Wednesday, January 18, 2017

Todays Verdict in favor Salman Khan Proved that court is not for Poors

सलमान खान बरी होने से पहले ही सोशल मीडिया पर मचा था बवाल..!!!

सलमान खान के विरोध में जोधपुर कोर्ट में 18 वर्ष से अवैध तरीके से हथियार रखने का केस चल रहा था आज सलमान को 6 मिनट में कोर्ट ने बरी कर दिया।

जिसको लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।

कई ट्वीटर यूजर कानून का मजाक उड़ा रहे थे और कई यूजरों ने तो पहले ही ट्वीट करना प्रारंभ कर दिया था कि देखना ब्रेकिंग न्यूज आने वाली है सलमान बरी होने की..!!

आइये जानते हैं कि सोशल मीडिया पर क्या प्रतिक्रिया दे रहे थे लोग...

Todays Verdict in favor Salman Khan Proved that court is not for Poors 

जागीरदार साहब कहते हैं कि
आज सलमान खान को कोर्ट द्वारा बरी किया जाना ये साबित करता है कि भारत में कोर्ट आदेश पालन दंड सिर्फ गरीब आम लोगों के लिये ही है ।

हार्दिक भावसार लिखते हैं कि सलमान खान इतनी जल्दी बरी हो गया,
जज साहब ने सुनवाई पर बुलाया था या सेल्फी लेने 
😎 अंधा कानून 😎

ज्योति गंभीर लिखती हैं कि जो कानून 80 वर्षीय निर्दोष संत आसारामजी बापू को जमानत के लिए भी तारीखें देता है वो सलमान खान को 5 मिनट में बरी कर देता है।
क्या सेटिंग है!


ज्योति गंभीर अपनी एक दूसरी ट्वीट में कहती हैं कि सलमान खान जी उन निर्दोषों को भी बताते जाओ कि कैसे बरी हुए जो सालों से न्याय की आस में सजा काट रहे हैं।

विकास कटेवा डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी को टैग करके कहते हैं कि
@Swamy39  सरजी,सलमान खान 18 साल पुराने जुर्म ना जेल ना बेल, 6 मिनट में बरी और निर्दोष हिन्दू बुजुर्ग संत @AsaramBapuJi  बेगुनाह होकर भी जेल में!

कृष्णत्रे कहते हैं कि सलमान खान बरी हो गए। ड्राईवर को भी कोई सजा नहीं मिली। मतलब साफ है कि पेट्रोल में ही दारू मिलाया गया था। गाड़ी नशे में थी🙄😜 😷😷


शालिनी उनको जवाब देते हुए कहती हैं कि
😂😂😂😂साथ में कानून व्यवस्था ने भी पी ली थी थोड़ी झूम बराबर झूम शराबी 😂😂😛😛


नीलेश मकवाना कहते हैं कि वो निर्दोष को बता गया है कि देशद्रोही ताकतों से हाथ मिलाओ खूप पैसा कमाओ न्याय खरीद ले जाओ। #ShameOnJudiciary

विशाल जी कहते हैं कि
सलमान खान बरी हो गया रे। ये तो होना ही था।न्यायालय को कितना पैसा मिला है क्या मालूम ?
निर्दोष संतों को बेल भी नहीं देते । सलमान खान बरी .....


विश्वजीत का कहना है कि यहां सब कुछ बिकता है
बस राजनैतिक पहुँच व दाम सही होना चाहिये
"सलमान एक बार फिर से बरी" गोली बेचारे हिरण ने स्वयं मार ली ?

कुलदीप कादयान का कहना है कि..
अच्छा हुआ सलमान खान बरी हो गया नहीं तो साला,आज पैसे और जुगाड़ से ही भरोसा उठ जाता.. 😂

वासु जी लिखते हैं कि अरे सल्लू भाई को छोड़ दिया,तो कहाँ रहा कुछ अवैध,कहाँ रहा अपराध पता है न कानून है ही अँधा,बन गया है धंधा भाई।

विनीत नैन लिखते हैं कि सबको पता है भाई बरी होके आएगा सलमान खान Jodhpur Court से। पतंग उड़ाने के भी आखिर कुछ फायदे हैं कि नही?😎
#Salman #SalmanVerdict #SalmanKhan

राजीव दुबे लिखते हैं कि
#भक्तो .. शर्त ले लो 
#सलमान खान बरी हो जायेगे 
सलमान #मोदीजी के जिगरी दोस्त जो हैं।

अमित जैन ने लिखा था कि ब्रेकिंग न्यूज आने वाली है......
सलमान खान आर्म्स एक्ट केस में बरी,अवैध हथियार,सलमान के नही,मरने वाले हिरन के पास था.....!
(जोधपुर कोर्ट)

दीपक मार्गवानी लिखते हैं कि हिरण मारा गोली से 
गाड़ी से इंसान ।।
कानून मारा पैसों से ।
मेरा भारत महान
https://twitter.com/deepak_mragwani/status/821709215320383490

इस तरीके से कई ट्वीटर यूजर कानून की खिल्ली उड़ा रहे थे और सलमान के  खिलाफ टिप्पणियाँ कर रहे थे।

गौरतलब है कि हमारे देश के हिन्दू संत जिसमें साध्वी प्रज्ञा ठाकुर 9 साल से, स्वामी असीमानन्द 7 साल से और संत आसारामजी बापू साढ़े 3 साल से क्लीन चिट मिलने पर और अभी तक एक भी आरोप सिद्ध न होने पर भी एक सामान्य जमानत के मौलिक अधिकार से भी न्यायालय द्वारा वंचित हैं । और न जाने कितने मासूम जेल में ही दम तोड़ देते हैं न्याय की आशा-आशा में ।

क्या सच में...

Our Judiciary System Is Biased & Disabled..?

Tuesday, January 17, 2017

सावधान : भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए मीडिया द्वारा चल रहा बड़ा भारी षड़यंत्र !!

सावधान : भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए मीडिया द्वारा चल रहा बड़ा भारी षड़यंत्र !!

फिल्म अभिनेता सलमान खान के विरोध में जोधपुर कोर्ट में 18 वर्ष से अवैध तरीके से हथियार रखने और उनसे शिकार करने को लेकर केस चल रहा है।

कल कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुनाएगा। फैसला सुनने के लिए सलमान खान को कोर्ट में हाजिर रहने का आदेश दिया गया है।
सावधान : भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए मीडिया द्वारा चल रहा बड़ा भारी षड़यंत्र !!


