Tuesday, February 22, 2022

अधिकतर लोग नहीं जानते आशाराम बापू के केस के इन तथ्यों के बारे में

10 जून 2021

azaadbharat.org


हिंदू संत आशाराम बापू 8 साल से जेल में हैं, उनको एक दिन भी बाहर नहीं आने दिया- उसके पीछे का कारण अधिकतर लोग जानते नहीं होंगे।



आपने मीडिया में सुना होगा कि आशाराम बापू पर रेप का आरोप लगा है पर सच्चाई यह है कि उनके ऊपर छेड़छाड़ का आरोप लगा है।

बापू आशारामजी पर आरोप लगानेवाली लड़की ने एफआईआर में लिखवाया है कि मेरे साथ छेड़छाड़ किया है लेकिन मीडिया  ने आपको बताया कि लड़की के साथ रेप हुआ जबकी लड़की ने कहीं ऐसा एफआईआर में नहीं लिखवाया है।


अब आते हैं आगे। लड़की ने लिखाया है कि मेरे साथ छेड़छाड़ हुई है लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि लड़की को टच भी नहीं किया गया है। इससे साफ होता है कि लड़की के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। वीडियो में यह देख सकते हैं।

https://youtu.be/V0sr9yHj1Go


अब सवाल उठता है कि आशाराम बापू को फिर सजा क्यों सुनाई गई?

आपको बता दें कि 2012 में पोक्सो एक्ट बनाया गया था। इस एक्ट में ऐसा प्रावधान है कि जो भी नाबालिग बच्चों के साथ अश्लीलता भरा व्यवहार करता है उसको तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए और उसे जमानत नहीं मिलनी चाहिए तथा पुरुष जेल के अंदर ही रहकर अपने को निर्दोष साबित करे। अब आप भला सोचो किसी ने आप पर झूठा मुकदमा लगा दिया और जेल में भेज दिया और बोले कि अंदर ही बैठे-बैठे अपने-आपको निर्दोष साबित करो तो कैसे संभव है?

ऐसा ही बापू आशारामजी के साथ हुआ, केवल लड़की के बयान पर उनको सजा सुना दी।


आपको स्पष्ट बता देते हैं कि जिस समय लड़की ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है उस समय तो वो अपने मित्र से कॉल पर बात कर रही थी और बापू आशारामजी किसी कार्यक्रम में व्यस्त थे, वहाँ पर 50-60 लोग भी थे, उन्होंने कोर्ट में गवाही भी दी है, लड़की का कॉल डिटेल भी दिया गया है।


आपको ये भी जानना जरूरी है कि लड़की को कुछ साजिश के तहत नाबालिग बताया गया जबकि वो बालिग है क्योंकि लड़की की LIC Policy जो सुनीता सिंह जो Prosecutrix की Mother है, उसने करवाई है, उसको न्यायालय में पेश करवाया जाए,  इसके अंदर जो Date of Birth है वो 1-7-94 है। और प्रथम कक्षा में भी जो Date of Birth लिखी है उससे भी बालिग है। इससे साफ पता चलता है कि किसी साजिश के तहत उनके ऊपर मुकदमा चलाया गया है।

https://youtu.be/qS9W6m59Lek


इन सब तथ्यों को नकारकर लड़की की झूठी कहानी पर उनको आजीवन कारावास दिया गया। 85 वर्ष की उम्र है, स्वास्थ्य खराब है फिर भी 8 साल से जमानत नहीं दी जा रही है।


बता दें कि 2008 में उनके अहमदाबाद आश्रम में एक फैक्स भेजा गया था जिसमें कहा गया था कि 50 करोड़ रुपये दो वर्ना परिणाम भुगतने के लिए तैयार हो जाओ। हम झूठी लड़कियां तैयार करेंगे, प्लांट करेंगे जिसके कारण तुम जिंदगीभर जेल में रहोगे, कभी बाहर नहीं आ सकोगे।


