Saturday, December 28, 2019

अंग्रेजों का नया साल 1 जनवरी मना रहे हैं तो सावधान, होती है भयंकर हानि

27 दिसंबर 2019 

*🚩आजकल, 31 दिसंबर की रात्रि में छोटे बालकों से वृद्ध तक सभी एक-दूसरे को शुभकामना संदेश-पत्र अथवा प्रत्यक्ष मिलकर हैपी न्यू इयर कहते हुए नववर्ष की शुभकामनाएं देते हैं ।*

*🚩वास्तविक, भारतीय संस्कृति के अनुसार चैत्र-प्रतिपदा (गुड़ीपाडवा), ही हिंदुओं का नववर्ष दिन है । किंतु, आज के हिंदु 31 दिसंबर की रात्रि में नववर्ष दिन मनाकर अपने आपको धन्य मानने लगे हैं । आजकल, भारतीय वर्षारंभ दिन चैत्र प्रतिपदा पर एक-दूसरे को शुभकामनाएं देनेवाले हिंदुओं के दर्शन भी दुर्लभ हो गए हैं ।*

*🚩चैत्री नूतन वर्ष के फायदे और 31 दिसंबर के नुकसान*


*🚩हिंदु धर्म के अनुसार शुभ कार्य का आरंभ ब्रह्ममुहूर्त पर उठकर, स्नानादि शुद्धिकर्म के पश्‍चात, स्वच्छ वस्त्र एवं अलंकार धारण कर, धार्मिक विधि-विधान से करना चाहिए । इससे व्यक्ति पर वातावरण की सात्त्विकता का संस्कार होता है ।*

*🚩31 दिसंबर की रात्रि में किया जानेवाला मद्यपान एवं नाच-गाना, भोगवादी वृत्ति का परिचायक है । इससे हमारा मन भोगी बनेगा । इसी प्रकार, रात्रि का वातावरण तामसिक होने से हमारे भीतर तमोगुण बढ़ेगा । इन बातों का ज्ञान न होने के कारण, अर्थात धर्मशिक्षा न मिलने के कारण, ऐसे दुराचारों में रुचि लेनेवाली आज की युवा पीढी भोगवादी एवं विलासी बनती जा रही है । इस संबंध में इनके अभिभावक भी आनेवाले संकट से अनभिज्ञ दिखाई देते है ।*

*🚩ऋण उठाकर 31 दिसंबर मनाते हैं*

*🚩प्रतिवर्ष दिसंबर माह आरंभ होने पर, मराठी तथा स्वयं भारतीय संस्कृति का झूठा अभिमान अनुभव करने वाले परिवारों में चर्चा आरंभ होती है, `हमारे बच्चे अंग्रेजी माध्यम में पढते हैं । 'क्रिसमस’ कैसे मनाना है, यह उन्हें पाठशाला में पढ़ाते हैं, अत: हमारे घर ‘ना ताल’ का त्यौहार मनाना ही पड़ता है, आदि।’ तत्पश्चात वे क्रिसमस ट्री, सजाने का साहित्य, बच्चों को सांताक्लॉज की टोपी, सफेद दाढ़ी मूंछें, विग, मुखौटा, लाल लंबा कोट, घंटा आदि वस्तुएं ऋण उठाकर खरीदते हैं । गोवा में एक प्रसिद्ध आस्थापन ने 25 फीट के अनेक क्रिसमस ट्री प्रत्येक को 1 लाख 50 हजार रुपयों में खरीदे हैं । ये सब करनेवालों को एक ही बात बताने की इच्छा है, कि ऐसा कर हम एक प्रकार से धर्मांतर ही कर रहे हैं । कोई भी तीज-त्यौहार, व्यक्ति को आध्यात्मिक लाभ हो, इस उद्देश्य से मनाया जाता है ! हिंदू धर्म के हर तीज-त्यौहार से उन्हें मनानेवाले, आचारविचार तथा कृत्यों में कैसे उन्नत होंगे, यही विचार हमारे ऋषि-मुनियों ने किया है । अत: ईश्वरीय चैतन्य, शक्ति एवं आनंद देनेवाले `गुड़ीपाडवा’ के दिन ही नववर्ष का स्वागत करना शुभ एवं हितकारी है ।*

