Tuesday, February 6, 2018

उप मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक, शिक्षा मंत्री बोले वेलेंटाइन डे नही मातृ-पितृ पूजन होगा

February 6, 2018

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि  माता पिता के बिना अपना अस्तित्व ही नही है, माता पिता ही भगवान है, जिन्होंने 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन शुरू किया है वो बधाई के पात्र है उनकी मैं भारी प्रशंसा करता हूँ ।

उत्तरप्रदेश इलाहाबाद के भाजपा सांसद श्याम चरण गुप्ताजी ने बताया कि 14 फरवरी को जो मातृ-पितृ पूजन मनाया जा रहा है उसको मैं शुभकामनाएं देता हूँ और सभी बच्चों को कहना चाहता हूँ कि आप अपने माता-पिता के ऋण से कभी मुक्त नहीं हो सकते हैं इसलिए 14 फरवरी को अपने माता-पिता की पूजा करें ।
Deputy Chief Minister, MP, MLA, Education Minister,
 said, Valentine will not be mother-goddess worship



उत्तरप्रदेश इलाहाबाद के भजापा विधायक संजय कुमार ने कहा कि माता-पिता ही अपने को दुनिया मे लाने वाले हैं मैं देशवासियों का आवाहन करता हूँ कि 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस ही मनाये क्योंकि हम गणेश भगवान की पूजा करते हैं लेकिन गणेश भगवान भी माता-पिता की पूजा से ही प्रथम पूज्य बने हैं इसलिए मातृ-पितृ पूजन करना चाहिए ।



राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेवजी ने बताया कि अपनी संस्कृति में मातृ-पितृ पूजन एक अमूल्य संस्कार है जो कि बच्चों में बचपन से चाहिए ।


संस्कारों के केवल दो ही केंद्र हैं एक केंद्र है घर और एक केंद्र स्कूल। धीरे-धीरे दोनों कमजोर होते गए और आज घरों में भी मैं देखता हूँ कि हम सब केवल पैसा कमाने में अधिक ध्यान देते हैं बच्चे की ओर जितना ध्यान और समय दिया जाना चाहिए वह हम नहीं दे पाते और इसके कारण से जो दूसरा संस्कार केंद्र था स्कूल यह ठीक है कि किसी जमाने में अपने गुरु के घर जा करके और गुरुकुल पद्धति थी पर समय के अनुसार परिवर्तित हुई लेकिन स्कूलों के अंदर भी उस संस्कार वाला वातावरण कई बार दिखाई नहीं देता आखिर बच्चे को संस्कार कहां मिले और जब बच्चे बड़े हो जाते हैं उसके बाद मां बाप कहते हैं कि कहना नहीं मानता या उसके बाद हमको पूछता नहीं है अरे इसके जिम्मेदार तो अपन ही है बच्चा तो क्लीन स्लेट है लेकिन दुर्भाग्य से हमने विदेशी संस्कृति पे अधिक ध्यान दिया गया जिसके कारण बच्चें बिगड़ गये ।

मैं बच्चों को कहूंगा कि आज एक दिन तो हमने मां बाप की पूजा की स्कूल में, यहां से एक संकल्प ले करके जाए हम जीवन भर उनकी सेवा करेंगे । मां-बाप के कर्ज का एक उदाहरण स्वामी विवेकानंद ने देते हुए कहा है कि "मां बाप का जो बच्चों पर कर्ज है वह जिंदगी भर भी आप चुका नहीं सकते चाहे कई जन्म ले ले" यह एक भाव बना होना चाहिए और अपना जीवन है उसके बाद जीवन में आगे एक परिवार होगा जनरेशन होगी बच्चे होंगे सबकुछ होगा आगे जनरेशन तो बढ़ेगी लेकिन जिस मां बाप ने पैदा किया उसको हम जीवन भर नहीं भूलेंगे।


 आइए हम सब लोग इस भारतीय संस्कृति पर गर्व की अनुभूति करते हुए मेरा भारत महान है मेरे संस्कृति महान है मेरे मां-बाप महान है इसकी अनुभूति करते हुए हम जीवन में आगे बढ़ें तब आप देखेंगे आशीर्वाद दुनिया में सबसे बड़ी चीज है।

आपको बता दें कि पाश्चात्य सभ्यता की गन्दगी से युवावर्ग का चारित्रिक पतन होते देखकर हिन्दू संत आसाराम बापू ने 2006 से वैलेंटाइन डे की जगह "मातृ-पितृ पूजन दिवस" का आवाहन कर समाज को दी एक अनोखी दिशा दी ।


हिन्दू संत आसाराम बापू की प्रेरणा से पिछले 12 वर्षों से देश-विदेश में करोड़ो लोग "वेलेंटाइन डे" मनाने के बदले "मातृ-पितृ पूजन दिवस" मना रहे हैं। इस विश्वव्यापी अभियान से लाखों युवावर्ग पतन से बचे हैं एवं उनके जीवन में संयम व सदाचार के पुष्प खिले हैं ।

हम सबका भी फ़र्ज़ बनता है क़ि पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण न करके अपनी महान संस्कृति की महानता समझे और दूसरों तक भी अपनी संस्कृति की सुवास पहुचाएं तथा उन्हें भी वैंलेंटाइन डे के दिन ‘मातृ-पितृ दिवस’ मनाने की सलाह दें।

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