Monday, December 24, 2018

भारत में क्रिसमस डे की जगह तुलसी पूजन दिवस की मची है धूम

24 दिसंबर 2018

🚩ईसाई समुदाय 25 दिसम्बर को क्रिसमस मनाते हैं, उसकी तैयारी पूर्व से होने लगती है, 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक क्रिसमस-डे मनाया जाता है, जिसमें त्यौहार के नाम पर दारू पीना, मांस खाना, पार्टी में दुष्कर्म करना, महिलाओं से छेड़छाड़ी करना आदि कृत्य होते हैं, ऐसे त्यौहार को कुछ भोले भारतवासी भी मनाने लगे थे पर अब धीरे-धीरे अपनी संस्कृति की तरफ लौट रहे हैं । भारतवासियों को लग रहा है कि क्रिसमस हमारी संस्कृति व सभ्यता को नष्ट कर देगी और हमारा जीवन बर्बाद कर देगी जिसकी वजह से क्रिसमस डे से उपराम हो रहे हैं ।
India celebrates Tulsi Pujan Divas instead of Christmas Day 

 🚩पश्चिमी संस्कृति का क्रिसमस-डे मनाने जैसा त्यौहार नहीं है इसलिए भारत में ज्यादातर लोगों ने 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाने के लिए पहले से ही तुलसी पूजन शुरू कर दिया है, भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी इस दिन को तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है ।

🚩नीचे दिए गए साइट पर http://www.ashram.org/Ashram/SevaActivities आप देख सकते हैं ,देश-विदेश में 25 दिसम्बर निमित्त तुलसी पूजन की धूम मची है ।

🚩ट्वीटर पर भी सोमवार को 25 दिसंबर तुलसी पूजन दिवस के निमित्त 
#संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम हैशटैग के जरिये लगातार ट्वीट्स देखने को मिल रही हैं ।

🚩आइये जानते हैं कि क्या कहना चाह रहे हैं ये लोग ट्वीटर के माध्यम से...

🚩1. गार्गी पटेल लिखती हैं कि Sant Shri Asaram Bapu Ji ने एक विश्वव्यापी अभियान शुरू किया👉🏻  25 दिसम्बर को क्रिसमस की नहीं  तुलसी पूजन करने की दिशा में बढ़ाये कदम । #संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम।।

🚩2 . जागो हिंदुस्तानी हैंडल से ट्वीट करके बताया गया कि देश में सुख शांति स्वास्थ्य सौहार्द से जन-समाज का जीवन मंगलमय हो इस उद्देश्य से Sant Shri Asaram Bapu Ji ने 2014 से 25 दिसंबर को तुलसी पूजन शुरू करवाया। अब करोड़ों लोग मनाते हैं।
#संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम

🚩3. प्रेम चौधरी ने लिखा है कि वृंदा अभियान चला रहा है एक अभियान घर-घर लगाओ तुलसी क्योंकि तुलसी है प्रकृति का अनमोल उपहार । आओ मनाएं
 25 दिसम्बर को तुलसी पूजन दिवस । #संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम।

🚩4. महिला उत्थान मंडल के हैंडल से ट्वीट करके बताया है कि Sant Shri Asaram Bapu Ji  ने 25 दिसंबर को भारतीय संस्कृति की धरोहर तुलसी माता का पूजन करने की अनोखी पहल की थी, जिसकी शुरुआत महिला उत्थान मंडल अहमदाबाद की बहनों ने पूरे देश में कर चुकी हैं
#संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम

🚩5. दीपिका लिखती हैं कि ना तुम ईसाई, न मैं ईसाई, फिर क्यों क्रिसमस की बधाई! इस 25 दिसम्बर, आओ मनाएँ Sant Shri Asaram Bapu Ji द्वारा प्रेरित तुलसी पूजन दिवस।
#संस्कृति_की_ओर_बढ़ते_कदम

🚩इसी प्रकार से आज हजारों ट्वीटस हमें देखने को मिली । जिसमें सभी लोग क्रिसमस नहीं बल्कि तुलसी पूजन दिवस मनाने की बात कहने के साथ-साथ खुद की तुलसी पूजन करके फोटोज भी अपलोड कर रहे हैं ।

