Thursday, August 10, 2017

कश्मीर के एेतिहासिक हिन्दू वास्तुआें के हो रहे इस्लामीकरण पर कब तक सोता रहेगा हिन्दू?

🚩 जम्मू-कश्मीर में हिन्दुआें के ऐतिहासिक स्थानों के नाम परिवर्तित किए जा रहे हैं । यहां पहले ऐसी स्थिति नहीं थी; परंतु कुछ महीनों से बहुत कुछ हो रहा है । 



🚩आइये जाने कि #कश्मीर में क्या-क्या #परिवर्तित हुआ और क्या-क्या #परिवर्तित होनेवाला है!!
🚩1. #श्रीनगर में #गोपाद्री पहाड़ी है । #कश्मीर #यात्रा के #समय आदि #शंकराचार्यजी ने इस पहाड़ी पर अनेक वर्ष #तपस्या की थी । इसलिए सैकड़ों वर्ष पहले ही लोगों ने इस पहाड़ी का नाम #शंकराचार्य पहाड़ी रखा था । ऐसी जानकारी #सरकारी #दस्तावेजों में भी
है; परंतु अब इसका नाम ‘#सुलेमान टापू’ रखा गया है । विशेष बात तो यह है कि #भारत सरकार के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने भी यहां सुलेमान टापू नाम का फलक लगाया है ।
🚩2. #श्रीनगर में #हरि पर्वत है । अब उसका नाम परिवर्तित कर #कोह महारन अर्थात #दुष्टों का पर्वत रखा गया है ।
🚩3. #कश्मीर के अनंतनाग को वहां के लोग #इस्लामाबाद कहने लगे हैं । #अनंतनाग का नाम हटाने के लिए लोगों ने आंदोलन आरंभ किया है।
🚩4. #अनंतनाग में उमानगरी नामक विख्यात #तीर्थस्थान है। इसका नाम भी परिवर्तित कर शेखपुरा किया गया है ।
🚩5. यहां की #सरकार अब #श्रीनगर नाम भी नहीं चाहती है । इस नगर का नाम शहर-ए-खास रखने के लिए #राज्य सरकार ने कई बार चर्चा भी की है ।
🚩6. #श्रीनगर के जिस चौराहे में जामा मस्जिद है, उस चौराहे का #हिन्दू नाम परिवर्तित कर मदिना चौराहा रखा गया है ।
🚩7. #कश्मीर घाटी में बहनेवाली #किशनगंगा नदी को अब #दरिया-ए-नीलम कहा जा रहा है ।
🚩#मीडिया यह सब दिखाने के लिए तैयार नहीं है । केवल #कश्मीरी पंडित (हिन्दू) ही यह लड़ाई लड़ रहे हैं ।
🚩अनेक वर्षों से यहां विद्यमान हिन्दू #संस्कृति नष्ट की जा रही है । यदि #देशवासी अब जागृत नहीं हुए, तो #भविष्य में उन्हें माता रानी के दर्शन के लिए अनुज्ञप्तिपत्र और पारपत्र (पासपोर्ट) लेकर आना )पड़ेगा
🚩क्या #वैष्णोदेवी का नाम #परिवर्तित होने पर ही आप #जागृत होनेवाले हैं..???
🚩पहले भी #भारत में #मुगल शासन काल में #शहरों, #गांव आदि के नाम बदले गये उसके बाद #अंग्रेज आये उन्होंने भी कई शहरों, गाँव आदि के #नाम बदले ।
🚩जब तक #भारत गुलाम था तब तक तो ठीक था लेकिन बड़ी विडंबना तो यह है कि #भारत आजाद होने के बाद भी हमारे पुराने नाम वापिस नही बदले गये । #आजादी को 70 साल हो गए लेकिन आज भी वही नाम चल रहे हैं,बदले नही जा रहे । जिन क्रूर #मुगलों ने हमारी बहनों-बेटियों का बलात्कार किया । तलवार की नोंक पर #धर्मपरिवर्तन करवाया उन्हीं के नाम से #शहरों के नाम रखे गए।
🚩आज #कश्मीर में भी वही चल रहा है हमारे प्राचीन नाम बदले जा रहे है और #हिन्दू चुप चाप बैठा है ।
🚩पहले भी ऐसा हुआ और आज भी वही हो रहा है #हिन्दू सहनशीलता के नाम से पलायनवादी हो गया है सोचता है कि बाजू  के घर में आग लगी है मुझे क्या?
अरे भाई बाजू के घर की आग नहीं बुझाएगा तो वो आग तेरे घर को भी जला सकती है।
🚩पहले #कश्मीर #पंडित #पलायन हुए, #आज #उत्तर प्रदेश के कई इलाकों से #हिन्दू पलायन हो रहे है, #हिन्दू #संतों को #जेल में भेजा जा रहा है, #हिन्दुओं का #ईसाई मिशनरियों द्वारा लालच देकर और मुसलमानों द्वारा दहशत फैलाकर #धर्म परिवर्तन किया जा रहा है।
🚩क्या हिन्दू इसी तरह से #अन्याय को चुप-चाप देखता रहेगा..???
🚩ऐसे ही अगर देखता रहा तो फिर #हिन्दू को #मिटने में देर नही लगेगी और #हिन्दू मिटा तो सनातन #संस्कृति मिटी और सनातन संस्कृति मिटी तो फिर #पृथ्वी पर हा-हा कार मच सकता है ।
🚩क्योंकि सनातन संस्कृति ही एक ऐसी संस्कृति है जो पूरी #दुनिया में सुख-शांति भाईचारा का संदेश देती ही नही है बल्कि चरितार्थ करके भी दिखा देती है ।
🚩आज #दुनिया में जो सुख शांति है वो केवल सनातन #संस्कृति का कुछ अंश लेकर ही है अतः हिन्दू संस्कृति को बचाना अत्यंत जरूरी है ।
🚩आशा है कि #भारतवासी जागृत होंगे ।
🚩इस स्थिति में समस्त #हिन्दू बंधु जागृत होकर वैध मार्ग अपना मिलकर विरोध करें ।
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Wednesday, August 9, 2017