*🚩अनैतिक तथा कानून द्रोही कृत्य कर नववर्ष का स्वागत !*

*🚩वर्तमान में पाश्चात्त्य प्रथाओं के बढ़ते अंधानुकरण से तथा उनके नियंत्रण में जाने से अपने भारत में भी नववर्ष ‘गुड़ीपाडवा’ की अपेक्षा बडी मात्रा में 31 दिसंबर की रात 12 बजे मनाने की कुप्रथा बढ़ने लगी है । वास्तव में रात के 12 बजे ना रात समाप्त होती है, ना दिन का आरंभ होता है । अत: नववर्ष भी कैसे आरंभ होगा ? इस समय केवल अंधेरा एवं रज-तम का राज होता है । इस रात को युवकों का मदिरापान, नशीले पदार्थों का सेवन करने की मात्रा में बढोतरी हुई है । युवक-युवतियों का स्वैराचारी आचरण बढ़ा है । तथा मदिरापान कर तेज सवारी चलाने से दुर्घटनाओं में बढोतरी हुई है । कुछ स्थानों पर भार नियमन रहते हुए बिजली की झांकी सजाई जाती है, रातभर बड़ी आवाज में पटाखे जलाकर प्रदूषण बढ़ाया जाता है, तथा कर्ण कर्कश ध्वनिवर्धक लगाकर उनके तालपर अश्लील पद्धति से हाथ-पांव हिलाकर नाच किया जाता है, गंदी गालियां दी जाती हैं तथा लडकियों को छेडने की घटना बढकर कानून एवं सुव्यवस्था के संदर्भ में गंभीर समस्या उत्पन्न होती है । नववर्ष के अवसर पर आरंभ हुई ये घटनाएं सालभर में बढती ही रहती हैं ! इस ख्रिस्ती नएवर्ष ने युवा पीढ़ी को विलासवाद तथा भोगवाद की खाई में धकेल दिया है ।*

*🚩राष्ट्र तथा धर्म प्रेमियो, इन कुप्रथाओं को रोकने हेतु आपको ही आगे आने की आवश्यकता है !*

*🚩31 दिसंबर को होनेवाले अपप्रकारों के कारण अनेक नागरिक, स्त्रियों तथा लडकियों का घर से बाहर निकलना असंभव हो जाता है । राष्ट्र की युवापीढी उद्ध्वस्त होने के मार्गपर है । इसका महत्त्व जानकर हिंदू जनजागृति समिति इस विषय में जनजागृति कर पुलिस एवं प्रशासन की सहायता से उपक्रम चला रही है । ये गैरप्रकार रोकने हेतु 31 दिसंबर  की रात को प्रमुख तीर्थक्षेत्र, पर्यटनस्थल, गढ-किलों जैसे ऐतिहासिक तथा सार्वजनिक स्थानपर मदिरापान-धूम्रपान करना तथा प्रीतिभोज पर प्रतिबंध लगाना आवश्यक है । पुलिस की ओर से गश्तीदल नियुक्त करना, अपकार करनेवाले युवकों को नियंत्रण में लेना, तेज सवारी चलानेवालों पर तुरंत कार्यवाही करना, पटाखों से होनेवाले प्रदूषण के विषय में जनता को जागृत करना, ऐसी कुछ उपाय योजना करने पर इन अपप्रकारों पर निश्चित ही रोक लगेगी । आप भी आगे आकर ये गैरप्रकार रोकने हेतु प्रयास करें । ध्यान रखें, 31 दिसंबर मनाने से आपको उसमें से कुछ भी लाभ तो होता ही नहीं, किंतु सारे ही स्तरों पर, विशेष रूप से अध्यात्मिक स्तरपर बड़ी हानि होती है ।*