अब एक बड़ा अहम सवाल है कि कोर्ट तो अपना काम कर रही है कोर्ट को जो फैसला सुनाना है वो सुनाएगी लेकिन मीडिया पहले से सलमान खान के लिए बड़े मानवाचक शब्दों का प्रयोग कर उसे निर्दोष दिखाने की भरपूर कोशिश करेगी ।

ये पहली बार नही हुआ है । हर बार ऐसा ही होता है पिछली बार भी सलमान को सजा सुनाने से पहले ही कोर्ट पर प्रभाव डालने के लिए उसे निर्दोष दिखाने का भरपूर प्रयास किया गया था जब कोर्ट ने सजा सुनाई थी तो मीडिया ऐसे विधवा विलाप करने लगी जैसे कोई उनके हितैषी की मृत्यु हो गई हो।


जब सलमान को जमानत मिल गई तो मीडिया जश्न मनाने लगी जैसे कोई उनका हितैषी मौत के मुख से वापिस आ गया हो ।

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि केवल सलमान ही नही जब किसी आतंकवादी को भी सजा सुनाई जाती है तब भी मीडिया खूब छाती पीटकर रोने लगती है ।

पिछली बार आतंकवादी याकूब मेमन को फाँसी देनी थी तो मीडिया उसके बचाव में खड़ी हो गई और दिखाने लगी 
कि बेचारा मासूम है,
उसके बच्चों का क्या होगा?
बीबी का क्या होगा?
घर-परिवार का क्या होगा ? आदि आदि
 दिखाकर कोर्ट को प्रभावित कर रही थी और जनता में सहानुभूति का वातावरण बनाने की कोशिश कर रही थी ।

लेकिन जनता जानती है कि एक आतंकवादी की सजा क्या होनी चाहिए। जिसने एक नहीं कई परिवारों को मौत के घाट उतार दिया, कई महिलाओं के सुहाग छीन लिए , कई बच्चो को अनाथ कर दिया।
ऐसे आतंकवादियों के प्रति आखिर मीडिया सहानुभूति रखती क्यों है..???

एक तरफ मीडिया सलमान खान जैसे अभिनेता, याकूब मेनन जैसे आतंकी को मानवाचक शब्दों में संबोधित करती है दूसरी ओर मीडिया हिन्दू संतो के लिए तुच्छ शब्दों का प्रयोग करके उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश करती है ।

ऐसा क्यों..???

जब किसी नेता अभिनेता को सजा होती है तो भी मीडिया उनकी सजा माफ करवाने के लिए दिन-रात समाज के सामने उन्हें निर्दोष दिखाने का प्रयास कर कोर्ट को प्रभावित करती है ।

दूसरी ओर केवल आरोप लगने पर हिन्दू कार्यकताओं या हिन्दू संतों को न्यायिक हिरासत में रहने के बावजूद उनकी छवि को समाज के सामने धूमिल करती है और उनकी जमानत पर तो जानबूझ कर उनके खिलाफ जहर उगलती है । जिससे कोर्ट भी प्रभावित होकर, न्यायाधीश भी दवाब में आकर सामान्य जमानत तक भी नही दे पा रहे ।


ऐसे ही कई ताजा उदाहरण हैं।
जैसे बिना अपराध साध्वी प्रज्ञा ठाकुर 9 साल से जेल में, कर्नल पुरोहित 7 साल से, स्वामी असीमानंद 7 साल से, संत आसारामजी बापू साढ़े तीन साल से,नारायण साईं 3 साल से और धनंजय देसाई 2 साल से जेल में हैं ।

उनकी जमानत जब कोर्ट में डाली जाती है तब मीडिया उनके खिलाफ खूब जहर उगलती है जिसका परिणाम आता है कि इन हिन्दुत्वनिष्ठों को कोर्ट जमानत तक नहीं दे पाता ।

क्यों मीडिया की नजर में सिर्फ देश के हिन्दू संत ही दोषी हैं ?

क्यों मीडिया समाज तक सच्चाई नहीं पहुंचाती..???

इसका सही और सरल जवाब ये है कि भारतीय मीडिया विदेशी फण्ड से चलती है और उन्हीं के इशारों पर यहाँ काम करती है ।


हमारी भारतीय संस्कृति अति प्राचीन दिव्य और महान है । उस पर विदेशियों ने अनेक बार आक्रमण किये लेकिन हमारी भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए हमेशा हिन्दू साधु-संतों एवं हिन्दू कार्यकताओं ने गांव-गांव नगर-नगर जाकर लोगों को जागृत किया जिससे हमारी दिव्य संस्कृति अभी भी जगमगा रही है ।

अब इसको तोड़ने के लिए उन्होंने नया तरीका अपनाया हिन्दू साधु-संतों को मीडिया द्वारा खूब बदनाम करो जिससे उनके प्रति भारतवासियों की श्रद्धा कम हो जाये और भारतवासियों का नैतिक पतन हो जाये और फिर से एक बार देश को गुलाम बनाया जा सके ।


विश्व हिन्दू परिषद के मुख्य संरक्षक व पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय श्री अशोक सिंघलजी कहते हैं : ‘‘मीडिया ट्रायल के पीछे कौन है ? हिन्दू धर्म व संस्कृति को नष्ट करने के लिए मीडिया ट्रायल पश्चिम का एक बड़ा भारी षड़यंत्र है हमारे देश के भीतर ! 
मीडिया का उपयोग कर रहे हैं विदेश के लोग ! उसके लिए भारी मात्रा में फंड्स देते हैं, जिससे हिन्दू धर्म के खिलाफ देश के भीतर वातावरण पैदा हो ।’’ 
                   
कई न्यायविद् एवं प्रसिध्द हस्तियाँ भी मीडिया ट्रायल को न्याय व्यवस्था के लिए बाधक मानती हैं । 

हाल ही में दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा कि : ‘‘मीडिया में दिखायी गयी खबरें न्यायाधीश के फैसलों पर असर डालती हैं । खबरों से न्यायाधीश पर दबाव बनता है और फैसलों का रुख भी बदल जाता है। पहले मीडिया अदालत में विचाराधीन मामलों में नैतिक जिम्मेदारियों को समझते हुए खबरें नहीं दिखाती थी लेकिन अब नैतिकता को हवा में उड़ा दिया है।  मीडिया ट्रायल के जरिये दबाव बनाना न्यायाधीशों को प्रभावित करने की प्रवृत्ति है। जाने-अनजाने में एक दबाव बनता है और इसका असर आरोपियों और दोषियों की सजा पर पड़ता है ।’’

न्यायाधीश सुनील अम्बवानी ने भी बताया कि मीडिया के कारण न्यायाधीश सुपरविजन के प्रभाव में आ जाता है । मीडिया कई मामलों में पहले ही सही-गलत की राय बना चुका होता है । इससे न्यायाधीश पर दबाव बन जाता है । न्यायाधीश भी मानव है । वह भी इनसे प्रभावित होता है ।

अतः सावधान!!