देश के सैनिक अब पैकेटवाला दूध पीएंगे, केंद्र सरकार बंद कर रही है सैन्य की 39 गोशालाएं

*अगस्त 8, 2017*
🚩देश में गोमाताआें की संख्या दिन-प्रतिदिन घटती जा रही है तथा उनके अस्तित्व पर ही प्रश्न निर्माण हुआ है, एेसी स्थिति में उनका रक्षण कर उनकी संख्या बढाने की अपेक्षा एेसा निर्णय लेना यानी आत्मघात कर लेने जैसा है ।
🚩#रक्षा मंत्रालय ने देश में #39 सैन्य फार्म बंद करने का #आदेश दिया है, जिसके बाद इस निर्णय पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि सरकार ने जिन फार्म को बंद करने का आदेश दिया है उसमें देश की सबसे अच्छी नस्ल की गाय उपलब्ध हैं ।
🚩इन 39 फार्म में लगभग #20 हजार गाय हैं, वहीं लगभग #2500 कर्मचारी यहां पर काम करते हैं। सरकार के इस निर्णय के बाद इनकी नौकरी पर भी सीधे तौर पर असर पड़ेगा।

The-soldiers-of-the-country-will-now-drink-packet-milk-The-central-government-is-shutting-down-39-cow-shelters