*🚩हिंदू जनजागृति समितिके प्रयासोंकी सहायता करें !*

*🚩नए वर्ष का आरंभ मंगलदायी हो, इस हेतु शास्त्र समझकर भारतीय संस्कृतिनुसार ‘चैत्र शुद्ध प्रतिपदा’, अर्थात ‘गुड़ीपाडवा’ को नववर्षारंभ मनाना नैसर्गिक, ऐतिहासिक तथा अध्यात्मिक दृष्टि से सुविधाजनक तथा लाभदायक है । अत: पाश्चात्त्य विकृति का अंधानुकरण करने से होनेवाला भारतीय संस्कृति का अधःपतन रोकना, हम सबका ही आद्यकर्तव्य है । राष्ट्राभिमान का पोषण करने तथा गैरप्रकार रोकने हेतु हिंदू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित उपक्रम को जनता से सहयोग की अपेक्षा है । भारतीयो, गैरप्रकार, अनैतिक तथा धर्मद्रोही कृत्य कर नए वर्ष का स्वागत न करें, यह आपसे विनम्र विनती ! – श्री. शिवाजी वटकर, समन्वयक, हिंदू जनजागृति समिति, मुंबई-ठाणे-रायगढ ।*

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Thursday, December 26, 2019

वोट देते समय सावधान : आपका एक वोट कितना कीमती है देख लीजिये

26 दिसंबर 2019
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*🚩अखंड भारत में सिर्फ एक हिंदू धर्म ही था, लेकिन अपने निजीस्वार्थ के कारण, राजाओं को एक दूसरे के राज्य के प्रति ईर्ष्या होने लगी उसका परिणाम यह हुआ कि ये लोग आपस में ही भिड़ने लगे और उसका फायदा उठाकर भारत में फिर मुग़ल आ गए एवं उन्होंने कुछ हिंदू राजाओं को लेकर दूसरे राजाओं पर आक्रमण करके उनका राज्य जीत लिया, उसके बाद का परिणाम आप जानते ही हैं और उसका खमियाजा आज भी हम सब भुगत रहे हैं । अंग्रेजों ने भी यही किया । आपस में ही एक दूसरे राजाओं को लड़ाते रहे और 200 साल तक राज किया।*
*🚩वर्तमान में भी यही स्थिति है । यदि कोई हिंदुत्व एवं राष्ट्रवादी नेता या पार्टी होती है जो धर्म व देश के हित में कार्य करती है तो उसको वोट नहीं देते हैं, जबकि उनको कोई चावल या सुविधाएं देने का लालच दे देते हैं तो उनको वोट दे देते हैं ।*
*🚩यहाँ आपके समक्ष कुछ उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं उससे आप भी जान सकते हैं कि हिंदू ही स्वयं के पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहा है...
वोट देते समय सावधान : आपका एक वोट कितना कीमती है देख लीजिये

