Saturday, March 4, 2017

कोक और पेप्सी की बिक्री को लगा बड़ा धक्का !!

कोक और पेप्सी की बिक्री को तमिलनाडू व्यापारियों ने किया पूरी तरह से बंद 

4 मार्च 2017

तमिलनाडु राज्य में 1 मार्च से कोक और पेप्सी की बिक्री को व्यापारियों ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। व्यापारियों के इस कदम से दोनों कंपनियों को 1400 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है।

गौरतलब है कि  27 जनवरी को प्रदेश के व्यापारी संगठनों ने इस बात का निर्णय लिया था कि वो दोनों विदेशी पेय ब्रांड की बिक्री को पूरी तरह से बंद कर देंगे।
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हालांकि अभी चेन्नई की कुछ ही दुकानों पर इनकी बिक्री जारी है, क्योंकि कई दुकानदारों ने निर्णय के पहले से ही काफी पैसा निवेश कर दिया था। परंतु ज्यादातर दुकानों ने बिक्री पर बैन कर दिया है और इसके लिए नोटिस भी लगा दिया है। इसके अलावा व्यापारी संगठनों ने राज्य सरकार से भी अपील की है कि वो इन कंपनियों पर तुरंत प्रतिबंध लगाए।

इन व्यापारी संगठनों ने लिया है निर्णय !!

तमिलनाडु वानीगर संगम और तमिलनाडु ट्रेडर्स फेडरेशन संगठनों ने कोक और पेप्सी को बंद करने का फैसला लिया है । इन दोनों संगठनों से लगभग 15 लाख व्यापारी जुडे़ हुए हैं। यह 15 लाख व्यापारी प्रदेश में फैले छोटे-छोटे 6 हजार से अधिक संगठनों से जुडे़ हैं।

पेप्सी का है राज्य में 60 प्रतिशत मार्केट शेयर !!

पेप्सीको के कोल्डड्रिंक ब्रांड पेप्सी का राज्य में 60 प्रतिशत शेयर है। कोक-पेप्सी के राज्य में पांच प्लांट हैं, जहां से पूरे राज्य में इनकी बिक्री होती है। दोनों कंपनियां स्थानीय स्तर पर काफी पैसा खर्च करती हैं।

दोनों कंपनियां देश में 14000 करोड़ रुपये का व्यापार करती हैं। (हिन्दू जन जाग्रति)

"पेप्सी और कॉक" में विषैले रासायनिक तत्व !!

1 - सोडियम मोनो ग्लूटामेट - कैंसर करने वाला रसायन है।

2 - पोटेशियम सोरबेट - ये भी कैंसर करने वाला है।

3 - ब्रोमिनेटेड वेजिटेबल ऑइल (BVO) - ये भी #कैंसर करता है।

4- मिथाइल बेन्जीन - ये #किडनी को खराब करता है।

5 - सोडियम बेन्जोईट - ये #मूत्र नली व #लीवर का कैंसर करता है।

इसमें चीनी के स्थान पर #Aspertem का प्रयोग किया जाता है जिससे मूत्रनली का कैंसर होता है।

इसमें सबसे खराब #जहर है - एंडोसल्फान - ये #कीड़े मारने के लिए खेतों में डाला जाता है।
और ऊपर से होता है - #कार्बन डाईऑक्साइड - जो कि बहुत जहरीली गैस है इसीलिए इन #कोल्ड ड्रिंक्स को "#कार्बोनेटेड वाटर" कहा जाता है 


सरकारी अध्ययन में सॉफ्ट ड्रिंक्स में पाये गए जहरीली धातुओं के अंश !!

सरकार के एक अध्ययन के अनुसार स्वास्थ्य राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलास्ते ने राज्यसभा में बताया है कि कुछ सॉफ्ट ड्रिंक्स और फार्मा प्रोडक्ट वाली पीईटी बोतलों (#स्प्राइट, #माउंटेन #ड्यू, #सेवन अप, #पेप्सी और #कोकाकोला) के सैंपल में भारी धातु मिले हैं जो #स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं।

सॉफ्ट ड्रिंक्स की लत से रोजाना 504 मौतें !!

अमेरिका हावर्ड यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध के मुताबिक सॉफ्ट ड्रिंक की लत से होने वाले रोग जैसे डायबिटीज से हर साल 1.33 लाख जानें जाती हैं, हृदयरोग से लगभग 45,000 और कैंसर से 6,500 लोग मौत का शिकार बनते हैं। यानी कुल 1.84 लाख मौतों के लिए सॉफ्ट ड्रिंक जिम्मेदार है।


महिलाओं के लिए अधिक खतरनाक सॉफ्ट ड्रिंक !!

जो महिलाएं दिन में दो बार साफ्टड्रिंक का सेवन करती हैं, उनमें  हृदयरोगों का खतरा 35% तक बढ़ जाता है।  ‘डायबिटीज केयर’ संस्था ने तीन लाख से अधिक लोगों की सेहत पर कोल्ड ड्रिंक, डिब्बाबंद जूस और हेल्थ ड्रिंक का असर आंकने के बाद ही यह निष्कर्ष निकाला है।
उन्होंने इन पेय पदार्थो को हड्डियों, मांसपेशियों, दांतों, आंखों और किडनी की सेहत के लिए भी भारी हानिकारक करार दिया है।

कई विदेशी कंपनियाँ कुछ नेताओं की मिलीभगत से हिन्दुस्तान में बोतलबंद जहर खुल्लेआम बेच रही है, इस जहर को हिन्दुस्तान की सांसदों की केंटीन में प्रतिबंधित कर दिया गया है,  अगर कोल्ड्रिंक जहरीला है ये हमारे सांसद जानते हैं तो इसे पूरे भारत में प्रतिबंधित क्यों नहीं करते?? 


नेताओं का स्वास्थ्य बेहतर रहना चाहिए तो जनता का नहीं?? 

हमारे देश मे बहुत सी विदेशी कम्पनियाँ हानिकारक पेय व खाद्य सामग्री बेच रही है और सरकार टेक्स के चक्कर मे आंखे बन्द करके बैठी है ।

नींबू स्वास्थ्य में उत्तम लाभदायी !!

नींबू का रस स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी  है। रक्त की अम्लता को दूर करने का विशिष्ट गुण रखता है। त्रिदोष, वायु-सम्बन्धी रोगों, मंदाग्नि, कब्ज और हैजे में नींबू विशेष उपयोगी है। नींबू में कृमि-कीटाणुनाशक और सड़न दूर करने का विशेष गुण है। यह रक्त व त्वचा के विकारों में भी लाभदायक है। #नींबू की खटाई में #ठंडक उत्पन्न करने का विशिष्ट गुण है जो हमें गर्मी से बचाता है। 

मुँह सूखना, पित्तप्रकोप, उदररोग, अपच, अरुचि, पेटदर्द, मंदाग्नि,  मोटापा, कब्ज, दाँतों से खून निकलना, बालों की रूसी, सिर की फोड़े-फुंसी आदि नीबू के प्रयोग से मिट जाते हैं ।

क्यों ऐसी #विदेशी कंपनियों के #ज़हरीले पेय-पदार्थों का सेवन करना जो हमारा पैसा लेने के साथ-साथ हमारे शरीर को भी बिमारियों का घर बनाना चाहते है।

इसे तो प्राकृतिक वस्तुओं जैसे #नीबूं पानी #गुलाब शर्बत आदि का सेवन कर #गरीबों की रोजी #रोटी में मदद रूप हो और देश की समृद्धि में सहायक होने के साथ-साथ अपना स्वास्थ्य भी बढ़िया रखे।

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