🚩आपको बता दें कि, पिछले माह ही #कैबिनेट की #कमेटी ने सेना को आदेश जारी कर 3 माह के अंदर इन गोशालाओं को बंद करने को कहा था।
🚩द टेलीग्राफ के अनुसार, सरकार का मानना है कि, चूंकि देश में अब निजी डेयरी या दूध का कारोबार इतना बड़ा हो गया है कि सेना को खुद की फार्म की आवश्यकता नहीं है। सेना को अब उन निजी डेयरी के जरिए दूध मुहैया कराया जा सकता है। यानी भारतीय सेना के सैनिक अब पैकेटवाला दूध पीयेंगे ।
🚩#हालिया दौर में सेना में #गोशाला के #भ्रष्टाचार को लेकर कई मामले सामने आए थे। इस निर्णय को उससे भी जोड़ा जा रहा है। सरकार के इस निर्णय से जिन 39 फर्मों पर फर्क पड़ेगा उनमें मेरठ, झांसी, कानपुर, अंबाला समेत कई बड़े शहरों के फार्म हैं ।
🚩सरकार के इस निर्णय पर #Indian Council of Agricultural Research (ICAR) के वैज्ञानिकों का कहना है कि, वह इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि, फार्म बंद होने के बाद इन #20 हजार गायों का क्या होगा ? वैज्ञानिकों का कहना है कि, देश में किसी और फार्म के पास इतनी क्षमता नहीं है कि वह 20000 गायों का पालन-पोषण कर सके ।
🚩 स्त्रोत : हिन्दूजागृति
🚩अमेरिका को जब एड्स जैसी बीमारी के उपाय ढूंढने में कोई कामयाबी नही मिली तब उन्होंने गाय पर रिसर्च किया तब पता चला कि #गाय से #एड्स जैसी घातक बीमारी भी मिट सकती है, उन्होंने पहले भी रिसर्च करके पाया है कि #गाय के #मूत्र से #कैंसर जैसी जीवलेवा बीमारी से #छुटकारा पा सकते हैं, बड़े-बड़े रोग भी गाय से मिट सकते हैं ऐसी परम् उपयोगी गाय का दूध पीये तो कोई बीमारी होगी नही है, गाय के #दूध को #पृथ्वी पर का #अमृत कहा गया है, आज उसका दूध सैनिकों के लिए सरकार बंद करवा रही है ।
🚩लन्दन आदि में तो #बीमारियां #मिटाने के लिए भारत से #गौअर्क #500 से 1000 तक ऑनलाइन खरीदते है, #गाय के #मूत्र और #दूध में #सुवर्णक्षार पाया गया है जिससे मनुष्य का तन #तन्दुरुस्त और मन #प्रसन्न रहता है, गाय के दूध पीने से कोई रोग नही आता है, #रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ जाती है यही हमारे जवान अगर दूध पीयेंगे तो देश की अच्छी रक्षा कर पायेंगे लेकिन दुर्भाग्य है कि उनको जहाँ से दूध मिलता है वही गौशालाये बन्द हो रही हैं ।
🚩भारत तो #मीट भेजने में #नंबर वन बना है, अब सरकार देशी गाय का दूध भेजने में नंबर वन कब बनेगी ??
🚩#देवहरा बाबा ने कहा था कि जबतक #गौ हत्या नही #रुकेगी तब तक देश में #सुख-शांति नहीं रहेगी और देश तरक्की नही करेगा ।
🚩देवहरा बाबा और देश की जनता की बात को मान कर #केंद्र सरकार को #गौ-हत्या पर #रोक लगानी चाहिए और मीट नही #देशी गाय का #दूध भेजने में #नंबर वन बनना चाहिए ।
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Tuesday, August 8, 2017