*★तेलंगाना सरकार क्रिसमस के लिए 200 चर्च को 1-1 लाख रूपये देगी ।*
*🚩★केरल सरकार 2 लाख मदरसों के शिक्षकों को प्रतिमाह 7500 देगी।*
*★केरला के मुख्यमंत्री विजयन बोले, केरल सरकार 10 से 50 साल की महिलाओं के सबरीमाला मंदिर प्रवेश की समर्थक*
*🚩★कर्नाटक में कॉंग्रेस सरकार हिंदुओं के हत्यारे टीपू सुल्तान की जयंती मनाते थे।*
*★राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने  घुंघट पर आपत्ति जताई पर बुरखा पर नहीं ।*
*🚩★राजस्थान कॉंग्रेस सरकार पाकिस्तान से आये हिंदुओं को वापस भेज रही थी।*
*★बंगाल में हिंदुओं की हत्या कर दी जाती है राज्य सरकार चुप रहती है।*
*🚩यह तो वर्तमान के कुछ उदाहरण दिए बाकी तो बहुत लंबी लिस्ट है। आपको बता दें कि कॉंग्रेस सरकार तो हिंदू विरोधी बिल भी लाने वाली थी, लेकिन 2014 के बाद सत्ता में नही आई तो फिर कुछ कर नहीं पाई।*
*🚩2014 से हिंदुओं ने एकजुट होकर मोदी सरकार का समर्थन किया और बहुमत से भाजपा सरकार आई, अधिकतर राज्यों में भी भाजपा सरकार बनी, लेकिन आर्थिक नीतियां कमजोर रहने के कारण और टैक्स बढ़ाने के कारण लोग भाजपा को वोट नहीं दे रहे हैं । इन नीतियों को भाजपा सरकार को सुधारने की अत्यंत आवश्यकता है, लेकिन यह बात कहेंगे कि जिस तरह से राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के एजेंडे को लेकर भाजपा चल रही है उसे देखते हुए जनता को पूर्ण समर्थन करना चाहिए वरना आपके पास कितनी ही संपत्ति होगी, जब आप सुरक्षित नही होंगे तो सब लूट ली जायेगी।*
*🚩कश्मीरी पंडितों के पास क्या नही था? लेकिन बस सरकार समर्थन में नही थी तो सबकुछ छोड़कर भागना पड़ा, पाकिस्तान और बांग्लादेश के हिंदुओं के पास भी बहुत संपति थी पर लूट ली गई क्योंकि सरकार हिंदुओं की विरोधी थी।*
*🚩झारखंड में ईसाई मिशनरियों को नकेल कसने के कार्य जिसतरह से मुख्यमंत्री रघुवर दास कर रहे थे वो सरहानीय था लेकिन आज वे हार गए तो मिशनरियां ने अपना धंधा चालू कर दिया होगा।*
*इसलिए अगर आपको सुरक्षित रहना है तो बिकाउ नेताओं को वोट न दें, सिर्फ राष्ट्रवादी और हिंदुत्व समर्थक नेताओं और पार्टी को ही अपना कीमती वोट दे।*
*🚩एकबात ये भी ध्यान रखें कि हिंदू संस्कृति को मिटाने के लिए हिंदू धर्मगुरुओं को भी षड्यंत्र करके फसाया जाता है, वे भी देश व संस्कृति के लिए कार्य करते है तो उनको भी मीडिया द्वारा बदनाम किया जाता है फिर झूठे केस बनाकर जेल भिजवाया जाता है और आप मीडिया की बातों में आकर उनको भी भला-बुरा बोलने लग जाते है इससे सावधान रहें।*
*🚩सार बात यही है कि कोई भी राष्ट्रप्रेमी और हिंदुनिष्ठ नेता या धर्मगुरु कार्य करते हैं तो उनके ऊपर षड्यंत्र शुरू हो जाते हैं वे आपके हक की लड़ाई खुद लड़ते हैं तो आप उनको सहयोग करें तभी आप भी सुरक्षित रहेगें।*
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Wednesday, December 25, 2019

क्रिसमस की जगह लोगों ने मनाया तुलसी पूजन दिवस

25 दिसंबर 2019
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🚩अंग्रेजों ने भारत में आकर बड़ी चालाकी से हिन्दू धर्म को मिटाने के लिए हिन्दू संस्कृति को हटाकर अपनी पश्चिमी संस्कृति थोपनी चाही, गत वर्षों तक इसका प्रभाव जनमानस पर देखने को मिला, लेकिन आज देश की जनता जागरूक होने लगी है, धीरे-धीरे जनता पश्चिमी संस्कृति को भूल रही है और भारत की दिव्य संस्कृति की तरफ लौट रही है ।
🚩 यूरोप आदि देशों में पहले 25 दिसंबर को सूर्यपूजा होती थी लेकिन सूर्यपूजा को खत्म करने के लिए और ईसाईयत का बढ़ावा देने के लिए क्रिसमस- डे शुरू किया लेकिन भारत में क्रिसमस की जगह देश-विदेश में विद्यालयों में, गांवों में, शहरों में, मन्दिरों आदि जगह-जगह पर तुलसी पूजन दिवस मनाया गया ।