🚩केवल भारत के ही लोग नहीं , बल्कि कैलिफोर्निया, दुबई आदि से भी लोग तुलसी पूजन करके ट्वीटस कर रहे हैं ।

🚩आपको बता दें कि 25 दिसम्बर से 1 जनवरी के दौरान शराब आदि नशीले पदार्थों का जमकर सेवन होता है, जिससे आत्महत्या जैसी घटनाएँ, युवाधन की तबाही एवं अवांछनीय कृत्य खूब होते हैं इसलिए देश में सुख, सौहार्द, शांति बढ़े व जन-समाज का जीवन स्वस्थ और मंगलमय हो इस उद्देश्य से हिन्दू संत आसाराम बापू की प्रेरणा से वर्ष 2014 से 25 दिसम्बर को ‘तुलसी पूजन दिवस मनाना प्रारम्भ हुआ । इस पर्व को जनता ने भी खूब सराहा और इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा की । इस पर्व की लोकप्रियता विश्वस्तर पर देखी गयी । 

🚩#तुलसी #पूजन से #बुद्धिबल, #मनोबल, #चारित्र्यबल व #आरोग्यबल #बढ़ता है । #मानसिक #अवसाद, #दुर्व्यसन, #आत्महत्या आदि से लोगों की #रक्षा होती है और लोगों को #भारतीय #संस्कृति के इस सूक्ष्म #ऋषि-विज्ञान का लाभ मिलता है ।

🚩विदेशों में भी होती है तुलसी पूजा-

मात्र भारत में ही नहीं वरन् विश्व के कई अन्य देशों में भी #तुलसी को #पूजनीय व शुभ माना गया है। ग्रीस में इस्टर्न चर्च नामक सम्प्रदाय में तुलसी की पूजा होती थी और सेंट बेजिल जयंती के दिन नूतन वर्ष भाग्यशाली हो इस भावना से चढ़ायी गयी तुलसी के प्रसाद को स्त्रियाँ अपने घर ले जाती थीं।

🚩तुलसी पूजन की शास्त्रों में महिमा
अनेक व्रतकथाओं, धर्मकथाओं, पुराणों में तुलसी महिमा के अनेकों आख्यान हैं ।

🚩#वैज्ञानिक भी #तुलसी को #मानते है लोहा...

डिफेन्स रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के वैज्ञानिकों द्वारा किये गये अनुसंधानों से यह सिद्ध हुआ है कि ‘#तुलसी में #एंटी ऑक्सीडंट गुणधर्म है और वह आण्विक विकिरणों से क्षतिग्रस्त कोशों को स्वस्थ बना देती है । कुछ रोगों एवं जहरीले द्रव्यों, विकिरणों तथा धूम्रपान के कारण जो कोशों को हानि पहुँचानेवाले रसायन शरीर में उत्पन्न होते हैं, उनको तुलसी नष्ट कर देती है ।

🚩अतः विष्णुप्रिया तुलसी हर घर में होनी चाहिए । सभी लोग संकल्प लें कि #25 दिसम्बर को #तुलसी जी की #पूजा करके उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करेंगे ।

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Sunday, December 23, 2018

25 दिसंबर क्रिसमस डे या तुलसी पूजन दिवस...???

23 दिसंबर 2018

🚩 हमारा भारत देश ऋषि-मुनियों का देश रहा है, विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत में आकर भारतीय दिव्य संस्कृति को खत्म करने के लिये अपनी पश्चिमी संस्कृति थोपना चाहा, लेकिन भारत में आज भी कई साधु-संत एवं हिन्दूनिष्ठ हैं जो भारत में राष्ट्र विरोधी विदेशी ताकतों से टक्कर लेकर भी समाज उत्थान के लिये हिन्दू संस्कृति को बचाने का दिव्य कार्य कर रहे हैं ।

🚩 ईसाई धर्म का त्यौहार 25  दिसम्बर से 1 जनवरी के बीच में मनाया जाता है, जिसमें Festival के नाम पर #शराब और #कबाब का जश्न मनाना, #डांस पार्टी आयोजित करके बेशर्मी का प्रदर्शन करना, पशुओं की हत्या करके उसका मांस खाना, सिगरेट, चरस आदि पीना यह सब किया जाता है जोकि भारतीय त्यौहारों के विरुद्ध है । ऐसा करना ऋषि-मुनियों की संतानों को शोभा नहीं देता है ।
December 25 Christmas day or Tulsi worship day 