गोवंश प्रतिबंध के बाद भी केवल नागपुर में सालाना 28 करोड से अधिक ‘गोमांस’ कारोबार



अगस्त 5, 2017
🚩नागपुर : #नागपुर के #अवैध #कत्लखानों से रोजाना एक ट्रक #गोमांस बाहर भेजा जा रहा है। सुकृष्ट निर्माण चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध संचालक #कनकराय उर्फ #कनूभाई सावड़िया के अनुसार, एक गाड़ी में #8 हजार किलोग्राम मांस होता है। 100 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से एक दिन में 8 लाख रुपए का माल भेजा जाता है। एक वर्ष में यह #आंकड़ा #28 करोड़ 80 लाख रुपए हो जाता है। यहां के #कामठी, #गड्डीगोदाम, #टेका नाका, #यशोधरा नगर आदि स्थानों पर #अवैध कत्लखानों का संचालन हो रहा है। यहां से गोमांस #हैदराबाद और #औरंगाबाद के कारखानों तक भेजा जाता है। इन कारखानों से सर्टिफाइड होकर और प्रोसेसिंग से गुजरने के बाद यह माल विदेशों में तक पहुंचाया जाता है।
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🚩हाल ही में नागपुर के जलालखेड़ा तहसील के हत्थीखाना गांव के रहने वाले #सलीम इस्माइल शाह को गोमांस ले जाने के आरोप में गोरक्षकों ने जमकर पीटा था। यह राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बना। पूरे मामले में खास बात यह है कि जब महाराष्ट्र में मार्च #2015 में गोवंश काटने पर #प्रतिबंध लग गया तो यह मांस कहां से आया ?