🚩आपको बता दें कि केवल भारत में ही नहीं दुबई, अमेरिका आदि में भी तुलसी पूजन दिवस मनाया गया, सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि मुस्लिम, ईसाई, फारसी लोगों ने भी 25 दिसंबर को तुलसी पूजन दिवस मनाया ।
🚩बता दें कि केवल जमीनी स्तर पर ही नहीं बल्कि ट्वीटर, फेसबुक, यूट्यूब आदि सोशल साइट्स पर भी तुलसी पूजन दिवस की धूम मची है ।

🚩गौरतलब है कि 2014 से 25 दिसंबर को तुलसी पूजन हिंदू संत आसाराम बापू ने शुरू करवाया था और उनके करोड़ो अनुयायियों द्वारा जगह-जगह पर मनाना प्रारंभ किया गया । उसके बाद तो 2015 से इस अभियान ने विश्वव्यापी रूप धारण कर लिया और अब 2018 में तो देश-विदेश में अनेक जगहों पर हिन्दू मुस्लिम और अन्य धर्मों की जनता भी उत्साहित होकर इस दिन को एक त्यौहार के रूप में मना रही है ।
🚩संत आसारामजी आश्रम द्वारा बताया गया कि उनके करोड़ों अनुयायियों द्वारा विश्वभर में विद्यालयों, महाविद्यालयों और जाहिर जगहों पर एवं घर-घर तुलसी पूजन त्यौहार मनाया जा रहा है ।
🚩नीचे दी गई लिंक पर आप देख सकते हैं कि किस प्रकार देश-विदेश के अनगिनत लोग तुलसी पूजन द्वारा लाभान्वित हो रहे हैं ।
http://www.ashram.org/Ashram/SevaActivities
🚩ट्वीटर, फेसबुक आदि सोशल साइट्स पर तुलसी पूजन दिवस निमित्त देशभर के स्कूल, कॉलेज, गांवों, शहरों में हुए तुलसी पूजन तथा यात्राओं के साथ हुए तुलसी वितरण के फोटोज़ अपलोड हुए हैं ।
🚩मंगलवार को ट्वीटर पर ट्रेंड करता हैशटैग- #तुलसी_पूजन_दिवस दिखाई दिया।
🚩आम जनता के साथ राष्ट्रवादी नेताओं, पत्रकार आदि ने भी ट्वीट करके इस दिन तुलसी पूजन करने का समर्थन किया है ।
🚩आइये कुछ ट्वीट्स द्वारा जाने लोगों के मनोभाव...
🚩1.) भाजपा नेता श्री कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट करके बताया कि
तुलसी सम्पूर्ण धरा के लिए वरदान है, अत्यंत उपयोगी औषधि है, मात्र इतना ही नहीं, यह तो मानव जीवन के लिए अमृत है! यह केवल शरीर स्वास्थ्य की दृष्टि से ही नहीं, अपितु धार्मिक, आध्यात्मिक, पर्यावरणीय एवं वैज्ञानिक आदि दृष्टियों से भी बहुत महत्वपूर्ण है।
#तुलसी_पूजन_दिवस की शुभकामनाएं!
https://twitter.com/KailashOnline/status/1209673737651531777?s=19
2. सुदर्शन न्यूज़ के चेयरमैन सुरेश चव्हाणके कहते हैं कि हिंदुहृदयसम्राट @SureshChavhanke जी प्रतिदिन #तुलसी_पूजन करते हैं। यह धार्मिकता के साथ ही वैज्ञानिक भी है। प्रत्येक आँगन में तुलसी होनी चाहिए। तुलसी पूजन दिवस एक अनूठी पहल को मेरा समर्थन है। https://t.co/XFG3fx22fQ
🚩2.) जनार्दन मिश्रा कहते हैं कि क्रिसमस वो पेड़ जिसमें कोई गुण न हो....उस पेड़ को मैं सजाऊँ कैसे??
जिसने मेरे देश को लूटा उनका त्यौहार मैं मनाऊं कैसे??
कुछ हिन्दू तुलसी के सामने दिया जलाने से परहेज करते हैं पर प्लास्टिक के पेड़ पर बल्ब जलाने से नहीं.... ये दोगलापन उनको मुबारक.…!! https://t.co/ogsCfiIGUK