रिपोर्ट के अनुसार- 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक 

> 14 से 19 वर्ष के #बच्चें शराब का जमकर सेवन करते हैं।

> शराब की खपत तीन गुना बढ़ जाती है ।

>70% तक के #किशोर इन #पार्टियों में #शराब का जमकर सेवन करते हैं ।

🚩इन सबसे बचने का और #संस्कृति व #राष्ट्र को बचाने का अचूक उपाय निकाला है हिन्दू संत #आसाराम बापू ने !

🚩 देश में #सुख, सौहार्द, स्वास्थ्य, शांति से जन-#समाज का #जीवन #मंगलमय हो इस लोकहितकारी उद्देश्य से प्राणिमात्र का हित करने के लिए हिन्दू #संत #आसाराम #बापू ने वर्ष 2014 से  25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक (7 दिवसीय) "#विश्वगुरु भारत कार्यक्रम" का आयोजन चालू करवाया है उसमें #तुलसी पूजन, #जप-माला पूजन एवं #हवन, #गौ-गीता-गंगा जागृति यात्रा, #राष्ट्र जागृति संकीर्तन यात्रा, #व्यसनमुक्ति अभियान, योग प्रशिक्षण शिविर, #राष्ट्रविद्यार्थी उज्ज्वल भविष्य निर्माण शिविर, #सत्संग आदि कार्यक्रमों का आयोजन उनके #करोड़ो अनुयायियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में किया जाता है ।

🚩2014 से 25 दिसम्बर को ‘#तुलसी पूजन दिवस' मनाना प्रारम्भ हुआ । इस #पर्व की लोकप्रियता #विश्वस्तर पर देखी गयी । 

पिछले साल भी उनके #करोड़ो अनुयायियों द्वारा 25 दिसंबर को #देश-विदेश में बड़ी धूम-धाम से #तुलसी पूजन मनाया गया था ।
जिसमें कई #हिन्दू #संगठनों और आम जनता ने भी लाभ उठाया था ।

🚩ताजा रिपोर्ट के अनुसार इस साल भी एक महीने से #देश-विदेश में क्रिसमस डे की जगह 25 दिसंबर "#तुलसी पूजन दिवस" निमित्त विद्यालयों, महाविद्यालयों, जाहिर स्थलों और #घर-घर तुलसी पूजन किया जा रहा है ।

🚩 हिन्दू #संत #आसाराम #बापू का कहना है कि तुलसी पूजन से बुद्धिबल, मनोबल, चारित्र्यबल व #आरोग्यबल बढ़ता है । मानसिक अवसाद, दुर्व्यसन, आत्महत्या आदि से लोगों की रक्षा होती है और लोगों को #भारतीय #संस्कृति के इस सूक्ष्म ऋषि-विज्ञान का लाभ मिलता है ।

🚩उनका कहना है कि #तुलसी का स्थान भारतीय #संस्कृति में पवित्र और महत्त्वपूर्ण है । #तुलसी को माता कहा गया है । यह #माँ के समान सभी प्रकार से हमारा रक्षण व पोषण करती है । #तुलसी पूजन, सेवन व रोपण से आरोग्य-लाभ, आर्थिक लाभ के साथ ही आध्यात्मिक लाभ भी होते हैं । 

🚩#विदेशों में भी होता है #तुलसी पूजन..!!

मात्र #भारत में ही नहीं वरन् #विश्व के कई अन्य देशों में भी #तुलसी को पूजनीय व शुभ माना गया है । ग्रीस में इस्टर्न चर्च नामक सम्प्रदाय में #तुलसी की पूजा होती थी और सेंट बेजिल जयंती के दिन ‘#नूतन वर्ष भाग्यशाली हो इस भावना से देवल में चढ़ाई गयी #तुलसी के प्रसाद को स्त्रियाँ अपने घर ले जाती थी।

🚩विज्ञान भी नतमस्तक..!!

