February 10, 2018
देश की वर्तमान सरकार जान चुकी है कि वेलेंटाइन डे से समाज और देश को भारी नुकसान हो रहा है उसके रोकने का विकल्प जरूरी है इसलिए 2006 से 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाने का विकल्प रखा गया है अब उसको और अधिक व्यापक बनाना होगा इसलिए वर्तमान सरकार के कई मुख्यमंत्रियों, राजपाल एवं मंत्रियों ने इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसको व्यापक रूप से मनाने की घोषणा भी कर रहे हैं ।
Chief Minister Yogi Adityanath and Jairam Thakur said on 14th February Mother-father's worship day |
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री हिन्दू संस्कृति की रक्षा के लिए अनेक प्रयास कर रहे हैं, अभी हाल में 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस मनाने की शुभकामनाएं भी दी हैं ।
श्री योगी आदित्यनाथ पत्र द्वारा बताया कि मुझे यह जानकर खुशी है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति, 14 फरवरी, 2018 को 'मातृ-पितृ की पूजन दिवस' के रूप में मना रहे हैं।
आगे बताया कि पिछले कुछ दशक से समाज एवं समाज की सामाजिक संरचना काफी हद तक बदल गयी है। इसलिए, युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति के मूल्यों और आदर्शों को विकसित करना आवश्यक है। प्रशंसनीय है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति छात्रों में चरित्र निर्माण गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल है।
योगी जी ने यह भी कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह कार्यक्रम अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रहेगा। मेरी शुभकामनाएं इस कार्य के लिए।
हिमाचल मुख्यमंत्री ने संदेश द्वारा दी शुभकामनाएं
हिमाचल के मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने बताया कि मुझे यह जानकर खुशी है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति ने 14 फरवरी, 2018 को माता-पिता की पूजा दिवस के रूप में मनाया और इस अवसर को यादगार बनाने के लिए एक माता-पिता की पूजा बुक भी लाया जा रहा है। हमें बचपन से बच्चों में नैतिक मूल्यों के संस्कार भरने चाहिए और प्राचीन भारत की परंपराओं, रीति-रिवाजों और संस्कृति के बारे में उन्हें जागृत करना चाहिए ताकि वे अपने बूढ़ों का सम्मान और परंपराओं का पालन करना सीख सकें। मेरा मानना है कि संस्कृति और रीति-रिवाज हमारे समाज का अभिन्न अंग है और इसे हर तरह से संरक्षित किया जाना चाहिए ।
गुजरात के उपमुख्यमंत्री ने मातृ-पितृ पूजन की सरहाना की
गुजरात के उपमुख्यमंत्री श्री नितिन पटेल ने संदेश द्वारा बताया कि श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जा रहा इसको सुनकर बहुत प्रसन्नता हुई।
आगे बताया कि विद्यार्थियों में सुसंस्कार का सिंचन हो इसलिए अधिक से अधिक स्कूलों-कॉलेजों में मातृ-पितृ पूजन होना चाहिए। यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक हो यही शुभकामनाएं करता हु ।
हरियाणा के राज्यपाल ने कार्यक्रम की सफलता की कमाना करते हुए कहा कि
हरियाणा के राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी ने बताया कि मुझे यह जानकर अत्यंत हर्ष हुआ कि श्री योग वेदांत सेवा समिति हर वर्ष की तरह इस साल भी मातृ-पितृ पूजन का आयोजन कर रही है।
बताया कि भारतीय संस्कृति में माता-पिता को देव माना जाता है। उन्होंने न केवल हमें जन्म दिया है बल्कि हमारा पालन-पोषण और शिक्षित भी किया है। हमारी हर सफलता के पीछे माता-पिता का योगदान एवं आशीर्वाद रहता है । हर्ष का विषय है कि श्री योग वेदांत सेवा समिति मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में माता-पिता प्रति श्रद्धा व सम्मान की भावना का संचार कर रही है। मातृ देवो भव: पितृ देवो भव:, आचार्य देवो भव: के वैदिक सिद्धांत के अनुसार समिति ने पूरे विश्व में मातृ-पितृ पूजन का जो शंखनाद किया है इससे बच्चो का माता-पिता के प्रति आदर भाव बढ़ेगा और समाज में सुख शांति आयेगी।
राज्यपाल ने बताया कि मैं मातृ-पितृ पूजन की इस अद्भुत पहल के लिए श्री योग वेदांत सेवा समिति की सरहाना करता हूँ और मातृ-पितृ पूजन अभियान की सफलता की कामना करता हूँ ।
आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री श्री सर्वानंद सोनोवाल एवं गुजरात के मुख्यमंत्री श्री विजय रुपाणी ने भी 14 फ़रवरी को मातृ-पितृ पूजन की भारी प्रशंसा की है और वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन मनाने की अपील की है।
आपको जानकरी दे दे कि झारखंड सरकार ने भी 50 हजार स्कूलों में 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन मनाने की घोषणा की है और छत्तीसगढ़ की रमन सिंह की सरकार तो 2012 से ही 14 फरवरी को समस्त स्कूलों-कॉलेजों में मातृ-पितृ पूजन मना रही है ।
उत्तर प्रदेश और झारखंड के अनेक मंत्रियों और देश-विदेश की सुप्रतिष्ठित एवं गणमान्य हस्तियों ने भी भूरी-भूरी प्रशंसा की है ।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को युवक-युवतियों द्वारा वेलेंटाइन डे मनाया जा रहा था जिसके कारण उनको भयंकर हानि हो रही थी इसलिए 2006 से हिन्दू संत आसाराम बापू ने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने की घोषणा की, तबसे लेकर आजतक घरों, स्कूलों, कॉलेजों, गांवों, नगरों, शहरों आदि में विश्वव्यापी अभियान चलाये जा रहे हैं जिसके कारण विदेशी कम्पनियों को खबरों का नुकसान भी हुआ है पर युवक-युवतियों को जो हानि हो रही थी वो बच गई और माता-पिता की इज्जत करना शुरू कर दिया जिसके कारण घरों में भी ख़ुशहाली शुरू हो गई है ।
समस्त देशवासियों को 14 फरवरी को वेलेंटाइन डे की जगह मातृ-पितृ पूजन मनाना चाहिए।
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