Monday, January 16, 2017

राष्ट्र के साथ बड़ा धोखा हो रहा है हिन्दू समाज को जागना चाहिए - आचार्य श्री भगवान शर्मा

राष्ट्र के साथ बड़ा धोखा हो रहा है हिन्दू समाज को जागना चाहिए - आचार्य श्री भगवान शर्मा 

बहादुर गढ़ हरियाणा वेदांत आश्रम के सुप्रसिद्ध राम कथाकार आचार्य श्री भगवान शर्मा ने एक निजी चैनल में अपना इंटरव्यू देते हुए हिन्दू संतों को जो टारगेट किया जा रहा है उस पर अपनी व्यथा प्रगट की है ।

आचार्य श्री ने बताया कि हिन्दू धर्म के जो आधार स्तंभ हैं, संत है उन आधार स्तंभों पर करारा प्रहार किया जा रहा है । कई संतो पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं । उनमें बापूजी भी एक हैं, और कई हैं । उनके अच्छे कार्यो को नहीं दर्शाया जाता, उनके द्वारा कितने विद्यालय चलाए जा रहें हैं, कितने बच्चों को गोद लेकर अनाज दिया जा रहा है, भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है, कपड़े दिए जा रहें है । वो नहीं दिखाते लेकिन सिर्फ अनर्गल चीजों को ही दर्शाया जा रहा है ।
nation is being cheated Hindu society should wake - Sri Bhagwan Sharma Acharya 

आगे उन्होंने एक कविता के रूप में हिंदुओं को जगाने का आवाहन किया...

ऐ.. देश के हिंदुओं !
ऐ.. देश के हिंदुओं तुम कहाँ सो गए हो ?
क्या अपने इतिहास को भूल गए हो ?
याद करो उस शिवाजी को, जिसने औरंगजेब को पानी पिला दिया था ।

याद करो उस पृथ्वीराज चौहान को, जिसने मोहम्मद गोरी को सोलह बार हरा दिया था ।

विश्व विजेता सिकंदर जब भारत में आया था, चंद्रगुप्त मोर्य ने उसे पैरों तले कुचल डाला था ।

लंका में रावण के अहम का परचम जब लहराया था, हनुमान ने आग लगा कर उसको सबक सिखाया था ।

इतिहास तुम्हें पुकार रहा है कुछ करने को, ललकार रहा है....
भारत की संस्कृति पर हो रहा प्रहार है उनको सबक सिखाओ...

         यह भारत माँ की पुकार है ❗❗
         यह भारत माँ की पुकार है ❗❗
         यह भारत माँ की पुकार है ...❗❗❗

आचार्य जी ने आगे कहा कि हिंदुस्तान जो एक धार्मिक देश है । यहाँ की जनता संतो पर विश्वास रखती है ।

विदेशी कंपनियों ने बापू आसारामजी पर रची साजिश..!!
उन्होंने कहा कि अब एक उदाहरण में आसारामजी बापू का दे रहा हूँ । आसारामजी बापू पर इस तरह के गलत आरोप लगाए जा रहे हैं बिना मतलब क्यों..???


क्योंकि आसारामजी बापू के देश में 7 करोड़ भक्त हैं । अब वो 7 करोड़ मांस नहीं खाते होंगे, सिगरेट नहीं पीते होंगे, शराब नहीं पीते होंगे इसलिए बड़ी बड़ी कंपनी के लोग जो अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियाँ हैं ,एक तो उनका लोस (घाटा) हो रहा है, दूसरा जब ये शराब नहीं पीयेंगे, मांस नहीं खाएंगे तब तक इनका यानि जनता का पतन कैसे होगा...???

हिंदुस्तान में ये शराब चलाने वाले लोग कौन थे ?? 
 चाइना में शराब और कॉफी का व्यापार शुरू किया गया था वो कौन थे?
किसी भी देश को अगर बर्बाद करना हो तो उस देश की जनता का नशे आदि द्वारा नैतिक पतन करवाया जाए और हिंदुस्तान में नैतिक पतन तब तक नहीं हो सकता है जब तक हिंदुस्तान में संत हैं। 

हिन्दू संतों को इस तरह से बदनाम कर दिया जाये जिससे जनता का विश्वास उन पर से उठ जाये । जनता का संतों के प्रति विश्वास तोड़ने के लिए ये गहरी साजिश रची जा रही है ।

संत आसारामजी बापू पर घिनौने आरोप!!

वे आगे बोले कि संत आसारामजी बापू एक राष्ट्रीय संत हैं । उन्होंने हिन्दू समाज के लिए, राष्ट्रीय उत्थान के लिए, एज्युकेशन के लिए बहुत बड़ा कदम उठाया है । उन पर बिलकुल ये घिनौने आरोप लगाए गए हैं  और उन्हें जल्द से जल्द जेल से रिहा किया जाय और हिंदुओं को चाहिए कि उनको बचाने के लिए वो सड़कों पर उतरे, सड़कों पर आंदोलन करें ।

लेकिन मुझे दुःख इस बात का है कि जनता जो है वो इस बात को बहुत कम समझती है।
उसे जागना होगा वो अपने संतो पर विश्वास रखें, भरोसा रखें । 

बापू आसारामजी पर लगे आरोप गलत हैं..!!

आचार्य श्री भगवान शर्मा जी ने आगे बताया कि कृपालुजी महाराज पर आरोप लगाया गया था कि 18 साल की लड़की के साथ बलात्कार किया है । बिलकुल निराधार निकला वो आरोप । 

इसी प्रकार से संत आसारामजी बापू पर भी जो आरोप लगाए गए हैं ये बिलकुल गलत है । 75 साल की उम्र में कोई व्यक्ति इस तरह के घिनौने अपराध नहीं कर सकता और इस तरह के गलत काम कर ही नहीं सकता है ।

मैं संत आसारामजी बापू को बहुत नजदीक से जानता हूँ । उनके लिए जो रैली आयोजित की थी दिल्ली के रामलीला मैदान में मैं वहाँ गया था । और मैंने इस बात को कहा था कि संत आसारामजी बापू को झूठे आरोप में जेल भेजना ये राष्ट्र के साथ बहुत बड़ा धोखा है साजिश है हिन्दू समाज को जागना चाहिए ।



गौरतलब है कि बिना अपराध सिद्ध हुए बापू आसारामजी साढ़े तीन साल से जोधपुर जेल में बंद हैं । उनको अभीतक जमानत नही मिल पाने पर अनेक हिन्दू संगठनों ने एवं उनके करोड़ों भक्तों ने देश-भर में कई रैलियां निकाली, धरने पर बैठे । यहाँ तक कि दिल्ली जंतर-मंतर पर तो जबसे बापू आसारामजी अंदर गये हैं तब से आज तक वहाँ उनके भक्त और हिन्दू संगठनों द्वारा धरना चल रहा है ।

Sunday, January 15, 2017

साध्वी प्रज्ञासिंह जैसे निर्दोष हिन्दू संतों को कब मिलेगा न्याय???