🚩3.) वकील प्रशांत पेटल ने लिखा कि ~
हम अपने गौरवशाली इतिहास को पहचानें,
दूसरों के भ्रम को धर्म समझने की भूल ही हमारे विनाश का कारण बन रही है।
जो अपने धर्म पर गौरवान्वित होने की जगह दूसरों के त्यौहारों में उछले, समझिए उसे सेक्युलरिज्म के कीड़े ने काटा है।
#तुलसी_पूजन_दिवस
https://twitter.com/ippatel/status/1209710824450736128?s=19
4. अभिनेत्री पायल रोहतगी ने भी
#तुलसी_पूजन_दिवस की बधाई दी। https://t.co/jz7k5KH2NM
5 भाजपा नेता श्री गिरिराज सिंह ने बताया कि आप सभी को तुलसी पूजा की बधाई ।तुलसी का पौधा एक अभियान के तहत हर घर में लगाएँ ।
https://twitter.com/girirajsinghbjp/status/945187953768198144?s=19
🚩इस प्रकार से अनेकों ट्वीटस हमें देखने को मिली जिसके जरिये लोगों ने बापू आसाराम जी द्वारा प्रेरित तुलसी पूजन  दिवस को सराहा भी और इस दिन को हिन्दू संस्कृति अनुसार मनाने का खुद भी आह्वाहन किया तथा औरों को भी प्रेरित किया ।
🚩बापू आसारामजी के अनुयायियों के साथ-साथ अनेक हिन्दू संगठन और देश-विदेश के लोग भी मना रहे थे तुलसी पूजन का त्यौहार!!
🚩आपको बता दें कि डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी, स्वर्गीय श्री अशोक सिंघल जी और सुदर्शन न्यूज के सुरेश चव्हाणके और भी कई बड़ी हस्तियां आसारामजी बापू को जेल में मिलकर आये थे और उन्होंने बताया कि बापूजी ने देशहित के अतुलनीय कार्य किये हैं और ईसाई धर्मांतरण पर रोक लगाई है, इसलिए उनको षड़यंत्र के तहत फंसाया गया है।
🚩आज तक देखने में आया है कि बापू आसारामजी के अनुयायियों ने अपने गुरुदेव से प्रेरणा पाकर हमेशा विदेशी अंधानुकरण का विरोध किया है और हिन्दू संस्कृति का समर्थन किया है ।
🚩आज भले बापू आसारामजी अंतर्राष्ट्रीय षड़यंत्र के तहत जेल में हों लेकिन आज भी उनके द्वारा प्रेरित किये गए सेवाकार्यों की सुवास समाज में देखने को मिलती है। जैसे 14 फरवरी को #मातृ_पितृ_पूजन_दिवस, गौ-पूजन, दीपावली पर गरीबों में भंडारा, गीता जयंती निमित्त रैलियां, यात्रायें आदि आदि ।
🚩पर मीडिया का कैमरा कभी उस सच्चाई तक नहीं गया, कभी उन सेवाकार्यों तक नहीं गया जिससे मानवमात्र लाभान्वित हो रहा है ।  अगर आप गौर करेंगे तो मीडिया ने जब भी बापू आसाराम जी के लिए कुछ बोला तो हमेशा समाज में उनकी छवि धूमिल करने का ही प्रयास किया। उनकी क्या हर हिन्दू संत, हर हिन्दू कार्यकर्ता की छवि को धूमिल करने का प्रयास मीडिया द्वारा होता ही आया है ।
🚩मीडिया के इस दोगलेपन के पीछे का राज है कि  मीडिया विदेशी फंड से चलती है । इसलिए ये समाज को वही दिखाती है जो इसे दिखाने के लिए कहा जाता है । इन्हें सत्य से कुछ लेना-देना नहीं, हर न्यूज के दाम फिक्स होते हैं । ऐसी मीडिया पर आप कब तक भरोसा करेंगे ???
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