🚩इस सवाल के जवाब में भास्कर ने नागपुर और इसके आस-पास के क्षेत्र में गोमांस पर पड़ताल की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। केवल नागपुर में ही प्रतिबंध के बाद 28 करोड़ 80 लाख का सालाना अवैध गोमांस का कारोबार होता है। इसके बाद #विदर्भ में #अमरावती इस कारोबार का दूसरा #बड़ा सेंटर है। दोनों ही जगह समय-समय पर इस कारोबार से जुड़े लोग व गोमांस पकड़ा भी गया। इस अवैध कारोबार की पुष्टि के लिए ये मामले काफी हैं। मगर अधिकांश बार इस #मामले में #प्रशासन और #पुलिस कार्रवाई करने से #बचते नजर आते हैं।
🚩3 वर्ष में #435 आरोपियों के विरोध में कार्रवाई
🚩पिछले तीन वर्ष में नागपुर, गोंदिया, गडचिरोली व अन्य जिले में पुलिस ने 435 #आरोपियों के विरोध में प्रकरण #दर्ज किया गया है। इन आरोपियों से इन तीन वर्षों (2014 से जुलाई के दूसरे सप्ताह 2017 तक) में लगभग #35 हजार किलोग्राम गोमांस बरामद किया गया है। इसे न्यायालय के आदेश पर नष्ट किया गया। इस साल गोमांस के #40 से अधिक #मामले नागपुर शहर और ग्रामीण थानों में दर्ज हो चुके हैं।
🚩नियमों का होता है कत्ल
🚩जानकारों की मानें तो किसी भी कत्लखाने में नियमों का पालन नहीं होता है। देश में गोमांस के बढ़ते कारोबार के लिए #प्रशासन की #लाचार नीति को गोरक्षक संगठन जिम्मेदार मानता है। गाेरक्षक संगठनों का कहना है कि जब तक सरकार गोमांस के मामले में गंभीर नहीं बनेगी। यह कारोबार इसी तरह फलता-फूलता रहेगा। इन सब के लिए कहीं न कहीं #प्रशासन के संबंधित विभाग की जिम्मेदारी बनती है। परंतु वे अपनी इस जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं।
🚩आसान काम नहीं संचालन
🚩#लाइसेंस लेकर कत्लखाना चलाना आसान काम नहीं है। इसके लिए कई औपचारकिताएं पूरी करनी पड़ती है। #पशु संवर्धन विभाग, #महानगरपालिका, #पुलिस, #फूड एंड ड्रग विभाग, #पर्यावरण विभाग, #आरटीओ सहित 8 से 10 विभागों की एनओसी लेनी पड़ती है। दावा यह भी किया जा रहा है कि सारी औपचारकिता पूरी करके भी नियमों का ख्याल नहीं रखा जाता। सरकारी विभाग इसको लेकर गंभीर भी नहीं रहते। भैंस के नाम पर गोमांस का कारोबार हो रहा है। #फूड एंड सेफ्टी स्टैंडर्ड एक्ट 2006 व #एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया के नियम व शर्तों को ताक पर रखकर यह कार्य किया जा रहा है।
🚩एक हजार में बिक रहीं गायें
🚩गायों के साथ उनके बछड़ों के चोरी होने के मामले बढ़ रहे हैं। इसके लिए बाकायदा पूरा गिरोह काम कर रहा है। एक हजार रुपए में एक गाय बिक रही है। पशु तस्कर इन गायों को कत्लखाने तक पहुंचाते हैं। जानकार बताते हैं कि, ऐसी गायें जो अब दूध नहीं दे रहीं वह 15-20 हजार रुपए में बिक रही हैं।
🚩एक सप्ताह में मिलती है रिपोर्ट
🚩#गोवंश को #बचाने का कार्य करने वाली शहर की सुकृत निर्माण चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध संचालक कनकराय उर्फ #कनूभाई सावड़िया का कहना है कि मांस की जांच रहाटे कॉलोनी चौक की फारेंसकी लैब में होती है। पहले जांच के लिए तीन महीने का समय लगता था, अब एक सप्ताह में रिपोर्ट मिल जाती है। उधर, सेवानिवृत्त #पशु चिकित्सक #श्याम काले का कहना है कि, एक हेल्दी जानवर से करीब सवा दो सौ किलो मांस निकलता है। #अवैध कत्लखाने सेहत के लिए भी #हानिकारक हैं। #जानवरों के शरीर से निकलने वाला अनुपयोगी #मटेरियल पर्यावरण के लिए भी #खतरा है।
🚩खुलेआम हो रहा है अवैध कारोबार
🚩नागपुर जिले में 20 गोरक्षण संस्थाएं हैं। इन संस्थाओं के लिए कार्य करने वाले गोरक्षक गाय और बछड़ों की तस्करी करने वालों पर नजर रखते हैं। खुलेआम रोज विदर्भ में एक करोड़ से अधिक का गोमांस का अवैध कारोबार हो रहा है। इससे जुड़ी जानकारियां समय-समय पर हमारे पास आती हैं। हम #प्रशासन को बता-बता कर #परेशान हैं, मगर #कोई कार्रवाई नहीं होती। पिछले कुछ महीने में #नागपुर, #मौदा, #कामठी, #यशोधरा नगर और वणी में बडी संख्या में गायों और बछड़ों को पुलिस की मदद से #मुक्त कराया गया है।
🚩3 वर्ष में 1 करोड 1 लाख का गोमांस जब्त
🚩अमरावती शहर में विगत 2015 से जुलाई 2017 के बीच पुलिस ने मवेशियों की ढुलाई तथा गौमांस के #62 मामले पकड़े। इसमें #1 करोड़ 9 लाख 13 हजार 960 रुपए का #गोमांस #जब्त कर 686 मवेशियों को जीवनदान दिया है। बावजूद इसके आज भी अवैध मवेशियों की ढुलाई व  कटाई खुलेआम चल रही है। पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि, 2015 में गोहत्या व मवेशी ढुलाई के #18 मामले दर्ज हुए थे। #37 आरोपियों को गिरफ्तार कर #13 वाहन जब्त किए गए। इसी तरह #2016 में #25 मामले सामने आए। इसमें 217 मवेशियों को मुक्त कराया गया। #9 लाख 35 हजार का गोमांस पुलिस ने जब्त कर #57 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसमें #26 वाहन आज भी जब्त हैं। इन दो वर्षों में दाखिल हुए मामलों में पुलिस द्वारा 36 मामलों में चार्जशीट न्यायालय में पेश की गई है।
🚩स्त्रोत : दैनिक भास्कर
🚩एक तरफ #गौ हत्या पर #सरकार #प्रतिबन्द लगाने का बोल रही है दूसरी ओर  #भारत मीट के #निकास में #नंबर एक बन रहा है, कबतक ऐसा चलता रहेगा?
🚩अमेरिका जैसे देश #गौ माता पर रिसर्च करके जीवलेवा #कैंसर, #एड्स आदि #बीमारियों को मिटाने के लिए #गौ-मूत्र से #दवाइयां बनवा रहे हैं और #भारत में उसकी #हत्या हो रही है।
🚩कब रुकेगी गौ हत्या..???
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