मेरे विरुद्ध कोई सबूत नहीं : साध्वी प्रज्ञासिंह 
सब फर्जी सबूत है :कर्नल पुरोहित 

मुंबई – 2008 के मालेगांव बम विस्फोट प्रकरण में कथित आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुंबर्इ उच्च न्यायालय को गुरुवार को बताया कि इस प्रकरण में उनके शामिल या लिप्त होने के सरकार के पास कोई प्रमाण नहीं हैं और पहले ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुझे क्लीन चिट दे दी है। इस आधार पर उन्होंने न्यायालय से जमानत पर मुक्त करने की मांग की।
मेरे विरुद्ध कोई सबूत नहीं : साध्वी प्रज्ञासिंह 

यह मांग साध्वीजी के वकील आकाश गुप्ता ने न्यायाधीश रंजीत मोरे और न्यायालय प्रमुख जज शालिणी फणसलकर-जोशी के समक्ष रखी। इस पर न्यायालय ने 19 जनवरी को सुनवाई रखी है। साध्वी के वकील ने न्यायालय को बताया कि उनकी मुवक्किल एक महिला है और वह पिछले 8 साल से जेल में है। इसके अलावा, वे कैंसर से पीड़ित हैं और इसी आधार पर वे जमानत की मांग कर रही हैं। अपनी याचिका में साध्वीजी ने यह भी दावा किया है कि विशेष एनआईए न्यायालय ने पिछले साल 28 जून को उनकी जमानत याचिका रद्द कर दी थी, किंतु ‘पिछले दिनों जो नए तथ्य सामने’ आए हैं उस पर न्यायालय ने अभी तक विचार नहीं किया है।

नवंबर,2015 में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद साध्वीजी ने विशेष एनआईए न्यायालय में अपनी जमानत याचिका रखी थी और इसे न्यायालय ने नामंजूर करते हुए कहा था कि प्रारंभिक दृष्टि से ऐसा लगता है कि उनके विरुद्ध लगे आरोपों में दम है। लेकिन मई, 2016 में एनआईए ने जो चार्ज शीट दायर की थी उसमें सभी दोषों से साध्वीजी को मुक्त कर दिया गया था। एनआईए ने उनके विरुद्ध लगे ‘मकोका’ के सभी आरोपों को वापस ले लिया था।

कर्नल पुरोहित ने एटीएस पर लगाया फर्जी सबूतों का आरोप..!!

मुंबई – वर्ष 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में बन्दी बनाए गए पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित ने बुधवार को मुंबर्इ उच्च न्यायालय में आरोप लगाया कि महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दल (एटीएस) ने उनके खिलाफ फर्जी सबूत जुटाए और यहां तक कि राष्ट्रीय जांच दल (एनआईए) भी एटीएस की जांच से असहमत है।

न्यायमूर्ति आरवी मोरे और न्यायमूर्ति शालिनी फणसालकर जोशी की खंडपीठ  उनकी जमानत याचिका खारिज करने के न्यायालय के आदेश के खिलाफ पुरोहित की अपील पर सुनवाई कर रही थी। कर्नल पुरोहित को मालेगांव विस्फोट प्रकरण में गिरफ्तार किया गया था । याचिका में आरोप लगाया गया कि, पुरोहित को एटीएस ने गैर-कानूनी रूप से निलंबित किया और उन पर अत्याचार किए।

3 नवंबर, 2008 को एटीएस अधिकारियों ने एक कमरे में आरडीएक्स रख दिए और दावा किया कि इस कमरे के बारे में पुरोहित ने उस समय बताया जब उनसे पूछताछ हो रही थी। यह भी आरोप लगाया गया कि, अनेक गवाहों को एटीएस ने झूठे वक्तव्य देने के लिए बाध्य किया जिन्हें बाद में एनआईए ने बेनकाब किया। यह भी कहा गया कि, एटीएस निर्दोष लोगों को झूठे मामले में फंसाने के लिए कुख्यात है। इसी मामले में सीबीआई ने कुछ एटीएस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी क्योंकि इन अधिकारियों ने कुछ गवाहों को गायब ही कर दिया था।

जांच पहले एटीएस ने संभाली थी लेकिन बाद में इसे एनआईए को सौंप दिया गया। एनआईए ने इस मामले से मकोका के कठोर प्रावधान हटा दिए थे और मुख्य आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह सहित कुछ आरोपियों को क्लीन चिट दी थी। पुरोहित के वकील श्रीकांत शिवडे ने आरोप लगाया कि एटीएस ने उनके मुवक्किल के खिलाफ झूठे और फर्जी सबूत जुटाए और एनआईए के आरोपपत्र के सबूतों से यह साफ है। (नवभारत टाइम्स)

इस देश में जमानत तो एक आतंकवादी को भी मिल जाती है लेकिन हिन्दू संतों एवं हिन्दू कार्यकर्ताओं को सामान्य जमानत तक भी नही मिलती है ।
ये कौन सा कानून है?

ऐसा तो नही है देश में सर्वोपरि माना जाने  वाला कानून भी देशविरोधी ताकतों के इशारे पर काम कर रहा हो..?

इसलिये ऐसा लग रहा है कि बम बनाकर विस्फोट करने वाले टुंडा जैसे आतंकी को भी रिहा किया जाता है लेकिन कैंसर से पीड़ित, बिना सबूत, क्लीन चिट मिलने पर भी 8 साल से जेल में बन्द साध्वी प्रज्ञा को जमानत नही मिल पा रही है इसलिए संशय होता है कि क्या कानून केवल हिन्दुओं को ही प्रताड़ित करने के लिए बनाया है???

कर्नल पुरोहित पर भी मालेगांव विस्फ़ोट में NIA द्वारा मकोका हटा दी गई है ।

एनआइए के प्रमुख शरद कुमार ने कहा है कि समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामले में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित के खिलाफ कोई प्रमाण नहीं है ।

आपको बता दें कि जॉइंट इंटेलीजेंस कमेटी के पूर्व प्रमुख और पूर्व उपराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉ. एस डी प्रधान ने देश में भगवा आतंक की थ्योरी को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। 

जिसमे उन्होंने बताया है कि मालेगांव और समझौता एक्सप्रेस बम ब्लास्ट का हमें पहले से ही पता था और हमने गृहमंत्रालय को भी बताया था और साध्वी प्रज्ञा एवं स्वामी असीमानंद आदि हिंदुत्वनिष्ठों का ब्लास्ट में नाम ही नही था और ब्लास्ट पाकिस्तान द्वारा ही करवाया गया था । इसका पुख्ता सबूत होने पर भी पूर्व गृहमंत्री चिंदमर ने राजनीतिक फायदे के लिए साध्वी प्रज्ञा और स्वामी असीमानन्द जैसे हिंदुत्व निष्ठों को जेल भेजा था।

अब बड़ा सवाल यह है कि टुंडा जैसे आतंकी के खिलाफ इतने अहम सबूत होने पर भी वह आसानी से बरी हो जाता है लेकिन इन हिन्दू संतों के खिलाफ सबूत नही होने पर भी जेल में रहते है 
तो क्या हिंदुत्व-निष्ठ होना गुनाह है..???

