Saturday, October 14, 2017

खुफिया विभाग: रोहिंग्या गोला-बारूद कर रहे हैं इकट्ठा , नगालैंड पर कर सकते है हमला


अक्टूबर 14, 2017

कोहिमा :  रोहिंग्या शरणार्थियों को देश में शरण देने या फिर वापस भेजने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई को 21 नवंबर तक के लिए टाल दिया है। पर रोहिंग्या देश के लिए कितने खतनाक है इसे जानकर आपके रोंगटे खड़े हो जायेंगे ।

नगालैंड के खुफिया सूत्रों ने पुष्टि की है कि दीमापुर के इमाम रोहिंग्या विद्रोहियों से संपर्क बना रहे हैं और साथ ही बांग्लादेश से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद इकट्ठा करना भी शुरू किया जा चुका है। रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थियों को सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए नगालैंड पुलिस के खुफिया विभाग ने अगाह किया है कि रोहिंग्या नगालैंड के लोगों पर हमला कर सकते हैं।

अधिकारियों के मुताबिक अगर नगालैंड के लोगों ने रोहिंग्याओं को देश से बाहर भेजने की कोशिश की तो 2 हजार मुस्लिम नगा लोगों के खिलाफ हथियार उठाने को तैयार हैं। इमाम हेबरॉन और कहोई कैंपों पर हमले की योजना बना रहे हैं ताकि नगालैंड पर कब्जा करना आसान हो।
Intelligence Department: Rohingyas are gathering ammunition, can attack on Nagaland

इतना ही नहीं ISIS के करीब 20 आतंकवादी नगालैंड में घुस चुके हैं और अन्य वॉलनटिअर्स को प्रशिक्षण दे रहे हैं। पूरे नगालैंड में आत्मघाती हमले और बम धमाके करने की योजना है। प्रशासन ने दीमापुर में रह रहे मुस्लिमों पर नजर रखने के आदेश दिए हैं। 

रिटायर्ड जनरल वी.के. गौड ने बताया कि कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन कैंपों में सक्रिय हो चुके हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान का जमात-उद-दावा, अल-कायदा, जमात-ए-इस्लामी, छत्र शिबिर, ISIS और कुछ अन्य इस्लामिक समूह राहत कर्मचारियों के वेश में कैंपों में घुसे हैं और इस्लामिक देशों के लिए राहत के सामानों के साथ भी छेड़छाड़ कर रहे हैं।’

उन्होंने बताया, ‘इन लोगों ने बड़ी संख्या में युवा शरणार्थियों को हथियार ट्रेनिंग देने के लिए चुना है। यह कहने की जरूरत नहीं कि हमारी सेना में ही कुछ लोग हैं जो ISIS के समर्थक हैं और भारत-बांग्लादेश की दोस्ती के खिलाफ हैं।’

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में ही लाखों अवैध घुसपैठी बांग्लादेशियों ने अपनी पहचान बदलकर रहने की सूचना है। इन सभी को निकालने के लिए योगी सरकार ने कड़ा फैसला लिया है कि सर्वे करके इन सभी को यूपी से बाहर किया जायेगा।

म्यांमार में भी करीब 5 लाख रोहिंग्या मुसलमान भगा दिये हैं ।

रोहिंग्या देश के लिए क्यों खतरा है?
1. शरणार्थियों के #आतंकी #संगठनों से #संबंध है !

2. रोहिंग्या न केवल #भारतीय #नागरिकों के अधिकार पर #अतिक्रमण कर रहे हैं अपितु सुरक्षा के लिए भी चुनौती हैं !

3. #रोहिंग्या शरणार्थियों के कारण #सामाजिक, #राजनीतिक और #सांस्कृतिक #समस्याएं खड़ी हो सकती हैं !

4. इसके पीछे की एक सोच यह भी है कि, भारत के जनसांख्यिकीय स्वरूप सुरक्षित रखा जाए !

मुद्दे की बात यह है कि जिस तरह से घुसपेठियों ने देश में आकर देश की जनता को मजहब के नाम पर और खुद की संख्या ज्यादा करने के लिए मारना शरू किया है उससे देश में #आतंक #फैल #सकता है जिससे खून खराबे हो सकते हैं जो कि किसी भी देश के लिए सही बात नहीं है । 

भारत सरकार ने रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर निकालने का जो निर्णय लिया है, वह देश की सुरक्षा के लिए कितना उचित है इसका अंदाजा सभी भारतीय लगा सकते हैं । परंतु फिर भी सेक्युलरिस्ट कार्यकर्ता, कुछ राजनेता तथा कर्इ धर्मांध जिहादी इन रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन कर उन्हें भारत में शरण मिलने के लिए भारत सरकार पर दबाव डाल रहे हैं । कुछ जिहादी धर्मांधों ने तो यह भी धमकिया दी है कि यदि रोहिंग्या मुसलमानों को कोर्इ हाथ भी लगाएगा, तो भारत देश तथा हिन्दुआें को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होगे ।


सभी राष्ट्रप्रेमी नागरिकों को अब संगठित होकर भारत सरकार से यह मांग करनी चाहिए कि रोहिंग्या मुसलमानों के साथ साथ अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिये तथा रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन करनेवालों को भी इस देश से बाहर निकाले । नहीं तो यह लोग भविष्य में हमारे अस्तित्व पर ही संकट ला सकते है, इसलिए अभी से सावधान !!

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