आपने देखा होगा कि 3 दिन पहले बापू आशारामजी के आयुर्वेदिक उपचार के लिए सुनवाई थी उसमें भी गहलोत सरकार विरोध कर रही थी; उनको आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए भी सरकार मना कर रही है इससे साफ पता चलता है कि कितनी बड़ी साजिश होगी।


उनको साजिश के तहत फंसाना और बाहर नहीं आने देना- उसके मुख्य कारण ये हैं:-


1). लाखों धर्मांतरित ईसाइयों को पुनः हिंदू बनाया व करोड़ों हिन्दुओं को अपने धर्म के प्रति जागरूक किया व आदिवासी इलाकों में जाकर धर्म के संस्कार, मकान, जीवनोपयोगी सामग्री दी, जिससे धर्मान्तरण करानेवालों का धंधा चौपट हो गया।


2). कत्लखाने जाती हज़ारों गौ-माताओं को बचाकर उनके लिए विशाल गौशालाओं का निर्माण करवाया।


3). शिकागो विश्व धर्मपरिषद में स्वामी विवेकानंदजी के 100 साल बाद जाकर हिन्दू संस्कृति का परचम लहराया।


4). विदेशी कंपनियों द्वारा देश को लूटने से बचाकर आयुर्वेद/होम्योपैथिक के प्रचार-प्रसार द्वारा एलोपैथिक दवाइयों के कुप्रभाव से असंख्य लोगों का स्वास्थ्य और पैसा बचाया।


5). लाखों-करोड़ों विद्यार्थियों को सारस्वत्य मंत्र देकर और योग व उच्च संस्कार का प्रशिक्षण देकर ओजस्वी-तेजस्वी बनाया।


6). इंग्लैंड, पाकिस्तान, चाईना, अमेरिका और बहुत सारे देशों में जाकर सनातन हिंदू धर्म का ध्वज फहराया।


7). वैलेंटाइन डे का कुप्रभाव रोकने हेतु "मातृ-पितृ पूजन दिवस" का प्रारम्भ करवाया।


8). क्रिसमस डे के दिन प्लास्टिक के क्रिसमस ट्री को सजाने के बजाय तुलसी पूजन दिवस मनाना शुरू करवाया।


9). करोड़ों लोगों को अधर्म से धर्म की ओर मोड़ दिया।


10). नशामुक्ति अभियान के द्वारा लाखों लोगों को व्यसनमुक्त कराया।


11). वैदिक शिक्षा पर आधारित अनेकों गुरुकुल खुलवाए।


12). मुश्किल हालातों में कांची कामकोटि पीठ के "शंकराचार्य श्री जयेंद्र सरस्वतीजी", बाबा रामदेव, मोरारी बापू, साध्वी प्रज्ञा एवं अन्य संतों का साथ दिया।


13. बच्चों के लिए "बाल संस्कार केंद्र", युवाओं के लिए "युवा सेवा संघ",के लिए "महिला उत्थान मंडल" खोलकर उनका जीवन धर्ममय व उन्नत बनाया।


ऐसे अनेक भारतीय संस्कृति के उत्थान के कार्य किये हैं जो विस्तार से नहीं बता पा रहे हैं।


हिंदू संत आशाराम बापू पर जिस तरह से षड्यंत्र हुआ है उसको देखते हुए और उनके द्वारा किए गये राष्ट्र-संस्कृति व समाज उत्थान के सेवाकार्य तथा उनकी उम्र का ध्यान रखते हुए न्यायालय और सरकार को उन्हें शीघ्र रिहा करना चाहिए।


Official  Links:

Follow on Telegram: https://t.me/ojasvihindustan

facebook.com/ojaswihindustan

youtube.com/AzaadBharatOrg

twitter.com/AzaadBharatOrg

.instagram.com/AzaadBharatOrg

Pinterest : https://goo.gl/o4z4BJ

No comments:

Post a Comment