ऐसे ही संत आसारामजी बापू को भी क्लीन चिट मिल चुकी है लेकिन उनको भी अभीतक जमानत तक नही मिल पा रही है ऐसे ही श्री धनंजय देसाई को भी बिना सबूत जेल में रखा हुआ है ।

हिन्दूवादी सरकार आने पर भी इन हिंदुत्व निष्ठों को जमानत तक नही मिलना और खूंखार आतंकी टुंडा जैसे का बरी हो जाना।
कितना बड़ा आश्चर्य है..!!!

क्या इन संतों ने ईसाई धर्मान्तरण पर रोक लगाई थी इसलिए उनको टारगेट बनाकर जेल भेज दिया गया है?

निर्दोष हिन्दू संतों को कब मिलेगा न्याय???

"क्या देर से न्याय मिलना अन्याय का ही रूप नहीं ?"

सोचो हिन्दू !!!

Saturday, January 14, 2017

पुलिस गिरफ्त में आये सेक्स रैकेट के ग्रुप, लूटते थे मोटी रकम, NRI महिला भी शामिल !!

पुलिस गिरफ्त में आये सेक्स रैकेट के ग्रुप, लूटते थे मोटी रकम, NRI महिला भी शामिल!!

जयपुर : राजस्थान पुलिस ने एक ऐसे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जो रईसजादों को खूबसूरत महिलाओं के जाल में फंसाकर उनसे मोटी रकम ऐंठता था । इस रैकेट में एक 26 साल की एनआरआई महिला भी शामिल है । वहीं सेक्स रैकेट में पुलिस अधिकारी, पत्रकार और वकील भी शामिल हैं । सेक्स रैकेट के खुलासे के बाद कई पीड़ित रईसजादे अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे ।

सेक्स रैकेट और ब्लैकमेलिंग का ऐसा गिरोह, जिसके काम करने के तरीके सुनने के बाद लोगों के लिए यकीन करना मुश्किल है कि यह कोई सेक्स रैकेट है या फिर कोई इंडस्ट्री । इस रैकेट में हर तरह के पेशे से जुड़े लोगों को अलग-अलग काम बांटे गए थे । रैकेट की पहली कड़ी लड़कियां होती थी । दरअसल गिरफ्त में आई एनआरआई महिला रवनीत कौर उर्फ रूबी शर्मा और देहरादून की रहने वाली कल्पना इस रैकेट की धोखेबाज हसीनाएं थी।


पुलिस गिरफ्त में आये सेक्स रैकेट के ग्रुप, लूटते थे मोटी रकम, NRI महिला भी शामिल!!

रूबी और कल्पना की मदद से ही यह गिरोह डॉक्टर, बिल्डर, होटल मालिक और चार्टेड अकाउंटेंट जैसे हाई-प्रोफाइल लोगों को फंसाता था । राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने गुरुवार को रवनीत कौर और कल्पना को गिरफ्तार किया । पुलिस ने रैकेट का खुलासा करते हुए बताया कि एनआरआई रूबी शर्मा 6 साल पहले भारत आई थी । रूबी के पिता हांगकांग में काम करते है । कोटा के एक कोचिंग सेंटर में काम करने वाली रूबी जयपुर की एक नामी यूनिवर्सिटी से एमबीए करने के बाद नौकरी की तलाश के दौरान ब्लैकमेलिंग के इस गिरोह में शामिल हो गई थी । रूबी और कल्पना पहले तो हाई-प्रोफाइल लोगों से दोस्ती बढ़ाती थी ।

5 स्टार होटल में बुलाकर बुनते थे फरेब का जाल..!!


फिर उन्हें 5 स्टार होटलों में बुलाकर झूठे रेप केस में फंसा देने की धमकी देकर पैसे ऐंठती थी । इस काम में गिरोह के दूसरे सदस्य उनकी मदद करते थे । 

पुलिस की माने तो गिरोह के सदस्यों ने अभी तक दर्जनों लोगों को ब्लैकमेल कर 25 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम बनाई है । पुलिस के अनुसार, कुछ साल पहले रूबी शादी करके कोटा चली गई थी, जिसके बाद गिरोह ने देहरादून की रहने वाली कल्पना को इस काम में लगा दिया था । एसओजी ने कल्पना को देहरादून से गिरफ्तार किया है । पुलिस ने खुलासा किया कि गिरोह के सदस्य खासकर उन रईसजादों को अपना शिकार चुनते थे, जो अपने परिवार से काफी प्यार करते थे ।

रकम ऐंठने के बाद मौज-मस्ती करने जाते थे विदेश..!!

ऐसे लोगों को ढूंढने का काम गिरोह के सदस्य अक्षत और आनंद शांडिल्य करते थे । हर शिकार से पैसे ऐंठने के बाद यह लोग मौज-मस्ती करने विदेश जाते थे । पुलिस के अनुसार, यह अपने हर शिकार से एक से डेढ़ करोड़ रुपए से कम नहीं लेते थे । इस गिरोह ने कई पुलिस थानों के एसएचओ को भी अपने साथ मिला रखा था । आरोपी पुलिस अधिकारी पूरे फिल्मी अंदाज में गिरोह में शामिल महिलाओं पर मामला दर्ज करवाने के लिए दबाव डालते थे, और फिर बिचौलियों की मदद से उनसे मोटी रकम ऐंठ ली जाती थी । रकम लेने के बाद महिला पीड़ित व्यक्ति को बकायदा स्टम्प पेपर पर लिख कर देती थी, कि जो कुछ भी हुआ है उसकी मर्जी से हुआ है और वह किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं करना चाहती है ।

डॉक्टर ने जेल जाने से पहले किया था रैकेट का भंडाफोड़..!!

जिन पीड़ितों के पास इनको देने के लिए पैसे नहीं होते थे, उन्हें यह लोग रेप के झूठे केस में फंसा देते थे । हाल ही में गिरोह की एक अन्य सदस्य ने एक डॉक्टर को अपने जाल में फंसाया था । जिसके बाद आरोपियों ने डॉक्टर से डेढ़ करोड़ रुपये की मांग की मगर डॉक्टर 80 लाख रुपये से ज्यादा नहीं दे पाया । आरोपियों ने डॉक्टर के खिलाफ बलात्कार का झूठा मामला दर्ज करवा दिया । मगर जेल जाने से पहले डॉक्टर ने इनके गैंग का पर्दाफाश कर दिया । एसओजी ने बीते 24 दिसंबर को गैंग के कुछ सदस्यों को जयपुर से गिरफ्तार किया था ।

पुलिस के सामने तो पहुंचे मगर मीडिया के सामने नहीं..!!