आधुनिक विज्ञान भी #तुलसी पर शोध कर इसकी महिमा के आगे नतमस्तक है । आधुनिक रसायनशास्त्रियों के अनुसार ‘#तुलसी में रोग के कीटाणुओं को नाश करने की विशिष्ट शक्ति है । रोग-निवारण की दृष्टि से #तुलसी महौषधि है, अमृत है ।'

🚩#तुलसी पूजन की #शास्त्रों में महिमा
अनेक व्रतकथाओं, धर्मकथाओं, पुराणों में तुलसी महिमा के अनेकों आख्यान हैं । #भगवान #विष्णु या #श्रीकृष्ण की कोई भी पूजा-विधि ‘#तुलसी दल' के बिना परिपूर्ण नहीं मानी जाती । 

🚩 हिन्दू #संत #आसाराम #बापू के अनुसार अंग्रेजी नूतन वर्ष को मनाने हेतु #शराब-कबाब, व्यसन, दुराचार में गर्क होने से अपने देशवासी बच जाएं इस उद्देश्य से #राष्ट्र जागृति लाने के लिए तथा विधर्मियों द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्रों के प्रति देशवासियों को जागरूक कर #भारतीय #संस्कृति की रक्षा के लिए व्यसनमुक्ति अभियान तथा #राष्ट्रविद्यार्थी उज्ज्वल #भविष्य निर्माण शिविर, जागृति संकीर्तन यात्राओं का आयोजन करें तथा देश के #संत-महापुरुष एवं #गौ, गीता, गंगा की महत्ता के बारे में जागृति लाएं । 

🚩गौरतलब है कि हिन्दू संत आसाराम बापू एक झूठे आरोप में 5 साल से अधिक समय से जोधपुर जेल में बंद हैं और अब तो उन्हें उसी झूठे आरोप में आजीवन कारावास की सज़ा दे दी गयी, लेकिन उनके बताए अनुसार उनके करोड़ों अनुयायी आज भी #समाज उत्थान के सेवाकार्य सुचार रूप से कर रहे हैं ।

🚩25 दिसम्बर को #तुलसी पूजन दिवस मनाना है । विदेशी कचरा हटाना है । सुसंस्कारों का सिंचन कराना है ।।। भारतीय संस्कृति को अपनाकर,भारत को विश्वगुरू के पद पर आसीन करना है ।।

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Saturday, December 22, 2018

रिपोर्ट में खुलासा : 700 पादरियों पर यौन शोषण का आरोप

22 दिसंबर 2018

🚩पश्चिमी देशों में चर्च में लड़के-लड़कियों, पुरुष-महिलाओं के यौन-शोषण के आरोपों की बाढ़ सी आ गयी है, ऐसा लगता है । ऐसे हजारों मामले अब दुनिया के सामने आ रहे हैं ।
हर महाद्वीप - एशिया, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप से ये शर्मनाक समाचार निकल रहे हैं कि कैथोलिक चर्च में दशकों से बच्चों का यौन-शोषण होता रहा है और अधिकारियों ने इस समाचार को छिपाने का प्रयास किया ।
Reports reveal: 700 priests accused of sexual abuse

🚩चर्च के अंदर सब कुछ गुप्त और रहस्यमय रखा जाता है । इससे इसके बारे में कई किताबें लिखी जाने के बावजूद भी परनाला (बड़ी नाली) वहाँ-का-वहाँ है । पश्चिम के मीडिया में चर्च की डार्क साइड (अंधकारमय पहलू) की चर्चा हो रही है ।

🚩अभी अमेरिका के इलिनोइस राज्य में 700 पादरियों पर बच्चों के साथ चर्च में यौन शोषण का मामला सामने आया है । अटॉर्नी जनरल के कार्यालय की ओर से जारी बयान में शोषण के आरोपों से निपटने में चर्च की असमर्थता की आलोचना की गई है ।

🚩अमेरिका के इलिनोइस राज्य में करीब 700 पादरियों पर बच्चों के यौन शोषण का आरोप है, जो इससे पहले कैथॉलिक चर्च की ओर से बताई गई संख्या से कहीं ज्यादा है । अमेरिका के मध्य पश्चिमी राज्य के शीर्ष अभियोजक ने यह खुलासा किया है । इलिनोइस की अटॉर्नी जनरल लीसा मैडिगन ने बुधवार को कहा कि चर्च ने ऐसे पादरियों की संख्या 185 बताई थी, लेकिन उनके कार्यालय की जांच में यह संख्या काफी कम पाई गई है ।

