर्रर सजा से ज्यादा समय जेलों में बिता चुके हैं ।

🚩देश की न्यायालयों में करीब 3 करोड़ मामले लंबित हैं ।

आरोप साबित होने पर भी कई बड़ी हस्तियाँ बाहर घूम रही है और अभी तक जिन पर आरोप साबित नही हुआ है वो जेल में है । 
क्योंकि या तो न्याय पाने वाले गरीब है या तो कट्टर हिंदूवादी है इसलिए उनको न्याय नहीं मिल पाता है ।

🚩लालू, तरुण तेजपाल, कन्हैया, सलमान खान,बाबू लाल नागर आदि कई हैं जिनके विरुद्ध पुख्ता सबूत होने पर भी आज बड़े मजे से बाहर घूम रहे हैं ।

लेकिन आज भी कई हिन्दूनिष्ठ, साधु-संत व गरीब आम आदमी जेल में बंद हैं ।

इनका क्या अपराध है कि कोर्ट जमानत तक नहीं दे पा रही है ??? 

आखिर क्यों  बार-बार इन लोगों की जमानत खारिज की जा रही है..???

क्या ये हिन्दू संत और गरीब हैं इसलिए..???

क्या इन्होंने रिश्वत नहीं दी इसलिए..???

🚩जनता के मन में ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं इसलिए #न्यायप्रणाली को भ्रष्टचार से मुक्त होकर निर्णय लेना होगा जिससे निर्दोष बेवजह सजा भुगतने को मजबूर न हो ।

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