जिसके बाद ब्लैकमेलिंग और सेक्स रैकेट की घिनौनी परतें खुलती चली गई । रैकेट का भंडाफोड़ होने की खबर मिलते ही कई नामी-अनामी लोग पुलिस के पास पहुंचे, लेकिन इज्जत की खातिर वह लोग मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं । पुलिस ने सभी पीड़ितों का नाम गोपनीय रखने का फैसला किया है ।

 पुलिस अधिकारियों की मानें तो यह गैंग राजस्थान के साथ-साथ दिल्ली, गुजरात और मध्यप्रदेश में भी सक्रिय था । पुलिस गैंग के 9 अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है, जिनमें 5 लड़कियां भी शामिल हैं । फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर गैंग में शामिल पुलिस अधिकारियों के बारे में भी पड़ताल कर रही है । आला अधिकारियों की मानें तो जल्द इस मामले में कई खाकी वर्दी वाले भी जेल भेजे जाएंगे ।

ब्लैकमेलर निकली 'पीड़िता', फर्जी थी गैंगरेप की कहानी..!!

जयपुर में सरेराह अगवा कर एक युवती के साथ गैंगरेप की जिस घटना ने समूचे राजस्थान को झकझोर कर रख दिया था, दरअसल वो घटना पीड़ित कही जाने वाली युवती के ब्लैकमेलिंग प्लान का हिस्सा था । जयपुर में हाल ही में पकड़े गए एक सेक्स रैकेट के खुलासे से आइडिया लेकर युवती और उसके दोस्त ने गैंगरेप और फिर ब्लैकमेलिंग की पूरी साजिश रची थी ।

पुलिस के मुताबिक, युवती ने ऋषिराज नाम के लड़के के साथ मिलकर उसके अमीर दोस्त संदीप लांबा को फंसाने की साजिश रची थी ।  युवती ने ऋषिराज के साथ मिलकर दो प्लान बनाए थे । पहला यह कि बलात्कार के नाम पर सरकार से मुआवजा लेंगे और फिर जब मामला कोर्ट में जाएगा तब मोटी रकम लेकर समझौता कर लेंगे । 

जयपुर के पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल ने बताया कि छानबीन के दौरान पुलिस को युवती के घर से 15 सिम कार्ड बरामद हुए हैं । संजय अग्रवाल के अनुसार आरोपी युवती पहले भी कई लोगों को फंसाने की कोशिश कर चुकी है । 

यहाँ तक कि मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस केस की मॉनिटरिंग कर रही थी । (इंडिया टुडे)

तो आपने देखा कैसे अमीरों और सुप्रसिद्ध हस्तियों को अपने जाल में फँसाकर करोड़ों रूपये एठते है और नही देने पर उन पर झूठे आरोप लगा जेल भेजते हैं।

जो निर्दोष जेल जाता है उसकी प्रतिष्ठा व समाज में जीवन भर जो उसे लज्जित होना पड़ता है उसकी भरपाई कौन करेंगे ?
कौन उसका खोया सन्मान लौटा पायेगा?

कुछ समय पहले ऐसे ही द्वारका गुजरात के केशवानंदजी और  दक्षिण भारत के नित्यानंद जी पर बलात्कार का आरोप लगाया था बाद में निर्दोष बरी हुए अब संत आसारामजी बापू को भी तीन साल से जेल में रखा है उन पर भी अभी तक एक भी आरोप सिद्ध नही हुआ है । 

कहीं ये केस भी फर्जी तो नही है..???

ऐसे फर्जी केस करने वालों पर सरकार एवं न्यायालय को शीघ्र कार्यवाही करनी चाहिए जिससे निर्दोष की जिंदगी खराब न हो ।

Friday, January 13, 2017

मकर संक्रान्ति पर बना दुर्लभ योग..!! क्या करें..? क्या महत्व है..?

🚩14 जनवरी 2017 
मकर संक्रान्ति पर बना दुर्लभ योग..!!
क्या करें..?
क्या महत्व है..?

🚩आइये जाने...

🚩पंचाग की गणना के अनुसार इस बार विशिष्ट संयोगों में बृहस्पति का #सूर्य से पंचम दृष्टि संबंध तथा सूर्य का बृहस्पति से नवम दृष्टि संबंध बन रहा है। बारह वर्ष में आने वाले इस प्रकार के दृष्टि संबंध का विशेष #लाभ लोगों को प्राप्त होता है। 
मकर संक्रान्ति पर बना दुर्लभ योग..!! क्या करें..?  क्या महत्व है..?
🚩इस योग में सूर्य के साथ #भगवान नारायण का भी ध्यान कर आराधना करनी चाहिए। इस दिन #आदित्य हृदय स्त्रोत, सूर्य स्त्रोत, सूर्याष्टक आदि का पाठ करना भी श्रेष्ठ होता है। इनके #पाठ से वंशवृद्धि पराक्रम में वृद्धि तथा #परिवार का उत्कर्ष होता है।
🚩महाकाल पर्व रहेगा शुभप्रद..!!

🚩इस बार माघ मास के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि पर #शनिवार के दिन 14 जनवरी को प्रात: 7 बजकर 38 मिनट पर अश्लेषा नक्षत्र प्रीति योग एवं कर्क राशि के चंद्रमा के साक्षी में मकर लग्न में भगवान सूर्य नारायण का #मकर राशि में प्रवेश होगा, चूंकि उदयकाल की साक्षी में होने वाले इस प्रवेशकाल का #धर्म शास्त्रीय महत्त्व है। इस दृष्टि से #मकर #संक्रान्ति का #महापर्वकाल विशेष महत्त्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व #पुण्यकाल की दृष्टि से दिनभर रहेगा।


🚩ज्योत‌िष के अनुसार शन‌ि देव को मकर और कुंभ राश‌ि का स्वामी कहा गया है। ऐसे में शनि देव के प्रिय वार शन‌िवार को उनकी राश‌ि में पिता सूर्य का आना शन‌ि महाराज को मेहरबान और कृपालु बनाने के ल‌िए उत्तम रहेगा।  #लंबे अर्से के बाद ये शुभ संयोग बना है। शन‌िवार को मकर संक्रांत‌ि का पड़ना एक दुर्लभ संयोग माना जाता है।

🚩संक्रान्ति का नक्षत्र राक्षसी नाम से है। जो कमजोर वर्ग पशु पालक आदि के लिए #शुभ प्रद रहेगी। यही नहीं रक्त वस्त्र, धनुष आयुध, लौहपात्र, पय भक्षण, गौरोचन, मृगवर्णी, कंचूकी, प्रथम यान, व्यापिनी उत्तर की ओर गमन करनेवाली ईशानदृष्ट के साथ पन्द्रह मुहूर्त में बैठेगी। देखा जाए तो जियोलॉजिकल, बॉयोलॉजिकल एवं अर्थ मेट्रिक सिद्धांत शास्त्र के अनुसार रेडियो कार्बन विधि में सूर्य जब-जब मकर राशि में प्रवेश होता है, तो वह अगले मकर वर्ष के लिए प्राकृतिक नियम से जोड़कर संतुलन की स्थिति में लाता है।

🚩12 राशि धारकों के लिए दस गुना फलदायक होगा। #मकर संक्रान्ति यानी 14 जनवरी को सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगें। पिता-पुत्र के मिलन का लाभ लगभग दो महीने  तक रहेगा ।

🚩सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के साथ ही मलमास समाप्त हो जाएगा। इसके साथ ही #शुभ कार्यो की शुरुवात भी 14 जनवरी से ही हो जाएगी। इसबार मकर संक्रान्ति 14 जनवरी को मनाई जाएगी।

🚩मकर प्रवेश के साथ ही #सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग व चंद्रमा कर्क राशि में और अश्लेषा नक्षत्र के अलावा प्रीति तथा मानस योग भी रहेगा।

🚩इन नक्षत्रों का योग बेहद शुभ दुर्लभ और श्रेष्ठ है। #इस योग से संक्रान्ति पर 12 राशियों के धारकों को दस गुना फलदायी हो सकता है।

🚩क्या करे मकर संक्रांति को..???