🚩अटॉर्नी जनरल के कार्यालय की ओर से जारी बयान में शोषण के आरोपों से निपटने में चर्च की असमर्थता की आलोचना की गई है । कार्यालय का कहना है कि आरोपों की जांच अधूरी रही और कई मामलों में कानून का पालन नहीं किया गया । उन्होंने यह भी कहा कि बाल कल्याण संस्थाओं को सूचना भी नहीं दी गई ।

🚩मैडिगन ने कहा ‘इस जांच के शुरूआती चरणों से पहले ही साफ हो चुका है कि कैथोलिक चर्च अपनी निगरानी नहीं कर सकता ।’ इसी साल अक्टूबर में पहली बार यौन शोषण के मामलों की जांच शुरू हुई थी ।

🚩न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में अनुसार अमेरिका में पेनसिलवेनिया में 300 से अधिक कैथोलिक पादरियों ने 1000 से अधिक बच्चों का यौन-शोषण किया था । रिपोर्ट के अनुसार हजारों ऐसे और भी मामले हो सकते हैं जिनका रिकॉर्ड नहीं है या जो लोग अब सामने नहीं आना चाहते ।

🚩अमेरिका में 1980 के बाद चर्च के अंदर चल रहे यौन-शोषण के मामलों पर चर्च को अभी तक 3.8 अरब डॉलर का मुआवजा देना पड़ा है । अमेरिका में यह शोषण इतना व्याप्त हो चुका है कि कई लॉ फर्म्स अभिभावकों से सम्पर्क कर पूछ रही हैं कि ‘‘क्या आपके बच्चे का यौन-शोषण तो नहीं हुआ ?’’ अधिकतर शिकार उस वक्त 8-12 वर्ष की आयु के बच्चे थे । 

🚩बी.बी.सी. के अनुसार ‘ऑस्ट्रेलिया के कस्बों से लेकर आयरलैंड के स्कूलों और अमेरिका के शहरों से कैथोलिक चर्च में पिछले कुछ दशकों में बच्चों के यौन-शोषण की शिकायतों की बाढ़ आ गयी है । इस बीच इस पर पर्दा डालने का प्रयास भी चल रहा है और शिकायतकर्ता यह कह रहे हैं कि ‘‘वेटिकन ने उनसे हुई ज्यादतियों पर उचित कार्यवाही नहीं की ।’’ 

🚩नीदरलैंड में एक समाचार के अनुसार वहाँ के आधे पादरी बच्चों के यौन-शोषण पर पर्दा डालने के अपराधी हैं । फ्रांस में हाल में एक पादरी पर चार भाइयों, जिनमें से सबसे छोटे की उम्र 3 वर्ष है, के यौन-शोषण का आरोप लगा है ।

🚩जर्मनी के प्रमुख अखबारों ने यह समाचार दिया है कि 1946 से 2014 के बीच 1600 पादरियों ने 3677 नाबालिगों का यौन-शोषण किया । जर्मन मीडिया के अनुसार छः में से एक मामला रेप का है । रिपोर्ट बनानेवालों के अनुसार यह संख्या बढ़ भी सकती है ।

🚩पवित्र हिन्दू साधु-संतों को बदनाम करने वाली भारतीय मीडिया इस पर चुप क्यों है ये बड़ा सवाल है ?

यदि किसी साधु-संत पर झूठे आरोप भी कोई लगा दे तो मीडिया डिबेट बैठाती है और सेकुलर भी छाती पीटने लगते हैं, लेकिन जब हजारों छोटे-छोटे बच्चे पीड़ित हो रहे हैं तो सबके सब दुबक कर बैठ गये हैं इसपर कुछ भी किसीकी को बोलने की हिम्मत नहीं हो पा रही है ।

🚩देश को तोड़ने के लिए हिन्दू संस्कृति के आधार स्तंभ साधु-संतों को टारगेट किया जा रहा है और ईसाई धर्म को फैलाने के लिए पादरियों के कुकर्मो को छुपाया जा रहा है इसलिए हिंदुस्तानी इस षड्यंत्र को समझकर सावधान रहें और संगठित हो धर्म पर हो रहे आक्रमण का विरोध करें ।

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