🚩14 जनवरी - मकर संक्रांति ( पुण्यकालः सूर्योदय से सूर्यास्त)

🚩मकर संक्रांति या #उत्तरायण दान-पुण्य का पर्व है । इस दिन किया गया #दान-पुण्य, जप-तप अनंतगुना फल देता है । इस दिन गरीब को अन्नदान, जैसे तिल व गुड़ का दान देना चाहिए। इसमें तिल या तिल के लड्डू या तिल से बने खाद्य पदार्थों को दान देना चाहिए । कई लोग रुपया-पैसा भी दान करते हैं।

🚩मकर संक्रांति के दिन साल का पहला #पुष्य नक्षत्र है मतलब खरीदारी के लिए बेहद शुभ दिन।

🚩उत्तरायण के दिन भगवान सूर्यनारायण के 
इन नामों का जप विशेष हितकारी है ।

ॐ मित्राय नमः । ॐ रवये नमः । 
ॐ सूर्याय नमः । ॐ भानवे नमः ।
ॐ खगाय नमः । ॐ पूष्णे नमः ।
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः । ॐ मरीचये नमः । 
ॐ आदित्याय नमः । ॐ सवित्रे नमः ।
ॐ अर्काय नमः ।  ॐ भास्कराय  नमः । 
ॐ सवितृ सूर्यनारायणाय नमः ।

🚩यदि नदी तट पर जाना संभव नही है, तो अपने घर के स्नान घर में #पूर्वाभिमुख होकर जल पात्र में तिल मिश्रित जल से स्नान करें। साथ ही समस्त पवित्र नदियों व तीर्थ का स्मरण करते हुए ब्रम्हा, विष्णु, रूद्र और भगवान भास्कर का ध्यान करें। साथ ही इस जन्म के पूर्व जन्म के ज्ञात अज्ञात मन, वचन, शब्द, काया आदि से उत्पन्न दोषों की निवृत्ति हेतु #क्षमा याचना करते हुए सत्य धर्म के लिए निष्ठावान होकर सकारात्मक कर्म करने का संकल्प लें।


🚩तिल का महत्व..!!

🚩विष्णु धर्मसूत्र में उल्लेख है कि मकर संक्रांति के दिन #तिल का 6 प्रकार से उपयोग करने पर जातक के जीवन में सुख व समृद्धि आती है।

 🚩तिल के तेल से स्नान करना। #तिल का उबटन लगाना। पितरों को तिलयुक्त तेल अर्पण करना। तिल की आहूति देना। तिल का दान करना। तिल का सेंवन करना।



🚩मकर संक्रांति का महत्व क्यों..???

🚩हिन्दू संस्कृति अति प्राचीन #संस्कृति है, उसमें अपने जीवन पर प्रभाव पड़ने वाले ग्रह, नक्षत्र के अनुसार ही वार, तिथि त्यौहार बनाये गये हैं ।

🚩इसमें से एक है  मकर संक्रांति..!!

🚩हिंदू धर्म ने माह को दो भागों में बाँटा है- कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। इसी तरह वर्ष को भी दो भागों में बाँट रखा है। #पहला उत्तरायण और दूसरा दक्षिणायन। उक्त दो अयन को मिलाकर एक वर्ष होता है।   

🚩मकर संक्रांति के दिन #सूर्य पृथ्वी की परिक्रमा करने की दिशा बदलते हुए थोड़ा उत्तर की ओर ढलता जाता है, इसलिए इस काल को उत्तरायण कहते हैं।  

🚩सूर्य पर आधारित #हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का बहुत महत्व माना गया है। वेद और पुराणों में भी इस दिन का विशेष उल्लेख मिलता है। होली, दीपावली, दुर्गोत्सव, शिवरात्रि और अन्य कई त्यौहार जहाँ विशेष कथा पर आधारित हैं, वहीं #मकर संक्रांति खगोलीय घटना है, जिससे जड़ और चेतन की दशा और दिशा तय होती है। मकर संक्रांति का महत्व #हिंदू धर्मावलंबियों के लिए वैसा ही है जैसे वृक्षों में पीपल, हाथियों में ऐरावत और पहाड़ों में हिमालय।  

🚩सूर्य के धनु से मकर राशि में प्रवेश को उत्तरायण माना जाता है। इस राशि परिवर्तन के समय को ही मकर संक्रांति कहते हैं। यही एकमात्र पर्व है जिसे समूचे #भारत में मनाया जाता है, चाहे इसका नाम प्रत्येक प्रांत में अलग-अलग हो और इसे मनाने के तरीके भी भिन्न हो, किंतु यह बहुत ही महत्व का पर्व है।  

🚩इसी दिन से हमारी धरती एक नए वर्ष में और सूर्य एक नई गति में प्रवेश करता है। वैसे वैज्ञानिक कहते हैं कि 21 मार्च को धरती सूर्य का एक चक्कर पूर्ण कर लेती है तो इसे माने तो #नववर्ष तभी मनाया जाना चाहिए। #इसी 21 मार्च के आसपास ही विक्रम संवत का नववर्ष शुरू होता है और #गुड़ी पड़वा मनाया जाता है, किंतु 14 जनवरी ऐसा दिन है, जबकि धरती पर अच्छे दिन की शुरुआत होती है। ऐसा इसलिए कि सूर्य दक्षिण के बजाय अब उत्तर को गमन करने लग जाता है। जब तक सूर्य पूर्व से दक्षिण की ओर गमन करता है तब तक उसकी किरणों को ठीक नही माना गया है, लेकिन जब वह पूर्व से उत्तर की ओर गमन करने लगता है तब उसकी किरणें सेहत और शांति को बढ़ाती हैं।  

🚩मकर संक्रांति के दिन ही पवित्र #गंगा नदी का धरती पर अवतरण हुआ था। महाभारत में #पितामह भीष्म ने सूर्य के उत्तरायण होने पर ही स्वेच्छा से शरीर का परित्याग किया था, कारण कि #उत्तरायण में देह छोड़ने वाली आत्माएँ या तो कुछ काल के लिए देवलोक में चली जाती हैं या पुनर्जन्म के चक्र से उन्हें छुटकारा मिल जाता है।

 🚩दक्षिणायन में देह छोड़ने पर बहुत काल तक आत्मा को अंधकार का सामना करना पड़ सकता है। सब कुछ प्रकृति के नियम के तहत है, इसलिए सभी कुछ प्रकृति से बद्ध है। #पौधा प्रकाश में अच्छे से खिलता है, अंधकार में सिकुड़ भी सकता है। इसीलिए मृत्यु हो तो प्रकाश में हो ताकि साफ-साफ दिखाई दे कि हमारी गति और स्थिति क्या है। क्या हम इसमें सुधार कर सकते हैं? 
क्या ये हमारे लिए उपयुक्त चयन का मौका है?  

🚩स्वयं भगवान #श्रीकृष्ण ने भी उत्तरायण का महत्व बताते हुए #गीता में कहा है कि उत्तरायण के छह मास के शुभ काल में, जब सूर्य देव उत्तरायण होते हैं और पृथ्वी प्रकाशमय रहती है तो इस प्रकाश में शरीर का परित्याग करने से व्यक्ति का पुनर्जन्म नहीं होता, ऐसे लोग #ब्रह्म को प्राप्त हैं। इसके विपरीत सूर्य के दक्षिणायण होने पर पृथ्वी अंधकारमय होती है और इस अंधकार में शरीर त्याग करने पर पुनः जन्म लेना पड़ता है। (श्लोक-24-25)  

Thursday, January 12, 2017

जब देश में हिंदू ही नहीं बचेंगे तो विकास किसके लिए..??? - प्रवीण तोगड़िया

हिंदू ही नहीं बचेंगे तो विकास किसके लिए..???

'सबका साथ सबका विकास' की बात करनेवाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया जी ने कहा कि यदि इस देश में हिन्दू ही शेष नहीं बचेंगे तो विकास किसके लिए कर रहे हो ??

गांवो से हिन्दू पलायन कर रहें हैं, कश्मीर में हिंदुओं के घरों पर कब्जा कर लिया गया है । सरकार को इन घरों को तत्काल वापिस दिलाना चाहिए ।

हिंदू ही नहीं बचेंगे तो विकास किसके लिए..???
समृद्ध बने हिन्दू..!!

महाराष्ट्र के नागपुर लकड़गंज स्थित कच्छीविसा मैदान पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए प्रवीण तोगड़िया जी ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद चाहती है कि हिन्दू समाज पुनः समृद्धि प्राप्त कर सके । विहिप ने हिंदुओं के सपने को साकार करने का अभियान चलाया है । राम मंदिर निर्माण मामले में सरकार न्यायालय के आदेश की बात करती है और वही सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार मस्जिद में सुबह के वक्त बजनेवाले लाउडस्पीकरों पर प्रतिबंद नहीं लगाती है । सुरक्षा के आभाव में हिन्दू पलायन कर रहें है । गाये कट रही है ।

बने मेजोरिटी प्रोटेक्शन कमिशन..!!

प्रवीण तोगड़िया जी ने दुःख जताया कि हिंदुस्तान में हिंदुओं की आकांक्षाएं पूर्ण नही हो रही है, उन्होंने कहा कि इस देश में माइनारिटी प्रोटेक्शन कमीशन नही, बल्कि मेजोरिटी प्रोटेक्शन कमीशन की स्थापना करने का वक्त आ गया है। 

17 करोड़ लोग रोजाना भूखे सोते है।
 15 करोड़ युवा बेरोजगार हैं।
 किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं।

क्या यही विकास है सरकार का..???


 जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि उत्तर प्रदेश में कैराना से हिंदुओं ने पलायन किया था तब साध्वी प्राची ने भी यही बात बताई थी कि हिन्दू नहीं बचेगा तो विकास किसका करेंगे?

साध्वी ने बताया था कि कैराना से ही हिन्दू पलायन नहीं हो रहा है बल्कि जहांं भी मुस्लिमों की संख्या ज्यादा है वहीं से हिंदू पलायन कर रहा है चाहे कैराना हो या फिर रामपुर, लेकिन भाजपा अब विकास की बात करती है पर हिन्दुओं की सुरक्षा की बात नही करती ।

 आपको बता दें कि पाकिस्तान से सालों से आये हिंदुओं के लिए अभी तक स्थायी कार्ड भी नही मिल रहा है और न ही उनके लिए कोई मकान या सुविधा दी जा रही है दूसरी ओर जम्मू कश्मीर सरकार ने पाकिस्तान से मुस्लिमों को बुलाकर उनके स्थायी कार्ड भी जारी कर रहे हैं और उन्हें केम्पों में रहने की अच्छी सुविधा भी दी जा रही है ।

पहले कश्मीर में पण्डितों को भगाया अभी कश्मीर में हिन्दू नही के बराबर बचे हैं और जो हैं डर के जी रहे हैं ।


पाकिस्तान में भी हिन्दुओं का बुरा हाल है, वहाँ पर हिन्दू नाबालिग लड़कियों को उठाकर ले जाते हैं ।  हिन्दुओं के साथ मार-पीट की जाती है, मंदिर तोड़े जाते हैं । हिन्दुओं के लिए वहाँ कोई विशेष अधिकार ही नही है यहाँ तक की शमशान घाट तक नही है ।

बांग्लादेश में भी हिन्दू दिन-रात पलायन हो रहे हैं क्योंकि वहाँ भी हिन्दू बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है, हिन्दुओं की हत्याएं की जा रही हैं । मंदिर तोड़े जा रहे हैं । वहाँ पर भी हिन्दुओं के लिए कोई आवाज उठाने वाला नही है ।

भारत में भी जहाँ-जहाँ मुस्लिम बाहुल इलाका है वहाँ हिन्दुओं का जीना मुश्किल है ।

एक तरफ लालच देकर ईसाई मिशनरियां हिन्दुओं का धर्मान्तरण करवा रही है और दूसरी ओर मुस्लिम क्रूरता से आक्रमण करके हिन्दुओं का धर्मान्तरण करवा रहे है ।

उनके खिलाफ जो भी हिन्दू संत, हिन्दू नेता आवाज उठाता है उनको जेल भेजा जाता है या उनकी हत्या कर दी जाती है ।

मीडिया भी केवल हिन्दू देवी-देवताओं, हिन्दू संगठनों, हिन्दू नेताओं और हिन्दू साधु-संतों के खिलाफ ही न्यूज दिखाती है कभी ईसाई मिशनरियों या मौलवियों के विरोध में कभी नही दिखाती ।

अभी भी वक्त है हिन्दू जग जाये नही तो एक के बाद एक की बारी होगी ।

जय हिंद!!